जान बचा के भागे अधिकारी और पुलिसकर्मी अतिकर्मि महिलाओं से
बाड़मेर .सरहदी जिले बाड़मेर में मुख्यालय पर स्थित जसदेर तालाब के आगोर में कई सालों से रह रहे जोगी जाती के परिवारों का अतिक्रमण हटाने गए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारीयों को अतिकर्मी परिवारों की महिलाओं का जबरदस्त आक्रोस का करना पड़ा .उनका आक्रोश इतना तगड़ा की इन अधिकारीयों और पुलिसकर्मियों को सर पर पैर रख कर बिना अतिक्रमण हटाये भागना पड़ा ,शुक्रवार को बाड़मेर शहर के पास जब पुलिस और प्रशाशन की टीमअतिक्रमण हटाने के लिए गई तो जमकर बवाल हुआ और उसके बाद अंत में पुलिस औरप्रशाशन के अधिकरियो को अपनी सुरक्षा के लिए भागना पड़ा जब प्रशाशन नेअतिक्रमण शरू किया तो लोगो ने अपने झोपड़े को आग के हवाले कर दिया बवालइतना बढ़ा कि दर्जनों ओरतो और पुलिस में जमकर झडप हो हुई उसके बाद तो आग
पर काबू पाने के लिए फायर बिर्गेड को बुलना पड़ा .पिछले कई महीने से जोगी जाति के चालीस पचास परिवारों ने बाड़मेर शहर के पास आगोर में जसदेर तालाब के पास जमीन पर कब्जा कर रखा थाइसको हटाने के लिए आज प्रशाशन और पुलिस बल पर मोके पर पहुच कर अतिक्रमणहटाने की कारवाही शरू कर रहा था इतने में लोगो ओरतो ने अपने ही घरो कोआग के हवाले कर दिया उसके बाद ओरतो ने यह आरोप लगाया कि प्रशाशन ने हमारेघरो को आग के हवाले कर दिया है दर्जनों भर ओरते पुलिस और अधिकारियो के
साथ उलझ गई ओरतो ने पोलिस वालो के साथ जमकर हाथापाई की पुलिसकर्मियों और अतिकर्मी महिलाओ के बीच कई मर्तबा मारपीट भी हुई .अधिकारियो ने बवाल बढ़ता देख पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता भी बुलाया उसके बाद भी ओरतो ने जमकर पुलिस से उलझते रहे आखिर मामला बढ़ता देख पुलिसऔर प्रशाशन के अधिकारी अपनी जान बचाकर भाग गए किसी तरह बाड़मेर के तहसील दार ओरतो से पिछा छुडवाकर भागने में सफल हुए जब पुलिसवापिस जाने लगी तो ओरतो ने गाड़ी के आगे आकर हगामा कर दिया।पुलिसकर्मी भी तहसीलदार के भाग जाने के बाद वहा से भाग खड़े हुए --
शुक्रवार, 17 मई 2013
कार लूट के दो आरोपी गुजरात से गिरफ्तार
कार लूट के दो आरोपी गुजरात से गिरफ्तार
बागरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालोर पृथ्वीराज मीना के निर्देशन में थाना प्रभारी मय जाब्ता ने कार लूट की अंतर राज्यीय गैंग का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गुजरात राज्य के अमरेली जिले से गिरफ्तार किया हैं। थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि पिछले दिनों तीन अज्ञात आरोपियों ने 28 अप्रैल को आकोली-सियाणा के बीच एक बिना नंबरी स्विफ्ट कार के चालक खेताराम पुत्र नगाराम हीरागर निवासी माउंट आबू को पिस्टल दिखा कार लूट कर ले गए। चालक खेताराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने लूट का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के फोन कॉल्स की डिटेल्स पर वांछित आरोपियों में से उमेशभाई उर्फ बाबूभाई पुत्र प्रागजी, जाति पटेल, निवासी उगामेढी, पीएस गढडा, जिला भावनगर (गुजरात)तथा अमराराम उर्फ मुकेश पुत्र अचलाराम, जाति मेघवाल, निवासी भागली सिंधलान, पीएस कोतवाली जालोर, जालोर (राज.) को गिरफ्तार कर लूटी गई कार व अवैध हथियार को बरामद किए। गिरफ्तार अभियुक्तों में से उमेशभाई के विरुद्ध पूर्व में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण व अवैध हथियारों की खरीद जैसे कई आपराधिक मामले राजस्थान व गुजरात में दर्ज हैं। वारदात में शरीक एक अन्य अभियुक्त सुरेश उर्फ सांवलाराम मेघवाल निवासी डकातरा की तलाश जारी हैं।
