शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

राजस्थान शिक्षा में अव्वल, शिक्षकों का योगदान अतुलनीय - श्री देवनानी



राजस्थान शिक्षा में अव्वल, शिक्षकों का योगदान अतुलनीय - श्री देवनानी
शिक्षा राज्यमंत्री ने किया शिक्षक सम्मेलनों को संबोधित

कहा, शिक्षकों की ज्यादातर समस्याओं का समाधान हुआ

शिक्षक वर्ग विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाने में करे सहयोग

विद्यादान कोष में सहयोग की अपील, राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन ने किया आर्थिक सहयोग

जारी रहेगा विद्या दान अभियान, राज्य के स्कूलों की बदलेगी सूरत

अजमेर, 15 सितम्बर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में देश ने ऊंची छलांग लगायी है। यह मुकाम राजस्थान के शिक्षकों की कड़ी मेहनत से हासिल हुआ है। आज सरकारी स्कूल अभिभावकाें की पहली पसन्द बनने लगे हैं। प्रदेश में 17 लाख से अधिक नामांकन बढ़ा है। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाए और देश के विकास एवं उत्थान में सहयोगी बनें। उन्होंने शिक्षकों से विद्यादान कोष में सहयोग की अपील की।

शिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी ने आज अजमेर में विभिन्न शिक्षक संघों के शैक्षिक सम्मेलनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने पिछले साढ़े तीन सालों के कार्यकाल में शिक्षकों की दशकों पुरानी समस्याओं का निस्तारण किया है। एक लाख से अधिक शिक्षकों का प्रमोशन किया गया। रिक्त पदो की संख्या बहुत कम हो गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि शेष रही मांगों का भी तुरन्त निराकरण किया जाए।

उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है। यह उपलब्धि टीम एज्यूकेशन राजस्थान की हैं। शिक्षकों की कड़ी मेहनत से हमे यह मुकाम हासिल हुआ है। हम अपने इन प्रयासों को और अधिक तेज करें तथा विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाकर राष्ट्र के विकास के भागीदार बनें।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा पूरे देश में रोल मॉडल बनती जा रही है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। पिछले एक साल में पेरेंट-टीचर मीटिंग तथा शिक्षक-अभिभावक समितियों के माध्यम से 35 लाख पेरेंट्स ने सरकारी स्कूलों पर भरोसा किया है। राज्य सरकार और शिक्षकों के साझा प्रयास अब रंग ला रहे हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणामों में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि शिक्षा के सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है। अब केंद्र सरकार के स्तर पर भी राजस्थान को रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।

उन्होंने राज्य के शिक्षकों एवं समाज के भामाशाहों से विद्या के लिए विद्यादान कोष में दिल खोलकर दान देने की अपील की है। शिक्षा में सामाजिक सहभागिता के तहत चलाए जा रहे इस अभियान से प्राप्त राशि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं के विकास में ही खर्च की जाएगी।

इस अवसर पर महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, श्री सीताराम शर्मा, राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम और राधाकृष्णन के सदस्य उपस्थित थे।



इंटरर्नशिप कार्यक्रम हेतु राजकीय विद्यालयों का आवंटन अब ऑनलाईन होगा
अजमेर, 15 सितम्बर। बीएड अथवा डीएलएड के प्रशिक्षाणार्थियों को इंटरर्नशिप कार्यक्रम हेतु राजकीय विद्यालयों का संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक शिक्षा द्वारा शालादर्पण पोर्टल से अब ऑनलाईन आवंटन किया जायेगा।

शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि इसके अंतर्गत समस्त शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों (राजकीय एंव निजी) के प्रार्चायाें द्वारा उनके महाविद्यालय लोगिन के माध्यम से उनके विद्यालय में अध्ययनरत समस्त प्रशिक्षाणार्थियों की प्रविष्टी की जायेगी। उसके पश्चात महाविद्यालयों द्वारा प्रशिक्षाणार्थियों से इंटरर्नशिप हेतु उनकी प्राथमिकता लिखित में लिया जाकर उनकी जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता लॉगिन पर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षाणार्थियों की महाविद्यालय द्वारा लॉगिन की गयी जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता को संबंधित प्रशिक्षाणार्थी विद्यालय की लोगिन आई.डी. पर ऑनलाईन देख सकेंगें। यदि प्रशिक्षाणार्थी द्वारा विद्यालय आवंटन हेतु जिला/ब्लॉक की प्राथमिकता परिवर्तन करनी हो या महाविद्यालय ने किसी प्रशिक्षाणार्थी के जिला ब्लॉक का गलत चयन कर दिया तो संबंधित प्रशिक्षणार्थी शालादर्पण पोर्टल पर स्वयं 18 सितम्बर तक ऑनलाईन इन्टर्रन6िाप मॉड्यूल पर परिवर्तन कर सकता है। इसके पश्चात किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जा सकेगा। जिला/ब्लॉक का संशोधन एक बार महाविद्यालय/विद्यालय द्वारा पोर्टल पर दर्ज करवाने के पश्चात प्रशिक्षणार्थी द्वारा 18 सितम्बर तक ही किया जा सकेगा, महाविद्यालय/विद्यालय द्वारा संशोधन नही किया जा सकेगा।

श्री देवनानी ने बताया कि दिव्यांग श्रेणी के प्रशिक्षाणार्थियों को असुविधाजनक विद्यालय आवंटन होने की स्थिती में वह अपनी परिवेदना संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा को 29 सितम्बर तक दे सकेगा। यदि किसी महाविद्यालय या संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को इंटरर्नशिप के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना या तकनीकी सहायता की आवश्यकता हो तो वह पदजमतदेतंर/हउंपसण्बवउ इ-मेल पर सम्पर्क कर सकता है। प्रथम चरण हेतु पदजमतदेीपच कार्यक्रम की निर्धारित समय सीमा में निम्नानुसार संशोधन किया गया है ः-

बाड़मेर इंटरर्नशिप के लिए राजकीय विद्यालयों का आवंटन अब ऑनलाईन होगा



बाड़मेर  इंटरर्नशिप के लिए राजकीय विद्यालयों का आवंटन अब ऑनलाईन होगा
बाड़मेर, 15 सितंबर। बीएड अथवा डीएलड के प्रशिक्षाणार्थियों को इंटरर्नशिप के लिए राजकीय विद्यालयों का आवंटन संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक शिक्षा शाला दर्पण पोर्टल के जरिए ऑनलाईन आवंटन करेंगे।

