रविवार, 21 अगस्त 2011
photo...श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाये ....जय श्री कृष्ण राधे कृष्णा कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा
कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। कृष्ण जन्मभूमि पर देश–विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती हें और पूरे दिन व्रत रखकर नर-नारी तथा बच्चे रात्रि 12 बजे मन्दिरों में अभिषेक होने पर पंचामृत ग्रहण कर व्रत खोलते हैं। कृष्ण जन्म स्थान के अलावाद्वारकाधीश, बिहारीजी एवं अन्य सभी मन्दिरों में इसका भव्य आयोजन हता हैं , जिनमें भारी भीड़ होती है।
भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य उत्सव
माखनचोर कृष्ण
§ भगवान श्रीकृष्ण ही थे, जिन्होंने अर्जुन को कायरता से वीरता, विषाद से प्रसाद की ओर जाने का दिव्य संदेश श्रीमदभगवदगीता के माध्यम से दिया।
§ कालिया नाग के फन पर नृत्य किया, विदुराणी का साग खाया और गोवर्धन पर्वत को उठाकर गिरिधारी कहलाये।
§ समय पड़ने पर उन्होंने दुर्योधन की जंघा पर भीम से प्रहार करवाया, शिशुपाल की गालियाँ सुनी, पर क्रोध आने पर सुदर्शन चक्र भी उठाया।
§ अर्जुन के सारथी बनकर उन्होंने पाण्डवों को महाभारत के संग्राम में जीत दिलवायी।
§ सोलह कलाओं से पूर्ण वह भगवान श्रीकृष्ण ही थे, जिन्होंने मित्र धर्म के निर्वाह के लिए गरीब सुदामा के पोटली के कच्चे चावलों को खाया और बदले में उन्हें राज्य दिया।
§ उन्हीं परमदयालु प्रभु के जन्म उत्सव को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।
कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा
अवतार
कृष्ण एवं कृष्ण संदर्भ
भगवान श्रीकृष्ण विष्णुजी के आठवें अवतार माने जाते हैं। यह श्रीविष्णु का सोलह कलाओं से पूर्ण भव्यतम अवतार है। श्रीराम तो राजा दशरथ के यहाँ एक राजकुमार के रूप में अवतरित हुए थे, जबकि श्रीकृष्ण का प्राकट्य आततायी कंस के कारागार में हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी की मध्यरात्रि को रोहिणी नक्षत्र में देवकी व श्रीवसुदेव के पुत्ररूप में हुआ था। कंस ने अपनी मृत्यु के भय से बहिन देवकी और वसुदेव को कारागार में क़ैद किया हुआ था।
कृष्ण जन्म के समय भगवानविष्णु
कृष्ण जन्म के समय घनघोर वर्षा हो रही थी। चारों तरफ़ घना अंधकार छाया हुआ था। श्रीकृष्ण का अवतरण होते ही वसुदेव–देवकी की बेड़ियाँ खुल गईं, कारागार के द्वार स्वयं ही खुल गए, पहरेदार गहरी निद्रा में सो गए। वसुदेव किसी तरह श्रीकृष्ण को उफनती यमुना के पार गोकुलमें अपने मित्र नन्दगोप के घर ले गए। वहाँ पर नन्द की पत्नी यशोदा को भी एक कन्या उत्पन्न हुई थी। वसुदेव श्रीकृष्ण को यशोदा के पास सुलाकर उस कन्या को ले गए। कंस ने उस कन्या को पटककर मार डालना चाहा। किन्तु वह इस कार्य में असफल ही रहा। श्रीकृष्ण का लालन–पालन यशोदा व नन्द ने किया। बाल्यकाल में ही श्रीकृष्ण ने अपने मामा के द्वारा भेजे गए अनेक राक्षसों को मार डाला और उसके सभी कुप्रयासों को विफल कर दिया। अन्त में श्रीकृष्ण ने आतातायी कंस को ही मार दिया। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का नाम ही जन्माष्टमी है। गोकुल में यह त्योहार 'गोकुलाष्टमी' के नाम से मनाया जाता है।
जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़,कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा
