जयपुर। सदर पुलिस की गिरफ्त में आए तीन बदमाश लूटपाट के लिए बांग्लादेश से राजस्थान आए थे। वे शहर-दर-शहर घूमते और वारदात करते हुए जयपुर पहुंचे थे। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने नागौर, सुल्तानपुर में लूट की वारदात करना कबूल कर लिया।
एडिशनल सीपी अनिल पालीवाल ने बताया कि बदमाश बांग्लादेश से रवाना होकर 9 अगस्त को यूपी में सुल्तानपुर पहुंचे। वहां विद्युत वितरण खंड द्बितीय के अधिशासी अभियंता कार्यालय में चौकीदार को बंधक बनाकर चाबी छीन ली और कार्यालय खोलकर तिजोरी तोड़ने की वारदात को अंजाम दिया।
अजमेर होकर नागौर पहुंचे, लूट की वारदात की : सुल्तानपुर में लूट के बाद बदमाश अजमेर होकर नागौर पहुंचे। नागौर में 13 अगस्त को अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड नागौर के सहायक अभियंता कार्यालय में चौकीदार को बंधक बनाकर तिजोरी से 50 हजार रुपए लूटे।
नागौर में वारदात कर वे जोधपुर पहुंचे। वहां सफल नहीं होने पर 14 अगस्त की रात जयपुर आकर बनीपार्क में राम मंदिर के पास रुके। संदिग्धों की सूचना पर सदर पुलिस ने दबोच लिया। उनसे पासपोर्ट व धारदार हथियार बरामद हुए।
जयपुर में वारदात की फिराक में थे : पालीवाल ने बताया कि आरोपी बांग्लादेश निवासी मो. खान जहान शेख, मो. सलीम सरदात तथा मिलन सरकार बांग्लादेश से राजस्थान में लूट तथा डाका डालने आए थे। उन्होंने जयपुर की संपन्नता के बारे में सुन रखा था। इस कारण वारदात करने जयपुर आए थे। कुछ दिन जयपुर में रहकर वारदात करना चाह रहे थे, लेकिन पकड़े गए।
एडिशनल सीपी अनिल पालीवाल ने बताया कि बदमाश बांग्लादेश से रवाना होकर 9 अगस्त को यूपी में सुल्तानपुर पहुंचे। वहां विद्युत वितरण खंड द्बितीय के अधिशासी अभियंता कार्यालय में चौकीदार को बंधक बनाकर चाबी छीन ली और कार्यालय खोलकर तिजोरी तोड़ने की वारदात को अंजाम दिया।
अजमेर होकर नागौर पहुंचे, लूट की वारदात की : सुल्तानपुर में लूट के बाद बदमाश अजमेर होकर नागौर पहुंचे। नागौर में 13 अगस्त को अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड नागौर के सहायक अभियंता कार्यालय में चौकीदार को बंधक बनाकर तिजोरी से 50 हजार रुपए लूटे।
नागौर में वारदात कर वे जोधपुर पहुंचे। वहां सफल नहीं होने पर 14 अगस्त की रात जयपुर आकर बनीपार्क में राम मंदिर के पास रुके। संदिग्धों की सूचना पर सदर पुलिस ने दबोच लिया। उनसे पासपोर्ट व धारदार हथियार बरामद हुए।
जयपुर में वारदात की फिराक में थे : पालीवाल ने बताया कि आरोपी बांग्लादेश निवासी मो. खान जहान शेख, मो. सलीम सरदात तथा मिलन सरकार बांग्लादेश से राजस्थान में लूट तथा डाका डालने आए थे। उन्होंने जयपुर की संपन्नता के बारे में सुन रखा था। इस कारण वारदात करने जयपुर आए थे। कुछ दिन जयपुर में रहकर वारदात करना चाह रहे थे, लेकिन पकड़े गए।