आपराधिक रिकॉर्ड तो कांग्रेस नहीं देगी टिकट
जयपुर। आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में आपराधिक रिकॉर्ड वाले नेताओं की कांग्रेस की छुट्टी तय है। चुनाव में पार्टी ऎसे नेताओं को टिकट नहीं देगी। राज्य में पार्टी की नब्ज टटोलने आए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यह बात स्पष्ट कर दी है। जयपुर दौरे में राहुल ने राजस्थान सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व पर भी पार्टी के विश्वास की मुहर लगा दी।
बिड़ला सभागार में प्रदेश के 24 विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों और नेताओं से बातचीत के बाद राहुल शाम को पत्रकारों से रूबरू हुए। बातचीत के दौरान टिकट वितरण के सवाल पर राहुल ने कहा कि प्रदेश में जल्दी ही यह काम कर देना चाहिए। अधिक से अधिक लोगों से मशविरे के जरिए ऎसा होना चाहिए। अपराधी और नकारात्मक लोगों को टिकट वितरण में "अवॉयड" किया जाएगा।
राहुल ने कहा कि कार्यकर्ताओं के बातचीत के दौरान कई समस्याएं सामने आई हैं,लेकिन हंसतें हंसते इनका समाधान कर लिया जाएगा। पार्टी की यही मंशा है कि युवाओं,ग्रामीणों और महिलाओं की आवाज अधिक से अधिक आगे लाया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान ही नहीं,जहां भी कांग्रेस की सरकारें हैं वहां एक ही फॉर्मूला है कि आम आदमी की सरकार हो। उसकी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा आम आदमी को मिले।
गहलोत सरकार ने किया अच्छा काम
राहुल ने यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि राज्य में गहलोत सरकार ने भी कई योजनाओं पर बहुत अच्छा काम किया है। सरकार ने नि:शुल्क दवा योजना,पेंशन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। केन्द्र सरकार अब आमजन को भोजन का अधिकार योजना लाने के भी प्रयास कर रही है। भाजपा इसमें बाधाएं खड़ी कर रही हैं। लेकिन केन्द्र सरकार कैसे भी इस मामले को सुलझा कर आम आदमी को फायदा पहुंचाएगी।
गुरुवार, 16 मई 2013
दिल्ली पुलिस का खुलासा, 5, 9 और 15 मई के IPL मैच में स्पॉट फिक्सिंग
स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कुल 3 मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई थी. दिल्ली पुलिस ने बताया कि राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी श्रीसंत ने 9 मई को माहोली में राजस्थान और पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की थी.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने देर रात 2:30 बजे श्रीसंत के अलावा दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंडीला और अंकित चव्हाण को दक्षिण मुंबई के होटल ट्राईडेंट से धारा 420 और 120-बी के तहत गिरफ्तार किया. पुलिस उन्हें दिल्ली ले आई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ी और कुल 11 बुकी गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक खिलाड़ियों और सट्टेबाजों में यह तया हुआ था कि वे एक ओवर में कम से कम 14 रन देंगे.
सट्टेबाजों ने खिलाड़ियों को यह भी निर्देश दिया था कि जब वे डील के मुताबिक रन देने के लिए तैयार हो जाएंगे तो उन्हें इशारा करना होगा. ये इशारे थे- लॉकेट शर्ट से बाहर निकालना, शर्ट बाहर निकालना और ट्राउजर में तौलिया रखना आदि.
पुलिस के मुताबिक स्पॉट फिक्सिंग की शुरुआत 5 मई को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और पुणे वॉरियर्स के बीच खेले गए मैच से हुई थी. इस दौरान अजित चंडीला को अपने सेकेंड स्पेल में14 रन देने थे. लेकिन चंडीला सिग्नल देना भूल गए और बुकी सट्टा नहीं लगा पाए.
दूसरी बार 9 मई को माहोली में राजस्थान और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई. श्रीसंत को अपने ट्राउजर में तौलिया रखकर इशारा करना था. श्रीसंत ने मैदान में वॉर्मअप के बहाने बुकी को सट्टा लगाने का समय दिया. इसके बाद उन्होंने उस ओवर में 13 रन दिए.
