शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

भारतीय मूल के जे वाई पिल्‍लई बने सिंगापुर के कार्यवाहक राष्‍ट्रपति

भारतीय मूल के जे वाई पिल्‍लई बने सिंगापुर के कार्यवाहक राष्‍ट्रपति

भारतीय मूल के जे वाई पिल्‍लई बने सिंगापुर के कार्यवाहक राष्‍ट्रपति
सिंगापुर,  भारतीय मूल के जानेमाने नौकरशाह जे वाई पिल्‍लई को आज सिंगापुर के कार्यवाहक राष्‍ट्रपति के तौर पर नियुक्‍त किया गया। 83 वर्षीय पिल्‍लई टोनी टैन केंग याम की जगह लेंगे, जिनका गुरुवार को राष्‍ट्रपति के तौर पर छह साल का कार्यकाल पूरा हो गया।




राष्‍ट्रपति सलाहकार परिषद के अध्‍यक्ष पिल्‍लई तब तक राष्‍ट्रपति पद पर बने रहेंगे, जब तक कि 13 सितंबर को नामांकन वाले दिन या 23 सितंबर को चुनाव वाले दिन के बाद कोई उम्‍मीदवार निर्वाचित नहीं हो जाता। स्‍ट्रेट्स टाइम्‍स के अनुसार, राष्‍ट्रपति कार्यालय खाली होने पर संसद के सभापति के बाद राष्‍ट्रपति सलाहकार परिषद के अध्‍यक्ष को इसकी जिम्‍मेदारी सौंपी जाती है।




कहा जा रहा है कि 1991 में जब से राष्‍ट्रपति चयन की प्रक्रिया शुरू हुई है, तब से यह पहली बार है जब कार्यालय खाली हुआ है। हालांकि पिल्‍लई को पहली बार यह जिम्‍मेदारी नहीं सौंपी गई है। राष्‍ट्रपति के विदेश यात्रा पर जाने के दौरान हर बार वही कार्यवाहक राष्‍ट्रपति की जिम्‍मेदारी निभाते आ रहे हैं।

रविवार सुबह 10 बजे मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार संभव, अभी तक चार मंत्रियों ने कुर्सी छोड़ी



रविवार सुबह 10 बजे मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार संभव, अभी तक चार मंत्रियों ने कुर्सी छोड़ी
कल हो सकता है मोदी कैबिनेट का विस्तार, जानें- किन मंत्रियों को मिल सकती है जगह


अबतक संजीव बालियान, राजीव प्रताप रूडी, महेंद्र नाथ पांडे और फग्गन सिंह सहित मोदी के चार मंत्री मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुके हैं. इस बार मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है.







नई दिल्ली: रविवार यानी तीन सितंबर सुबह 10 बजे मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन जाने से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना है. इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी सूचित कर दिया गया है.




अब तक चार मंत्रियों ने दिया इस्तीफा




अबतक संजीव बालियान, राजीव प्रताप रूडी, महेंद्र नाथ पांडे और फग्गन सिंह सहित मोदी के चार मंत्री मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुके हैं. इस बार मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है. एबीपी न्यूज़ आपको बता रहा है कि किन-किन मंत्रियों को मोदी कैबिनेट जगह मिल सकती है.




बालियान के इस्तीफे के साथ मोदी के 4 मंत्रियों का इस्तीफा, उमा-कलराज ने भी की पेशकश




माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस मंत्रिमंडल विस्तार के लिए नए मंत्रियों को शामिल करने के लिए जगह बना रहे हैं. आगामी महीनों में गुजरात, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव हैं, ऐसे में इस कैबिनेट विस्तार में इन राज्यों से आने वाले नेताओं की झलक देखी जा सकती है.




किन-किन मंत्रियों को मिलेगी मोदी कैबिनेट में जगह?




राजीव प्रताप रूडी की जगह जेडीयू के वशिष्ठ नारायण सिंह और आरसीपी सिंह में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है.शिवसेना की ओर से आनंद राव अडसुल को मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है.मध्य प्रदेश से आलोक संजर, गणेश सिंह, राकेश चौधरी या प्रभात झा में किसी एक को मंत्री बनाए जाने की संभावना है.कर्नाटक में अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर लिंगायत समुदाय के शिवकुमार उदासी और सुरेश आंगड़ी को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शोभा करंडलजे के लिए भी लॉबिंग कर रहे हैं.असम से उप-मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा का नाम भी केंद्रीय कैबिनेट के लिए लिया जा रहा है.चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश से अनुराग ठाकुर मंत्री बनाए जा सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को हिमाचल में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के आसार हैं.एआईएडीएमके के दोनों धड़ों में सहमति बन गई तो एम थंबीदुरै, पन्नूसामी वेणुगोपाल और राज्यसभा सांसद वी मैत्रेयन को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.

