शनिवार, 2 सितंबर 2017

रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ

रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ


चंडीगढ़/सिरसा:बलात्कारी बाबा राम रहीम ने सी.बी.आई. कोर्ट से अपील की है कि हनीप्रीत को जेल में उसके साथ रहने की अनुमति दी जाए। राम रहीम ने कहा कि हनीप्रीत उसकी फिजियोथेरेपिस्ट के साथ-साथ मसाज करती है। बता दें, इससे पहले भी पिता-पुत्री ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें साथ रहने की अनुमति दी जाए। हनीप्रीत ने अपने वकील के जरिए कोर्ट में एप्लीकेशन दिया था, जबकि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने दोनों की गुहार को खारिज कर दिया। हालांकि गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के दिन पुलिस ने दोनों को कोर्ट से रोहतक तक साथ जाने दिया और सुनैरा जेल में पुलिस गेस्टहाउस में दोनों साथ ही रहे।


रामरहीम की कोर्ट से गुहार, मसाज के लिए हनीप्रीत को रहने दो साथ

शाही जीवनशैली को मिस कर रहा राम रहीम

सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत के साथ-साथ बलात्कारी बाबा अपनी शाही जीवनशैली को भी मिस कर रहा है। सिरसा स्थित उसके डेरे से खुलासा हुआ कि गुरमीत रामरहीम ने अपने आश्रम में दुनिया भर की मशहूर इमारतों की प्रतिकृति बनवा रखी थी। इनमें एफिल टॉवर, क्रूज शिप, रिसॉर्ट और दुनिया के 7 अजूबों की प्रतिकृति भी शामिल हैं, जब इन रिसॉर्ट में जाता, तो सारे सी.सी.टी.वी. कैमरे बंद कर दिए जाते थे। रामरहीम अपनी इन संपत्तियों को फिल्मों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल करता था।




उल्लेखनीय है कि 2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे गए एक अनाम लेटर में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के खिलाफ रेप के आरोप लगाए गए थे. ये मामला तब बढ़ा, जब आरोपों से संबंधित खबर छापने पर एक पत्रकार की उसी साल गोली मारकर हत्या कर दी गई।

केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक

केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक
केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले PM मोदी-अमित शाह की अहम बैठक

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बीच आज अंतिम दौर को लेकर चर्चा होगी। अमित शाह ने अपने घर पर बैठक बुलाई है जिसके बाद वह पीएम मोदी से मिलने जाएंगे। इस दौरान परवेश वर्मा ने अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार परवेश वर्मा को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वहीं बैठक में नए राज्यपालों की सूची पर भी मुहर लग सकती है। बैठक में इस्तीफा देने वाले मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। दिल्ली रवाना होने से पहले अमित शाह ने वृंदावन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ भी दूसरे दौर की मीटिंग की जिसमें कैबिनेट को लेकर चर्चा की।




गडकरी को मिल सकती है रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी

सूत्रों के अनुसार नई मोदी टीम में कई सीनियर मंत्रियों का विभाग बदल सकता हैं। नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने के कयास हैं, तो सुरेश प्रभु को रेल की जगह पर्यावरण मंत्रालय मिल सकता हैं। राधामोहन सिंह भी कृषि की जगह दूसरे मंत्रालय में शिफ्ट किए जा सकते हैं। वहीं प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल और धमेंद्र प्रधान को मिल सकता है अच्छे काम का इनाम बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।

बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी।


लाखेरी (बूंदी)। बूंदी जिले के लाखेरी में शुक्रवार को एक प्रेमी युगल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। दोनों पटरी के साथ-साथ चल रहे थे। ट्रेन के आते ही पटरी के बीचों-बीच खड़े हो गए और सेकंडों में ही तेज रफ्तार ट्रेन उनके ऊपर से निकल गई। युवक की पहचान कर ली गई है, लेकिन युवती की पहचान नहीं हुई है। जानिए क्या है मामला ...


