बाडमेरमिड डे मिल की समीक्षा स्कूलों का प्रभावी निरीक्षण करने की हिदायतबाडमेर, 12 मार्च। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने जिले के सरकारी स्कूलों में रसोईघरों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए है। ताकि मिड डे मील योजना के तहत उच्च गुणवता का भोजन बनाकर छात्रों को मुहैया कराया जा सकें। यह निर्देश उन्होने गुरूवार को एम.डी.एम. कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान दिए। इस मौके पर जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित कर दिया जाए कि जिले में मिड डे मील के तहत उच्च गुणवत्ता का खाद्यान्न का वितरण हो तथा कही पर भी खराब गेहूं को स्वीकार नहीं किया जाए। इसके लिए उन्होंने ब्लाक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने सभी शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों के प्रभावी निरीक्षण के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के किसी भी ब्लाॅक में कोई भी स्कूल रसोईघर से वंचित नहीं रहें। साथ ही उन्होने सभी विद्यालयों में शौचालय निर्माण की भी हिदायत दी। उन्होने पुराने व अक्रियाशील शौचालयों का दुरस्त करने को कहा।इस मौके पर शर्मा ने कहा कि विद्यालयों में मिड डे मील का पर्याप्त मात्रा में स्टाॅक रहना चाहिए तथा किसी भी हालत में स्टाॅक खत्म होने पर भोजन पकना बन्द होने की हालत नहीं होनी चाहिए। उन्होने खाद्यान्न उठाव व वितरण की समीक्षा की व भोजन पकाने वाली महिलाओं को समय पर कन्वरजेन्सन राशि के भुगतान के निर्देश दिए। शर्मा ने कार्यक्रम में मानदेय भुगतान तथा ओन लाईन फिडिंग की भी समीक्षा की तथा इसमें लापरवाही बरतने पर कडी कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि आंकडों की फिडिंग अद्यतन रूप से होनी चाहिए। उन्होंने सोफ्ट वेयर के अनुसार अद्यतन आंकड़ो के फिडिंग के भी निर्देश दिए। इससे पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरडा ने मिड डे मील कार्यक्रम की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भगवती प्रसाद प्रजापत समेत सभी ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।
मानवेन्द्र सिंह मिले जलदाय मंत्री सेबाड़मेरः-13 मार्च शिव विधानसभा क्षैत्र से विधायक मानवेन्द्रसिंह ने विघानसभा जयपुर में जन स्वास्थ्य एंव अभियांन्त्रिक विभाग मंत्री किरण माहेश्वरी से मुलाकात कर क्षैत्र की वर्तमान मे चल रही पेयजल परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा कर कार्य निर्धारित समय पर करवाने का अनुरेाध किया । विधायक शिव के निजी सचिव रामसिंह ने बताया कि मानवेन्द्र सिंह ने गुरूवार को विधानसभा मंें जन स्वास्थ्य एंव अभियांन्त्रिक विभाग की मंत्री किरण माहेश्वरी से व्यक्तिगत मुलाकात कर विधानसभा क्षैत्र शिव में चल रही पेयजल योजनाओं पर विस्तृत चर्चा कर कार्य पूर्ण करवाने का निवेदन किया है। विधायक ने मंत्री से नर्मदा परियोजना एंव बाड़मेर केनाल लिफट परियोजनाओं के बार में कार्य की प्रगति के बारे मेे जानकारी ली । साथ ही क्षैत्र में नवीन ढाणियों के लिये नवीन पेयजल शुरू करवाने का निवेदन किया है। इस पर मंत्री ने विधायक को भरोसा दिलाया कि सीमावर्ती क्षैत्र में शीध्र ही पेयजल की नई स्कीमें स्वीकृत की जावेगी ।साथ ही वर्तमान मेें चल रही पेयजल की परियोजनाओं का कार्य यथा समय पर करवाने का भरोसा दिया है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिशन में मचे हंगामे के बीच गुरूवार को मामले में एक नया मोड़ आ गया है। राजस्थान हाईकोर्ट ने आरसीए के दफ्तर को सील करने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने 30 मार्च को राजस्थान खेल परिषद जेसी मोहंती को भी तलब किया है। साथ ही कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को भी 9 मार्च को हुई वोटिंग के दौरान मारपीट से जुड़ी जानकारी कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले सोमवार को ही आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को आरसीए के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।