नवीन प्रक्रिया के तहत समस्त राजकीय एवं निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने महाविद्यालय लोगिन के माध्यम से उनके विद्यालय में अध्ययनरत समस्त प्रशिक्षाणार्थियों की प्रविष्टी करेंगे। उसके पश्चात महाविद्यालयों की ओर से प्रशिक्षाणार्थियों से इंटरर्नशिप के लिए उनकी प्राथमिकता लिखित में लिया जाकर उनकी जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता लॉगिन पर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशिक्षाणार्थियों के महाविद्यालय की ओर से लॉगिन की गई जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता को संबंधित प्रशिक्षाणार्थी विद्यालय की लोगिन आई.डी. पर ऑनलाईन देख सकेंगें। यदि प्रशिक्षाणार्थी को विद्यालय आवंटन के लिए जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता परिवर्तन करनी हो या महाविद्यालय ने किसी प्रशिक्षाणार्थी के जिला ब्लॉक का गलत चयन कर दिया तो संबंधित प्रशिक्षणार्थी शाला दर्पण पोर्टल पर स्वयं 18 सितम्बर तक ऑनलाईन इन्टर्रनशिप मॉड्यूल पर परिवर्तन कर सकता है। इसके पश्चात किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जा सकेगा। जिला, ब्लॉक का संशोधन एक बार महाविद्यालय, विद्यालय की ओर से पोर्टल पर दर्ज करवाने के पश्चात प्रशिक्षणार्थी 18 सितंबर तक कर सकते है। इस दौरान महाविद्यालय, विद्यालय की ओर से संशोधन नहीं किया जा सकेगा। दिव्यांग श्रेणी के प्रशिक्षाणार्थियों को असुविधाजनक विद्यालय आवंटन होने की स्थिति में वह अपनी परिवेदना संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा को 29 सितम्बर तक दे सकेगा। यदि किसी महाविद्यालय या संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को इंटरर्नशिप के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना या तकनीकी सहायता की आवश्यकता हो तो वह internsraj@gmail.com ई-मेल पर संपर्क कर सकता है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार महाविद्यालय 18 सितंबर तक द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियांे का पंजीयन करेंगे। प्रशिक्षणार्थियांे की ओर से 18 सितंबर तक इंटर्नशिप रिक्वेस्ट एवं संशोधन किया जा सकेगा। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा प्रथम चरण के लिए 19 एवं 20 सितंबर तक प्रथम विद्यालय आवंटन करेंगे। इसके उपरांत 21 एवं 22 संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा प्रथम चरण के लिए द्वितीय विद्यालय आवंटन करेंगे। इसके बाद प्रशिणाक्षार्थियांे को आगामी सात दिन के भीतर आवंटित किए गए विद्यालय मंे रिपोर्टिंग करनी होगी।

पंचायती राज संस्थाओं के उप चुनाव क्षेत्रों में सूखा दिवस घोषित
बाड़मेर, 14 सितंबर। राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर राज्य की पंचायती राज संस्थाओं में रिक्त हुए पंच एवं सरपंचों के स्थानों के लिए होने जा रहे उप चुनाव के चलते संबंधित चुनाव क्षेत्रों एवं इनसे लगते हुए 5 किलोमीटर परिधीय क्षेत्रों में 16 सितंबर को सायं 5 बजे से 18 सितंबर को मतगणना समाप्ति तक सूखा दिवस घोषित किया है। इसी तरह पंचायती समिति सदस्यों के उप चुनाव के लिए 20 सितंबर सायं 5 बजे से 22 सितंबर सायं 5 बजे तक एवं 25 सितंबर को मतगणना समाप्ति तक सूखा दिवस घोषित किया गया है।

जीएसटी माइग्रेशन करवाने के निर्देश, हैल्प डेस्क स्थापित
बाड़मेर, 14 सितंबर। वाणिज्यिक कर विभाग वृत बाड़मेर में पंजीकृत समस्त व्यवहारी , जिन्होंने जीएसटी वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम के तहत माइग्रेशन नही करवाया है, वे आवश्यक दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड करवाएं। इसके लिए हैल्प डेस्क भी स्थापित की गई है।

वाणिज्यिक कर विभाग के सहायक आयुक्त भरतसिंह शेखावत ने बताया कि ऐसे व्यवहारी अपने अधिकृत प्रतिनिधि अथवा स्वयं फर्म से संबंधित वाँछित दस्तावेज फोटो, निरस्त चेक, व्यवसाय स्थल का पता प्रमाण जीएसटी साइट पर अपलोड करें। उन्हांेने बताया कि उक्त माइग्रेशन से संबंधित दस्तावेजों को अपलोड एवं किसी भी प्रकार की समस्या के निवारण के लिए वृत्त कार्यालय में संचालित हेल्प डेस्क पर सप्ताह में सातांे दिन कार्यालय समय मे संपर्क कर माइग्रेशन का कार्य पूर्ण कराने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। उन्हांेने बताया कि इस कार्य को नियत समय मंे पूर्ण करके पंजीयन निरस्तीकरण,शास्तियों एवं व्यापार में उत्पन्न कठिनाई से बच सकते है।

