शनिवार, 25 जुलाई 2015

लक्ष्मणगढ़.अलवर.अलवर में जहरीली शराब पीने से तीन की मौत



लक्ष्मणगढ़.अलवर.अलवर में जहरीली शराब पीने से तीन की मौत
थाना क्षेत्र के टोड़ा, राजयपुर जाट व रायपुर अहीर गांवों में जहरीली शराब का सेवन करने से तीन जनों की मौत हो गई। इनके अलावा अन्य तीन जनों को तबीयत खराब होने पर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

तीन मौतों की सूचना पर पुलिस, आबकारी व प्रशासन गांवों में पहुंचा और पूरे मामले की जांच में जुट गया है। इनमें जगदीश को अलवर के सोलंकी अस्पताल में और गंगाबिशन को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जयपुर शहरी निकाय चुनाव कार्यक्रम घोषित, मतदान 17 और नतीजे 20 अगस्त को होगी



जयपुर शहरी निकाय चुनाव कार्यक्रम घोषित, मतदान 17 और नतीजे 20 अगस्त को होगी


प्रदेश के 129 शहरी निकायों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा शनिवार को हुई। इसके साथ ही संबंधित निकाय क्षेत्रों में आचार संहिता लागू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयुक्त रामलुभाया ने घोषणा करते हुए बताया कि एक अगस्त को अधिसूचना जारी होगी।नामांकन पत्र भरने का दौर एक अगस्त से ही शुरू होगा। 5 अगस्त तक नामांकन पत्र भरे जा सकेंगे और 6 अगस्त को जांच होगी। 129 निकायों के लिए हो रहे चुनाव में 8 अगस्त तक नाम वापसी हो सकेगी। 9 अगस्त को चुनाव चिन्ह आवंटित होंगे।मतदान 17 अगस्त को आैर नतीजे 20 अगस्त को

मतदान 17 अगस्त को सवेरे 7 से शाम 5 बजे तक ईवीएस मशीन से होगा। मतगणना 20 अगस्त को होगी। अध्यक्ष का चुनाव 21 और उपाध्यक्ष का चुनाव 22 अगस्त को होगा।3351 वार्डों के 4302 मतदान केंद्रों पर निकाय चुनाव होगें। इस बार र्इवीएम से मतदान होने के चलते चुनाव नतीजो की तस्वीर भी दो तीन घंटे में अा जायेगें।

गुरुवार, 23 जुलाई 2015

बाड़मेर एमपी को हाईकौर्ट का नोटिस



बाड़मेर एमपी को हाईकौर्ट का नोटिस

-जिले के जयसिंधर में केन्द्रीय विद्यालय खोलने में लगाया था अडंगा, जिला कलेक्टर के माध्यम से रूकवा दिया था स्टुडेंट्स का एडमिशन

-खंडपीठ ने दिए जयसिंधर में ही एडमिशन जारी रखने व सत्र शुरू करने के अंतरिम आदेश

जोधपुर

राजस्थान हाईकोर्ट ने बाडमेर जिले के जेसिंधर गांव में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना में रोडे अटकाने के मामले में बाडमेर एमपी कर्नल सोनाराम तथा बाडमेर कलेक्टर सहित केवीएस बोर्ड को नोटिस जारी करते हुए 24 अगस्त तक जवाबतलब किया है। इस बीच में जयसिंधर गांव में ही केन्द्रीय विद्यालय में प्रवेश जारी रखने व सत्र शुरू करने के अंतरिम आदेश जारी किए हैं। यह आदेश वरिष्ठ न्यायाधीश गोविंद माथुर व न्यायाधीश जयश्री ठाकुर की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता तेजाराम व अन्य की ओर से दायर जनहित याचिका की सुनवाई में दिए।