शास्त्रों के अनुसार
श्रावण (अमान्त) कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी या जन्माष्टमी व्रत एवं उत्सव प्रचलित है, जो भारत में सर्वत्र मनाया जाता है और सभी व्रतों एवं उत्सवों में श्रेष्ठ माना जाता है। कुछ पुराणों में ऐसा आया है कि यह भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इसकी व्याख्या इस प्रकार है कि 'पौराणक वचनों में मास पूर्णिमान्त है तथा इन मासों में कृष्ण पक्ष प्रथम पक्ष है।' पद्म पुराण [ ,मत्स्य पुराण, अग्नि पुराण में कृष्ण जन्माष्टमी के माहात्म्य का विशिष्ट उल्लेख है।
छान्दोग्योपनिषद में आया है कि कृष्ण देवकी पुत्र ने घोर आंगिर से शिक्षाएँ ग्रहण कीं। कृष्ण नाम के एक वैदिक कवि थे, जिन्होंने अश्विनों से प्रार्थना की है ।
अनुक्रमणी ने ऋग्वेद को कृष्ण आंगिरस का माना है।
शनिवार, 20 अगस्त 2011
मार-पीट, लाठी चार्ज के बीच चुनाव संपन्न एन एस यु आई के प्रदीप जीते ,महिला कोलेज में ऐ,बी वी पी जीती
मार-पीट, लाठी चार्ज के बीच चुनाव संपन्न एन एस यु आई के प्रमोद डऊकियाजीते ,महिला कोलेज में ऐ,बी वी पी जीती
बाड़मेर । एम् डी एस महा विद्यालय बाड़मेर छात्रसंघ चुनावों के लिए शनिवार शाम महा विद्यालय परिसर के बहार माहौल ख़राब करने का प्रयास कर रहे हुड़दंगी छात्राव को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठिया भांजनी पड़ी ,देर शाम को घोषित नतीजे एन एस यु आई के पक्ष में गए जन्हा प्रमोद डऊकिया अध्यक्ष के लिए चुनाव जीत गए वन्ही गर्ल्स कोलेगे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिसद की चेतना ने जीत हासील की.और संघटक कॉलेजों में कई जगह मारपीट और पुलिस द्वारा लाठियों भांजने की ी घटनाओं के बीच अन्य जगह शांति पूर्ण मतदान संपन्न हुआ।
प्रभा ने विश्वविद्यालय में रचा नया इतिहास
प्रभा ने विश्वविद्यालय में रचा नया इतिहास
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ इतिहास में पहली बार छात्रा अध्यक्ष के रूप में शनिवार को प्रभा चौधरी निर्वाचित हुई। तीसरे मोर्चे की प्रभा ने करीब 1200 मतों से रिकॉर्ड जीत हासिल की है। उपाध्यक्ष पद पर भी तीसरे मोर्चे की ही आभा सिंह चुनी गई। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर पहली बार महिला प्रत्याशियों के चुने जाने पर विश्वविद्यालय परिसर में छात्राओं के चेहरों पर मुस्कान खिल उठी है।
विश्वविद्यालय के इन चुनावों में एनएसयूआई और एबीवीपी को एक-एक सीट से ही संतोष करना पड़ा। महा सचिव पद पर अमित शर्मा चुने गए, जबकि संयुक्त सचिव के रूप में गौरव सैनी का चुनाव हुआ। शौध छात्र प्रतिनिधि के रूप में राहुल ओला का चुनाव हुआ। उधर, महारानी कॉलेज से अध्यक्ष पद का ताज शैफाली मीणा के सर बंधा वहीं महाराजा कॉलेज में जीत का सेहरा लेखराज मीणा के सर बंधा है। जबकि कॉमर्स कॉलेज में मनीष कुमार अध्यक्ष बने हैं।
महारानी कॉलेज
महारानी कॉलेज में शैफाली मीणा, ने अध्यक्ष पद की शपथ ली। महारानी कॉलेज में अध्यक्ष निर्वाचित शेफाली मीणा ने दोनों प्रतिद्वंदियों पूजा भार्गव और नेहा सिंह को हरा जीत हासिल की। शेफाली को 717 वोट मिले जबकि उनके विपक्ष में खड़ी पूजा भार्गव को 570 वोट मिले। नेहा सिंह को 637 वोट ही मिले। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए प्रीति शर्मा को जीत मिली। प्रीति शर्मा के खाते में कुल 676 वोट आए। महासचिव पद के लिए नीलम राठौड़ विजय रहीं। हेमलता राठौड़ सयुंक्त सचिव निर्वाचित हुई हैं।