पैरा लीगल वालेन्टियर्स के लिए आवेदन आमंत्रित
बाड़मेर, 15 सितंबर। जिला मुख्यालय एवं ताल्लुका स्तर पर पैरा लीगल वालेन्टियर्स के पदांे पर चयन के लिए पात्र अभ्यर्थियांे से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए है।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला तथा सेशन न्यायाधीश ने बताया कि पैरा लीगल वालेन्टियर्स के पद के लिए आवेदक की शैक्षणिक योग्यता राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सैकंडराी अथवा सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए। अभ्यर्थी को देवनागरी लिपि मंे हिन्दी लिखने तथा पढ़ने की अच्छी एवं व्यापक जानकारी होनी चाहिए। आवेदक के चयन के लिए साक्षात्कार के बाद प्रशिक्षण दिया जाएगा। सफल घोषित होने वाले आवेदकांे को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पहचान पत्र दिया जाएगा। आवेदक को दो प्रतिष्ठित व्यक्तियांे की ओर से जारी चरित्र प्रमाण पत्र पेश करने होंगे। उन्हांेने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर रखी गई है। तालुका विधिक सेवा समिति बाड़मेर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या 1, सिविल न्यायाधीश सिवाना स्तर के आवेदनकर्ता ताल्लुका विधिक सेवा समिति कार्यालय पर भी आवेदन जमा करा सकते है।

पंचायतीराज उप चुनाव के लिए मतदान केन्द्र स्थापित
बाड़मेर, 15 सितंबर। बाड़मेर जिले मंे पंचायतीराज उप चुनाव के लिए मतदान केन्द्र स्थापित किए गए है। इसके तहत 18 एवं 22 सितंबर को मतदान होगा।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि पंचायतीराज उप चुनाव के तहत पंचायत समिति सदस्य, वार्ड, उप सरपंच पद के निर्वाचन के लिए 25 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए है। मतदान केन्द्र पर मतदान दल पंच चुनाव के लिए 17 सितंबर एवं पंचायत समिति सदस्य चुनाव के लिए 21 सितंबर की सांय संबंधित मतदान केन्द्र पर पहुंचेंगे।

ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाने के निर्देश
बाड़मेर, 15 सितंबर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने उप वन संरक्षक एवं राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बालोतरा को ओजोन परत संरक्षण दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए है।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने 16 सितंबर को ओजोन परत संरक्षण दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं, जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाकर इसकी रिपोर्ट 30 सितंबर तक पर्यावरण विभाग को भिजवाने के निर्देश दिए है।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मांगी रिपोर्ट
बाड़मेर, 15 सितंबर। राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने बाड़मेर की बालिका के प्रकरण मंे प्रसंज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।

राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने बताया कि बाड़मेर की बालिका के प्रकरण में प्रसंज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से मामले की जानकारी ली गई। पुलिस अधीक्षक को इस प्रकरण मंे हर पहलू के आधार पर गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए है।

 





 
 