खंडपीठ में याचिकाकर्ताओं की ओर से संदीप शाह ने कहा कि मुनाबाव से 10 किमी दूर बॉर्डर एरिया के गांव जयसिंधर में वर्ष 2010 में केन्द्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसका सर्विसेज की ओर से तथा जिला कलेक्टर की ओर से भी अनुमोदन कर दिया गया। इसके लिए याचिकाकर्ता तेजाराम व अन्य ग्रामीणों ने मिल जुल कर वर्ष 2011 में करीब 25 बीघा जमीन भी मुहैया करवाई गई। इसी बीच में बाडमेर के एमपी कर्नल सोनाराम ने 12 मार्च 2015 को केवीएस को नया प्रस्ताव भ्भेज कर स्कूल जयसिंधर की जगह चोहटन में खोलने के लिए पत्र लिखा। लेकिन केवीएस बोर्ड को जयसिहर का प्रस्ताव सही लगा।

एडमिशन रूकवा दिए

इस पर जयसिंधर में केवीएस स्कूल में प्रस्तावित 200 सीट के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू की गई जिस के लिए करीब छह सौ से अधिक आवेदन प्राप्त हो गए। लेकिन इस बीच में बाडमेर जिला कलेक्टर ने एडमिशन रजिस्टर पर हाथ से नोट लगाते हुए जयसिंहर में एडमिशन प्रक्रिया को रोकने तथा चोहटन में केवीएस खोलने की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश लिख दिया। इस पर तेजाराम व अन्य ग्रामीणों ने इसे चुनौती देते हुए जनहित याचिका दायर की।

बड़ी खुशखबरी- अब जमीन खरीदने पर भी मिलेगा लोन

बड़ी खुशखबरी- अब जमीन खरीदने पर भी मिलेगा लोन

राज्य में उद्योग लगाने के लिए संसाधनों पर ऋण की सुविधा मुहैया कराने वाला राजस्थान वित्त निगम अब उद्योग के लिए जमीन खरीदने पर भी ऋण देगा। यह ऋण 25 लाख से लेकर 5 करोड़ रुपए तक होगा। इसके लिए 12.75 फीसदी वार्षिक ब्याज दर होगी। ऋण चुकाने के लिए पांच साल की समय सीमा रखी है और किस्त जमीन आवंटन के छह माह बाद शुरू होगी।

इस आशय के आदेश राजस्थान वित्त निगम के प्रबन्ध निदेशक ने जारी कर दिए हैं। आदेश के मुताबिक राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम लिमिटेड (रीको) की ओर से औद्योगिक/ होटल/ हॉस्पिटल प्रयोजनार्थ आवंटित जमीन की राशि पर 60 प्रतिशत ऋण मिल सकेगा। ऋण की राशि को 5 साल में चुकाना होगा और किस्त तिमाही होगी, जो जमीन आवंटन के छह माह बाद शुरू होगी। ऋण के लिए न्यूनतम राशि 25 लाख व अधिकतम राशि 5 करोड़ रुपए हो सकती है।

उद्योगों को मिलेगा प्रोत्साहन

राजस्थान वित्त निगम की ओर से अब तक केवल उद्योग लगाने के लिए मशीनरी खरीद व भवन निर्माण जैसे संसाधनों के लिए ही ऋण दिया जाता था। इस ऋण को लेने से पहले उद्यमी को रीको से खरीदी गई जमीन का भुगतान खुद के स्तर पर ही करना होता था। ऐसे में जो उद्यमी जमीन की खरीद नहीं कर सकते, उनको राजस्थान वित्त निगम की ओर से ऋण नहीं दिया जाता था। अब जमीन खरीदने के लिए ऋण मिलने से राज्य में उद्योगों को प्रोत्साहन भी मिलेगा।




इनका कहना है

रीको की ओर से आवंटित जमीन पर ऋण मुहैया कराने के सम्बन्ध में प्रबन्ध निदेशक के आदेश मिल गए हैं। इस योजना का प्रचार-प्रसार कर उद्यमियों को जागरूक किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को लाभ मिल सके।




जी. के. बारुपाल, शाखा प्रबन्धक, राजस्थान वित्त निगम किशनगढ़ (अजमेर)

