मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव शनिवार को छोटी काशी के मंदिरों में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रामभक्त सुबह से ही अपने आराध्य के दर्शनार्थ राम दरबार में पहुंच गए।
जैसे ही दोपहर के 12 बजे तोपों की गर्जना के साथ घंटे-घड़ियाल की ध्वनि के बीच राम जन्म की घोषणा होते ही मंदिरों में भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला ... के स्वर गूंजे और भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई।
भक्तों ने श्रीराम की जय-जयकार कर माहौल राममय बना दिया। मंदिरों में पंचामृत अभिषेक के साथ राम जन्मोत्सव की झांकियां सजाई गईं। मुख्य आयोजन चांदपोल स्थित प्राचीन रामचंद्रजी के मंदिर में हुआ।
रामचंद्रजी मंदिर में सुबह नगाड़ों के नाद और बैंडबाजों की स्वर लहरियों के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की आरती की गई। इस बीच मंदिर परिसर श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।
दोपहर को मंदिर के महंत राधेश्याम तिवाड़ी के सान्निध्य में पंचामृत अभिषेक के बाद जन्म आरती की गई।
बाड़मेर। मूक पक्षियों परिंडे अभियान 2015 का शुभारंभ कल
अनूठी पहल सोशल ग्रुप निभाएंगे भागीदारी
बाड़मेर। बाड़मेर में मनरेगा,बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ,मेरी मर्ज़ी सोसियल ग्रुप के तत्वावधान में रविवार को कलेक्टर परिसर में मूक पक्षियों परिंडे अभियान 2015 का शुभारंभ किया जायेगा। कार्यक्रम समन्वयक सुरेश दाधीच बताया की इस गर्मी के मौसम में मूक पक्षियों के लिए दाने पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए मनरेगा,बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ,मेरी मर्ज़ी सोसियल ग्रुप के तत्वावधान में कल सुबह 10 बजे कलेक्टर परिसर में मूक पक्षियों परिंडे अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। मूक पक्षियों परिंडे अभियान तहत शहर में मूक पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था की जाएगी। दाधीच कहा की ऐसे सेवा कार्य के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।अभियान के तहत एक हज़ार परिण्डे बाड़मेर जैसलमेर जिले में लगाये जायेंगे ,
जयपुर
चीन के हांग्जो शहर में अर्धनग्न अवस्था में शादी की परंपरा रही है। पिछले दिनों यहां इसी परंपरा को और खास बनाते हुए शादी का आयोजन किया गया। इस खास शादी में 10 जोड़ों ने अपने शरीर पर कपड़ों की जगह रंगों की कलाकृतियां बनवाईं, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वारयल हुईं।
शहर के एक सार्वजनिक मनोरंजन पार्क में हुई इस शादी में काफी ज्यादा सख्या में लोगों की मौजूदगी थी। इस बीच जब सभी जोड़े एक-दूसरे का हाथ थामे निकले तो कई कैमरे चमक उठे। शादी में हिस्सा लेने वाले सभी जोड़े अर्धनग्न अवस्था में ही थे और उनके शरीर पर तरह-तरह के रंगों से कलाकृतियां बनी हुई थी।
अर्धनग्न शादीे की इस परंपरा में एक खास बात ये भी होती है कि इसमें न तो किसी की संपत्ति देखकर शादी तय की जाती है और न ही शादी के आयोजन में दिखावे के तौर पर ज्यादा धन खर्च किया जाता है। इस आयोजन में जोड़े सिर्फ एक दूसरे से बेइंतहा प्यार होने की वजह से ही शादी करते हैं।
जोधपुर केसरिया बालम आवोनी पधारो म्हारे देस रे...। मद्रास के अय्यर परिवार से ताल्लुक रखने वाले गायक से राजस्थान की प्रसिद्ध मांड़ प्रस्तुत करने का कथन करते हुए पाश्र्व गायक ए हरिहरन ने राजस्थान की मिट्टी की सुगन्ध घोलते हुए सूर्यनगरी के श्रोताओं का दिल जीता।
राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के तत्वावधान में शुक्रवार को जनाना पार्क में आयोजित गजल गायन कार्यक्रम की शुरुआत हरिहरन ने काश एेसा कोई मंजर होता, मेरे कांधे पे तेरा सर होता की प्रस्तुति दी।
इसके बाद उन्होंने अपने एलबम हाजिर-2 की बेख्याली में चलन उसका बताया, उसको वो मिला तो मैं पहचान नहीं पाया से अपनी मखमली आवाज का सिलसिला शुरु किया। जिसमें उन्होंने उस चेहरे पे आफताब कहां है इस इलाके में घर जनाब का है, अमीर खुसरो का रूठ गई मोरे बांके सांवरिया, मरीजे ईश्क का क्या है जीया जीया ना जीया, गालिब की रंजिश ही सही दिल दुखाने के लिए सहित विभिन्न गजलें प्रस्तुत कर श्रोताओं का दिल जीता।
इसी कड़ी में मोहे अपने रंग में रंग दे को शास्त्रीय संगीत की विभिन्न अलापों व तालों के साथ प्रस्तुत किया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत में अकादमी सचिव छगनलाल श्रीमाली व अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अरुणकुमार हसीजा ने हरिहरन को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। हरिहरन के साथ हारमोनियम पर अखलाब हुसैन पारसी, तबले पर शादाब रोशन भारतीय, गिटार पर संजय दास तथा सारंगी पर दिलशान खान ने संगत की। कार्यक्रम संचालन प्रमोद सिंघल ने किया।
फिल्मी नगमों के साथ समाप्ति
श्रोताओं की फरमाइश पर हरिहरन शामें-गजल की समाप्ति फिल्मी गीतों रोजा जानेमन, तु ही रे तथा यादें फिल्म के गीत शिकवे हैं नगमे हैं यादे हैं से की।
बीच में रुके
कार्यक्रम प्रस्तुति के दौरान जनाना पार्क के पास की मजिस्द से अजान की आवाज आने पर हरिहरन गाते हुए बीच में रुके और अजान की समाप्ति पर गायन शुरु किया।
पाली / रोहट. शराब के बाद अब पेट्रो उत्पाद तस्करी से भी गुजरात के तार जुड़ गए हैं। पाली से गुजरने वाले राजमार्ग अब तक शराब और अफीम तस्करो के ही निशाने पर थे, लेकिन अब डीजल, केरोसिन और पेट्रोल पदार्थ की तस्करी के लिए भी पाली जिले के राजमार्ग गोल्डन रूट बनकर उभरे हैं।
पाली जिले से सटे जोधपुर के सालावास में ऑयल का बड़ा डिपो है। यहां से पहले भी डीजल और अन्य पेट्रो उत्पाद की चोरी और तस्करी के मामले सामने आए थे। अब इस तस्करी के तार गुजरात से जुड़ गए हैं। बीते दिनों पुलिस ने डीजल का एक टैंकर पकड़ा था, जो कि इसी का प्रमाण है। तस्करों ने जोधपुर जिले के कांकाणी को मुख्य केन्द्र बनाया था।
पूर्व में भी हुई थी कार्रवाई
रोहट पुलिस ने 2011 में गेलावास के निकट से एक अवैध नीला केरोसिन का टैंकर पकड़कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से 12 हजार लीटर के टैंकर में अवैध नीला केरोसिन जब्त किया था।
गुजरात से एक आरोपित गिरफ्तार
रोहट. कांकाणी से केमिकल की आड़ में अवैध रूप से गुजरात सप्लाई के लिए ले जा रहे डीजल टैंकर पकडऩे के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गुजरात से गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी देवेन्द्रसिंह कविया ने बताया कि 17 मार्च को कांकाणी से केमिकल की आड़ में अवैध डीजल का टैंकर सप्लाई के लिए वापी गुजरात ले जा रहे दो आरोपितो को गिरफ्तार किया था। कविया मय टीम के आरोपित सुरोली गोसाईगंज सुल्तानपुर निवासी मोहम्मद समीद खान को साथ लेकर गुजरात में सप्लाई करने वाली जगह वापी पहुंचे।