महाराजा कॉलेज
महाराजा कॉलेज में लेखराज मीणा अध्यक्ष पद के लिए विजयी रहे। वहीं राजेंद्र कुमार उपाध्यक्ष, प्रीतम सिंह बधालिया महासचिव और लेवेंद्र कुमार को संयुक्त सचिव चुना गया है।
शोध छात्र प्रतिनिधि
राजस्थान विवि में शोध छात्र प्रतिनिधि के चुनाव में राहुल ओला ने अपने निकटतम प्र्रतिद्वंद्वी श्याम सुंदर मीणा को दो वोट से हरा कर जीत हासिल की।
कॉमर्स कॉलेज
वहीं कॉमर्स कॉलेज में मनीष कुमार शेषमा ने अध्यक्ष पद की शपथ ली। मनीष यादव उपाध्यक्ष, ब्रजेश मीणा महासचिव और राजवीर संयुक्त सचिव चुने गए हैं।
राजस्थान कॉलेज अध्यक्ष
सुरेंद्र चौधरी
लॉ कॉलेज मॉर्निग अध्यक्ष
अमित कुमार विश्नोई
लॉ कॉलेज ईवनिंग अध्यक्ष
हरिमोहन शर्मा
बीकानेर
के कॉलेज में एबीवीपी की पायल तावनिया अध्यक्ष बनी हैं।
अलवर
के गौरी देवी महिला कॉलेज में मेघा पटेल अध्यक्ष चुनी गई हैं।
भरतपुर
के आरडी गल्र्स कॉलेज में सरिता गर्ग को अध्यक्ष पद पर विजय मिली है।
कोटा
के जेडीबी कन्या महाविद्यालय में एबीवीपी की मोनिका तंवर अध्यक्ष व पूर्ति शर्मा उपाध्यक्ष, आरती संयुक्त सचिव अजति मित्तल महासचिव चुनी गई हैं।
पाली
के बांगड महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर कुलदीप सिंह कुमावत, उपाध्यक्ष पद पर कमलेश डांगी तथा महासचिव पद पर अंकित जैन तीनों एनएसहीयूआई चुने गए।
पाली
के कन्या महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर कृष्णा कंवर, उपाध्यक्ष पद पर प्रकाश कंवर (दोनों एनएसयूआई) तथा संयुक्त सचिव पद पर मदीना (एबीवीपी) चुनी गई।
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ इतिहास में पहली बार छात्रा अध्यक्ष के रूप में शनिवार को प्रभा चौधरी निर्वाचित हुई। तीसरे मोर्चे की प्रभा ने करीब 1200 मतों से रिकॉर्ड जीत हासिल की है। उपाध्यक्ष पद पर भी तीसरे मोर्चे की ही आभा सिंह चुनी गई। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर पहली बार महिला प्रत्याशियों के चुने जाने पर विश्वविद्यालय परिसर में छात्राओं के चेहरों पर मुस्कान खिल उठी है।
विश्वविद्यालय के इन चुनावों में एनएसयूआई और एबीवीपी को एक-एक सीट से ही संतोष करना पड़ा। महा सचिव पद पर अमित शर्मा चुने गए, जबकि संयुक्त सचिव के रूप में गौरव सैनी का चुनाव हुआ। शौध छात्र प्रतिनिधि के रूप में राहुल ओला का चुनाव हुआ। उधर, महारानी कॉलेज से अध्यक्ष पद का ताज शैफाली मीणा के सर बंधा वहीं महाराजा कॉलेज में जीत का सेहरा लेखराज मीणा के सर बंधा है। जबकि कॉमर्स कॉलेज में मनीष कुमार अध्यक्ष बने हैं।
महारानी कॉलेज
महारानी कॉलेज में शैफाली मीणा, ने अध्यक्ष पद की शपथ ली। महारानी कॉलेज में अध्यक्ष निर्वाचित शेफाली मीणा ने दोनों प्रतिद्वंदियों पूजा भार्गव और नेहा सिंह को हरा जीत हासिल की। शेफाली को 717 वोट मिले जबकि उनके विपक्ष में खड़ी पूजा भार्गव को 570 वोट मिले। नेहा सिंह को 637 वोट ही मिले। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए प्रीति शर्मा को जीत मिली। प्रीति शर्मा के खाते में कुल 676 वोट आए। महासचिव पद के लिए नीलम राठौड़ विजय रहीं। हेमलता राठौड़ सयुंक्त सचिव निर्वाचित हुई हैं।
महाराजा कॉलेज
