झुंझुनूं| बाबा रे बाबा, ये कैसा बाबा, ऐसे कांड करने लगे हैं बाबा...झुंझुनूं| भारत के समाज में संतो का एक अहम स्थान है, लेकिन इन दिनों कुछ लोग संतो के नाम को बदनाम कर रहे हैं। चाहे राधे मां उर्फ सुखविन्द्रर कौर...हो या फिर आशाराम.. अब नया मामला झुंझुनूं जिले के पिलानी कस्बे का है। दुष्कर्म के मामले में पुलिस के पकड़ से फरार चल रहा आरोपी बाबा पिलानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। गिरफ्त में आए बाबा से पिलानी पुलिस पूछताछ कर रही है। पिलानी थाना क्षेत्र के मोरवा गांव में पिछले दिनों एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। बाबा बंसीगिरी ने मोरवा गांव में अपने आश्रम में नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया था और उसके बाद से बंसीगिरी फरार था, लेकिन आखिरकार आरोपी बंसीगिरी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है और अपने गुनाह को भी कबूल कर लिया है।
जयपुर| किन्नर का भेषधर कहीं लुटेरों तो नहीं आ रहे आपके घर, चौकाने वाला मामला आया सामने
जयपुर| राजधानी के अम्बाबाड़ी इलाके में तीन लुटेरों ने किन्नर का भेष धर दिनदहाड़े महिला से लूट की मामला सामने आया है| झोटवाड़ा थाना क्षेत्र में अम्बाबाड़ी के अशोक विहार कॉलोनी के एक घर में तीन लोग किन्नर का वेश भूषा में दाखिल हुए और वहां भिक्षा मांगी| भिक्षा मिलने पर किन्नरों ने भोजन कराने को कहा जिस पर महिला नवरतन शर्मा ने उन्हें भोजन भी कराया| उसके बाद शातिरों ने महिला पर नशीला प्रदार्थ चालाकी से छिड़क दिया, जिससे महिला अचेत हो गयी| उसके बाद लूटेरो ने महिला के सारे जेवर लूट लिए और फरार हो गए| कुछ समय बाद जब उनकी बेटी वहां पहुंची तो माँ को बेहोश देख घबरा गयी और पानी डाल जैसे तैसे उनको होश में लेन की कोशिश की| जब वो होश में आई तो पूरी घटना के बारे में जानकारी बताई ये उन सब स्तब्ध रह गए और तुरंत पुलिस को सुचना दी| पुलिस ने मौके पर पहुंच सारा घटनाक्रम समझा और तुरंत नाकाबंदी करा लूटेरो को ढूंढने के प्रयास शुरू कर दिए हैं|
एमक्यूएम सदस्यों ने कराची में अभियान के चलते संसद और एसेम्बली से इस्तीफा दिया
मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के सासंदों ने पार्टी के गढ़ कराची में चल रहे सुरक्षा अभियान को लेकर विरोध के चलते पाकिस्तान की संसद और सिंध प्रांतीय एसेम्बली से इस्तीफा दे दिया है.
एमक्यूएम उर्दूभाषी समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है जो 1947 में विभाजन के दौरान भारत से आया था. कराची में यह सबसे बड़ी पार्टी है.
इस्तीफे से पहले एमक्यूएम के संसदीय नेता फारूख सत्तार ने नेशनल एसेम्बली को बताया कि काफी विचार-विमर्श के बाद उनके सदस्यों के सभी विधायी इकाइयों से इस्तीफा देने का फैसला किया गया है.
उन्होंने कहा कि अभियान को लेकर जब उन्होंने चिंता जाहिर करनी चाहिये तो सेनाध्यक्ष और कराची के कोर कमांडर ने मिलने से मना कर दिया.
सत्तार ने कहा, ‘‘अगर आप हमारे घर (कराची में) की आग की तपिश महसूस नहीं कर सकते तो याद यह रखें कि यह आपके घर को भी जला सकती है.’’
उग्रवादियों और अपराधियों की हिंसा से ग्रस्त कराची में सितम्बर 2013 में सुरक्षा अभियान शुरू किया गया था और एमक्यूएम समेत सभी दलों ने इसका समर्थन किया था. लेकिन तब मतभेद उत्पन्न हो गये तब एमक्यूएम के कई सदस्यों को विभिन्न अपराधों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. पार्टी ने आरोप लगाया है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रह है.
लंदन में रह रहे पार्टी प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने भी इस्तीफे के अपने पार्टी के निर्णय को सही ठहराया है.
राजस्थान के जालौर जिले की भीनमाल तहसील में प्रेमी की हत्या के बाद प्रेमिका की भी हत्या कर दी गई.
पुलिस के अनुसार भीनमाल के सेवडी गांव में पूनम का शव मिलने पर गांव में तनाव हो गया. पूनम के हत्यारों का पता नहीं चल सका है. पूनम अपने प्रेमी देवेन्द्र के घर पर रह रही थी. कुछ दिन पहले अज्ञात लोगों ने देवेन्द्र की हत्या कर दी थी तथा कल रात पूनम की भी हत्या कर दी गई.
प्रारंभिक तौर पर हत्या को ऑनर किलिंग से जोडा जा रहा है तथा पुलिस मामले की जांच कर रही है.
गुडग़ांव। गुडग़ाव के मानेसर में रोबोट ने ली कर्मचारी की जान
गुडग़ांव के औद्योगिक नगर मानसेर स्थित एक कंपनी में रोबोट के हमले में एक कर्मचारी की जान चली गई। कंपनी के अन्य कर्मचारियों ने बड़ी मुश्किल से उसके शव को रोबोट के चंगुल से आजाद कराया। पुलिस ने कंपनी के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक यूपी के उन्नाव निवासी 24 वर्षीय रामजी मानसेर के सेक्टर तीन स्थित एसकेएच कंपनी में अस्थायी कर्मचारी था, वह यहां डेढ़ साल से काम कर रहा था।
रोजमर्रा की तरह वह बुधवार को भी कंपनी में काम कर रहा था कि सुबह करीब 11 बजे काम करते समय वह रोबोट की चपेट में आ गया। उसे रोबोट ने अपने हाथों में तब तक दबाए रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
किसी तरह उसकी बॉडी को रोबॉट से मुक्त करवाया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पुलिस इस बात की भी जांच करेगी की जहां पर कंपनी में रोबोट काम करता है, वहां का इलाका प्रतिबंधित होता है। वहां पर बाकायदा लाल या पीली पट्टी लगाकर अंदर जाने के लिए मना किया जाता है। बावजूद कर्मचारी वहां कैसे चला गया।
कंपनी ने यहां पर पट्टी लगा रखी थी या नहीं। मानेसर थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद ने बताया कि कर्मचारी की मौत रोबॉट की चपेट में आकर हुई। पुलिस ने कंपनी मैनेजमेंट के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।