जयपुर टिकट मांगने आये कर्नल सोनाराम चौधरी को सैनी ने हवामहल घूमने की सलाह दी*
*अध्यक्ष के इस तरह के बयान के बाद कर्नल की दावेदारी पर सवालिया निशान*
जैसलमेर-बाड़मेर से भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सांसद कर्नल सोनाराम ने बीजेपी ऑफिस आकर अपनी दावेदारी जताने का प्रयास किया है, लेकिन उनको अभी भी टिकट के लिए कोई पुख्ता आश्वासन नहीं दिया गया है।
बल्कि कार्यकर्ताओं के सामने पार्टी अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने सभी कार्यकर्ताओं और खुद सोनाराम चौधरी को कहा कि “आप इतनी दूर से आए हैं तो जयपुर में हवा महल घूमने जरूर जाएं”, इसके मायने अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन सियासत में इस तरह के शब्द अपने आप में एक बड़ा बयान है। कहने से साफ जाहिर होता है कि भारतीय जनता पार्टी कर्नल सोनाराम का टिकट काट रही है, और उनके कार्यकर्ताओं को हवा महल देखने, घूमने और फ्री रहने का संदेश दे रही है।
इससे पहले बीजेपी ऑफिस के बड़े हॉल में अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कर्नल सोनाराम चौधरी के साथ जैसलमेर-बाड़मेर से आये करीब 200 कार्यकर्ताओं के समक्ष कहा कि आपका टिकट पक्का है, लेकिन घोषणा केंद्र से ही होगी।
मदन लाल सैनी के साथ मुलाकात के बाद कर्नल सोनाराम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी जताने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय का रुख किया है।
उन्होंने पिछले दिनों अशोक गहलोत से मुलाकात के वक्त टिकट की मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अशोक गहलोत के द्वारा हर्निया का ऑपरेशन करवाया गया था और उनकी तबीयत खराब थी। जिसके चलते वह मिलने गए थे, इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।
सोनाराम चौधरी ने कहा कि यह कोई गुप्त मुलाकात नहीं थी। मीडिया के लोग मौजूद और 200 से ज्यादा किसान मौजूद थे। अशोक गहलोत के साथ मुलाकात नहीं हुई, लेकिन तभी से चर्चाओं का दौर जोरों पर है कि सोनाराम काग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं, और जैसलमेर-बाड़मेर से टिकट मांग रहे हैं।
आज ही सोनाराम ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके निवास पर मुलाकात कर अपने टिकट की दावेदारी जताई है। साथ ही साथ उन्होंने प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर से भी मिले हैं, प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रशेखर से भी मुलाकात कर अपनी दावेदारी जताई है।
उन्होंने कहा कि पार्टी टिकट देती है या नहीं देती है, यह कोई मायने नहीं रखता है। बड़ी बात यह है कि वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपनी पार्टी में टिकट की दावेदारी जताने आए हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी महेंद्र चौधरी द्वारा टिकट की दावेदारी जताने के सवाल पर सोनाराम ने कहा कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी, वह उनका लुकआउट है, मेरा काम दावेदारी जिताना है और मैंने आज पार्टी कार्यालय में सभी बड़े नेताओं के सामने अपनी बात रख दी है, आगे फैसला पार्टी को करना है।
गौरतलब है कि लगातार कर्नल सोनाराम का टिकट कटने की बात सामने आती रही हैं। 3 दिन पहले पार्टी के द्वारा प्रदेश के 16 सांसदों के टिकट फाइनल करने के बाद सोनाराम की धड़कनें तेज हो गई है। इसी के चलते हुए सोनाराम ने लगातार पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर टिकट देने की अपील कर रहे हैं।
टिकट कटने की स्थिति में निर्दलीय चुनाव लड़ने या अन्य किसी पार्टी से चुनाव मैदान में उतरने के सवाल पर सोनाराम ने पूरी तरह से खारिज नहीं किया, लेकिन सवाल का जवाब भी नहीं दिया। इससे इन शंकाओं को जोर मिलने लगा है कि यदि पार्टी टिकट नहीं देती है तो वह निर्दलीय भी मैदान में उतर सकते हैं।