महाराजा कॉलेज में लेखराज मीणा अध्यक्ष पद के लिए विजयी रहे। वहीं राजेंद्र कुमार उपाध्यक्ष, प्रीतम सिंह बधालिया महासचिव और लेवेंद्र कुमार को संयुक्त सचिव चुना गया है।
शोध छात्र प्रतिनिधि
राजस्थान विवि में शोध छात्र प्रतिनिधि के चुनाव में राहुल ओला ने अपने निकटतम प्र्रतिद्वंद्वी श्याम सुंदर मीणा को दो वोट से हरा कर जीत हासिल की।
कॉमर्स कॉलेज
वहीं कॉमर्स कॉलेज में मनीष कुमार शेषमा ने अध्यक्ष पद की शपथ ली। मनीष यादव उपाध्यक्ष, ब्रजेश मीणा महासचिव और राजवीर संयुक्त सचिव चुने गए हैं।
राजस्थान कॉलेज अध्यक्ष
सुरेंद्र चौधरी
लॉ कॉलेज मॉर्निग अध्यक्ष
अमित कुमार विश्नोई
लॉ कॉलेज ईवनिंग अध्यक्ष
हरिमोहन शर्मा
बीकानेर
के कॉलेज में एबीवीपी की पायल तावनिया अध्यक्ष बनी हैं।
अलवर
के गौरी देवी महिला कॉलेज में मेघा पटेल अध्यक्ष चुनी गई हैं।
भरतपुर
के आरडी गल्र्स कॉलेज में सरिता गर्ग को अध्यक्ष पद पर विजय मिली है।
कोटा
के जेडीबी कन्या महाविद्यालय में एबीवीपी की मोनिका तंवर अध्यक्ष व पूर्ति शर्मा उपाध्यक्ष, आरती संयुक्त सचिव अजति मित्तल महासचिव चुनी गई हैं।
पाली
के बांगड महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर कुलदीप सिंह कुमावत, उपाध्यक्ष पद पर कमलेश डांगी तथा महासचिव पद पर अंकित जैन तीनों एनएसहीयूआई चुने गए।
पाली
के कन्या महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर कृष्णा कंवर, उपाध्यक्ष पद पर प्रकाश कंवर (दोनों एनएसयूआई) तथा संयुक्त सचिव पद पर मदीना (एबीवीपी) चुनी गई।
'RSS का हाथ? इनको पागलखाने भेजो
नई दिल्ली।। पब्लिक का भारी सपोर्ट देख अन्ना हजारे नेअपने तेवर सख्त कर लिए हैं। शनिवार को मंच पर आतेही अन्ना ने फिर दहाड़ा। अन्ना ने कहा कि इस देश केखजाने को चोरों से नहीं बल्कि भ्रष्टाचारी नेताओं से खतराहै। शाम को उन्होंने इस आंदोलन के पीछे आरएसएस का हाथ बताने वालों को पागलखाने भेजने की सलाह भी दे दी। उन्होंने कहा कि हम पर बेतुके आरोप लगाए जा रहे हैं।
वहीं टीम अन्ना के एक मेंबर अरविंद केजरीवाल ने कहा किजुडिशरी अकाउंटिबिलिटी बिल भी जो जनता ड्राफ्टकरेगी , वह पारित होना चाहिए। टीम अन्ना ने लोगों से यह आह्वान भी किया कि वे अपने-अपने इलाके के सांसदों पर इस बात का दबाव बनाएं कि वे संसद में जनलोकपाल बिल का समर्थन करें।
शनिवार को रामलीला मैदान में मौजूद अपने समर्थकों सेअन्ना ने कहा कि मैं पूरी तरह स्वस्थ और जन लोकपालविधेयक पारित होने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।हालांकि , मेडिकल रिपोर्ट में उनके वजन में 3.5 किलो कीकमी की बात बताई जा रही है। गौरतलब है कि शुक्रवारको रामलीला पहुंचते ही अन्ना ने यह कहकर चौंका दियाकि बिल पास होने तक वह रामलीला मैदान नहीं छोड़ेंगे। अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा है किसरकारी लोकपाल बिल को पूरी तरह से बदलना होगा , इसमें सुधार या संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं है।
वहीं टीम अन्ना के एक मेंबर अरविंद केजरीवाल ने कहा किजुडिशरी अकाउंटिबिलिटी बिल भी जो जनता ड्राफ्टकरेगी , वह पारित होना चाहिए। टीम अन्ना ने लोगों से यह आह्वान भी किया कि वे अपने-अपने इलाके के सांसदों पर इस बात का दबाव बनाएं कि वे संसद में जनलोकपाल बिल का समर्थन करें।