खाकी वर्दी नहीं स्मार्ट यूनिफार्म में नजर आएंगे पुलिस के जवान

खाकी वर्दी नहीं स्मार्ट यूनिफार्म में नजर आएंगे पुलिस के जवान

खाकी वर्दी नहीं स्मार्ट यूनिफार्म में नजर आएंगे पुलिस के जवान
अब पुलिस के जवान खाकी वर्दी की जगह स्‍मार्ट यूनिफार्म में नजर आएंगे जो देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में अलग अलग मौसम की परिस्‍थितियों को देखते हुए डिजायन किया गया है।


ब्रिटिश युग की मौजूदा खाकी वर्दी पर रिसर्च के पांच सालों बाद अहमदाबाद के नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजायन ने पुलिस के लिए स्‍मार्ट यूनिफॉर्म तैयार किया है। यह यूनिफार्म सभी राज्‍यों, केंद्रशासित प्रदेशों और सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्सेज के लिए होगी।


ब्‍यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के साथ मिलकर पूरे यूनिफॉर्म को डिजायन किया गया है। इसमें शर्ट, ट्राउजर, बेल्‍ट, कैप, जूते, बिल्‍ला और जैकेट के अलावा रेनवियर और हेड गियर भी है। इस संबंध में सभी राज्‍यों की पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज को रिपोर्ट भेज दिया गया है। देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में अलग अलग मौसम की स्‍थितियों को देखते हुए नए यूनिफॉर्म को डिजायन किया गया है। 9 राज्‍यों की पुलिस व आम जनता से लिए गए इनपुट के अनुसार मौजूदा यूनिफॉर्म में काफी खामियां हैं। इसकी फिटिंग और शेड्स हर राज्‍य के अनुसार वहां के पुलिसवालों के लिए बदलती जाएगी।


इस खाकी वर्दी की फैब्रिक काफी मोदी है जो गर्मी के मौसम के लिए उपयुक्‍त नहीं है। साथ इसमें आवश्‍यक सामानों के लिए भी पर्याप्‍त जगह नहीं है। इसके साथ पहनी जाने वाली कैप स्‍मार्ट तो है पर जाड़े के मौसम के अनुसार नहीं है और तो और हेल्‍मेट भी वजनी है। मेटल की बनी बेल्‍ट काफी चौड़ी है जो झुकने पर पेट में चुभती है।

जेब को झटकाः सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर 7.23 रु महंगा, नॉन सब्सिडाइज्ड LPG के दाम 73.5 रुपये बढ़े



जेब को झटकाः सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर 7.23 रु महंगा, नॉन सब्सिडाइज्ड LPG के दाम 73.5 रुपये बढ़ेSubsidised cooking gas price raised by 7.23 rupees per LPG cylinder
अब दिल्ली में सब्सिडी वाले सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम बढ़कर 487.18 रुपये हो गए हैं जो कि पहले 479.77 रुपये थे. वहीं गैर सब्सिडाइज्ड गैस सिलेंडर के दाम 73.5 रुपये की बढ़ोतरी के बाद 524 रुपये से बढ़कर 597.50 रुपये हो गए हैं.

नई दिल्लीः आपकी रसोई का बजट एक बार फिर बढ़ने वाला है. आज घरेलू रसोई गैस या एलपीजी के दाम में करीब 14 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है. सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 7.23 रुपये महंगा हो गया है जबकि गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में 73.5 रुपये की भारी बढ़ोतरी की गई है. सरकार की योजना है कि चालू वित्त वर्ष के आखिर तक एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी पूरी तरह खत्म कर दी जाए. बढ़े हुए दाम आज से ही लागू हो गए हैं.




जानें एलपीजी सिलेंडर के नए दाम

अब दिल्ली में सब्सिडी वाले सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम बढ़कर 487.18 रुपये हो गए हैं जो कि पहले 479.77 रुपये थे.

वहीं गैर सब्सिडाइज्ड गैस सिलेंडर के दाम 73.5 रुपये की बढ़ोतरी के बाद 524 रुपये से बढ़कर 597.50 रुपये हो गए हैं.




इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने रसोई गैस सिलेंडर के बढ़े हुए नए दामों की घोषणा की है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को औसत तेल कीमतों और पिछले महीने के फॉरेन एक्सचेंज रेट के आधार पर एलपीजी और एटीएफ के दामों में बदलाव करती हैं. इससे पहले 1 अगस्त को एलपीजी सिलेंडर के दाम में 2 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी.