कहीं पड़ी थी टांग तो कहीं धड़, ऐसी हालत में मिली लड़के-लड़की की लाश




- इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के हिम्मतपुरा गांव के पास रेल रूट पर एक युवक व युवती पटरियों के सहारे चल रहे थे। दोनों ने कंधे पर बैग टांग रखा था। पास में एक ट्रेन को झंडी दिखाने वाले गार्ड की चौकी थी।

- वहां से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस गुजरने वाली थी इसलिए गार्ड अलर्ट था। तभी ट्रेन आ गई। गार्ड ने देखा की युवक व युवती अचानक पटरी के बीच खड़े हो गए। यह देख गार्ड के होश उड़ गए। उसे समझते देर नहीं लगी कि दोनों सुसाइड करने जा रहे हैं।

- गार्ड ने उन्हें आवाज देकर सुसाइड करने से रोकना चाहा, लेकिन तभी ट्रेन तेजी से उनके ऊपर से निकल गई। घबराए गार्ड ने इंदरगढ़ पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सीआई पुरुषोत्तम महरिया वहां पहुंचे।

- पुलिस ने मृतकों के कपड़ों में कागज आदि तलाशे। युवक की जेब से उसका आईकार्ड मिला। कार्ड के आधार पर युवक की पहचान सवाईमाधोपुर के गंगापुर सिटी निवासी शैलेष मीणा (28) के तौर पर हुई। उसमें मिले नंबर पर पुलिस ने फोन किया। किसी परिजन ने बात होने पर पुलिस ने उसे बताया कि शैलेष और उसके साथ एक युवती ने ट्रेन से कटकर जान दे दी है। इस पर परिजन ने बताया कि शेलैष गुरुवार से ही लापता है। वहीं मोहल्ले की एक युवती भी गायब है। परिजन उनकी तलाश कर रहे हैं।




देवी मां के मंदिर से दर्शन कर लौटे थे

- पुलिस ने बताया कि दोनों इंदरगढ़ में देवी मां के दर्शन कर लौटे थे। दोनों के पास से माला व पूजा का सामान मिला है। संभव है कि दोनों इंदरगढ़ में किसी होटल में रुके होंगे।

- दोनों ने सुसाइड का ऐसा स्थान चुना जा काफी सुनसान जगह पर है।

शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

बाडमेरकुलदेवी मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण कल



बाडमेरकुलदेवी मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण कल
कुर्जा 01 सितम्बर । मां संच्चियाय भक्त मण्डल कुर्जा द्वारा बाडमेर से 12 किलोमीटर दूर मालू कुलदेवी संच्चियाय माता मन्दिर कुर्जा में रात्रि जागरण 3 सितम्बर व भव्य मेला 4 सितम्बर को लगेगा। मां संच्चियाय भक्त मण्डल कुर्जा के प्रवक्ता कपिल मालू ने बताया कि अखिल भारतीय मालू जैन भाईपा समाज संस्थान द्वारा निर्मित मालू गौत्रीय कुलदेवी संच्चियाय माता मन्दिर कुर्जा में मां संच्चियाय भक्त मण्डल के तत्वाधान में भाद्रवा सुदी बारस 3 सितम्बर रविवार को बालोतरा के सुप्रसिद्व भजन गायक वैभव बागमार द्वारा भव्य रात्रि जागरण का आयोजन होगा व भाद्रवा सुदी तेरस 4 सितम्बर सोमवार को पैदल यात्रा संघ व भव्य मेले का आयोजन होगा।मालू ने बताया कि रात्रि जागरण व मेले मे आने जाने के लिए वाहनो की व्यवस्था की गई है।

तीखी बात क्या राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था हांफने लगी है ?



तीखी बात

क्या राजस्थान की चिकित्सा व्यवस्था हांफने लगी है ?


एसएमएस जयपुर में रेजीडेण्ट डॉक्टरों एवं नर्सों के बीच मार-पीट के समाचारों की स्याही अभी सूखी भी नहीं थी कि जोधपुर के उम्मेद चिकित्सालय में डॉक्टरों के बीच हुई तू-तू मैं-मैं और नवजात शिशु की मौत का वीडियो पूरे देश के सोशियल, इलैक्ट्रोनिक और प्रिण्ट मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगा। अभी इस वीडियो पर सोशियल मीडिया में थू-थू करने का सिलसिला चल ही रहा था कि महात्मा गांधी हॉस्पीटल जोधपुर में बाड़मेर हाईवे से जले हुए लोगों को लाने वाले परिजनों ने हॉस्पीटल के रेजीडेण्ट चिकित्सकों एवं स्टाफ के साथ-मार पीट कर ली और तीन जनों को पुलिस पकड़ कर ले गई। ऐसी सैंकड़ों घटनाएं है जो पिछले कुछ सालों में घटित हुई हैं। साफ अनुभव किया जा सकता है कि रेजीडेण्ट डॉक्टरों के व्यवहार में अचानक तल्खी और चिड़चिड़ाहट में वृद्धि हुई है।

