बुधवार, 29 जुलाई 2015

यूपी: गैंगरेप के आरोपी को भीड़ ने हवालात से निकाल कर मार डाला

यूपी: गैंगरेप के आरोपी को भीड़ ने हवालात से निकाल कर मार डाला

 

यूपी के मथुरा में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. गैंगरेप के बाद नाबालिग लड़की की हत्या से नाराज लोगों ने खुलेआम कानून की घज्जियां उड़ाते हुए दो आरोपियों को पुलिस चौकी से छुड़ा कर खुद ही सजा दे डाली.
मथुरा के थाना फरह इलाके में गैंगरेप के बाद हत्या की सूचना मिलते ही आक्रोशित लोगों की भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में चौकी से दो आरोपियों को छुड़ा कर एक आरोपी ललुआ की हत्या कर दी जबकि दूसरे आरोपी सोनू को मरणासन्न स्थिति में छोड दिया. यह आरोप इलाके के विधायक और आरएलडी नेता पूरन प्रकाश ने लगाया है.


विधायक ने पुलिस पर लगाए आरोप
बल्देव विधानसभा क्षेत्र के विधायक पूरन प्रकाश का आरोप है कि मथुरा में कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. एक किशोरी की हत्या के बाद पुलिस दो आरोपियों को पकड़ कर पुलिस चौकी ले आई और करीब 250 लोगों की भीड़ उन्हें चौकी से छुड़ा कर ले गई, जिनमें से एक की हत्या कर दी गई और दूसरे को मरणासन्न स्थिति में छोड़ दिया. उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है.


आरोपी को मारकर जंगल में फेंकी लाश
पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने न केवल उस आरोपी को पुलिस से छुड़ाया बल्कि उसकी पीट-पीट कर हत्या भी कर दी और लाश को गांव से 3 किलोमीटर दूर जंगल में फेंक दिया. इतना ही नहीं भीड़ ने आरोपी युवक का साथ देने वाले उस युवक को भी मारपीट कर फेंक दिया जिसने उस मासूम की हत्या करने में आरोपी का साथ दिया था.


घटना के बाद इलाके में भड़के तनाव को देखते हुए आईजी आगरा जोन डीसी मिश्रा भी फरह पहुंच गए और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले फरह थाना प्रभारी तेजवीर सिंह और परखम चौकी प्रभारी नेपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया.








IFS अफसर संजीव चतुर्वेदी, NGO गूंज के संस्‍थापक अंशु गुप्‍ता को रैमन मैग्सेसे अवॉर्ड

IFS अफसर संजीव चतुर्वेदी, NGO गूंज के संस्‍थापक अंशु गुप्‍ता को रैमन मैग्सेसे अवॉर्ड


 भ्रष्टाचार के मामलों के खुलासों के लिए हमेशा चर्चा में रहे आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और अंशु गुप्ता को इस साल के रैमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित करने का फैसला किया गया है. संजीव चतुर्वेदी को यह पुरस्कार सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने के लिए दिया गया है.


चतुर्वेदी दूसरे सर्विंग ब्यूरोक्रेट

संजीव चतुर्वेदी देश के दूसरे सर्विंग ब्यूरोक्रेट हैं जिन्हें ये पुरस्कार दिया गया है. इससे पहले किरण बेदी को भी सेवा में रहते ये प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला था. 2002 बैच के वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी एम्स में कई भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने के लिए जाने जाते हैं और पिछले साल जब उन्हें एम्स के सीवीओ पद से हटाया गया तो बड़ा विवाद हुआ था. चतुर्वेदी मूलत: हरियाणा कैडर के अफसर हैं. वहां भी उन्होंने भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर किया था.




गूंज का फोकस गरीबों की जरूरतों पर

अंशु गुप्ता एनजीओ गूंज के संस्थापक हैं. उन्हें भी रैमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया है. यह संस्था गरीबों की ज़रूरतें पूरी करती है. एनजीओ 'गूंज' का काम है शहरों में अनुपयोगी समझे गए सामानों को गांवों में सदुपयोग के लिए पहुंचाना. देश के 21 राज्यों में गू्ंज संस्था के संग्रहण केंद्र काम कर रहे हैं.







