बुधवार, 15 मई 2013

दो सगी बहनों के साथ दबंगों ने करा रेप

दो सगी बहनों के साथ दबंगों ने करा रेप
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में दबंगों द्वारा एक ही परिवार की दो सगी बहनों के साथ हथियारों से आतंकित कर बलात्कार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के अनुसार एटा जिले के सकीट क्षेत्र के राजपुरा गांव की रहने वाली एक महिला अपनी दो लड़कियों के साथ 11 मई को गांव से करीब एक किलोमीटर दूर किसी वाहन का इतंजार कर रही थी।

महिला का आरोप है कि तभी गांव के ही दबंग लोग जगमोहन,पपीया और तोड़ी हाथों मे तमंचा लेकर आ गए और दोनों लड़कियों के सगे भाई को जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान जगमोहन ने बड़ी बहन को और तोडी ने छोटी बहन को तमंचे के बल पर पास ही झाड़ी में खींच ले गए जहां दोनों युवकों ने उनसे बलात्कार किया।

पुलिस ने बताया जब मां ने इसका विरोध किया तो तीसरे युवक पपीया ने उसके हाथों में काट लिया। महिला के शोर मचाने पर रास्ता चलते अज्ञात लोगों के वहां पहुंचने पर दोनो आरोपी फरार हो गए। इस दौरान आरोपी बड़ी बहन का पर्स भी छीन ले गए जिसमें झुमकी,तोडिया आदि रखी थीं। बलात्कार की इस घटना की जानकारी देने और रिपोर्ट दर्ज करने दोनों लड़कियां अपनी मां के साथ थाने जा रही थी तभी तीनों आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ इनका रास्ता रोक लिया और जबरदस्ती तीनों को गांव लौटा ले गए और एक मकान में बंधक बना दिया और दो दिनों तक बाहर नहीं निकलने दिया।

उन्होंने बताया कि 13 मई को किसी तरह छुप कर महिला और उसकी दोनो बेटियों एटा जिला मुख्यालय पहुंची और पुलिस को तहरीर दी। पीडित लड़कियों ने एक स्थानीय सपा नेता राजेश यादव पर आरोप लगाया कि युवकों को उनका सरंक्षण प्राप्त है। अलीगढ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक प्रकाश डी ने एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस मामले के आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

षंकराचार्य भेख समाज के संस्थापक - महन्त मगनपुरी




षंकराचार्य भेख समाज के संस्थापक - महन्त मगनपुरी
 गोस्वामी छात्रावास में हर्शोल्लास से मनार्इ गइ्र्र आधगुरू की जयनित , सैकडो गोस्वामी बन्धुओ ने की षिरकत
बाडमेर 15 मर्इ 2013 गोस्वामी समाज और मठ मढियों के संस्थापक आधगुरू षंकराचार्य की वैषाख षुक्ल पंचमी तिथी के अवसर पर जयनित का आयोजन बुधवार को गांधी नगर सिथत गोस्वामी छात्रावास में भियाड मठ के महन्त मगनपुरी महाराज की पावन निश्रा में आयोजित हुआ ।

जयनित समारोह का आगाज आधगुरू षंकराचार्य महाराज की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्जवलन के साथ पुश्प र्अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर उपसिथत सैकड़ो गोस्वामी बन्धुओं को सम्बोघित करते हुए भींयाड़ मठाधीष ने आध गुरू को भेख समाज का संस्थापक बताते हुए ष्ांकराचार्य द्वारा आदिकाल में हिन्दु धर्म और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए स्थापित की गर्इ गोस्वामी समाज की 52 मढीयों की स्थापना व उददेष्यों पर प्रकाष डाला साथ ही गोस्वामी समाज को भगवाधारी हिन्दु धर्म सस्कृति का नेतृत्वकारी समाज बताते हुये समाज को आधुनिक युग मेे संगठित रह कर षिक्षा के सहारे आगे बढने की बात कही,तत्पष्चात आधगुरू प्रतिमा की आरती कर श्रद्धालु गोस्वामी बन्धुओ में प्रसाद का वितरण किया गया साथ ही समाज के सर्वागीण विकास पर विस्तार से चर्चा की गर्इ ।

जयनित कार्यक्रम मे तेजभारती सनावडा ,र्इष्वर पुरी , साजनगिरी ,प्रहलादपुरी, चन्दनगिरी, रेखागिरी, आसुगिरी, मोतीभारती , मोहनपुरी, पोकरपुरी, नेमपुरी, किषनगिरी, नूतनपुरी गोस्वामी, लक्ष्मणपुरी नोखडा , एडवोकेट महेषगिरी, कानितगिरी, हनुमानपुरी, सहित कर्इ वक्ताओ ने अपने विचार रखे, जयनित समारोह में बाडमेर सहित दुर दराज के ग्रामीण अंचलो से सैकडों गोस्वामी बन्धुओं ने भेश प्रतीक धारण कर षिरकत की ।

