झुंझुनूं। संभल कर लें बैंक से नोटों की गड्डी, ऐसे नोट मिले तो उड़ जाएंगे होश!
झुंझुनूं जिले में भारतीय रिजर्व बैंक के 10 रुपए के नोट की छपाई में खामी का मामला सामने आया है.छपाई में गड़बड़ी का यह मामला तब सामने आया जब झुंझुनूं के सुल्ताना कस्बे के एक व्यापारी ने बैंक से एक दस रुपए की नए नोटो की गड्डी ली. दस रुपए की इस गड्डी के दो नोटो पर एक साईड में छपाई ही नहीं हुई है. जबकि नोटों के नम्बर दोनों ओर छपे हुए हैं.सुलताना के शनी मंदिर के पास दुकान चलाने वाले राजू चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की उसने यह दस रुपए के नोट की गड्डी बैंक मे ली थी और दुकान पर आकर जब उसने गड्डी के नोटों को सम्भाला तब उसे रिजर्व बैंक की इस गलती का पता चला. फिलहाल बैक ने दोनों नोटों को वापस ले लिए हैं.
तांत्रिक’ को सौंप दिया 5 महीने का बच्चा, दादा-दादी को आज मिल सकता है वापसजयपुर। पांच महीने के बच्चे की कस्टडी के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले दादा-दादी और नाना-नानी को शनिवार को छुट्टी के दिन न्याय मिल सकता है.बच्चे के माता-पिता इस मामले में अपने बच्चे को गोद दे चुके हैं जबकि दादा दादी व नाना नानी उनके इस फैसले के खिलाफ अब कोर्ट की शरण मेँ हैं. हाईकोर्ट शनिवार को छुट्टी के बावजूद इस मामले में फैसला सुनाएगा.उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट में इस मामले पर शुक्रवार को जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत में सुनवाई हुई. हाईकोर्ट भी इस मामले को लेकर काफी नाराज व गम्भीर नजर आई और यही कारण है कि हाईकोर्ट इस मामले को जल्द से जल्द निपटाने के लिए शनिवार को छुट्टी के दिन भी मामले की सुनवाई करेगी.कहीं बच्च्ों की बली तो नहीं देना चाहते5 महीने का अबोध बालक जिसे इस दुनिया में आऐ अभी कुछ ही माह हुए हैं और जो अभी सन्यास और गद्दी का मतलब भी नहीं जानता उसे उसके माता पिता ने मध्यप्रदेश के एक गुरू छोटे सरकार को गोद दे दिया. हाईकोर्ट भी इस मामले में काफी गंभीर नजर आई. हाईकोर्ट में गुरूवार इस मामले की सुनवाई हुई और हाईकोर्ट ने अबोध बच्चे को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए. लेकिन शुक्रवार को सुनवाई के दौरान तय समय तक बच्चे के हाईकोर्ट में पेश न होने पर हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई शनिवार तक के लिए टाल दी. इस दौरान जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत ने मामले में मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि बच्चे को गोद देने का क्या कारण है क्या बच्चे की बली देना चाहते हैं. हाईकोर्ट ने इस मामले को चौकाने वाला बताया.अच्छी परवरिश के लिए उठाया यह कदम(बच्चे की मां डाॅ. पूजा)वहीं दूसरी तरफ बच्चे के माता-पिता को इस बात का कोई गम नहीं है. जहां 5 महिने को इस वक्त माता पिता की परवरिश की जरूरत है वहीं मां बाप ने बच्चे की बेहतरी के नाम पर बच्चे को छोटे सरकार को गोद दे दिया है. और माता पिता का तर्क है कि वह बच्चे की भलाई जानते है और गुरूजी ग्रेजुएट है और वह उसकी अच्छी परवरिश कर सकते हैं.छुट्टी के दिन होगी सुनवाईजहां एक ओर हाईकोर्ट मामले की गंभीरता को देखते हुए छुटटी के दिन भी इस मामले की सुनवाई करने को तैयार है. वहीं दुधमुहे बच्चे के मां बाप बच्चे की बेहतर परवरिश के नाम पर बच्चे को गोद दे चुके हैं. अब इस मामले पर शनिवार को छुटटी के दिन सुबह 11 बजे जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत में सुनवाई होगी. और उसमें बच्चे की कस्टडी किसके पास रहेगी यह तय किया जाऐगा. अब देखना होगा कि आज बच्चे के जयपुर पहुंच जाने के बाद श्ानिवार को हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाता है.