रेजीडेण्ट डॉक्टर्स द्वारा मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ किए जा रहे खराब व्यवहार का मनोविज्ञन समझ में आना कोई मुश्किल बात नहीं है। चौबीस-चौबीस घण्टे की ड्यूटी, मरीजों और उनके परिजनों द्वारा रेजीडेण्ट डॉक्टर्स से किए जाने वाले दिन-रात के सवाल, वार्डों में भर्ती मरीजों की फाइलों में लम्बी-लम्बी नोटिंग्स, सीनियर डॉक्टर्स की बेगार, नर्सिंग स्टाफ की बदतमीजियां और भी बहुत कुछ सहना पड़ता है रेजीडेण्ट डॉक्टर्स को। स्वाभाविक है कि उनके स्वभाव में चिड़चिड़ाहट एवं खीझ उत्पन्न हो जाए। रेजीडेण्ट डॉक्टर्स के दिमाग में बन चुकी यह एक ऐसी तंग सुरंग है जिसका अंधेरा मिटने का नाम नहीं ले रहा।

जब से राजस्थान सरकार ने निःशुल्क दवा योजना आरम्भ की, जब से जननी सुरक्षा योजना आरम्भ हुई तथा जब से मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना आरम्भ हुई, राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में रोगियों की बाढ़ सी आ गई है। विगत चार सालों में ओपीडी तीन से चार गुना तक बढ़ गई है जबकि डॉक्टरों की संख्या वही की वही है। वार्ड तो पहले भी ठसाठस भरे रहते थे, आज भी हैं। आज राज्य के सीमांत गांव में बैठे व्यक्ति की भी यह कोशिश होती है कि वह जयपुर के एसएमएस हॉस्पिीटल या संभाग मुख्यालय के मेडिकल कॉलेज से संलग्न हॉस्पीटल में पहुंचे। साधारण डिलीवरी के मामले जो कि गांव की एएनएम से लेकर ग्राम पंचायत की पीएचसी, पंचायत समिति की सीएचसी या जिले के जिला अस्पताल में निबटाए जा सकते हैं, उसके लिए भी लोग गर्भवती को लेकर संभाग मुख्यालय के चिकित्सालयों में भागते हैं। मरीजों और प्रसूताओं की इस भीड़ को पीएचसी, सीएचसी अथवा जिला अस्पताल में रोकने के लिए सरकार के पास कोई कार्यक्रम नहीं है।

निःशुल्क दवा योजना की हालत यह है कि निःशुल्क दवा केन्द्रों पर बहुत सी दवाएं उपलब्ध ही नहीं होतीं। जोधपुर में सहकारी बाजार में जो करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ, उसके रैकेट का आज तक खुलासा नहीं हुआ। केवल महाप्रबंधक मधूसूदन शर्मा को जेल भेजा गया, उसी के समाचार जनता के पास हैं। इस घोटाले में और कौन लोग लिप्त थे, किसी को कुछ पता नहीं लगा। इस घोटाले को खुले लगभग छः माह का समय हो गया है किंतु आज तक जोधपुर के निःशुल्क दवा केन्द्रों एवं पेंशनर काउंटरों पर पर्याप्त दवाएं उपलब्ध नहीं हैं।

कुल मिलाकर पूरे राज्य का दृश्य ये है कि सरकारी चिकित्सा व्यवस्था हांफती हुई दिखाई दे रही है तथा सरकार की ओर से इस दिशा में कोई कार्यवाही होती हुई दिखाई नहीं दे रही है।

-डॉ. मोहनलाल गुप्ता

www.rajasthanhistory.com

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