फिल्मों का झांसा,देह व्यापार में धकेला

फिल्मों का झांसा,देह व्यापार में धकेला
मुंबई। मुंबई की समाज शाखा पुलिस ने चेंबूर की पोस्टल कालोनी में छापा मार कर छह लड़कियों को छुड़ा लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार कालोनी में रहने वाले एक दंपती ने अपने आप को पत्रकार बताया था उन्हें भी ग्राहकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

दंपती आरोपी ने लड़कियों से कहा था कि उन्हें फिल्म में काम दिलाएंगे लेकिन बाद में उन्हें वेश्यावृत्ति में डाल दिया। प्रमुख आरोपी राजू जाधव और उसकी पत्नी ने कालोनी वालों को बताया था कि वह एक मराठी समाचार पत्र में काम करते हैं।

एक पड़ोसी ने बताया कि उसने जाधव से उनके घर में प्रतिदिन कई लड़कियों के आने जाने की बात पूछी थी तब उन्होंने कहा कि वह पत्रकारिता से जुडे हैं इसलिए लड़कियां उनके यहां काम के लिए आती है। पुलिस ने प्रमुख आरोपी के खिलाफ अनैतिक कार्यविधि रोक थामकानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।

लग्जरी कार नहीं दी तो दुल्हन छोड़ गए

लग्जरी कार नहीं दी तो दुल्हन छोड़ गए
बांदीकुई। बारात आई..तोरण व फेरे भी हुए,लेकिन दहेज में साधारण कार के स्थान पर लग्जरी कार नहीं मिली तो वर पक्ष मंगलवार रात दुल्हन को छोड़ बारात को बैरंग ले गया। सामाजिक बुराई का ये तांडव कस्बे के वार्ड 13 स्थित दुर्बलनाथ मन्दिर के पीछे एक विवाह समारोह में हुआ।

यहां जीएफ-194 जेडीए कॉलोनी झालाना डूंगरी जयपुर निवासी दुर्गाप्रसाद बैरवा सोमवार दोपहर अपने पुत्र अनिल कुमार की बारात धनसीराम बैरवा के घर लेकर आए थे।

अनिल की शादी सोमवार देर रात धनसीराम की पुत्री सोना के साथ हिन्दू रीति रिवाज से हुई। फेरों के बाद दूल्हे व उसके पिता ने दहेज में दी जा रही साधारण कार लेने से मना कर लग्जरी कार व एक लाख रूपए नकद देने की मांग कर दी।

आर्थिक हालातों के चलते वधू पक्ष के इनकार करने पर मंगलवार रात दूल्हा व उसके पिता बिना दुल्हन के जयपुर लौट गए। देर रात ही धनसीराम बैरवा ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन बारात जा चुकी थी।

वधू के पिता ने पुलिस को बताया कि शादी से पहले दूल्हे, उसके पिता एवं ननद डिम्पल ने दहेज में चौपहिया वाहन, दो सोने की अंगूठी एवं पायजेब की मांग की थी। ये सभी मांग पूरी कर दहेज में 4 लाख एक हजार रूपए नकद, चौपहिया वाहन एवं पूरा घरेलू सामान दिया गया। ये सामान वाहन में लदवाकर मंगलवार दोपहर वर पक्ष ने जयपुर स्थित अपने घर भेज दिया।

इसी बीच दुल्हन सोना की तबीयत खराब होने पर उसे निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां से उसे देर शाम छुट्टी दी गई। दुल्हन के घर लौटने पर दूल्हा व उसके पिता लग्जरी कार व एक लाख रूपए नकद लेने पर अड़ गए। उनका कहना था कि जयपुर से बांदीकुई बारात लाने के लिए वाहनों पर ही उनका करीब एक लाख रूपए खर्च हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

क्या बताया,क्या निकले
धनसीराम ने बताया कि दूल्हे के पिता दुर्गाप्रसाद ने अपने को चिकित्सा विभाग में अधिकारी व पुत्रअनिल को जयपुर स्थित आईसीआईसीआई बैंक की एक शाखा का अधिकारी बताया गया था।

इस नाते ही उसने बीएसटीसी एवं समाज शास्त्र से स्नातकोत्तर में अध्ययनरत सोना की शादी तय की थी। अब रिश्तेदारों से जानकारी मिली कि दुर्गाप्रसाद चिकित्सा विभाग में एमपीडब्ल्यू व अनिल किसी बैंक में संविदा पर काम करता है।