पुलिस के मुताबिक तीसरी बार मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच बुधवार यानी कि 15 मई को खेले गए मैच में भी स्पॉट फिक्सिंग की गई. इस मैच में अजित चंडीला नहीं थे, लेकिन उन्होंने अंकित चव्हाण और सट्टेबाजों के बीच बिचौलिए का काम किया. चव्हाण को भी अपने दूसरे स्पेल में 14 या इससे ज्यादा रन देने थे.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने देर रात 2:30 बजे श्रीसंत के अलावा दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंडीला और अंकित चव्हाण को दक्षिण मुंबई के होटल ट्राईडेंट से धारा 420 और 120-बी के तहत गिरफ्तार किया. पुलिस उन्हें दिल्ली ले आई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ी और कुल 11 बुकी गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक खिलाड़ियों और सट्टेबाजों में यह तया हुआ था कि वे एक ओवर में कम से कम 14 रन देंगे.
सट्टेबाजों ने खिलाड़ियों को यह भी निर्देश दिया था कि जब वे डील के मुताबिक रन देने के लिए तैयार हो जाएंगे तो उन्हें इशारा करना होगा. ये इशारे थे- लॉकेट शर्ट से बाहर निकालना, शर्ट बाहर निकालना और ट्राउजर में तौलिया रखना आदि.
पुलिस के मुताबिक स्पॉट फिक्सिंग की शुरुआत 5 मई को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और पुणे वॉरियर्स के बीच खेले गए मैच से हुई थी. इस दौरान अजित चंडीला को अपने सेकेंड स्पेल में14 रन देने थे. लेकिन चंडीला सिग्नल देना भूल गए और बुकी सट्टा नहीं लगा पाए.
दूसरी बार 9 मई को माहोली में राजस्थान और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई. श्रीसंत को अपने ट्राउजर में तौलिया रखकर इशारा करना था. श्रीसंत ने मैदान में वॉर्मअप के बहाने बुकी को सट्टा लगाने का समय दिया. इसके बाद उन्होंने उस ओवर में 13 रन दिए.
पुलिस के मुताबिक तीसरी बार मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच बुधवार यानी कि 15 मई को खेले गए मैच में भी स्पॉट फिक्सिंग की गई. इस मैच में अजित चंडीला नहीं थे, लेकिन उन्होंने अंकित चव्हाण और सट्टेबाजों के बीच बिचौलिए का काम किया. चव्हाण को भी अपने दूसरे स्पेल में 14 या इससे ज्यादा रन देने थे.
दिल्ली पुलिस का खुलासा, 5, 9 और 15 मई के IPL मैच में स्पॉट फिक्सिंग
स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कुल 3 मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई थी. दिल्ली पुलिस ने बताया कि राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी श्रीसंत ने 9 मई को माहोली में राजस्थान और पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की थी.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने देर रात 2:30 बजे श्रीसंत के अलावा दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंडीला और अंकित चव्हाण को दक्षिण मुंबई के होटल ट्राईडेंट से धारा 420 और 120-बी के तहत गिरफ्तार किया. पुलिस उन्हें दिल्ली ले आई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ी और कुल 11 बुकी गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक खिलाड़ियों और सट्टेबाजों में यह तया हुआ था कि वे एक ओवर में कम से कम 14 रन देंगे.
सट्टेबाजों ने खिलाड़ियों को यह भी निर्देश दिया था कि जब वे डील के मुताबिक रन देने के लिए तैयार हो जाएंगे तो उन्हें इशारा करना होगा. ये इशारे थे- लॉकेट शर्ट से बाहर निकालना, शर्ट बाहर निकालना और ट्राउजर में तौलिया रखना आदि.
पुलिस के मुताबिक स्पॉट फिक्सिंग की शुरुआत 5 मई को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और पुणे वॉरियर्स के बीच खेले गए मैच से हुई थी. इस दौरान अजित चंडीला को अपने सेकेंड स्पेल में14 रन देने थे. लेकिन चंडीला सिग्नल देना भूल गए और बुकी सट्टा नहीं लगा पाए.
दूसरी बार 9 मई को माहोली में राजस्थान और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई. श्रीसंत को अपने ट्राउजर में तौलिया रखकर इशारा करना था. श्रीसंत ने मैदान में वॉर्मअप के बहाने बुकी को सट्टा लगाने का समय दिया. इसके बाद उन्होंने उस ओवर में 13 रन दिए.
पुलिस के मुताबिक तीसरी बार मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच बुधवार यानी कि 15 मई को खेले गए मैच में भी स्पॉट फिक्सिंग की गई. इस मैच में अजित चंडीला नहीं थे, लेकिन उन्होंने अंकित चव्हाण और सट्टेबाजों के बीच बिचौलिए का काम किया. चव्हाण को भी अपने दूसरे स्पेल में 14 या इससे ज्यादा रन देने थे.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने देर रात 2:30 बजे श्रीसंत के अलावा दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंडीला और अंकित चव्हाण को दक्षिण मुंबई के होटल ट्राईडेंट से धारा 420 और 120-बी के तहत गिरफ्तार किया. पुलिस उन्हें दिल्ली ले आई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ी और कुल 11 बुकी गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक खिलाड़ियों और सट्टेबाजों में यह तया हुआ था कि वे एक ओवर में कम से कम 14 रन देंगे.
