मेरठ।। जिले में अन्ना के समर्थकों में चिकित्सकों, छात्र, व्यापारी और किसान मजदूर ही नहीं बल्कि शहर के कबाड़ी बाजार की कॉल गर्ल्स भी शामिल हो गई हैं।
आंदोलन में कॉल गर्ल्स ने शुक्रवार शाम को अपने-अपने कोठों की बत्तियां बुझा दीं और एक दिन का उपवास रखा। कॉल गर्ल्स का कहना है कि बेशक लोग उन्हें बुरी नजरों से देखते हैं लेकिन उन्हें भी देश से प्रेम है और इसके लिए वह बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगी।
कोठे की संचालिका ऊषा ने कहा कि भ्रष्टाचार से देश के दूसरे लोगों की तरह कॉल गर्ल्स को भी प्रभावित होना पड़ता है। इसलिए हमने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि यह फैसला कबाड़ी बाजार की सभी कॉल गर्ल्स ने मिल कर लिया है। शुक्रवार को यह फैसला लेने के बाद हमने अपने-अपने कोठों पर अन्ना की तस्वीर के सामने अपने वाद्ययंत्र रख दिए। इसके बाद बत्तियां बुझा दीं और मोमबत्तियां जला कर अन्ना की आरती उतारी।
ऊषा ने कहा कि शुक्रवार को हमारा यह कदम सांकेतिक था लेकिन, अन्ना के साथ अन्याय हुआ तो हम कोठों पर ताला जड़ कर अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतर जाएंगे।
आंदोलन में कॉल गर्ल्स ने शुक्रवार शाम को अपने-अपने कोठों की बत्तियां बुझा दीं और एक दिन का उपवास रखा। कॉल गर्ल्स का कहना है कि बेशक लोग उन्हें बुरी नजरों से देखते हैं लेकिन उन्हें भी देश से प्रेम है और इसके लिए वह बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेंगी।
कोठे की संचालिका ऊषा ने कहा कि भ्रष्टाचार से देश के दूसरे लोगों की तरह कॉल गर्ल्स को भी प्रभावित होना पड़ता है। इसलिए हमने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि यह फैसला कबाड़ी बाजार की सभी कॉल गर्ल्स ने मिल कर लिया है। शुक्रवार को यह फैसला लेने के बाद हमने अपने-अपने कोठों पर अन्ना की तस्वीर के सामने अपने वाद्ययंत्र रख दिए। इसके बाद बत्तियां बुझा दीं और मोमबत्तियां जला कर अन्ना की आरती उतारी।
ऊषा ने कहा कि शुक्रवार को हमारा यह कदम सांकेतिक था लेकिन, अन्ना के साथ अन्याय हुआ तो हम कोठों पर ताला जड़ कर अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतर जाएंगे।
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