धोखा, रेप और वसूली के दर्द से गुजरती हैं चीन की सेक्‍स वर्कर




बीजिंग. चीन में सेक्स वर्कर पुलिस के टॉर्चर से परेशान हैं। उन्हें पेड़ों से बांध कर बिल्‍कुल ठंडे पानी से भिगोया जाता है और पुलिस वाले मारते-पीटते हैं। यही नहीं इन्हें गैरकानूनी तौर पर हिरासत में रखकर हफ्ता भी वसूल किया जाता है। ह्यूमन राइट वॉच की ओर से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक सेक्स वर्कर्स को एचआईवी टेस्ट करने के नाम पर ले जाया जाता है और पुलिस हिरासत में रख लिया जाता है।
रिपोर्ट में तो यहां तक कहा गया है कि चीन में कुछ महिलाओं को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उनके पास से कुछ कंडोम मिले थे। कंडोम मिलने पर चीनी पुलिस कहती है कि यह उनके सेक्स वर्कर्स होने का सबूत है। इसके लिए राह चलती और रेड लाइट एरिया में घूमती युवतियों और महिलाओं के सामान की तलाशी ली जाती है। पुलिस की इस हरकत से ज्यादातर सेक्स वर्कर्स अपने साथ कंडोम ले जाने से घबराती हैं। इससे सेक्स वर्कर्स के बीत एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बीजिंग की एक सेक्स वर्कर का कहना है कि उसके साथ कई बार रेप हुआ है लेकिन पुलिस की हरकतों से कभी भी उनके पास जाने की हिम्मत नहीं होती है। इस महिला का कहना था कि वह सेक्स बेचती है जो चीन में गैरकानूनी है। अगर वहपुलिसके पास रेप की शिकायत लेकर गई तो पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर लेगी। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस सेक्स वर्कर्स के खिलाफ हुए अपराध की जांच नहीं करती है। इसमें कहा गया है कि ज्यादातर सेक्स वर्कर्स पुलिस के पास शिकायत के लिए नहीं जाती हैं। रिपोर्ट में इस बात के भी सबूत मिले हैं कि पुलिस छापे के दौरान कई सेक्स वर्कर्स से वसूली की जाती है। यही नहीं पुलिस इनके पास आने वाले रेगुलर क्लाइंट्स पर भी नजर रखती है और उनसे भी हफ्ता लिया जाता है। कई बार को पुलिस खुद एक क्लाइंट बना लेती है जो वैश्यालयों पर आता है और सेक्स वर्कर्स से सेक्स सर्विस मांगता है। एक बार सर्विस शुरू होने पर इससे छुटकारा नहीं पाया जा सकता है। सर्विस मिलने के बाद क्लाइंट पुलिस को फोन करता है और पुलिस आकर दोनों को गिरफ्तार कर लेती है। पुलिस सेक्स वर्कर पर फाइन लगाती है और मिली हुई रकम को क्लाइंट और पुलिस आपस में बांट लेते हैं।






सेक्स वर्कर्स का कहना है कि पहले पुलिस उन्हें पकड़ती है और फिर रिहा करने के नाम पर उनसे मनचाहा बयान लिखवा लेती है लेकिन बाद में उन्हें महीनों के लिए हिरासत में रख लिया जाता है। ऐसी ही एक सेक्स वर्कर्स का कहना था कि उसे पुलिस एजुकेशन सेंटर के नाम पर छह महीने तक हिरासत में रखा। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे क्या करें, क्योंकि धंधा तो चौपट हो चुका है। एचआईवी टेस्ट कराने के बाद पुलिस सेक्स वर्कर्स की रिपोर्ट उन्हें नहीं देती है बल्कि उसके बारे में दूसरे लोगों को बता दिया जाता है।चीन में ह्यूमन राइट वॉच की निदेशक सोफी रिचर्डसन का कहना है कि अगर चीन में कोई महिला सेक्स वर्कर है तो यह तय मानिए कि उसे कई मूल अधिकार जब्त हो जाएंगे। रिपोर्ट में चीन की सरकार से मांग की गई है कि सेक्स वर्क या सहमित से सेक्स करने पर आपराधिक और प्रशासनिक प्रतिबंधों को हटाने के लिए कानून बनाए जाएं। इसके सरकार से मांग की गई है कि सदियों से जारी वैश्यावृत्ति विरोधी अभियानों पर रोक लगाई जाए क्योंकि इससे सेक्स वर्कर्स के खिलाफ अपराधों और मानवाधिकार हनन में बढ़ोत्तरी हुई है।
चीन में वेश्यावृत्ति गैरकानूनी है और सरकार इसे बंद कराना चाहती है। इसके बावजूद यहां 40 से 60 लाख सेक्स वर्कर्स के होने का अनुमान है। चीन में कई बार्बर शॉप, मसाज पार्लर भी सेक्स सर्विस मुहैया कराते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार और पुलिस की ओर से की जाने वाली ऐसी कोशिशों से सेक्स वर्कर्स की हालत और दयनीय हो जाती है। इस रिपोर्ट में चीन की कम से कम 140 सेक्स वर्कर्स, उनके क्लाइंट्स, पुलिसकर्मियों और विशेषज्ञों का इंटरव्यू किया गया है। इसके मुताबिक कई सेक्स वर्कर्स को तो पुलिस गुनाह कबूल करवाने या जबरन बयान लेने के लिए बुरी तरह से पीटती है।