आरसीए के सदस्यों की बैठक मे मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था। 18 में से 17 वोट मोदी के खिलाफ पड़े थे और अमीन पठान को आरसीए का नया अध्यक्ष चुना गया था।
विधानसभा में पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध खत्म होने के बजाय बढ़ता नजर आ रहा है। अब स्थिति ऎसी है कि सत्ता पक्ष जहां प्रतिपक्ष के आगे झुकने को तैयार नहीं है, वहीं प्रतिपक्षी कांग्रेसी विधायक अब सदन की लड़ाई को सडक पर लाने की तैयारी कर चुके हैं।
कांग्रेसी विधायकों ने गुरूवार को विधानसभा के बाहर धरना दिया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट व कांग्रेसी विधायकों पर हुए लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
हमारे पास भी है फुटेज
विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के सचेतक व विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट व कांग्रेसी विधायकों के साथ मारपीट के फुटेज सत्ता पक्ष के पास भी हैं और हमारे पास भी हैं।
सत्ता पक्ष ने जो फुटेज दिखाए हैं, वे अधूरे हैं। लिहाजा कांग्रेसी विधायक विधानसभा के बाहर धरना देंगे और अपनी मांग मनवाने की कोशिश करेंगे।
राजधानी जयपुर के सांगानेर में फिर से हुई वारदात ने पूरे शहर को शर्मसार कर दिया है। नौ साल की बच्ची का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पड़ोस में रहने वाले कलयुगी अंकल पर भरोसा किया और उसके साथ बाजार जाने के साथ तैयार हो गई।
उसके बाद अंकल पर हैवानियत सवार हो गई। उसने पहले तो बच्ची से दुष्कर्म किया और बाद में बचने के लिए बच्ची का गला ब्लेड से काट दिया। सोमवार शाम को घर से गायब हुई बच्ची के माता-पिता उसे तलाश करते रहे, बुधवार देर शाम बच्ची का शव ही मिला।
सोमवार को आखिरी बार देखा गया था बच्ची को
पुलिस के अनुसार सांगानेर इलाके में रहने वाले बच्ची के पिता फर्नीचर बनाने का काम करते हैं। सोमवार को भी वे काम पर गए हुए थे। नौ साल की बच्ची आस-पास रहने वाले बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रही थी।
इसी दौरान पड़ोस में रहने वाला सूरज वहां आया और बच्ची को बाजार से खाने की चीज दिलाने के बहाने वहां से ले गया। जाने से पहले उसने बच्ची के हाथ में रूपए भी दिए जिससे बच्ची आराम से उसने साथ चली गई।
उसके बाद बच्ची को किसी ने नहीं देखा। बच्ची के लापता होने के बाद पुलिस ने जांच की तो पुलिस को सूरज पर भी शक हुआ। कुछ बच्चों ने बताया कि सूरज और बच्ची को आखिर बार साथ देखा गया था। साथ ही सूरज पुलिस की जांच में भी सहयोग करता रहा।
पुलिस को उसके पुराने अपराधिक रिकॉर्ड का ध्याान आया और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी कहानी पुलिस के सामने सुना दी। पुलिस ने शव बरामद कर उसे मुर्दाघर में रखवाया।
मारा, काटा और वहीं दबा दिया
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार नौ मार्च को ही सूरज जाटव ने बच्ची के साथ एक खंडर में दुष्कर्म किया। वह शराब के नशे में था। उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और रोती हुई बच्ची के पास बैठकर फिर से शराब पी।
उसके बाद बच्ची के साथ फिर से दुष्कर्म का प्रयास किया। पहले तो उसने बच्ची का मुंह दबाया। उसके बाद भी बच्ची रोती रही तो ब्लेड से बच्ची का गला काट दिया। शव को वहीं मलबे के नीच दबाकर वह वहां से फरार हो गया।