बाड़मेर ग्राम पंचायतांे को ओडीएफ घोषित करवाने को समन्वित प्रयास करेंःनकाते



बाड़मेर ग्राम पंचायतांे को ओडीएफ घोषित करवाने को समन्वित प्रयास करेंःनकाते
-स्वच्छता अभियान मंे बेहतरीन कार्य करने वाले जन प्रतिनिधियांे एवं कार्मिकांे का हुआ सम्मान
बाड़मेर, 15 सितंबर। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त कराकर ओडीएफ घोषित करवाने के लिए जन प्रतिनिधि एवं कार्मिक मिलकर प्रयास करें। ग्रामीणांे को अपने घरांे मंे शौचालय निर्माण एवं उसका उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने शुक्रवार को रामसर एवं गडरारोड़ पंचायत समिति मुख्यालय पर आयोजित स्वच्छ भारत मिशन कार्यशाला मंे संभागियांे को संबोधित करते हुए कही।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि शौचालय निर्माण से वंचित ग्रामीणांे को प्रोत्साहित करने के लिए मिशन मोड पर कार्य किया जाए। उन्हांेने कहा कि ग्राम पंचायतांे को ओडीएफ घोषित करवाने के लिए जन प्रतिनिधियांे, विभागीय कार्मिकांे एवं गणमान्य नागरिकांे का सहयोग लेते हुए ग्रामीणांे को स्वच्छ भारत मिशन से जोड़ा जाए। जिला कलक्टर नकाते ने कहा कि शौचालयों के निर्माण के साथ-साथ फीडिंग, वैरिफिकेशन तथा भुगतान के कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करने के साथ इसकी नियमित रूप से रिपोर्ट भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत सक्रिय रूप से कार्य करने वाले जनप्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों के अनुभवों का लाभ लेते हुए शेष ग्राम पंचायतों को निर्धारित समय सीमा में ओडीएफ बनाने के लिए गंभीरता से कार्य करें। इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत बेहतरीन कार्य करने वाली रामसर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चाडी, खारिया राठौड़ान, पांधी का पार, रामसर, तामलियार एवं गडरारोड़ पंचायत समिति की बालेबा, बंधड़ा, खारची, खुड़ाली, फोगेरा, शहदाद का पार एवं झणकली के सरपंच, ग्रामसेवक एवं पंचायत सहायकांे को सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि शेष ग्राम पंचायतांे को ओडीएफ बनाने के लिए वातावरण निर्माण के लिए लगातार प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि जहां-जहां शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो चुका है उनका वेरिफिकेशन करवाकर भुगतान के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जिला कलक्टर नकाते ने रामसर पंचायत समिति मुख्यालय पर स्वच्छ भारत मिशन के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के लिए स्वच्छता रथ एवं कला जत्था दल को झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला कलक्टर ने प्रत्येक ग्राम पंचायतवार प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित सरपंच एवं ग्रामसेवक से ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करवाने की कार्य योजना का घोषणा पत्र भी लिया। रामसर पंचायत समिति मुख्यालय पर प्रधान मेहरा, उपखंड अधिकारी विजयसिंह नाहटा, विकास अधिकारी हनुवीरसिंह, तहसीलदार, अतिरिक्त ब्लाक शिक्षा अधिकारी कमलसिंह समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। इसी तरह गडरारोड़ पंचायत समिति मुख्यालय पर प्रधान तेजाराम मेघवाल, पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, विकास अधिकारी गणपतलाल सुथार समेत विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। जिला कलक्टर नकाते ने रामसर एवं गडरारोड़ पंचायत समिति मुख्यालय पर उपस्थित संभागियांे को स्वच्छ भारत मिशन संबंधित शपथ दिलाई। इससे पहले जिला कलक्टर ने रामसर उपखंड मुख्यालय का निरीक्षण किया।

उचित मूल्य दुकानों के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित

बाड़मेर, 15 सितंबर। जिले में रिक्त एवं नवसृजित उचित मूल्य दुकानों के लिए इच्छुक एवं पात्र व्यक्तियों से राजस्थान खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक पदार्थ (वितरण का विनियमन) आदेश 1976 के खण्ड 3 (1) के तहत प्राधिकार पत्र जारी करने हेतु आवेदन पत्र आमन्त्रित किए गए है।