*अध्यक्ष के इस तरह के बयान के बाद कर्नल की दावेदारी पर सवालिया निशान*
जैसलमेर-बाड़मेर से भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सांसद कर्नल सोनाराम ने बीजेपी ऑफिस आकर अपनी दावेदारी जताने का प्रयास किया है, लेकिन उनको अभी भी टिकट के लिए कोई पुख्ता आश्वासन नहीं दिया गया है।
बल्कि कार्यकर्ताओं के सामने पार्टी अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने सभी कार्यकर्ताओं और खुद सोनाराम चौधरी को कहा कि “आप इतनी दूर से आए हैं तो जयपुर में हवा महल घूमने जरूर जाएं”, इसके मायने अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन सियासत में इस तरह के शब्द अपने आप में एक बड़ा बयान है। कहने से साफ जाहिर होता है कि भारतीय जनता पार्टी कर्नल सोनाराम का टिकट काट रही है, और उनके कार्यकर्ताओं को हवा महल देखने, घूमने और फ्री रहने का संदेश दे रही है।
इससे पहले बीजेपी ऑफिस के बड़े हॉल में अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कर्नल सोनाराम चौधरी के साथ जैसलमेर-बाड़मेर से आये करीब 200 कार्यकर्ताओं के समक्ष कहा कि आपका टिकट पक्का है, लेकिन घोषणा केंद्र से ही होगी।
मदन लाल सैनी के साथ मुलाकात के बाद कर्नल सोनाराम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी जताने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय का रुख किया है।
उन्होंने पिछले दिनों अशोक गहलोत से मुलाकात के वक्त टिकट की मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अशोक गहलोत के द्वारा हर्निया का ऑपरेशन करवाया गया था और उनकी तबीयत खराब थी। जिसके चलते वह मिलने गए थे, इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।
सोनाराम चौधरी ने कहा कि यह कोई गुप्त मुलाकात नहीं थी। मीडिया के लोग मौजूद और 200 से ज्यादा किसान मौजूद थे। अशोक गहलोत के साथ मुलाकात नहीं हुई, लेकिन तभी से चर्चाओं का दौर जोरों पर है कि सोनाराम काग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं, और जैसलमेर-बाड़मेर से टिकट मांग रहे हैं।
आज ही सोनाराम ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके निवास पर मुलाकात कर अपने टिकट की दावेदारी जताई है। साथ ही साथ उन्होंने प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर से भी मिले हैं, प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रशेखर से भी मुलाकात कर अपनी दावेदारी जताई है।
उन्होंने कहा कि पार्टी टिकट देती है या नहीं देती है, यह कोई मायने नहीं रखता है। बड़ी बात यह है कि वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपनी पार्टी में टिकट की दावेदारी जताने आए हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी महेंद्र चौधरी द्वारा टिकट की दावेदारी जताने के सवाल पर सोनाराम ने कहा कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी, वह उनका लुकआउट है, मेरा काम दावेदारी जिताना है और मैंने आज पार्टी कार्यालय में सभी बड़े नेताओं के सामने अपनी बात रख दी है, आगे फैसला पार्टी को करना है।
गौरतलब है कि लगातार कर्नल सोनाराम का टिकट कटने की बात सामने आती रही हैं। 3 दिन पहले पार्टी के द्वारा प्रदेश के 16 सांसदों के टिकट फाइनल करने के बाद सोनाराम की धड़कनें तेज हो गई है। इसी के चलते हुए सोनाराम ने लगातार पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर टिकट देने की अपील कर रहे हैं।
टिकट कटने की स्थिति में निर्दलीय चुनाव लड़ने या अन्य किसी पार्टी से चुनाव मैदान में उतरने के सवाल पर सोनाराम ने पूरी तरह से खारिज नहीं किया, लेकिन सवाल का जवाब भी नहीं दिया। इससे इन शंकाओं को जोर मिलने लगा है कि यदि पार्टी टिकट नहीं देती है तो वह निर्दलीय भी मैदान में उतर सकते हैं।