बाड़मेर। बीए परीक्षा में चौकाने वाला आया परिणाम 85% छात्र हुए फेलबाड़मेर के राजकीय पी.जी. कॉलेज के बीए अंतिम वर्ष रिजल्ट के बाद अब सैकंड ईयर के स्टूडेंट्स का रिजल्ट भी चौंकाने वाला आया है.कॉलेज के बीए सैकंड ईयर के 85 फीसदी स्टूडेंट फेल हो गए हैं. इससे पहले जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी की ओर से जारी फाइनल ईयर के रिजल्ट में भी इस कॉलेज के 92 फीसदी स्टूडेँट फेल हो गए थे. स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन रिजल्ट देखा तो पता चला कि कॉलेज के अधिकांश स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं. ऐसे में इतनी बड़ी मात्रा में छात्रों को फेल होना कॉलेज की शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा करता है.70 फीसदी वाले भी फेलइधर, रिजल्ट से आक्रोशित छात्रों ने कुलपति को पत्र भेजकर उत्तरपुस्तिकाओं की जांच प्रणाली पर संदेह जाहिर करते हुए नए सिरे से परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है इस वर्ष वह छात्र भी फेल हो गए है जिन छात्रों के 12वीं में 70 फीसदी से अधिक नंबर हैं.विश्वविद्यालय की गलतीवहीं इस पूरे मामले को लेकर प्राचार्य विमला आर्य का कहना है कि सत्र के दौरान कॉलेज के छात्रों मनलगाकर पढाई की लेकिन मेहनत के अनुरूप रिजल्ट नहीं मिले. इससे साफ है कि यूनिवर्सिटी से किसी तरह की गलती हुई है.इतिहास में पहली बारजय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर के उपकुलपति का कहना है कि परीक्षा परिणाम में बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स फेल हुए है.यह यूनिवर्सिटी में पहली बार है जो इतनी मात्रा में छात्र फेल हुए हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
निकाय चुनावों में नामांकन का दौर शुरू, भाजपा-कांग्रेस सूची का इंतजारजयपुर। गांव की सरकार बनाने के बाद अब नगरपालिकाओं में सरकार बनाने की समय आ गया हैं.लोक सूचना जारीलोक सूचना जारी होने के साथ ही शनिवार को नगरपालिका चुनाव के लिए नामांकन दाखिल होने का कार्य शुरू हो गया. इसको लेकर जिला निर्वाचन शाखा ने तैयारियां पूरी कर ली है. जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल ने रिटर्निंग अधिकारी ओर सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं.5 अगस्त तक नामांकनएक अगस्त से पांच अगस्त तक नामांकन दाखिल करने का कार्य किया जाएगा. 6 अगस्त को नामांकन पत्रो की संवीक्षा की जाएगी. आठ अगस्त तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकेंगे. 9अगस्त को चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जाएगा. वहीं 17 अगस्त को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान और 20 अगस्त को सुबह 8 बजे से मतगणना होगी. अध्यक्ष का निर्वाचन 21 अगस्त को होगा और उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन 22 अगस्त को होगा.इन नियमों की पालना जरुरीकृष्ण कुणाल ने बताया की चुनाव में राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों की ओर से चुनाव प्रचार और वाहन उपयोग के संबंध में अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी. रैली निकालने, लाउडस्पीकर का प्रयोग करने, सभा आयोजित करने की अनुमति संबंधित पुलिस उपायुक्त और संबंधित उपखंड अधिकारी से लेनी होगी. सार्वजनिक स्थानों पर बैनर, झंडे, पोस्टर लगाने की अनुमति संबंधित अधिशाषी अधिकारी से और वाहनों के उपयोग की अनुमति संबंधित रिटर्निंग अधिकारी से लेनी होगी.सूची नहीं की जारीनिकाय चुनाव में 10वीं पास की शैक्षणिक योग्यता लागू होने से भाजपा और कांग्रेस के सामने जीत के दावेदार तलाशना कठिन हो गया हैं. नामांकन शुरू होने के साथ ही किसी भी पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की हैं.
बाड़मेर । गुरु पूर्णिमा : गुरु भक्ति में डूबे रहे भक्तरिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर बाड़मेर । गुरु और भक्त के रिश्ते का पर्व गुरु पूर्णिमा शुक्रवार को शहर में श्रद्धाभाव से मना। गुरु पूर्णिमा पर आज भक्तों ने अपने गुरुओं का पूजन कर लिया आशीर्वाद । गुरु पूर्णिमा पर शहर के हमीरपुरा मंठ दिन भर लगा भक्तो का मेला । वही रात्रि में भक्ति संगीत कार्यक्रम के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मठ में हमीरपुरा मठ के संत श्री नारायणपूरी जी सहित कई भजन गायको ने देर रात तक भजनों की प्रस्तुति दी। हमीरपुरा मठ प्रांगण में संत श्री नारायणपूरी द्वारा अपने सुरों की गंगा बहा पूरे मठ प्रांगण को भक्ति मय कर दिया।