पुलिस मोहम्मद समीद के फुफेरे भाई गोसाईगंज हाल पटेल नगर अंकलेश्वर निवासी अकमील पुत्र मोहम्मद ईशात पठान को गिरफ्तार करने पहुंची, लेकिन आरोपित वहां से फरार हो गया। बाद में वलसाड में उसे दबोचा।
यह रहता है मुनाफा
अवैध टैंकर गुजरात सप्लाई के लिए ले जाने में एक टैंकर के पीछे प्रति लीटर पांच से आठ रुपए का मुनाफा रहता है। एक टैंकर में बीस हजार लीटर डीजल अवैध जाता है तो एक लाख रुपए तक की कमाई ये तस्कर करते हैं।
जैसलमेर से गयी हेरोइन एटा में बरामद ,एक गिरफ्तार
एटा : फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज में शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने 425 ग्राम हेरोइन अलीगंज के तस्कर से बरामद कर ली। बरामद हेरोइन की कीमत 35 लाख रुपये बताई जा रही है।
एटा जिले के अलीगंज कस्बे के मुहल्ला काजी निवासी 30 वर्षीय शौकीन पुत्र खटीब खां 425 ग्राम हेरोइन लेकर जा रहा था। एक सूचना पर शौकीन को कायमगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हेरोइन के दो पैकेट मिले। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। यह भी बताया जा रहा है कि हेरोइन राजस्थान के जैसलमेर से लाई गई थी। शौकीन इसे फर्रुखाबाद में किसी को देने जा रहा था। बरामद हेरोइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों के मुताबिक कम से कम 35 लाख रुपये है। तस्करी में कुछ और नामों का खुलासा होने की उम्मीद है। सीओ अलीगंज शमशेर सिंह का कहना है कि मामले की छानबीन कायमगंज पुलिस कर रही है।
बरेली/रिठौरा। पहले फतेहगंज पश्चिमी फिर देवरनियां और अब हाफिजगंज इलाके में मासूम बच्ची से दरिंदगी का मामला सामने आया है। इस मामले में रिश्ते का मामा ही हैवान बन बैठा। गुरुवार शाम घर के सामने खेल रही आठ वर्षीय रिश्ते की भांजी को दरिंदा टॉफी दिलाने के बहाने उठाकर ले गया। मिर्च के खेत में उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची उसकी हैवानियत को बर्दाश्त नहीं कर सकी और बेसुध हो गई। वह खेत में उसे लहूलुहान छोड़कर फरार हो गया। होश में आने पर बच्ची किसी तरह घर पहुंची और आपबीती सुनाई। जब पीड़िता के परिजन शिकायत करने के लिए थाने को निकले तो रास्ते में आरोपियों के परिजनों ने घेर लिया। जान से मारने की धमकी दी। अगले दिन किसी तरह वे लोग थाने पहुंचे और मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। देर शाम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हाफिजगंज के एक गांव निवासी आठ वर्षीय बच्ची गुरुवार शाम लगभग पांच बजे घर के सामने खेल रही थी। उसी दौरान गांव में ही रहने वाला रिश्ते का मामा राजेंद्र टॉफी दिलाने के बहाने उसे गोद में उठाकर ले गया। उसके बाद जो हुआ, बेहद शर्मनाक। हैवानियत के कारण मासूम चीखें मारकर वहीं बेहोश हो गई और दरिंदा फरार। होश में आने पर बच्ची रोते हुए घर पहुंची। खून से लथपथ उसके कपड़े दरिंदगी की कहानी बयां कर रहे थे। बच्ची ने आपबीती सुनाई तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्ची की मां शिकायत करने के लिए थाने को निकली तो आरोपी के परिजनों ने रास्ते में घेर लिया। समझौते का दबाव बनाया और न मानने पर जान से मारने की धमकी दी। गंभीर हालत के चलते बच्ची को डॉक्टर के पास ले जाया गया। शुक्रवार दोपहर परिजन बच्ची व उसके खून से लथपथ कपड़े लेकर थाने पहुंचे और तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना प्रभारी अमर सिंह ने बच्ची को जिला अस्पताल भेजकर मेडिकल कराया। देर शाम हुई गिरफ्तारी शुक्रवार शाम करीब पांच बजे हाफिजगंज पुलिस ने पीलीभीत रोड पर काड़ पुल के पास से आरोपी राजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि वह उत्तराखंड भागने की फिराक में था और बस का इंतजार कर रहा था। -