सट्टेबाजों ने खिलाड़ियों को यह भी निर्देश दिया था कि जब वे डील के मुताबिक रन देने के लिए तैयार हो जाएंगे तो उन्हें इशारा करना होगा. ये इशारे थे- लॉकेट शर्ट से बाहर निकालना, शर्ट बाहर निकालना और ट्राउजर में तौलिया रखना आदि.
पुलिस के मुताबिक स्पॉट फिक्सिंग की शुरुआत 5 मई को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और पुणे वॉरियर्स के बीच खेले गए मैच से हुई थी. इस दौरान अजित चंडीला को अपने सेकेंड स्पेल में14 रन देने थे. लेकिन चंडीला सिग्नल देना भूल गए और बुकी सट्टा नहीं लगा पाए.
दूसरी बार 9 मई को माहोली में राजस्थान और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई. श्रीसंत को अपने ट्राउजर में तौलिया रखकर इशारा करना था. श्रीसंत ने मैदान में वॉर्मअप के बहाने बुकी को सट्टा लगाने का समय दिया. इसके बाद उन्होंने उस ओवर में 13 रन दिए.
पुलिस के मुताबिक तीसरी बार मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच बुधवार यानी कि 15 मई को खेले गए मैच में भी स्पॉट फिक्सिंग की गई. इस मैच में अजित चंडीला नहीं थे, लेकिन उन्होंने अंकित चव्हाण और सट्टेबाजों के बीच बिचौलिए का काम किया. चव्हाण को भी अपने दूसरे स्पेल में 14 या इससे ज्यादा रन देने थे.
राजसमंद पीआरओ रिश्वत लेते पकड़ा
राजसमंद पीआरओ रिश्वत लेते पकड़ा
राजसमंद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरूवार सुबह राजसमंद जिले में तैनात जनसम्पर्क अधिकारी रणछोड़ त्रिपाठी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
एसीबी के अनुसार त्रिपाठी ने रिश्वत की राशि जन सम्पर्क विभाग में तैनात संविदाकर्मियों से ली। जानकारी के अनुसार त्रिपाठी हर माह इन कर्मचारियों के वेतन से राशि वसूलता था। इसबार कुछ महीनों का वेतन एक साथ मिलने के बाद उसने विभाग में तैनात दो महिला कर्मचारियों से बकाया राशि मांगने के लिए मजबूर किया। पिछले कई महीनों से परेशान इन महिला कर्मचारियों ने एसीबी को शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद ब्यूरो ने कार्रवाई को अंजाम दिया। संभवत: यह प्रदेश का पहला ऎसा मामला होगा जिसमें जनसम्पर्क विभाग का कोई अधिकारी रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
राजसमंद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरूवार सुबह राजसमंद जिले में तैनात जनसम्पर्क अधिकारी रणछोड़ त्रिपाठी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
एसीबी के अनुसार त्रिपाठी ने रिश्वत की राशि जन सम्पर्क विभाग में तैनात संविदाकर्मियों से ली। जानकारी के अनुसार त्रिपाठी हर माह इन कर्मचारियों के वेतन से राशि वसूलता था। इसबार कुछ महीनों का वेतन एक साथ मिलने के बाद उसने विभाग में तैनात दो महिला कर्मचारियों से बकाया राशि मांगने के लिए मजबूर किया। पिछले कई महीनों से परेशान इन महिला कर्मचारियों ने एसीबी को शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद ब्यूरो ने कार्रवाई को अंजाम दिया। संभवत: यह प्रदेश का पहला ऎसा मामला होगा जिसमें जनसम्पर्क विभाग का कोई अधिकारी रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
बुधवार, 15 मई 2013
एंटी रेप सेल के संयोजक पर रेप केस
एंटी रेप सेल के संयोजक पर रेप केस
वाशिंगटन। अमेरिका में टेक्सास के फोर्ट हुड स्थित सेना के बलात्कार विरोधी प्रकोष्ठ का संयोजक एक सार्जेंट खुद बलात्कार के मामले में पकड़ा गया है। पिछले एक सप्ताह में यह दूसरा अधिकारी है जिसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
सेना की ओर से बलात्कार के मामलों में पर शीघ्र कार्रवाई नहीं किए जाने पर लोगों में दोबारा गुस्सा फूट पड़ा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री चक हैगल ने मंगलवार को इस मामले पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि सेना में अनुशासन भंग होने के कारण ही ऎसी घटनाएं घटित हो रही हैं जिस पर सांसदों ने भी नाराजगी जाहिर की है। हालांकि सेना ने सार्जेट का नाम नहीं बताते हुए कहा कि उसके घूसखोरी बलात्कार और अपने मातहतों के साथ बदसलूकी के आरोपों की जांच की जा रही है।
