रविवार, 13 जुलाई 2014

प्रेत आत्मा का साया बता तांत्रिक ने लूटी दो बहनों की इज्जत

अंबाला। प्रेत आत्मा का साया बता एक तांत्रिक ने दो बहनों की अस्मत लूट ली। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया। taantrik raped two sisters in haryana
घटना है हरियाणा के अंबाला जिले के सद्दीपुर की, जहां एक युवा तांत्रिक ने दो किशोर बहनों को नशीला जूस पिलाकर हवस का शिकार बनाया।

पीडिताओं की रिपोर्ट पर महेश नगर थाना पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को शनिवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया।

महेशनगर थाना पुलिस ने बताया कि कैंट के छोटा खुड्डा कलां गांव निवासी दोनों बहनें अस्वस्थ रहती थीं।

गांव के ही एक व्यक्ति ने किशोरियों के परिजनों को बताया कि सद्दीपुर इलाके में एक तांत्रिक है जो भूत बाधा का इलाज करता है।

जिसके बाद परिजन दोनों बहनों को लेकर तांत्रिक के पास पहुंचे जहां उसने दोनों पर प्रेत आत्मा का साया होना बताया।

आरोपी तांत्रिक दोनों बहनों को एक कमरे में ले गया और दरवाजा बंद करने के बाद नशीला पेय पिलाकर रेप किया।

घर पहुंचने पर दोनों बहनों ने परिजनों को आप बीती सुनाई जिसके बाद महेश नगर थाने में तांत्रिक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया।

पुलिस ने आरोपी तांत्रिक शंटी को गिरफ्तार कर लिया है।

दुष्कर्मियों से ही भर गई पाली जेल!

पाली। इसे कानून के प्रति लोगों की बढ़ी जागरूकता कहें या पुलिस के अथक प्रयास, कारण कुछ भी हो पाली जिला कारागृह में दुष्कर्म के बंदियों की संख्या कुल बंदियों से पचास प्रतिशत से भी अधिक है। pali jail full get in rapist
यहां 65 की क्षमता के मुकाबले कुल 148 बंदी है विचाराधीन है, जिनमें 75 बंदी दुष्कर्म के है। इनमें कई कैदी लैंगिक उत्पीड़न से बच्चों का निवारण अधिनियम (पोक्सो) के भी हैं। जेल के अधिकारी भी कहते हैं कि पहली बार वे इतनी अधिक संख्या में दुष्कर्म के आरोपितों को अभिरक्षित कर रहे हैं।

गिरफ्तारी का दबाव
अधिवक्ता कमलेश दवेरा बताते हैं कि पोक्सो जैसे कानूनों ने कम उम्र में दुष्कर्म की व्याख्या भी विस्तृत कर दी और नाबालिग की उम्र भी 16 से बढ़ाकर 18 कर दी। अनुसंधान अधिकारियों पर आरोपित को गिरफ्तार करने का भारी दबाव भी होता है। इसी के चलते जेल में यह संख्या बढ़ रही है।

साली के प्यार में पागल जीजा ने कर डाली ये हरकत

धौलपुर। पुलिस ने ओंडेला रोड पर रीको क्षेत्र में शुक्रवार दो को एक महिला की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए उसके पति व बहन को गिरफ्तार किया है। jija and sali murdered to wife in dholpur
जीजा-साली ने पुलिस पूछताछ में हत्या करना स्वीकार कर लिया है। सदर थाना प्रभारी वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को विद्युत थाने के सामने कार का दुर्घटना हुई।

कार में सवार तरूण सिंह पुत्र मदनमोहन निवासी आनंदपुरी न्यू आदर्श नगर बलकेश्वर आगरा ने बताया कि वह पत्नी सोनिका एवं साली कविता को बीएड काउंसलिंग के लिए प्रकाश कॉलेज लाया था।

जहां तीन बदमाशों ने चेन छीनने के प्रयास में उसकी पत्नी को चाकू मार दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतका के पिता चेतन्य प्रकाश ने सदर थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई कि तरूण मेरी बेटी को दहेज के लिए प्रताडित करता था। पुलिस मामले की जांच की।

जांच के दौरान मृतका के पति व उसकी बहन से पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनों ने सोनिका की चाकू मारकर हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने हत्या के आरोपी तरूण सिंह व कविता को गिरफ्तार कर लिया।

प्रेम प्रसंग में हुई हत्या
पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जीजा-साली ने मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया और बचने के लिए झूठी कहानी गढ़ दी। पुलिस पूछताछ में दोनों ने प्रेम प्रसंग के चलते हत्या करना स्वीकार कर लिया है।

मेरे साथ ऎसा क्यूं किया
जीजा-साली मृतका को कॉलेज में चलकर नंबर बढ़वाने की बात कहकर ओंडेला रोड पर ले गए। पहला वार पति ने किया तो सोनिका के मुंह से एक ही आवाज आई कि मेरे साथ ऎसा क्यूं किया। मेरे साथ धोखा किया। इसके बाद बहन कविता ने वार कर उसे खत्म कर दिया।

विनोद कांबली और उनकी पत्नी गायब, तलाश जारी!

मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली की पत्नी एंड्रिया कांबली गायब हो गई है, जैसा कि मराठी अखबारों में छपा है।Vinod Kambli declared defaulter by Mumbai bank
दरअसल मुंबई के डोंबिवली को-ऑपरेटिव बैंक ने देनदारी न चुकाने पर कांबली और उनकी पत्नी को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। `लापता` कांबली का पता लगाने के लिए मुंबई के बैंक ने मराठी अखबारों में विज्ञापन छपवाए हैं।

इस विज्ञापन में बैंक ने दावा किया है कि विनोद कांबली और उनकी पत्नी एंड्रिया कांबली ने डोंबिवली सिटी को-ऑपरेटिव बैंक से लोन लिया था और अब दोनों लोन की किस्तें नहीं चुका रहे हैं।

बैंक का कहना है कि कांबली और उनकी पत्नी ना तो लोन की किस्त चुका रहे हैं और ना ही बैंक से किसी प्रकार से संपर्क में हैं।

बैंक ने कहा कि कांबली और उनकी पत्नी लापता हैं, इसलिए वह अखबार में विज्ञापन जारी कर रहे हैं।

बैंक ने विज्ञापन में कांबली के जानने वालों के नाम अपील भी जारी की है। कांबली के करीबियों से कहा गया है कि वे कांबली से बैंक जाने के लिए कहें।

निकाह करने से मना करने पर भाई ने दो बहनों को गोली मारी



रामपुर । अब तो खून के रिश्ते ही अपनों के दुश्मन बनते जा रहे हैं । उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक भाई ने आपनी दो बहनों को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया । बात सिर्फ इतनी थी कि एक बहन निकाह करने को राजी नहीं हो रही थी। भाई के सिर पर खून इस कदर सबार था कि बचाव में आई छोटी बहन को भी उसने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। दोनों बहनों को मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। डबल मर्डर की सूचना पर आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
Brother shoot deads two sisters
पिता की तहरीर के पर पुलिस ने बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। शनिवार को दोहरे हत्याकांड का यह मामला गंज थाना क्षेत्र के मुहल्ला घेर सैफुद्दीन खां का है। मुहल्ले के अमीर अहमद की दो बेटियां रौनक जहां (22) और गुडçया (16) थीं। और एक बेटा राजा भी है, राजा ने अपनी दोनों बहनों को गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि रौनक जहां का निकाह शहर के ही मुहल्ला कलकत्ता निवासी एक युवक से तय किया गया था। इसको लेकर रौनक जहां राजी नहीं थी, और निकाह करने से मना कर रही थी, शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे राजा का रौनक से इसी मुद्दे पर विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि राजा तैश में आ कर अपनी बहन रौनक को पीटना शुरू कर दिया।

इस बीच राजा की पत्नी समीना जब उसक ो बचाने आई तो उसने समीना को जीने में बंद कर दिया गया। राजा ने तमंचे से 22 वर्षीय रौनक को गोली मार दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई । बचाव में उसकी छोटी बहन गुडिया जब सामने आई तो राजा ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। जब बचने के लिए दरवाजे की तरफ भागी तो उसे भी गोली मार दी। चीखपुकार सुनकर पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए । पुलिस अधीक्षक साधना गोस्वामी, एएसपी देवेश पांडे, सीओ सिटी आले हसन भी मौके पर पहुंचे गए।

-

बाड़मेर‘आपरेषन रेगिस्तान से सावधान, सीमा पार की साजिष‘‘


बाड़मेर‘आपरेषन रेगिस्तान से सावधान, सीमा पार की साजिष‘‘ 


बाड़मेर पाकिस्तानी मोबाईल कंपनियों के टावरो के सिगनल भारतीय सीमा में 15 से 20 कि.मी अंदर आने से देष का सुरक्षा को खतरा।

राजस्थान से लगती पाकिस्तान की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से 15 से 20 कि.मी. अंदर भारतीय क्षेत्र में कई इलाकों में पाकिस्तानी मोबाईल कंपनियों के सिग्नल आराम से मिलने से जैसलमेर बाड़मेर के कई तस्करों जासूसों द्वारा पाकिस्तानी सिमों के जरिये देश की सामरिक व गोपनीय सूचनाएं पाक खुफिया ऐजेन्सी आई.एस.आई को दी जा रही हैं वैसे दूर संचार के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के मुताबिक किसी भी देश का मोबाईल नेटवर्क दूसरे देश की सीमाओं में 500 मीटर तक जा सकता हैं इस तरह पाकिस्तान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन किया जा रहा हैं साथ ही हमारे देश की सुरक्षा के लिये ये सिग्नल सुराख बन रहे हैं तथा खतरे की घंटी साबित हो रहे है। इन पाकिस्तानी मोबाईल कंपनियों के टावरो में चीन द्वारा तकनीक मुहैया करवाने से इसके सिगनल भारतीय क्षेत्र में आराम से काफी अंदर तक पहुंच रहे हैं।


पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रची गयी एक और नयी साजिश के तहत राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर, बाड़मेर से लगती अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के निकट अपने क्षेत्र में करीब तीन दर्जन से ज्यादा नये मोबाईल टावर स्थापित किये हैं इन मोबाईल टावरों के सिग्नल भारतीय क्षेत्र में 15 से 20 कि.मी. अंदर तक पहुंचने पर ये भारत की सुरक्षा के लिये खतरा बनते जा रहे हैं पाकिस्तानी मोबाईल कंपनियों के सिग्नल आराम से काफी अंदर तक भारतीय क्षेत्र में आने से कई कुख्यात तस्करों, जासूसों द्वारा थार एक्सप्रेस के जरिये बड़ी संख्या में पाक मोबाईल सिम मंगवाये गये है।

मुनाबाव रेल्वे स्टेशन पर थार एक्सप्रेस से आ रहे यात्रियों की स्केनिंग करने की कोई सुविधा न होने से पाकिस्तान की सीमा से धड़ल्ले से मोबाईल सिम पाकिस्तानी गानों से भरी हुई तथा भड़काउ भाषणों से भरी चिपें भारतीय सीमा में लाई जा रही है।

RPSC पेपर लीक: मास्टर माईंड की तलाश में पुलिस



जयपुर। राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा घोटाले का मास्टर माईंड राजस्थान से बाहर का है। मास्टरमाईंड की तलाश में कई राज्यों में पुलिस की टीमें भेजी गई। घोटाले के तार देश के बड़े शिक्षा माफियाओं से जुड़े होने की आंशका है। गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद आरपीएसी के अफसरों से पूछताछ की जा सकती है।


राजस्थान प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में जो धांधली सामने आई है, उसके तार अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ते दिख रहे हैं। इस मामले की जांच कर रही राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का दावा है कि गिरोह का मास्टरमाइंड राजस्थान के बाहर का है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मास्टरमाइंड राजस्थान के बाहर का है। उसकी तलाश में राजस्थान के बाहर भी छापेमारी की जा रही है।



एसओजी ने गिरोह के एक अहम सदस्य अमृतलाल मीणा को 8 अन्य सदस्यों के साथ गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी का दावा है कि आरोपी अमृतलाल ने बताया है कि वह गिरोह के सरगना से ही पर्चे खरीद कर बेचता था। खुलासे के मुताबिक कोटा और जोधपुर के भी कुछ लोग उनसे पर्चे खरीदते थे। इस गिरोह से अब तक 100 लोगों ने पर्चे खरीदे थे। ये सभी राजस्थान प्रशासनिक सेवा में हैं।



अमतृतलाल ने पूछताछ में माना कि 2009 से ही ये गिरोह आरपीएससी भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक कर रहा था। आरपीएसपी ने इन खुलासों की जांच कराने का भरोसा दिया है।



आरपीसी सचिव नरेश ठकराल ने कहा कि अगर एसओजी की जानकारी के बाद अगर इस बात की पुष्टि होती है कि अमतृतलाल मीणा 2009 से पर्चे लीक कर रहा है तो आयोग उन परीक्षाओं की जांच करवा सकता है।



मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद एसओजी आरपीएसी के उन अफसरों से भी पूछताछ कर सकती है, जो परीक्षा के आयोजन और छपाई से जुड़े हैं। मुख्य आरोपी अमतृतलाल के परिजनों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी गंगा



त्तरकाशी जनपद में 3140 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है गंगोत्री धाम। यह आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण नदी गंगा (भागीरथी) का उद्गम स्थल भी है। गंगाजी ज्ञान की अधिष्ठात्री यानी साक्षात् सरस्वती स्वरूपा हैं। ज्ञान जीव में वैराग्य का भाव जगाता है। इसलिए यमुनाजी के बाद गंगा दर्शन को जरूरी बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि 18वीं सदी में गोरखा कैप्टन अमर सिंह थापा ने आदि गुरु शंकराचार्य के सम्मान में गंगोत्री मंदिर का निर्माण करवाया। इसकी ऊंचाई लगभग 20 फीट है।