जिला रसद अधिकारी अशोक सांगवा ने बताया कि जिला रसद कार्यालय बाडमेर से सशुल्क आवेदन पत्र 18 सितंबर से प्राप्त किये जाकर निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र आवश्यक दस्तावेजों के साथ 6 अक्टूबर को सायं 6 बजे तक जमा करवाये जा सकते है। उन्होने बताया कि बाडमेर तहसील क्षेत्र में वितरण केन्द्र तिरसंगडी, महाबार, महाबार अतिरिक्त, मगरा, बाडमेर मगरा (न्यू कवास) धोनरीनाडी, शिवकर, लेगो की ढाणी, कवास द्वितीय, बोथिया जागीर एवं बूठ जेतमाल, रामसर तहसील क्षेत्र में गरडिया, उभरे का पार, जाखड़ों का तला, चाडी एवं खारिया, बायतु तहसील क्षेत्र में बोडवा, गिडा तहसील क्षेत्र में कानोड द्वितीय एवं खारडा भारतसिंह, शिव तहसील क्षेत्र में गुंगा, हडवेचा एवं पौषाल, गडरारोड तहसील क्षेत्र में बडी खडीन एवं पाबुसरी, चौहटन तहसील क्षेत्र में चौहटन, बावडीकला, कापराउ, छोटा भोजारिया, जैसार, रामदेरिया, बिसारणिया प्रथम एवं बिसारणिया द्वितीय, सेडवा तहसील क्षेत्र में सिहाणीया, जानपालिया, बामण्डला डेर, सारला, धुडावा, नवातला, तरला, साता, पाण्डरवाली, बोली द्वितीय, बीजासर द्वितीय, सोमराड, जाखडो का तला एवं बामणोर, धोरीमना तहसील क्षेत्र में रोहिला, लुखु, भीलों की बस्ती, कातरला, कोठाला एवं मेहलू, गुडामालानी तहसील क्षेत्र में गुडामालानी, गुडामालानी, भैडाना, बांकाणी सारणों की ढाणी एवं खुबडी, सिणधरी तहसील क्षेत्र में खारीयाखुर्द, एड मानजी, धोबली, खारा महेचान एवं लोहीडा, नगर परिषद बालोतरा क्षेत्र में वार्ड संख्या 35, पचपदरा तहसील क्षेत्र में केसरपुरा, टापरा, कालुडी, बडनावा जागीर, कुडी, डोली एवं कांकरला, सिवाना तहसील क्षेत्र में रेलों की ढाणी, भीमगोडा, काठाडी, पिपलून, मोकलसर द्वितीय एवं मोकलसर तृतीय तथा समदडी तहसील क्षेत्र में देवडा, समदडी एवं फुलण वितरण केन्द्र के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए है। उन्होने बताया कि आवेदन पत्र की आवश्यक जांच के बाद आवेदक को व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए आवंटन सलाहकार समिति के समक्ष उपस्थित होना होगा एवं चयन कमेटी की अभिशंषा पर जिला कलक्टर द्वारा उचित मूल्य दुकान के आवंटन का निर्णय लिया जाएगा।

चिकित्सा परामर्श सेवाएं अत्यावश्यक सेवाएं घोषित

बाड़मेर, 15 सितंबर। राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर तुरन्त प्रभाव से 108 आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ 104 जननी एक्सप्रेस एवं 104 टोल फ्री चिकित्सा परामर्श सेवाओं को 16 सितम्बर 2017 से आगामी छः माह तक अत्यावश्यक सेवा घोषित कर दिया है।

अधिसूचना के अनुसार इनके संचालन सेवा प्रदाता कम्पनी जीवीके ईएमआरआई के माध्यम से इनिटग्रेटेड एम्बूलेंस प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है के समस्त कार्यालय एवं कर्मचारियों तथा उसके कार्यकलापों सेे सम्बन्धित समस्त सेवाओं को 16 सितम्बर से आगामी छः माह तक अत्यावश्यक सेवा घोषित कर दिया है।

बाड़मेर "माँ तुझे प्रणाम" योजना के अन्तर्गत युवाओं का अंतर्राष्ट्रीय सीमा - भ्रमण।

बाड़मेर  "माँ तुझे प्रणाम" योजना के अन्तर्गत युवाओं का अंतर्राष्ट्रीय सीमा - भ्रमण।