पहले भी हत्या कर चुका है हत्यारा
पुलिस के अनुसार सूरज जाटव मूलत: उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद इलाके का रहने वाला है। साल 2012 में उसने एक लड़की से दोस्ती की और उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की।
लेकिन लड़की के भाई को इसकी भनक लग गई। बाद में सूरज ने लड़की के भाई पर जानलेवा हमला कर दिया। दो दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
पहले भी शर्मसार हुआ है सांगानेर
करीब दो महीने पहले भी सांगानेर क्षेत्र में स्थित एक मदरसे में सात साल की एक बच्ची के साथ मदरसे की छत पर रेप किया गया। उसके बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्ची घर के पास ही बने मदरसे में तालिम लेने जाती थी।
जयपुर डीजीपी पद पर मनोज भट्ट की नियुक्ति के बाद अब सैकैंड, थर्ड और फॉर्थ लाइन के पुलिस अफसरों के तबादलों की सूची का सभी को इंतजार है। इनमें एडीजी से लेकर एसपी तक वे अधिकारी भी शामिल हैं जिनको प्रमोशन तो मिल गया है, लेकिन कुर्सी अभी वहीं पुरानी है।
माना ये भी जा रहा है कि नए डीजीपी के तालमेल के हिसाब से पुलिस मुख्यालय में कई बड़ों पदों और जिलों के एसपी भी बदले जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान पुलिस महकमे में डीजीपी पद की दौड़ खत्म होने के बाद अब आला अफसरों के तबादलों को लेकर रस्साकस्सी शुरू हो गई है। आने वाले दिनों में पहले चरण में पुलिस महकमे में एडीजी से लेकर आईपीएस और दूसरे चरण में आरपीएस व अन्य स्तर के अधिकारियों के तबादले होने हैं।
सरकार ने एक जनवरी को 2015 को दो आईजी को एडीजी, चार डीआईजी को आईजी और आठ एसपी को डीआईजी पद पर प्रमोट किया था। इन अधिकारियों को प्रमोशन तो मिल गया है लेकिन नई पोस्टिंग नहीं मिली है। इसके अलावा मुख्यालय में कई रिक्त पदों और कई जिलों की कमान भी बदली जानी है।
पहले माना जा रहा था कि डीजीपी पद के साथ ही एक सूची इन अधिकारियों की भी जारी कर दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया हैं। अब राज्य सरकार की मर्जी पर निर्भर है कि ये तबादला सूची कब जारी करे, लेकिन इतना तो तय है कि प्रमोशन के बाद एक दो अधिकारियों को छोड़कर सभी इस सूची का इंतजार कर रहे हैं।
इन अधिकारियों पर निगाहें
जंगा श्री निवास राव एडीजी के तौर पर प्रमोट हो चुके हैं, लेकिन अभी तक जयपुर पुलिस कमिश्नर के पद पर ही काम कर रहे हैं। उन्हें नई पोस्टिंग दी जानी है।
कोटा रेंज आईजी रवि प्रकाश मेहरा को एडीजी बनाया जा चुका है उन्हें नई जिम्मेदारी दी जानी है।
विशाल बंसल, हवासिंह घुमरियां,डॉ गिरिराज मीणा, गुरूचरण राय, गिरधारी लाल शर्मा को डीआईजी से आईजी पद पर प्रमोट किया गया है। लेकिन अभी तक ये अधिकारी अपने पुराने पदों पर ही काम कर रहे हैं।
हरिप्रसाद शर्मा, महेंद्र सिंह और एच राघवेंद्र सुहासा सहित आठ एसपी हैं जिन्हें डीआईजी बनाया गया है। इन अधिकारियों को नई पोस्टिंग मिलने से श्रीगंगानगर, नागौर और अजमेर में नए एसपी लगाए जाएंगे।
जयपुर के नॉर्थ जिले की कमान प्रफुल्ल कुमार को दे रखी है लेकिन उनकी पोस्टिंग विजिलेंस में है। इस लिहाजे से उन्हें दोनों में से एक जिम्मेदारी से मुक्त किया जाएगा।
अजमेर जीआरपी एसपी से निलंबित कृष्ण सहाय मीणा और निलंबन के बाद बहाल हुए अजय सिंह और राजेश मीणा को भी सरकार जल्द नई नियुक्तियां दे सकती हैं।
नए डीजीपी के आने के बाद अब उम्मीद है कि कई जिलों में लगे एसपी और आरपीएस अधिकारी भी बदले जाएंगे।