एटीएफ, केरोसिन के दाम भी बढ़ाए गए

इसी के साथ ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एटीएफ (एविएशन टर्बाइन फ्यूल) के दाम भी 4 फीसदी बढ़ा दिए हैं.

एटीएफ या जेट फ्यूल के दाम 1910 रुपये बढ़ाकर 50,020 रुपये प्रति किलोलीटर हो गए हैं जो कि पहले 48,110 रुपये थे.

इसके अलावा पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के तहत मिलने वाले केरोसिन यानी मिट्टी के तेल में भी 25 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.




पिछले साल जुलाई से अब तक 68 रुपये महंगी हुई रसोई गैस

पिछले साल जुलाई में सरकार ने हर महीने सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर पर 2 रुपये बढ़ाने की पॉलिसी लागू की थी और इसी के बाद से अब तक सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर 68 रुपये महंगा हो चुका है. जुलाई 2016 में रसोई गैस का दाम 419.18 रुपये था. वहीं 1 जुलाई को रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 32 रुपये का इजाफा हुआ था. रसोई गैस सिलेंडर के जीएसटी के दायरे में आने के बाद इसपर टैक्स बढ़ा था और इसीलिए एकसाथ एलपीजी 32 रुपये महंगी हुई थी.




वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान 31 जुलाई को लोकसभा में जानकारी दी थी कि सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने रसोई गैस के दाम 2 रुपये की बजाए 4 रुपये बढ़ाने के लिए कहा है जिससे मार्च 2018 तक रसोई गैस पर सब्सिडी पूरी तरह खत्म हो सके.




झटका: अब मोदी सरकार खत्‍म करेगी LPG सब्सिडी, हर महीने बढ़ेंगे दाम




एक साल में 12 सब्सिडाइज्ड सिलेंडर

सरकार एक वित्त वर्ष में कंज्यूमर को 14.2 किलोग्राम वाले 12 सिलेंडर सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराती है. इससे ज्यादा सिलेंडर लेने पर ग्राहक को गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत अदा करनी होती है.




देश में कुल एलपीजी ग्राहक

गैर सब्सिडी सिलेंडर के ग्राहकों की संख्या 2.66 करोड़ है जबकि सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के देश में 18.11 करोड़ ग्राहक हैं. इसमें 2.6 करोड़ वो गरीब महिलाएं भी शामिल हैं जिन्हें प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत पिछले एक साल में मुफ्त गैस कनेक्शन मुहैया कराए गए हैं.




बाड़मेर, जिला कलक्टर ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण



बाड़मेर, जिला कलक्टर ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण
-मरीजांे से रूबरू होकर व्यवस्थाआंे की जानकारी ली,समस्त सूचनाआंे का इन्द्राज करने के निर्देश।
बाड़मेर, 01 सितम्बर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने गुरूवार रात्रि मंे जिला मुख्यालय पर राजकीय चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाआंे का जायजा लिया। उन्हांेने मरीजांे से रूबरू होकर चिकित्सा सुविधाआंे के बारे मंे जानकारी ली।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने राजकीय चिकित्सालय मंे आईसीयू, मेल वार्ड, फिमेल वार्ड, फिमेल सर्जीकल वार्ड, मातृ शिशु एवं स्वास्थ्य केन्द्र, शिशु वार्ड का निरीक्षण किया। उन्हांेने भर्ती मरीजांे से उनको उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सेवाआंे, चिकित्सकांे की उपस्थिति, चिकित्सा से स्वास्थ्य सेवाआंे मंे सुधार संबंधित जानकारी ली। इस दौरान मरीजांे से चिकित्सा सेवाआंे को लेकर संतुष्टि जताई। जिला कलक्टर ने कुछ वार्डाें मंे रजिस्टर मंे इन्द्राज की गई सूचना अपूर्ण होने पर इसको नियमित रूप से अपडेट करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे। जिला कलक्टर नकाते ने आईसीयू वार्ड मंे दो खराब एयर कंडीशर को आगामी तीन दिन मंे दुरस्त करने के निर्देश दिए। इसी तरह चिकित्सा कार्मिकांे को यूनीफार्म मंे रहने के निर्देश दिए गए। उन्हांेने आक्सीजन सिलंेडरांे की उपलब्धता की जानकारी ली। साथ ही मरीजांे से प्रसव राजकीय चिकित्सालयांे मंे कराने का अनुरोध किया, ताकि उनको सरकारी योजनाआंे का लाभ मिल सके।