शनिवार को रामलीला मैदान में मौजूद अपने समर्थकों सेअन्ना ने कहा कि मैं पूरी तरह स्वस्थ और जन लोकपालविधेयक पारित होने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।हालांकि , मेडिकल रिपोर्ट में उनके वजन में 3.5 किलो कीकमी की बात बताई जा रही है। गौरतलब है कि शुक्रवारको रामलीला पहुंचते ही अन्ना ने यह कहकर चौंका दियाकि बिल पास होने तक वह रामलीला मैदान नहीं छोड़ेंगे। अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा है किसरकारी लोकपाल बिल को पूरी तरह से बदलना होगा , इसमें सुधार या संशोधन की कोई गुंजाइश नहीं है।
हवस का शिकार बनाने के बाद नाबालिग लड़की की हत्या
लखनऊ।। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में शुक्रवार को एक व्यक्ति ने 13 साल की एक लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद उसकी हत्या कर दी।
राज्य पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता ने बताया कि लखीमपुर जिले के सिगही थाने के गांव उमरा में शौच के लिए बाहर गई 13 साल की सुन्दरी नाम की एक लड़की को उसी गांव के कमलेश राणा नाम के एक व्यक्ति ने अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
प्रवक्ता ने बताया कि सुन्दरी की मां की ओर से अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।
राज्य पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता ने बताया कि लखीमपुर जिले के सिगही थाने के गांव उमरा में शौच के लिए बाहर गई 13 साल की सुन्दरी नाम की एक लड़की को उसी गांव के कमलेश राणा नाम के एक व्यक्ति ने अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
प्रवक्ता ने बताया कि सुन्दरी की मां की ओर से अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं।
अन्ना के आंदोलन में कॉल गर्ल्स भी कूदीं, रखा एक दिन का उपवास
मेरठ।। जिले में अन्ना के समर्थकों में चिकित्सकों, छात्र, व्यापारी और किसान मजदूर ही नहीं बल्कि शहर के कबाड़ी बाजार की कॉल गर्ल्स भी शामिल हो गई हैं।
आंदोलन में कॉल गर्ल्स ने शुक्रवार शाम को अपने-अपने कोठों की बत्तियां बुझा दीं और एक दिन का उपवास रखा। कॉल गर्ल्स का कहना है कि बेशक लोग उन्हें बुरी नजरों से देखते हैं लेकिन उन्हें भी देश से प्रेम है और इसके लिए वह बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगी।
कोठे की संचालिका ऊषा ने कहा कि भ्रष्टाचार से देश के दूसरे लोगों की तरह कॉल गर्ल्स को भी प्रभावित होना पड़ता है। इसलिए हमने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि यह फैसला कबाड़ी बाजार की सभी कॉल गर्ल्स ने मिल कर लिया है। शुक्रवार को यह फैसला लेने के बाद हमने अपने-अपने कोठों पर अन्ना की तस्वीर के सामने अपने वाद्ययंत्र रख दिए। इसके बाद बत्तियां बुझा दीं और मोमबत्तियां जला कर अन्ना की आरती उतारी।
ऊषा ने कहा कि शुक्रवार को हमारा यह कदम सांकेतिक था लेकिन, अन्ना के साथ अन्याय हुआ तो हम कोठों पर ताला जड़ कर अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतर जाएंगे।
आंदोलन में कॉल गर्ल्स ने शुक्रवार शाम को अपने-अपने कोठों की बत्तियां बुझा दीं और एक दिन का उपवास रखा। कॉल गर्ल्स का कहना है कि बेशक लोग उन्हें बुरी नजरों से देखते हैं लेकिन उन्हें भी देश से प्रेम है और इसके लिए वह बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगी।
