शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

राजस्थान शिक्षा में अव्वल, शिक्षकों का योगदान अतुलनीय - श्री देवनानी



राजस्थान शिक्षा में अव्वल, शिक्षकों का योगदान अतुलनीय - श्री देवनानी
शिक्षा राज्यमंत्री ने किया शिक्षक सम्मेलनों को संबोधित

कहा, शिक्षकों की ज्यादातर समस्याओं का समाधान हुआ

शिक्षक वर्ग विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाने में करे सहयोग

विद्यादान कोष में सहयोग की अपील, राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन ने किया आर्थिक सहयोग

जारी रहेगा विद्या दान अभियान, राज्य के स्कूलों की बदलेगी सूरत

अजमेर, 15 सितम्बर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में देश ने ऊंची छलांग लगायी है। यह मुकाम राजस्थान के शिक्षकों की कड़ी मेहनत से हासिल हुआ है। आज सरकारी स्कूल अभिभावकाें की पहली पसन्द बनने लगे हैं। प्रदेश में 17 लाख से अधिक नामांकन बढ़ा है। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाए और देश के विकास एवं उत्थान में सहयोगी बनें। उन्होंने शिक्षकों से विद्यादान कोष में सहयोग की अपील की।

शिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी ने आज अजमेर में विभिन्न शिक्षक संघों के शैक्षिक सम्मेलनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने पिछले साढ़े तीन सालों के कार्यकाल में शिक्षकों की दशकों पुरानी समस्याओं का निस्तारण किया है। एक लाख से अधिक शिक्षकों का प्रमोशन किया गया। रिक्त पदो की संख्या बहुत कम हो गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि शेष रही मांगों का भी तुरन्त निराकरण किया जाए।

उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है। यह उपलब्धि टीम एज्यूकेशन राजस्थान की हैं। शिक्षकों की कड़ी मेहनत से हमे यह मुकाम हासिल हुआ है। हम अपने इन प्रयासों को और अधिक तेज करें तथा विद्यार्थियों को देश का सुयोग्य नागरिक बनाकर राष्ट्र के विकास के भागीदार बनें।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा पूरे देश में रोल मॉडल बनती जा रही है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। पिछले एक साल में पेरेंट-टीचर मीटिंग तथा शिक्षक-अभिभावक समितियों के माध्यम से 35 लाख पेरेंट्स ने सरकारी स्कूलों पर भरोसा किया है। राज्य सरकार और शिक्षकों के साझा प्रयास अब रंग ला रहे हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणामों में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि शिक्षा के सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है। अब केंद्र सरकार के स्तर पर भी राजस्थान को रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।

उन्होंने राज्य के शिक्षकों एवं समाज के भामाशाहों से विद्या के लिए विद्यादान कोष में दिल खोलकर दान देने की अपील की है। शिक्षा में सामाजिक सहभागिता के तहत चलाए जा रहे इस अभियान से प्राप्त राशि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं के विकास में ही खर्च की जाएगी।

इस अवसर पर महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, श्री सीताराम शर्मा, राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम और राधाकृष्णन के सदस्य उपस्थित थे।



इंटरर्नशिप कार्यक्रम हेतु राजकीय विद्यालयों का आवंटन अब ऑनलाईन होगा
अजमेर, 15 सितम्बर। बीएड अथवा डीएलएड के प्रशिक्षाणार्थियों को इंटरर्नशिप कार्यक्रम हेतु राजकीय विद्यालयों का संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक शिक्षा द्वारा शालादर्पण पोर्टल से अब ऑनलाईन आवंटन किया जायेगा।

शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि इसके अंतर्गत समस्त शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों (राजकीय एंव निजी) के प्रार्चायाें द्वारा उनके महाविद्यालय लोगिन के माध्यम से उनके विद्यालय में अध्ययनरत समस्त प्रशिक्षाणार्थियों की प्रविष्टी की जायेगी। उसके पश्चात महाविद्यालयों द्वारा प्रशिक्षाणार्थियों से इंटरर्नशिप हेतु उनकी प्राथमिकता लिखित में लिया जाकर उनकी जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता लॉगिन पर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षाणार्थियों की महाविद्यालय द्वारा लॉगिन की गयी जिला एवं ब्लॉक की प्राथमिकता को संबंधित प्रशिक्षाणार्थी विद्यालय की लोगिन आई.डी. पर ऑनलाईन देख सकेंगें। यदि प्रशिक्षाणार्थी द्वारा विद्यालय आवंटन हेतु जिला/ब्लॉक की प्राथमिकता परिवर्तन करनी हो या महाविद्यालय ने किसी प्रशिक्षाणार्थी के जिला ब्लॉक का गलत चयन कर दिया तो संबंधित प्रशिक्षणार्थी शालादर्पण पोर्टल पर स्वयं 18 सितम्बर तक ऑनलाईन इन्टर्रन6िाप मॉड्यूल पर परिवर्तन कर सकता है। इसके पश्चात किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जा सकेगा। जिला/ब्लॉक का संशोधन एक बार महाविद्यालय/विद्यालय द्वारा पोर्टल पर दर्ज करवाने के पश्चात प्रशिक्षणार्थी द्वारा 18 सितम्बर तक ही किया जा सकेगा, महाविद्यालय/विद्यालय द्वारा संशोधन नही किया जा सकेगा।

श्री देवनानी ने बताया कि दिव्यांग श्रेणी के प्रशिक्षाणार्थियों को असुविधाजनक विद्यालय आवंटन होने की स्थिती में वह अपनी परिवेदना संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा को 29 सितम्बर तक दे सकेगा। यदि किसी महाविद्यालय या संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को इंटरर्नशिप के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना या तकनीकी सहायता की आवश्यकता हो तो वह पदजमतदेतंर/हउंपसण्बवउ इ-मेल पर सम्पर्क कर सकता है। प्रथम चरण हेतु पदजमतदेीपच कार्यक्रम की निर्धारित समय सीमा में निम्नानुसार संशोधन किया गया है ः-

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