हिंदू संस्कृति में रामनवमी बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने और दान करने से काफी पुण्य की प्राप्ति होती है। रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से विशेष पुण्य मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, इसीलिए इस दिन पूरे समय पवित्र मुहूर्त होता है। लिहाजा, इस दिन नए घर, दुकान या प्रतिष्ठान में प्रवेश करना काफी शुभ होता है।
ऐसे करें पूजन और दान-पुण्य
इस दिन ब्रह मुहूर्त में उठकर स्नान करें। भगवान राम की तस्वीर को गंगाजल से पोंछकर उस पर कुमकुम, हल्दी और चंदन का तिलक करें। भगवान राम को पुष्प अर्पित करें। इसके बाद भगवान राम की तस्वीर के सामने घी का दीया जलाएं। रामनवमी के दिन भगवान राम को खीर या मेवे का भोग लगाया जाना चाहिए।
रामनवमी के दिन पंडित जी को भोजन कराना चाहिए। अगर संभव न हो तो मंदिर में बिना पकी भोजन साम्रग्री भी दी जा सकती है।
भगवान राम की पूजा करते समय रामरक्षास्त्रोत का पाठ जरूर करना चाहिए। राम मंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड आदि के पाठ से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि धन संपदा के निरंतर बढ़ने के योग जाग्रत होते हैं।
प्रभु राम की पूजा करने के बाद भोग के रुप में भोजन की थाली चढ़ाएं।
रामनवमी के दिन गरीबों, असहायों को दान देना और भोजन कराना चाहिए।
रामनवमी के दिन अपने बुजुर्गों का आर्शीवाद भी अवश्य लें।
रामनवमी के दिन पास के किसी राम मंदिर में जाकर दीया जलाएं, प्रसाद चढ़ाए। पूजा के बाद प्रसाद को ज्यादा से ज्यादा लोगों में बांटें।
राम का जन्मोत्सव इसी तरह मनाएं जैसे घर में कोई नन्हा शिशु जन्मा हो। नवमी के दिन कुंआरी कन्याओं को भोजन कराएं।
किसी भी नए कार्य की शुरुआत, नया व्यवसाय आरंभ कर सकते है।
अहमदाबाद। गुजरात पुलिस के होश उस वक्त उड़ गए जब सलाया एस्सार जेट्टी से करीब पांच समुद्री माइल दूर एक कबूतर को इलेक्ट्रॉनिक चिप लगे देखा। कबूतर के पंखों पर अरबी भाषा में कुद लिखा हुआ भी देखा गया। इसके बाद गुजराज सरकार ने तुरंत एक संदेश जारी कर गृह मंत्रालय को आगाह किया। सूत्रों ने बताया कि कबूतर के पंजों पर छल्ले और उसके एक पंजे में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी हुई थी। यह किसी आतंकी हमले के लिए जासूसी का संदेह है। कबूतर के पंखों पर अरबी भाषा में 'रसूल-अल-अल्लाह' लिखा हुआ है, जबकि चिप पर बेंजिंग डुअल लिखा हुआ है। कबूतर को पहली बार 20 मार्च को सलाया एस्सार जेट्टी में देखा गया। जेट्टी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने अगले दिन इसकी सूचना तटरक्षक बल को दी और आगे की जांच के लिए कबूतर उन्हें सौंप दिया। तटरक्षक ने दो दिन बाद स्थानीय पुलिस को सूचित कर एफआइआर दर्ज कराई। एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने कबूतर के पंजों से चिप और छल्ला दोनों निकाल कर उन्हें गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि बेंजिंग डुअल शब्द का उपयोग कुछ अन्य देशों में कबूतरों की दौड़ के लिए भी होता है। -