डकैती की योजना बनाते दो गिरफ्तार हथियार बरामद
डकैती की योजना बनाते दो गिरफ्तार हथियार बरामद
आरोपियों के कब्जे से लोडेड तीन देशी पिस्टल बरामद की, चार आरोपी भाग छूटे, पूछताछ में आरोपियों ने बुधवार को ट्रक चालक से लूट की वारदात कबूली
सांचौर
नगर में इंद्रा कॉलोनी स्थित एक सुनसान कमरे में बैठे युवकों की ओर से पेट्रोल पंप को लूटने की योजना बनाते हुए पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार नगर के इंदिरा कॉलोनी स्थित एक सुनसान मकान में मुखबिर से सूचना मिली कि मकान में दो युवक डकैती की योजना बना रहे हैं।
इस पर एसपी दीपक कुमार के निर्देशन में थानाधिकारी अनराजसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में गठित टीम ने इंद्रा कॉलोनी स्थित मकान को चारों ओर से घेर लिया। थानाधिकारी ने बताया कि घेराव करने के बाद कमरे में मौजूद 25 से 30 वर्ष की आयु के 6 युवक हथियार के साथ पेट्रोल पंप को लूटने की बात कर रहे थे। जिसको लेकर पुलिस ने आरोपियों को ललकारा जिसपर उस कमरे से 5-6 युवक बाहर आए और सामने पुलिस बल को देख भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा करते हुए सुरेश पुत्र बाबूलाल विश्नोई निवासी बीढाणी व अशोक पुत्र हरिराम विश्नोई बीढाणी को दबोच लिया।
तथा अन्य चार युवक कमलेश पुत्र शंकरमहादेव निवासी बस स्टैंड सांचौर, मनोज पुत्र लक्ष्मणराम जाति विश्नोई निवासी मालवाड़ा, सुरेश पुत्र जयकिशन विश्नोई निवासी दूठवा, चुन्नीलाल पुत्र राजूराम विश्नोई निवासी पूर भागने में सफल हो गए। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन देशी लोडेड पिस्टल एवं धारदार हथियार बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ डकैती की योजना बनाने एवं अवैध हथियार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान गत रात्रि 15 मई को को सरहद कारोला में ट्रक चालक के साथ डकैती करना कबूला है। पुलिस आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। पुलिस टीम में एसआई भीमाराम विश्नोई, कांस्टेबल अर्जुनराम, मोहनलाल, विक्रम, सोहनलाल, ओमप्रकाश, हीरालाल शामिल थे।
ब्रिटेन में भारतीय महिला को बनाया 'सेक्स गुलाम', कपड़े उतारकर करवाया डांस, किया बलात्कार
लंदन. दो महिलाओं ने मानवता को शर्मसार करने वाला काम किया है। इन दोनों ने एक भारतीय महिला को गुलाम बनाकर घर में बंद रखा और उससे लगातार 16-16 घंटे तक काम कराया। इतना ही नहीं, इन महिलाओं का एक दोस्त, जो पेशेवर कसाई है, उसने भारतीय महिला के साथ बलात्कार भी किया। एनकार्ता बालापोवी नाम के इस 54 वर्षीय कसाई ने बलात्कार से पहले 39 साल की इस महिला को नग्न होकर डांस करने व उत्तेजक क्रियाएं करने पर भी मजबूर किया। इसके अलावा इस भारतीय महिला से घर के सारे काम कराए जाते थे। जब महिला विरोध करती थी तो उसका पासपोर्ट जला देने की धमकी दी जाती थी। इन तीनों आरोपियों को अदालत ने सजा सुनाई है।