जयपुर।सावधान! राजस्थान में अगले 72 घंटे में हो सकती है भारी बारिश



जयपुर।सावधान! राजस्थान में अगले 72 घंटे में हो सकती है भारी बारिश

मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में राज्य के 11 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। आपदा प्रबंधन व सहायता विभाग ने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टुकडिय़ों की विभिन्न स्थानों पर तैनाती के निर्देश दिए हैं।



एनडीआरएफ की 2 अतिरिक्त टीम मंगवाई गई है। सेना को भी अलर्ट किया है। 61 वीं सब एरिया, जयपुर, जोधपुर सब एरिया, कोटा ब्रिगेड को सतर्कता के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव रोहित कुमार ने मंगलवार को बैठक ली।










यहां झमाझम के आसार
उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, डंूगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, जालोर, सिरोही, पाली, बाड़मेर व जैसलमेर।






जालोर-सिरोही जिलों में भारी बरसात
अतिवृष्टि के कारण मंगलवार को भी जालोर जिले के सांचौर, भीनमाल, रानीवाड़ा, जसवंतपुरा व नेहड़ क्षेत्र में बाढ़ के हालात बने रहे।










पांचला बांध टूटने से मंगलवार दोपहर को पानी सांचौर शहर में घुस गया। इससे शहर की दर्जनों बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। इससे करीब 50 से अधिक लोग फंस गए।



जिन्हें प्रशासन ने रेस्क्यू टीम व लोगों की सहायता से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। नेहड़ क्षेत्र में 50 घर पानी में डूब गए हैं। गांवों का सम्पर्क कट गया है। बारिश के कारण जालोर के अधिकांश क्षेत्रों के रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं।










इससे बाढ़ प्रभावित लोगों तक राशन सामग्री भी नहीं पहुंच पा रही है। राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण दल की नारोली (अजमेर) से एक टीम व गांधीधाम गुजरात की दो टीम (प्रत्येक टीम में 35 सदस्य) भी सांचौर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं।



प्रशासन ने सांचौर शहर की बस्तियों में अलर्ट जारी कर हिंगलाज नगर, खेतेश्वर कॉलोनी, नर्मदा कॉलोनी, झेरडिय़ा वास को खाली करा दिया है। जालोर के जलातरा व देवड़ा गांव में एक-एक युवक पानी में डूब गया।













तैनात किए बचाव दल
प्रदेश में भारी बारिश को देखते हुए झालावाड़ में एन.डी.आर.एफ की एक टीम (40 जवान)3 बोट के साथ तैनात की है। जालोर में 3 टीम (120 जवान) 15 बोट के साथ तैनात किए हैं। एस.डी.आर.एफ के जवान भी अलग-अलग स्थान पर तैनात किए गए हैं।



आयुक्तालय जयपुर 89, आयुक्तालय जोधपुर 39, भरतपुर 90, उदयपुर 80, बीकानेर 48, अजमेर 37, कोटा102, पाली 47 एवं जोधपुर ग्रामीण में 39 जवान तैनात किए हैं। इसके अलावा सभी जिलों में होम गार्डस् , पुलिस व आर.ए.सी. व अजमेर, जयपुर, कोटा, जोधपुर जिलों में नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक भी स्थानीय टीमों के साथ तैनात हैं।

जयपुर/बगरू बांध में सेल्फी लेते 3 की मौत



जयपुर/बगरू बांध में सेल्फी लेते 3 की मौत


सांगानेर तहसील क्षेत्र के नेवटा बांध में मंगलवार दोपहर पिकनिक मनाने गए पांच दोस्तों में से तीन की बांध में डूबने से मौत हो गई। तीनों बांध के बहाव में नीचे उतर कर सेल्फी ले रहे थे, एक युवक का पैर फिसला तो अन्य दो उसे बचाते गहरे पानी के दलदल में फंस गए। गोताखोरों ने करीब 5 घंटे में तीनों शवों को बाहर निकाला।