किशनगढ़ शाखा की वर्तमान स्थिति

राजस्थान वित्त निगम की अजमेर जिले की शाखा किशनगढ़ में स्थित है। चालू वित्तीय वर्ष में 16 करोड़ रुपए का ऋण वितरण लक्ष्य रखा गया है और अब तक ढाई करोड़ रुपए के ऋण स्वीकृत कर दिए गए हैं। गत वर्ष करीब 11 करोड़ रुपए के ऋण स्वीकृत किए गए और अब तक शाखा के उद्यमियों में करीब 34 करोड़ रुपए बकाया है।

पिता ही निकला आठ वर्षीय मासूम की इज्जत का लुटेरा

पिता ही निकला आठ वर्षीय मासूम की इज्जत का लुटेरा

श्रीगंगानगर आठ साल की मासूम बच्ची का उसके पिता ने ही दुष्कर्म कर रिश्तों को शर्मसार कर दिया। इसी बच्ची को आरोपी अपना बनाकर सात साल पहले पंजाब से गोद लेकर आया था। इस संबंध में सदर पुलिस ने जांच कर आरोपी को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने अपने कैंटर चालक पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे जो झूठे पाए गए।

जांच अधिकारी राहुल यादव ने बताया कि धालेवाला निवासी 64 वर्षीय गुरनामसिंह मेहरा सिख ने छह जुलाई को पुलिस अधीक्षक को शिकायत कर आरोप लगाए थे। इसमें बताया गया था कि नौ जी छोटी निवासी बाबा उर्फ जग्गासिंह ने उसकी आठ साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और पिकअप हड़पकर धोखाधड़ी की।

चूनावढ़ पुलिस ने परिवाद दर्ज कर जांच सदर पुलिस को दी गई। पुलिस ने अनुसंधान में पाया कि बच्ची का पिता गुरनामसिंह खुद ही दुष्कर्म का आरोपी है। बच्ची के मजिस्टे्रट बयान में यह साफ हो गया और आरोपी को पुरानी आबादी में रवि चौक से एक मकान में छुपे हुए को गिरफ्तार कर लिया।

अपनी इज्जत बचाने के लिए कराया झूठा मामला

आरोपी अपनी मासूम बच्ची को पांच जून को जग्गासिंह के घर छोड़कर वापस आ गया। जग्गासिंह की पत्नी को पीडि़ता मासूम ने इस घटना के बारे में बताया। इसके बाद जग्गासिंह ने फोनकर गुरनामसिंह को उलाहना दिया। आरोपी ने अपना जुर्म छुपाने के लिए धालेवाला से मौजीज लोगों की पंचायत लेकर जग्गासिंह के घर गया। वहां पंचायत के सामने गुरनामसिंह की कलई खुल गई। उसने अपना जुर्म छुपाने के लिए बच्ची को सिखाकर एसपी के सामने पेश किया। एसपी के आदेश से तत्काल चूनावढ़ पुलिस ने जग्गासिंह और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच सदर पुलिस को सौंप दी। जांच में बच्ची को उपचार के बाद मानव कल्याण आश्रम में रखा गया। करीब दो सप्ताह बाद मासूम बच्ची सामान्य हुई तब मजिस्टे्रट बयान दर्ज कराए गए। इसमें बच्ची ने अपने पिता पर ही दुष्कर्म के आरोप लगाए।

खुद की नहीं गोद ली हुई है बच्ची

मामले में सामने आया कि गुरनामसिंह पंजाब के मोगा शहर में मजदूरी करता था। वहां से एक बिहारी परिवार की इस बच्ची को 2008 में गोद लेकर आया था। उसके खुद के कोई संतान नहीं थी। 2009 में उसकी पत्नी की मौत हो गई। उसके बाद आरोपी ने इस बच्ची को अपने पिकअप चालक नौ जी निवासी जग्गासिंह के पास छोड़ आया। बच्ची वहां उसके बच्चों के साथ पलती रही और बड़ी होकर स्कूल पढऩे जाती रही। आरोपी बच्ची को 26 मई को गांव में गुरुद्वारा में धार्मिक आयोजन के अवसर पर वापस घर लेकर आया था। उसे पांच जून को नौ जी छोड़ आया। इसी दौरान उसने दो बार दुष्कर्म का प्रयास किया।