भारतीय मूल की इस महिला को शशि ओबराय ने अक्टूबर 2007 में काम पर रखा। घर में उससे सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक जबरदस्ती काम कराया जाता था। काम के दौरान ही उसे आयरन से जलाया जाता और सुई चुभोने, चाकू मारने की धमकी दी जाती। इतना ही नहीं, जब कभी उससे जरा सी भी रोटी जल जाती, उसके सिर में पिन चुभोई जाती। पीड़ित महिला के वकील कैरोलीन हॉगे ने कोर्ट में कहा कि यह महिला समाज की सबसे कमजोर सदस्यों में से है। वह इन महिलाओं का निशाना इसलिए बनी क्योंकि वह अपने मानवाधिकारों के बारे में नहीं जानती थी।
भारतीय मूल की इस महिला को शशि ओबराय ने अक्टूबर 2007 में काम पर रखा। घर में उससे सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक जबरदस्ती काम कराया जाता था। काम के दौरान ही उसे आयरन से जलाया जाता और सुई चुभोने, चाकू मारने की धमकी दी जाती। इतना ही नहीं, जब कभी उससे जरा सी भी रोटी जल जाती, उसके सिर में पिन चुभोई जाती। पीड़ित महिला के वकील कैरोलीन हॉगे ने कोर्ट में कहा कि यह महिला समाज की सबसे कमजोर सदस्यों में से है। वह इन महिलाओं का निशाना इसलिए बनी क्योंकि वह अपने मानवाधिकारों के बारे में नहीं जानती थी।
चेन्नई में रेडः वेश्याओं के साथ हमबिस्तर हुए थे श्रीसंथ और चंदीला!
नई दिल्ली। स्पॉट फिक्सिंग कर लाखों क्रिकेट प्रशंसकों का दिल तोड़ने वाले श्रीसंथ और अजीत चंदीला को लड़कियां भी सप्लाई की जाती थी। इसका खुलासा उनकी फोन कॉल्स खंगालने से हुआ है। यह दावा अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने किया है। श्रीसंथ ने पकड़े जाने के बाद कहा कि उनसे गलती हो गई। गुरुवार को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद उन्होंने एक मलयालम टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उनसे गलती हो गई है। शुक्रवार को तमिलनाडु पुलिस ने चेन्नई में स्पॉट फिक्सिंग की जांच के लिए कई जगहों पर छापे मारे।
आईपीएल के फिक्स खिलाड़ी एक ओवर के लिए सिर्फ 60 लाख रुपये से ही तैयार नहीं होते थे। वे इसके लिए बुकीज से लड़कियां भेजने की भी डिमांड करते थे। फोन टैपिंग से से हुए खुलासे के मुताबिक कम से कम तीन में से दो खिलाड़ियों को लड़कियां भेजी गई थीं।
पुलिस ने इनकी बातचीत रिकॉर्ड की तो पता चला कि दो बुकी मानन और चंद ने श्रीसंथ और चंदीला के लिए उनके होटलों में लड़कियां भी भेजी थीं। ऐसा उन्होंने कम से कम तीन बार किया था। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक बुकीज और क्रिकेटरों के बीच बातचीत में कई बार लड़कियों को भेजने का उल्लेख मिलता है।
बातचीत से पता चलता है कि राजस्थान रॉयल्स का तीसरे खिलाड़ी भी बुकीज की ओर दी जा रही सुविधाओं का मजा ले रहा था। हालांकि इस खिलाड़ी के सीधे तौर पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। बीजू उर्फ जीजू नाम का बुकी इन सुविधाओं को उपलब्ध कराता था। इसमें से एक बुकी तो पिछले साल तक राजस्थान रॉयल्स का तेज गेंदबाज था। गुरुवार तड़के जब दिल्ली पुलिस ने श्रीसंथ और बीजू को मुंबई के खार इलाके से पकड़ा था तब भी वह लड़कियों के साथ थे। ये दोनों अलग-अलग गाड़ियों से आरजी नाइटक्लब भी गए थे।