झोटवाड़ा निवासी दुष्यंत पारीक (21), शास्त्री नगर निवासी विशाल पारीक (20) व खिरणी फाटक निवासी पंकज सिंह दाता (24) दोपहर करीब साढ़े बारह बजे झोटवाड़ा निवासी दोस्त धर्मपाल और विक्रम सिंह के साथ बांध पर आए थे। दुष्यंत, विशाल व पंकज पानी के बहाव में नीचे उतरे।

इस दौरान मोबाइल से सेल्फी ले रहे पंकज का पैर फिसला और वह बहाव में गिरा। बचाने को दुष्यंत का हाथ पकडऩा चाहा तो वह भी नीचे गिरा। उसे बचाने के लिए विशाल ने हाथ बढ़ाया, लेकिन वह भी फिसल गया और तीनों गहरे पानी में बहते चले गए।

तीनों को डूबता देख बांध की मोरी पर खड़े विक्रम ने शोर मचाया तो आसपास के लोग दौड़े, लेकिन बचाने का कोई साधन नहीं था। कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस व रेस्क्यू टीम पहुंची। गोताखोरों ने विशाल व दुष्यंत के शव करीब दो घंटे में ढूंढ लिए, लेकिन गहरे में होने के कारण पंकज का शव करीब पांच घंटे बाद निकाला जा सका।

इकलौते थे तीनों बेटे

सेज थाना प्रभारी भूरी सिंह ने बताया कि दुष्यंत व विशाल मौसेरे भाई थे। दोनों झोटवाड़ा में आईटीआई के छात्र थे। पंकज पढ़ाई के बाद पिता की फैब्रिकेशन की दुकान में हाथ बंटाता था। तीनों मृतक युवक अपने परिवार के इकलौते पुत्र थे। पांचों दोस्त दुष्यंत व पंकज की बाइक पर बांध पर पहुंचे थे।

सूरतगढ़ फिरौती मामले में दो युवतियां गिरफ्तार



सूरतगढ़ फिरौती मामले में दो युवतियां गिरफ्तार


पंजाब के युवक को बंधक बनाकर फिरौती मांगने के मामले में सिटी पुलिस ने मंगलवार को दो युवतियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हनुमानगढ़ जंक्शन की हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी के वार्ड चार निवासी सुनीता उर्फ कोमल (19) तथा जसप्रीत उर्फ सिमरन उर्फ बबलू उर्फ पूजा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।

इस मामले में अब तक चार जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि एक युवती सहित तीन आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस के अनुसार इस मामले में अब तक मानकथेड़ी निवासी मिठ्ठू सिंह, फतेहपुर ढालिया (संगरिया) निवासी प्रेमसिंह, कोमल व आशा की गिरफ्तारी कर ली गई है। दोनों पुरुष आरोपी तीन दिन के रिमाण्ड पर है। मामले में मानकथेडी निवासी राजू रायसिख, फतेहपुर ढालिया निवासी राजू रायसिख तथा आशा की तलाश जारी है।

आरोपियों के कब्जे से फिरौती में मांगे गए डेढ़ लाख रुपए जब्त कर तस्दीक कर ली गई है। गौरतलब है कि पंजाब के सरवर खुईयां की ढाणी हरिपुरा के रामसिंह को इस गिरोह की एक युवती ने फोन कर शनिवार को सूरतगढ़ बुलाया था। बाद में वहां से युवक को मानकथेड़ी ले जाकर गिरोह के अन्य सदस्यों की मदद से बंधक बनाकर उसके पड़ोसी को फोन किया तथा फिरौती के रुप में डेढ़ लाख रुपए मांगे।

रुपए नहीं देने पर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। घटनाक्रम पता चलने के बाद सिटी पुलिस ने फिरौती की रकम लेने पहुंचे दो जनों को पीछा कर गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक जना फरार हो गया था। मामले में सात जने नामजद हैं।