कोठे की संचालिका ऊषा ने कहा कि भ्रष्टाचार से देश के दूसरे लोगों की तरह कॉल गर्ल्स को भी प्रभावित होना पड़ता है। इसलिए हमने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि यह फैसला कबाड़ी बाजार की सभी कॉल गर्ल्स ने मिल कर लिया है। शुक्रवार को यह फैसला लेने के बाद हमने अपने-अपने कोठों पर अन्ना की तस्वीर के सामने अपने वाद्ययंत्र रख दिए। इसके बाद बत्तियां बुझा दीं और मोमबत्तियां जला कर अन्ना की आरती उतारी।
ऊषा ने कहा कि शुक्रवार को हमारा यह कदम सांकेतिक था लेकिन, अन्ना के साथ अन्याय हुआ तो हम कोठों पर ताला जड़ कर अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतर जाएंगे।
अन्ना हजारे के अनशन के सौ घंटे पूरे
अन्ना हजारे के अनशन के सौ घंटे पूरे
नई दिल्ली। सशक्त लोकपाल के मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन के शनिवार को सौ घंटे पूरे हो गए। मंगलवार से अनशन कर रहे अन्ना हजारे ने कहा है कि वह तब तक रामलीला मैदान नहीं छोडेंगे जब तक कि सरकार संसद में सशक्त लोकपाल विधेयक पारित नहीं कर देती।
तिहाड जेल में तीन दिन तक अनशन करने के बाद 74 वर्षीय समाज सेवी अपना अनशन जारी रखने के लिए शुक्रवार को रामलीला मैदान पहुंचे थे।
अन्ना हजारे ने कहा है कि वह उपवास के कारण थके नहीं हैं और युवा समर्थकों के समर्थन के कारण उन्हें भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए और ऊर्जा मिल रही है।
भ्रष्टाचार निरोधी प्रभावी लोकपाल विधेयक के समर्थन में अपने अनशन के पांचवें दिन शनिवार को अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में कहा कि आने वाले दिनों में और आंदोलनों की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन भूमि सुधारों, किसान अधिकार और एक बेहतर शिक्षा प्रणाली के लिए होंगे। अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान स्थित मंच से वहां उपस्थित विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह "अपनी मांग नहीं छोड़ेंगे।"
आमरण अनशन के कारण आए थकान के लक्षणों को दरकिनार करते हुए 74वर्षीय अन्ना हजारे ने कहा कि पिछले चार दिनों में मेरा वजन 3.5 किलो कम हुआ है... लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मैं अनशन नहीं छोड़ूंगा...प्रभावी लोकपाल विधेयक हासिल करने तक हम अपना अनशन जारी रखेंगे। गांधीवादी ने यह भी कहा कि एक प्रभावी लोकपाल विधेयक हासिल हो जाने के बाद उनका संघर्ष रूकेगा नहीं।
उन्होंने कहा कि किसानों को आत्महत्या के लिए बाध्य किया जाता है। उनकी भूमि जबरन लेकर बिल्डरों और कम्पनियों को दे दी जाती है...हमें किसानों के लिए लड़ना है। शिक्षा की प्रणाली इतनी भ्रष्ट हो गई है कि हमें अपने बच्चों का दाखिला स्कूलों और कॉलेजों में दिलाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
गांधीवादी ने कहा कि सरकार यह सब जानती है लेकिन कुछ भी नहीं करती। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की एक लम्बी श्रृंखला है और हमें उसे तोड़ना है... हम इस देश में बदलाव लाएंगे।
उन्होंने कहा कि सिर्फ "जन गण मन" गा लेना ही प्रजातंत्र नहीं है। हमें 64 साल बाद भी सही मायने में प्रजातंत्र नहीं मिल पाया है। हम आजाद नहीं हैं। किसानों की जमीन जबरन लेकर बिल्डरों को दी जा रही है। यह कैसा प्रजातंत्र है। जब तक सत्ता प्रजा के हाथ में नहीं, कैसा प्रजातंत्र?