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी कहते हैं। इस दिन शीतला माता को प्रसन्न करने के लिए पूजन व व्रत किया जाता है। इस बार शीतला सप्तमी का व्रत 12 मार्च, गुरुवार को है। कुछ स्थानों पर अष्टमी तिथि पर ये पर्व मनाया जाता है, जिसे शीतला अष्टमी (इस बार 13 मार्च, शुक्रवार) कहते हैं। चूंकि इस व्रत में एक दिन पूर्व बनाया हुआ भोजन किया जाता है, अत: इसे बसौड़ा, बसियौरा व बसोरा भी कहते हैं। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-
व्रती (व्रत करने वाली महिलाएं) को इस दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निपटकर स्वच्छ व शीतल जल से स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद इस मंत्र से व्रत का संकल्प लें-
मम गेहे शीतलारोगजनितोपद्रव प्रशमन पूर्वकायुरारोग्यैश्वर्याभिवृद्धिये शीतला सप्तमी अष्टमी व्रतं करिष्ये
संकल्प के बाद विधि-विधान से माता शीतला का पूजन करें। इसके बाद एक दिन पहले बनाए हुए (बासी) खाद्य पदार्थों, मेवे, मिठाई, पूआ, पूरी, दाल-भात आदि का भोग लगाएं। इसके बाद शीतला स्तोत्र का पाठ करें और यदि यह उपलब्ध न हो तो शीतला माता की कथा सुनें व जगराता करें। इस दिन व्रती तथा उसके परिवार के किसी अन्य सदस्य को भी गर्म भोजन नहीं करना चाहिए।
शीतला सप्तमी की कथा इस प्रकार है-
किसी गांव में एक महिला रहती थी। वह शीतला माता की भक्त थी तथा शीतला माता का व्रत करती थी। उसके गांव में और कोई भी शीतला माता की पूजा नहीं करता था। एक दिन उस गांव में किसी कारण से आग लग गई। उस आग में गांव की सभी झोपडिय़ां जल गई, लेकिन उस औरत की झोपड़ी सही-सलामत रही। सब लोगों ने उससे इसका कारण पूछा तो उसने बताया कि मैं माता शीतला की पूजा करती हूं। इसलिए मेरा घर आग से सुरक्षित है। यह सुनकर गांव के अन्य लोग भी शीतला माता की पूजा करने लगे।
शीतला सप्तमी व्रत का महत्व इस प्रकार है-
शीतला सप्तमी का व्रत करने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं तथा जो यह व्रत करता है, उसके परिवार में दाहज्वर, पीतज्वर, दुर्गंधयुक्त फोड़े, नेत्र के समस्त रोग तथा ठंड के कारण होने वाले रोग नहीं होते। शीतला देवी के स्वरूप का शीतला स्तोत्र में इस प्रकार वर्णन किया गया है-
वन्देहं शीतलां देवीं रासभस्थां दिगम्बराम्।
मार्जनीकलशोपेतां शूर्पालड्कृतमस्तकाम्।।
इस व्रत की विशेषता है कि इसमें शीतला देवी को भोग लगाने वाले सभी पदार्थ एक दिन पूर्व ही बना लिए जाते हैं और दूसरे दिन इनका भोग शीतला माता को लगाया जाता है। इसीलिए इस व्रत को बसोरा भी कहते हैं। मान्यता के अनुसार इस दिन घरों में चूल्हा भी नहीं जलाया जाता यानी सभी को एक दिन बासी भोजन ही करना पड़ता है।
कराची : पाकिस्तान सुरक्षा बल के जवानों ने बुधवार तड़के मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के मुख्यालय पर छापा मारा। छापे की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
मालूम हो कि एमक्यूएम प्रमुख अल्ताफ हुसैन का आवास भी यहीं था। अल्ताफ वर्ष 1990 के दशक की शुरूआत में ही कराची छोड़कर चले गए थे और अब लंदन में ब्रितानी नागरिकता लेकर रह रहे हैं। रेंजर्स के कर्नल ताहिर ने मीडिया को बताया कि यह अभियान सुबह लगभग पांच बजे शुरू किया गया और लगभग दो घंटे तक चला।
उन्होंने कहा, ‘लगभग 15 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है और प्रतिबंधित हथियार बरामद किए जा चुके हैं। हमने नाटो द्वारा कराची बंदरगाह से अफगानिस्तान ले जाए जा रहे जहाजों से चुराए गए हथियारों को भी बरामद किया है।’ ताहिर ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर यह छापेमारी शुरू की गई थी। ऐसी खबरें मिली थीं कि अपराधों में लिप्त लोग वहां छिपे हैं। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद लोगों ने इसका कोई विरोध नहीं किया।