    बाड़मेर  मध्य प्रदेश सरकार की "माँ तुझे प्रणाम" योजना के अंतर्गत श्री जाकिर अहमद, डी.एफ.ओ. की अध्यक्षता में 09 ऑफिशियल्स और 63 विद्यार्थियों की टोली,  कुल -72 सदस्यों का दल मुनाबाव  रेलवे स्टेशन, सीमा चौकी मुनाबाव और मुनाबाव कान्फरेन्स हॉल का भ्रमण किया। सीमा चौकी मुनाबाव  में सीमा सुरक्षा बल के कंपनी  कमांडर और उपस्थित सदस्यों ने मध्य प्रदेश से आये इस दल की आगवानी की और उन्हें सीमा सुरक्षा बल के बारे में, अंतराष्ट्रीय  सीमा पर की जाने वाली ड्यूटीज, ड्यूटी के दौरान प्रयोग किये जाने वाले हथियारों के अलावा मुनाबाव रेलवे स्टेशन और अंतराष्ट्रीय सीमा पर लगाये गए तारबंदी की भी जानकारी दी।
       "माँ तुझे प्रणाम" योजना वर्ष 2013-14 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गयी है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के युवा और  युवतियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना, राष्ट्र के प्रति समर्पण,साहस की भावना जागृत करना एवं उन्हें  सेना और अर्ध-सैनिक बालों के प्रति आकर्षित करना है।

कोचिंग लेने जाती थी, टीचर को दिल दे आई छात्रा, पत्नी बोली-शादी कर लो

कोचिंग लेने जाती थी, टीचर को दिल दे आई छात्रा, पत्नी बोली-शादी कर लो
minor inter class student has fall in love with her teacher in bihar

वो जिस टीचर के पास कोचिंग लेने जाती थी, उसी को दिल दे बैठी। टीचर की पत्नी को जब इस मोहब्बत का पता चला तो उसने ऐसा कुछ कहा, जिसकी उम्मीद नहीं थी। मामला, बिहार के आरा जिले का है। यहां इंटर की छात्रा पिछले कई दिन से घर से लापता थी तो गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच करते हुए पुलिस ने उस युवती को बरामद कर लिया। छात्रा ने बताया कि वह ‌अपने शिक्षक के साथ अपनी मर्जी से गई थी और टीचर की पत्नी की मर्जी से उसने टीचर से शादी कर ली है।

जानकारी के मुताबिक जिले के टाउन थाना क्षेत्र की रहने वाली इंटर की छात्रा, जहां कोचिंग लेने जाती थी, उसी कोचिंग संचालक से वह प्यार कर बैठी। अचानक एक दिन वो घर से लापता हो गई। करीब 3 महीने बाद पुलिस ने उसे बरामद कर कोर्ट में पेश किया तो बयान देते हुए लड़की ने बताया कि वो शिक्षक से प्रेम करती थी और शिक्षक और उसकी पत्नी की मर्जी से शादी कर चुकी है।जानकारी के मुताबिक जिले के टाउन थाना क्षेत्र की रहने वाली इंटर की छात्रा, जहां कोचिंग लेने जाती थी, उसी कोचिंग संचालक से वह प्यार कर बैठी। अचानक एक दिन वो घर से लापता हो गई। करीब 3 महीने बाद पुलिस ने उसे बरामद कर कोर्ट में पेश किया तो बयान देते हुए लड़की ने बताया कि वो शिक्षक से प्रेम करती थी और शिक्षक और उसकी पत्नी की मर्जी से शादी कर चुकी है।




लड़की ने बताया कि वो अपनी शादी से खुश है और उसके अपहरण की बात गलत है। लड़की के मुताबिक दोनों शादी करने के लिए घर से निकले थे क्योंकि लड़की के परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। छात्रा की जुबान से इस तरह की बात सुनने के बाद कोर्ट ने उसे अपने पति के साथ रहने का आदेश दिया, जिसके बाद तीनों खुशी-खुशी अपने घर चले गए।