लोकपाल की लड़ाई पूरी हो जाने के बाद अगली लड़ाई किसानों-मजदूरों के लिए लड़नी है। बगैर ग्रामसभा की अनुमति के किसानों की भूमि का अधिग्रहण नहीं हो सकता। हमें यह व्यवस्था सुनिश्चित करानी होगी।
देश की पूरी सम्पत्ति हमारी है, जनता की है। जनता की मर्जी के बगैर कुछ नहीं होगा। सरकारों ने जनता को लूटा है। सरकार पूंजीपतियों को, उद्योगपतियों को कारखाने लगाने के लिए सारी सुविधाएं देती है, और वही कम्पनियां मजदूरों का खून चूसती हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि देश के सामने कई सारे ऎसे ज्वलंत सवाल हैं, जिसके जवाब अब हमें खुद तलाशने होंगे। किसानों का सवाल, मजदूरों का सवाल, अपने होनहारों के लिए शिक्षा का सवाल। इन सभी सवालों को हमें सुलझाना होगा।
ज्ञात हो कि अन्ना हजारे प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर मंगलवार से ही अनशन पर हैं। अनशन शुरू होने से पहले दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर सात दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। लेकिन भारी जन दबाव के कारण उसी दिन शाम को सरकार को उन्हें रिहा करना पड़ा। लेकिन अन्ना हजारे आंदोलन की शर्ते पूरी होने के बाद ही जेल परिसर से बाहर निकले। वह शुक्रवार को रामलीला मैदान पहुंचे।
नई दिल्ली। सशक्त लोकपाल के मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन के शनिवार को सौ घंटे पूरे हो गए। मंगलवार से अनशन कर रहे अन्ना हजारे ने कहा है कि वह तब तक रामलीला मैदान नहीं छोडेंगे जब तक कि सरकार संसद में सशक्त लोकपाल विधेयक पारित नहीं कर देती।
तिहाड जेल में तीन दिन तक अनशन करने के बाद 74 वर्षीय समाज सेवी अपना अनशन जारी रखने के लिए शुक्रवार को रामलीला मैदान पहुंचे थे।
अन्ना हजारे ने कहा है कि वह उपवास के कारण थके नहीं हैं और युवा समर्थकों के समर्थन के कारण उन्हें भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए और ऊर्जा मिल रही है।
भ्रष्टाचार निरोधी प्रभावी लोकपाल विधेयक के समर्थन में अपने अनशन के पांचवें दिन शनिवार को अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में कहा कि आने वाले दिनों में और आंदोलनों की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन भूमि सुधारों, किसान अधिकार और एक बेहतर शिक्षा प्रणाली के लिए होंगे। अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान स्थित मंच से वहां उपस्थित विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह "अपनी मांग नहीं छोड़ेंगे।"
आमरण अनशन के कारण आए थकान के लक्षणों को दरकिनार करते हुए 74वर्षीय अन्ना हजारे ने कहा कि पिछले चार दिनों में मेरा वजन 3.5 किलो कम हुआ है... लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मैं अनशन नहीं छोड़ूंगा...प्रभावी लोकपाल विधेयक हासिल करने तक हम अपना अनशन जारी रखेंगे। गांधीवादी ने यह भी कहा कि एक प्रभावी लोकपाल विधेयक हासिल हो जाने के बाद उनका संघर्ष रूकेगा नहीं।
उन्होंने कहा कि किसानों को आत्महत्या के लिए बाध्य किया जाता है। उनकी भूमि जबरन लेकर बिल्डरों और कम्पनियों को दे दी जाती है...हमें किसानों के लिए लड़ना है। शिक्षा की प्रणाली इतनी भ्रष्ट हो गई है कि हमें अपने बच्चों का दाखिला स्कूलों और कॉलेजों में दिलाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