वाशिंगटन के एक डेमोक्रेट सीनेटर पैटी मुर्रे ने सेना के दो अधिकारियों की बलात्कार मामले में संलिप्तता को वीभत्स करार देते हुए कहा कि यह हमेशा देखा गया है कि बलात्कार पीडितों की रक्षा करने वाला स्वयं इस अपराध में शामिल हो जाता है। वहीं अमेरिकी संसद में सशस्त्र सेवा समिति के रिपव्लिकन प्रतिनिधि बक मैकियोन ने इस मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा अधिकारियों की ऎसी लापरवाहियों और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जाना लोगों को दुखी करता है।
पेंटागन के प्रवक्ता जार्ज लिटिल ने बताया कि फिलहाल सार्जेंट के विरूद्ध कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। सेना की अपराध जांच कमान के विशेष एजेंट ने आरोपों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हैगल को सेना सचिव जान मैकहग ने इस मामले की सूचना दे दी है। मैकहग ने कहा कि सेना और अन्य सैन्य सेवाएं सम्मिलित रूप से बलात्कार विरोधी प्रकोष्ठ के सभी अधिकारियों और सेना के जवानों को और अधिक विश्वसनीय बनाने के लिए फिर से प्रशिक्षण देने संबंधी हैगल के निर्देशों को लागू करने के लिए वचनबद्ध है। गौरतलब है कि इससे पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल जेफरी क्रुसिन्स्की (41) को बलात्कार के मामले में निलंबित किया जा चुका है।
वाशिंगटन। अमेरिका में टेक्सास के फोर्ट हुड स्थित सेना के बलात्कार विरोधी प्रकोष्ठ का संयोजक एक सार्जेंट खुद बलात्कार के मामले में पकड़ा गया है। पिछले एक सप्ताह में यह दूसरा अधिकारी है जिसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
सेना की ओर से बलात्कार के मामलों में पर शीघ्र कार्रवाई नहीं किए जाने पर लोगों में दोबारा गुस्सा फूट पड़ा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री चक हैगल ने मंगलवार को इस मामले पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि सेना में अनुशासन भंग होने के कारण ही ऎसी घटनाएं घटित हो रही हैं जिस पर सांसदों ने भी नाराजगी जाहिर की है। हालांकि सेना ने सार्जेट का नाम नहीं बताते हुए कहा कि उसके घूसखोरी बलात्कार और अपने मातहतों के साथ बदसलूकी के आरोपों की जांच की जा रही है।
वाशिंगटन के एक डेमोक्रेट सीनेटर पैटी मुर्रे ने सेना के दो अधिकारियों की बलात्कार मामले में संलिप्तता को वीभत्स करार देते हुए कहा कि यह हमेशा देखा गया है कि बलात्कार पीडितों की रक्षा करने वाला स्वयं इस अपराध में शामिल हो जाता है। वहीं अमेरिकी संसद में सशस्त्र सेवा समिति के रिपव्लिकन प्रतिनिधि बक मैकियोन ने इस मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा अधिकारियों की ऎसी लापरवाहियों और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जाना लोगों को दुखी करता है।
पेंटागन के प्रवक्ता जार्ज लिटिल ने बताया कि फिलहाल सार्जेंट के विरूद्ध कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। सेना की अपराध जांच कमान के विशेष एजेंट ने आरोपों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हैगल को सेना सचिव जान मैकहग ने इस मामले की सूचना दे दी है। मैकहग ने कहा कि सेना और अन्य सैन्य सेवाएं सम्मिलित रूप से बलात्कार विरोधी प्रकोष्ठ के सभी अधिकारियों और सेना के जवानों को और अधिक विश्वसनीय बनाने के लिए फिर से प्रशिक्षण देने संबंधी हैगल के निर्देशों को लागू करने के लिए वचनबद्ध है। गौरतलब है कि इससे पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल जेफरी क्रुसिन्स्की (41) को बलात्कार के मामले में निलंबित किया जा चुका है।
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