रेप पीडिता से विवाह कर दोस्त ने दी मिसाल
बांका। कहा जाता है कि यदि सच्चा प्यार हो तो किसी भी स्थिति में साथ निभाया जा सकता है, क्योंकि यह ऎसी भावना है, जिसमें केवल समर्पण होता है। ऎसा ही कुछ बिहार के बांका जिले में हुआ, जहां एक युवक ने सामूहिक दुष्कर्म की शिकार अपनी मित्र का हाथ थाम कर उसे जीवनसंगिनी बना लिया।
बांका में चार दिन पहले अपने पुरूष मित्र के साथ मंदार पर्वत घूमने गई एक छात्रा के साथ वहां के तीन चरवाहों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस घटना के बाद हालांकि पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पीडिता इस घटना के बाद पूरी तरह टूट चुकी थी। उसने घटना के बाद ही अपने दोस्त से विवाह करने का प्रस्ताव रख दिया था।
युवती का मित्र इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है। शुरू में तो वह इस प्रस्ताव को सुनकर हैरान रह गया, लेकिन बाद में उसने अपने परिजनों की सहमति से इस पर मुहर लगा दी। उसने शुक्रवार को बांका के प्रसिद्घ भगवान मधुसूदन मंदिर में अपनी दोस्त के साथ सात फेरे लिए।
घटना के बाद पीडिता के पिता की हालत भी नाजुक हो गई थी, लेकिन बेटी की शादी ने उनकी चिंता कम कर दी है। विवाह समारोह में दोनों पक्ष के परिजन उपस्थित थे। इस मौके पर कटोरिया के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सोनेलाल हेम्ब्रम सहित बौंसी थाने के करीब सभी पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि मंदिर में विवाह से पहले न्यायालय में भी दोनों ने शपथ पत्र देकर विवाह कर एक-दूसरे का पति-पत्नी बनना स्वीकार किया। युवक इस विवाह से खुश है। उसने कहा, आखिर हम दोनों का विवाह कहीं न कहीं तो होना ही था। अब हम जीवनभर के लिए एक-दूसरे के हो गए। साथी से शुरू हुआ सफर जीवनसाथी के रूप में बदल गया, इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है। विधायक हेम्ब्रम ने भी कहा कि ऎसे विवाह मानवता का एक नया आयाम तय करते हैं। ऎसे लड़के समाज में बहुत कम होते हैं। आज इस लड़के ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
बांका। कहा जाता है कि यदि सच्चा प्यार हो तो किसी भी स्थिति में साथ निभाया जा सकता है, क्योंकि यह ऎसी भावना है, जिसमें केवल समर्पण होता है। ऎसा ही कुछ बिहार के बांका जिले में हुआ, जहां एक युवक ने सामूहिक दुष्कर्म की शिकार अपनी मित्र का हाथ थाम कर उसे जीवनसंगिनी बना लिया।
बांका में चार दिन पहले अपने पुरूष मित्र के साथ मंदार पर्वत घूमने गई एक छात्रा के साथ वहां के तीन चरवाहों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस घटना के बाद हालांकि पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पीडिता इस घटना के बाद पूरी तरह टूट चुकी थी। उसने घटना के बाद ही अपने दोस्त से विवाह करने का प्रस्ताव रख दिया था।
युवती का मित्र इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है। शुरू में तो वह इस प्रस्ताव को सुनकर हैरान रह गया, लेकिन बाद में उसने अपने परिजनों की सहमति से इस पर मुहर लगा दी। उसने शुक्रवार को बांका के प्रसिद्घ भगवान मधुसूदन मंदिर में अपनी दोस्त के साथ सात फेरे लिए।
घटना के बाद पीडिता के पिता की हालत भी नाजुक हो गई थी, लेकिन बेटी की शादी ने उनकी चिंता कम कर दी है। विवाह समारोह में दोनों पक्ष के परिजन उपस्थित थे। इस मौके पर कटोरिया के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सोनेलाल हेम्ब्रम सहित बौंसी थाने के करीब सभी पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि मंदिर में विवाह से पहले न्यायालय में भी दोनों ने शपथ पत्र देकर विवाह कर एक-दूसरे का पति-पत्नी बनना स्वीकार किया। युवक इस विवाह से खुश है। उसने कहा, आखिर हम दोनों का विवाह कहीं न कहीं तो होना ही था। अब हम जीवनभर के लिए एक-दूसरे के हो गए। साथी से शुरू हुआ सफर जीवनसाथी के रूप में बदल गया, इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है। विधायक हेम्ब्रम ने भी कहा कि ऎसे विवाह मानवता का एक नया आयाम तय करते हैं। ऎसे लड़के समाज में बहुत कम होते हैं। आज इस लड़के ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है।