अखबार के मुताबिक दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने भी इस बात को माना था कि दोनों खिलाड़ियों के पास लड़कियां भेजी जाती थीं। लेकिन इन लड़कियों के स्पॉट फिक्सिंग में शामिल नहीं होने पर पुलिस ने इन पर कोई आरोप नहीं लगाया है।
पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि इसे सलमान नाम का शख्स दुबई से ऑपरेट कर रहा है। मार्च में पुलिस ने गृह मंत्रालय से इस आरोपी का फोन टैप करने की इजाजत मांगी थी। हालांकि यह पता नहीं चला है कि सलमान उसका असली नाम है या नकली। फोन पर होने वाली उनती बातचीत से पता चला था कि आईपीएल-6 में कई मैच फिक्स होने वाले थे।
बुधवार को राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के मैच के बाद दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय और आईपीएल आयोजकों को होने वाली गिरफ्तारियों के बारे में बताया था। हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि पुलिस ने गिरफ्तार होने वाले खिलाड़ियों का नाम खोला था या नहीं।
आईपीएल के फिक्स खिलाड़ी एक ओवर के लिए सिर्फ 60 लाख रुपये से ही तैयार नहीं होते थे। वे इसके लिए बुकीज से लड़कियां भेजने की भी डिमांड करते थे। फोन टैपिंग से से हुए खुलासे के मुताबिक कम से कम तीन में से दो खिलाड़ियों को लड़कियां भेजी गई थीं।
पुलिस ने इनकी बातचीत रिकॉर्ड की तो पता चला कि दो बुकी मानन और चंद ने श्रीसंथ और चंदीला के लिए उनके होटलों में लड़कियां भी भेजी थीं। ऐसा उन्होंने कम से कम तीन बार किया था। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक बुकीज और क्रिकेटरों के बीच बातचीत में कई बार लड़कियों को भेजने का उल्लेख मिलता है।
बातचीत से पता चलता है कि राजस्थान रॉयल्स का तीसरे खिलाड़ी भी बुकीज की ओर दी जा रही सुविधाओं का मजा ले रहा था। हालांकि इस खिलाड़ी के सीधे तौर पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। बीजू उर्फ जीजू नाम का बुकी इन सुविधाओं को उपलब्ध कराता था। इसमें से एक बुकी तो पिछले साल तक राजस्थान रॉयल्स का तेज गेंदबाज था। गुरुवार तड़के जब दिल्ली पुलिस ने श्रीसंथ और बीजू को मुंबई के खार इलाके से पकड़ा था तब भी वह लड़कियों के साथ थे। ये दोनों अलग-अलग गाड़ियों से आरजी नाइटक्लब भी गए थे।
अखबार के मुताबिक दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने भी इस बात को माना था कि दोनों खिलाड़ियों के पास लड़कियां भेजी जाती थीं। लेकिन इन लड़कियों के स्पॉट फिक्सिंग में शामिल नहीं होने पर पुलिस ने इन पर कोई आरोप नहीं लगाया है।
पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि इसे सलमान नाम का शख्स दुबई से ऑपरेट कर रहा है। मार्च में पुलिस ने गृह मंत्रालय से इस आरोपी का फोन टैप करने की इजाजत मांगी थी। हालांकि यह पता नहीं चला है कि सलमान उसका असली नाम है या नकली। फोन पर होने वाली उनती बातचीत से पता चला था कि आईपीएल-6 में कई मैच फिक्स होने वाले थे।
बुधवार को राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के मैच के बाद दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय और आईपीएल आयोजकों को होने वाली गिरफ्तारियों के बारे में बताया था। हालांकि यह पता नहीं चल सका है कि पुलिस ने गिरफ्तार होने वाले खिलाड़ियों का नाम खोला था या नहीं।
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