मेरठ। नहीं थम रहीं सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं, अब मेरठ में बवाल
उत्तर प्रदेश के मेरठ में कंकरखेड़ा क्षेत्र में रविवार रात एक मामूली विवाद के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 12 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि पावलीखास गांव के बाहरी छोर पर स्थित एक खेत में ईंट से भरी ट्रैक्टर ट्राली उतार देने पर विवाद शुरु हुआ। गांव में इसकी खबर फैली तो दोनों ही ओर से लोग मौके पर पहुंच गए और पथराव होने लगा।
इस दौरान करीब 15 राउन्ड फायरिंग भी हुई जिससे गांव में दहशत फैल गई। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात किए जाने के साथ ही जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डेरा डाले हुए हैं।
इस सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार नही किया गया है हालांकि पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने का काम जारी है और शाम तक कुछ लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है।
इस संबंध में जिलाधिकारी पंकज यादव का कहना है कि पुलिस बल के सहयोग से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी सी दूबे ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के साथ वह स्वयं भी गांव में डेरा डाले हुए हैं और एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। पुलिस ने देर रात फ्लैग मार्च भी निकाला। ग्रामीणों का आरोप है कि कंकरखेड़ा पुलिस की लापरवाही के कारण गांव सुलग उठा।
उनका कहना था कि दोनों संप्रदायों के लोगों में चार दिन से तनाव की स्थिति बनी हुई थी इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं बरती।