राजा माधोसिंह ने 1935 में इस मंदिर का पुनरुद्धार किया। यही वजह है कि मंदिर की बनावट में राजस्थानी शैली की झलक मिलती है। गंगाजी यहां केवल 44 फीट चौड़ी हैं, जबकि गहराई है लगभग तीन फीट। गंगोत्री से 19 किमी आगे 3892 मीटर की ऊंचाई पर गोमुख ग्लेशियर है। यही गंगाजी की उत्पत्ति का स्थान है, लेकिन मार्ग इतना दुर्गम है कि प्रत्येक यात्री वहां तक नहीं जा सकता।

गंगोत्री धाम


मौसम: ग्रीष्मकाल में दिन के समय सुहावना और रात में सर्द। न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री और अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस। शीतकाल में सितंबर से नवंबर तक दिन के समय सुहावना, रात के समय अधिक ठंडा। दिसंबर से मार्च तक हिमाच्छादित। तापमान शून्य से कम।

वेशभूषा: मई से जुलाई तक हल्के ऊनी वस्त्र व सितंबर से नवंबर तक भारी ऊनी वस्त्र।

यात्री सुविधा: गंगोत्री और यात्रा मार्ग के समस्त प्रमुख स्थानों पर जीएमवीएन यात्री विश्राम गृह, निजी विश्राम गृह व धर्मशालाएं।

वायु मार्ग: देहरादून स्थित जौलीग्रांट हवाई अड्डा।

रेल मार्ग: ऋषिकेश और देहरादून।

सड़क मार्ग: ऋषिकेश से उत्तरकाशी की दूरी 255 किमी।

कैसे पहुंचें: ऋषिकेश से चंबा व उत्तरकाशी होते हुए

मोटर मार्ग से गंगोत्री पहुंचते हैं। यमुनोत्री धाम के दर्शन के बाद बड़कोट-धरासू मोटर मार्ग से उत्तरकाशी पहुंचे

महादेव का चिरनिवास है केदारेश्वर धाम



रुद्रप्रयाग। गिरिराज हिमालय की 'केदार' नामक चोटी पर अवस्थित है देश के बारह ज्योतिर्लिगों में सर्वोच्च केदारनाथ धाम। कहते हैं कि समुद्रतल से 11746 फीट की ऊंचाई पर केदारेश्वर ज्योतिर्लिग के प्राचीन मंदिर का निर्माण पांडवों ने कराया था।

पुराणों के अनुसार केदार महिष अर्थात् भैंसे का पिछला अंग (भाग) है। मंदिर की ऊंचाई 80 फीट है, जो एक विशाल चबूतरे पर खड़ा है। मंदिर के निर्माण में भूरे पत्थरों का उपयोग हुआ है। 'स्कंद पुराण' में भगवान शंकर माता पार्वती से कहते हैं, 'हे प्राणोश्वरी! यह क्षेत्र उतना ही प्राचीन है, जितना कि मैं हूं। मैंने इसी स्थान पर सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्म के रूप में परब्रह्मत्व को प्राप्त किया, तभी से यह स्थान मेरा चिर-परिचित आवास है। यह केदारखंड मेरा चिरनिवास होने के कारण भू-स्वर्ग के समान है।' केदारखंड में उल्लेख है, 'अकृत्वा दर्शनम् वैश्वय केदारस्याघनाशिन:, यो गच्छेद् बदरीं तस्य यात्र निष्फलताम् व्रजेत्'।

केदारनाथ-

कपाट खुलने की तिथि: 4 मई

मौसम: गर्मियों में धूप खिलने पर मौसम मनोरम और रात को ठंड। बारिश होने पर पारा गर्मियों में भी शून्य से नीचे आ जाता है। जून से सितंबर तक बरसात रहती है, पहाड़ों से चट्टानें टूटकर गिरने का खतरा। अक्टूबर से कड़ाके की ठंड शुरू। दिसंबर से मार्च तक पारा शून्य से 10 डिग्री नीचे तक लुढ़क जाता है।

वेशभूषा: मई से अगस्त तक हल्के ऊनी कपड़े सितंबर से नवंबर तक भारी ऊनी कपड़े।

यात्री सुविधा: गौरीकुंड तक यात्रा मार्ग पर रहने के लिए जीएमवीएन व निजी विश्राम गृह।

केदारनाथ पैदल मार्ग व केदारनाथ में फिलहाल अस्थाई टेंट व्यवस्था।

वायु मार्ग: जौलीग्रांट हवाई अड्डे तक हवाई सेवा उपलब्ध। फाटा व गुप्तकाशी में हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने की सुविधा।

रेल मार्ग: ऋषिकेश व देहरादून तक ही रेल सुविधा उपलब्ध है।

सड़क मार्ग: ऋषिकेश से श्रीनगर व रुद्रप्रयाग होते हुए 214 किमी। मुनकटिया से 19 किमी पैदल। आपदा के बाद केदारनाथ की डगर काफी मुश्किल हो गई है। गौरीकुंड से पैदल 23 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ कर ही भक्त यहां पहुंच सकते है।