गांधीवादी ने कहा कि सरकार यह सब जानती है लेकिन कुछ भी नहीं करती। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की एक लम्बी श्रृंखला है और हमें उसे तोड़ना है... हम इस देश में बदलाव लाएंगे।
उन्होंने कहा कि सिर्फ "जन गण मन" गा लेना ही प्रजातंत्र नहीं है। हमें 64 साल बाद भी सही मायने में प्रजातंत्र नहीं मिल पाया है। हम आजाद नहीं हैं। किसानों की जमीन जबरन लेकर बिल्डरों को दी जा रही है। यह कैसा प्रजातंत्र है। जब तक सत्ता प्रजा के हाथ में नहीं, कैसा प्रजातंत्र?
लोकपाल की लड़ाई पूरी हो जाने के बाद अगली लड़ाई किसानों-मजदूरों के लिए लड़नी है। बगैर ग्रामसभा की अनुमति के किसानों की भूमि का अधिग्रहण नहीं हो सकता। हमें यह व्यवस्था सुनिश्चित करानी होगी।
देश की पूरी सम्पत्ति हमारी है, जनता की है। जनता की मर्जी के बगैर कुछ नहीं होगा। सरकारों ने जनता को लूटा है। सरकार पूंजीपतियों को, उद्योगपतियों को कारखाने लगाने के लिए सारी सुविधाएं देती है, और वही कम्पनियां मजदूरों का खून चूसती हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि देश के सामने कई सारे ऎसे ज्वलंत सवाल हैं, जिसके जवाब अब हमें खुद तलाशने होंगे। किसानों का सवाल, मजदूरों का सवाल, अपने होनहारों के लिए शिक्षा का सवाल। इन सभी सवालों को हमें सुलझाना होगा।
ज्ञात हो कि अन्ना हजारे प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर मंगलवार से ही अनशन पर हैं। अनशन शुरू होने से पहले दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर सात दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। लेकिन भारी जन दबाव के कारण उसी दिन शाम को सरकार को उन्हें रिहा करना पड़ा। लेकिन अन्ना हजारे आंदोलन की शर्ते पूरी होने के बाद ही जेल परिसर से बाहर निकले। वह शुक्रवार को रामलीला मैदान पहुंचे।
स्थाई वारंटी को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया।
स्थाई वारंटी को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया।
जैसलमेर सीमावर्ती जैसल्म्वेर जिले की पुलिस ने स्थाई वारंटी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की , जिला पुलिस अधीक्षक .ममता बिश्नोईने बताया कि:पुलिस कार्य योजना के तहत जिले के समस्त थानाधिकारियों को स्थाई वारण्टियों, उद्घोषित अपराधियों एवं भगौडों के खिलाफ एक अभियान चलाने के निर्देश दिये गये थे, उस अभियान के फलस्वरूप पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर द्वारा आज दिनांक 20-08-2011 को दुर्गाराम उनि, जालम सिंह कानि 237, विक्रम सिंह कानि 580 ने श्रीमान सीेजेएम सा0 न्यायालय जैसलमेर के कोर्ट केस न0 155/08 में लम्बे समय से चल रहे स्थाई वारंटी भगवान सिंह पुत्र कमल सिंह जाति राजपूत उम्र 35 साल नि0 छतांगर पुलिस थाना खुहडी जिला जैसलमेर को गिरफ्तार कर श्रीमान सीजेएम कोर्ट जैसलमेर मे पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया।
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