एमक्यूएम के सैंकड़ों कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने के लिए मुख्यालय पहुंच गए। शहर के कुछ हिस्सों को हिंसा के डर से बंद भी कर दिया गया। ऐसी खबरें हैं कि रेंजर्स के जवानों ने एमक्यूएम मुख्यालय की ओर जाने के दौरान रास्ते में लगे अवरोधकों को तोड़ने के बाद पूरे क्षेत्र को घेर लिया और पार्टी के दफ्तरों की तलाशी ली। उन्होंने पास के मकानों पर भी छापे मारे और एमक्यूएम के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया।
एमक्यूएम के प्रमुख नेता फैसल सबाज़वरी ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में इस छापेमारी की निंदा की और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा, ‘कराची में एमक्यूएम के मासूम कार्यकर्ताओं की अभियान के नाम पर हत्या की जा रही है।’
उन्होंने कहा कि एमक्यूएम एक शांतिपूर्ण पार्टी है और उसे निशाना बनाए जाने की वजह उसका वह संघर्ष है, जो वह 1947 के विभाजन के दौरान भारत से पाकिस्तान आए दबे-कुचले उर्दू भाषी लोगों के लिए करती है। एमक्यूएम ने इस अभियान के खिलाफ एक दिन के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
राजद, कांग्रेस, भाकपा और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से नीतीश कुमार ने आज बिहार विधानसभा से भाजपा सदस्यों के बहिर्गमन के बीच आसानी से विश्वासमत हासिल कर लिया। सत्ता पक्ष की ओर से जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के अनुरोध पर विश्वासमत का फैसला लॉबी डिवीजन के जरिए कराए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने सदन के भीतर घोषणा की कि विश्वासमत के पक्ष में कुल 140 मत और विरोध में शून्य मत पड़े।
विश्वास मत के पहले ध्वनिमत से पारित कराए जाने के बाद सत्ता पक्ष की ओर से लॉबी डिवीजन के जरिए इसका फैसला किए जाने के बार-बार अनुरोध पर अध्यक्ष ने लॉबी डिवीजन कराए जाने की घोषणा की। लॉबी डिवीजन के दौरान मांझी को छोड़कर जदयू के सभी बागी विधायक व्हीप का उल्लंघन करने के कारण सदस्यता रद्द होने के बचने के लिए पंक्ति में खड़े होकर नीतीश सरकार के पक्ष में मतदान किया। इससे पूर्व विश्वासमत पर नीतीश कुमार के जवाब के दौरान ही विरोध करते हुए भाजपा सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए थे और उन्होंने लॉबी डिवीजन में भाग नहीं लिया।
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 117 के जादुई आंकड़े की दरकार थी। इसकी 10 सीट वर्तमान में रिक्त हैं। बिहार विधानमंडल के समवेत सत्र में आज राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के अभिभाषण और उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सदन से अनुपस्थित रहे।
मांझी ने पत्र लिखकर विधानसभा सचिवालय से जानना चाहा है कि उन्हें असंबद्ध सदस्य घोषित किए जाने के बाद उन पर व्हिप कैसे लागू होगा। गत सात फरवरी को मांझी के स्थान पर नीतीश को जदयू विधायक दल का नया नेता चुनने तथा नीतीश द्वारा सरकार बनाए जाने का दावा पेश करने पर राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने मांझी को 20 फरवरी को बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था। लेकिन ऐसा करने के बजाय उन्होंने उसी दिन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
मांझी के इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल ने नीतीश को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और गत 22 फरवरी को नीतीश चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने आज विश्वास मत हासिल किया और बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने उन्हें सदन का नेता घोषित किया।