नई दिल्ली।। इंडियन नेवी के एक सीनियर ऑफिसर की पत्नी ने अपने पति पर उसके साथियों के साथ सेक्स के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है। नेवी ऑफिसर की पत्नी ने इस मामले में रक्षा मंत्री ए के एंटनी से मिलकर उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया।
यह घटना तब सामने आई जब रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने नेवी के टॉप ऑफिसरों से इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। पीड़ित महिला ने एंटनी से मिलने के बाद कहा, 'रक्षा मंत्री काफी मददगार थे। उन्होंने मेरे पति के खिलाफ मेरे और मेरे परिवार के आरोप की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं।'
महिला का आरोप है कि उसका पति जो नेवी के कारवाड़ शिप रिपेयर यार्ड में लेफ्टिनेंट कमांडर के पद पर तैनात है, उस पर शराब पीने और अपने साथियों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालता था। महिला ने कहा कि इस घटना के बाद वह अपने मायके चली गई। पीड़ित महिला ने अपने पति पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है। महिला पेशे से एमबीए है और पिछले साल फरवरी में नेवी अफसर के साथ उसकी शादी हुई थी। महिला का आरोप है कि उसके पति ने इस घटना के बारे में किसी को बताने पर उसकी न्यूड तस्वीरें इंटरनेट पर अपलोड कर उसकी इमेज खराब करने की धमकी दी थी।
शादी से पहले ही पूर्व कलेक्टर की नसबंदी! मुरैना। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के पूर्व कलेक्टर डॉ. सुहेल अख्तर की पत्नी शबनम खान और श्योपुर के कलेक्टर ज्ञानेश्वर बी. पाटिल के विवाद के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। डॉ.अख्तर ने नगर पालिका को एक पत्र लिखकर अपने 6 साल के बेटे के जन्म प्रमाण पत्र से अपना नाम हटाने के लिए लिखा है। डॉ.अख्तर का नाम शबनम खान के पुत्र अल्फेज के पिता के रूप में दर्ज है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) डॉ. अख्तर फिलहाल मणिपुर में पदस्थ है। श्योपुर नगर पालिका के सीएमओ को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वे अल्फेज के जन्म के कई वर्ष पूर्व ही नसबंदी करा चुके हैं और सरकार इसका लाभ भी उन्हें दे रही है। पत्र के साथ नसबंदी की मेडिकल रिपोर्ट भी भेजी है। पत्र में डॉ. अख्तर ने यह भी कहा है कि 26 दिसंबर 2007 को जारी जन्म प्रमाण पत्र में अल्फेज नाम के बच्चे की मां शबनम और पिता के नाम के रूप में सुहैल अख्तर दर्ज है। जबकि वे वर्ष 1998 को जे.एन. हास्पीटल इंफाल में नसबंदी करा चुके हैं और अल्फेज का जन्म वर्ष 2007 में हुआ है। इसलिए वे उसका पिता नहीं हो सकते है। इसलिए मेरा नाम अल्फेज के पिता केरूप में हटाया जाए। श्योपुर जिले के विजयपुर तहसील में पदस्थ डांटा एंट्री ऑपरेटर शबनम खान ने मंगलवार को कहा कि डॉ. अख्तर का पत्र श्योपुर के कलेक्टर ज्ञानेश्वर पाटिल के षडयंत्र का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि डॉ. अख्तर ने अपना नसबंदी आपरेशन करा लिया था तो मुझसे शादी कर धोखा क्यों दिया। उन्होंने प्रश्न उठाया कि शादी से पूर्व कोई भी युवक नसबंदी ऑपरेशन नहीं करता है। उल्लेखनीय है कि शबनम खान ने श्योपुर के वर्तमान कलेक्टर ज्ञानेश्वर पाटिल पर जबरन यौन शोषण करने का दबाव बनाने के आरोप की शिकायत करके मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक और राज्य महिला आयोग से जांच की मांग की है। जिसके चलते यह मामला प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर के सामने परिवादियों की सुविधा के लिए परिवाद कक्ष एवं प्याऊ स्थापित
परिवादियों से मिलने का समय दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक
जिला जैसलमेर का क्षेत्रफल काफी लम्बा-चौड़ा है। इसलिए गाव एवं कस्बो की दूरी जैसलमेर मुख्यालय से काफी दूर है, ओर आये दिन परिवादी अपनी-अपनी परिवादे लेकर जैसलमेर मुख्यालय की विभिन्न विभागों में आने के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी आते है। उक्त परिसिथतियों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने परिवाद कक्ष स्थापित किया गया। परिवाद कक्ष में परिवादियों के लिए बैठने की व्यवस्था की गर्इ है। परिवाद कक्ष में परिवादी अपनी परिवाद को पेश करने के लिए अपनी बारी का इंतजार करेगे तथा पुलिस अधीक्षक के बुलाने पर अपनी परिवाद को पेश करेगे। इसके साथ-साथ राज्य सरकार के आदेशों के अनुरूप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में परिवादियों से मिलने के लिए 2 से 3 बजे तक का समय मुकर्र किया गया। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अगर कोर्इ भी परिवाद अति-आवश्यक एवं जरूरी हो तो उसको परिवादी उक्त समय सारणी के अलावा भी पेश कर सकता है। परिवाद कक्ष में परिवादियों की सुविधा के लिए एक पुलिस कर्मी को पदस्थापित किया गया है।
परिवादियों के लिए टोकन की व्यवस्था :-
परिवाद कक्ष में टोकनों की सुविधा को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक पुलिस कर्मी तैनात होगा, वह परिवादियों को टोकन के अनुसार नम्बर आवंटित कर पुलिस अध्ीाक्षक कार्यालय में भिजवाने की व्यवस्था करेगा।
परिवाद कक्ष के समक्ष प्याऊ :-
परिवाद कक्ष के साथ-साथ परिवादियों के लिए पानी की सुविधा करने के लिए ''प्याऊ'' का निर्माण करवाया गया है। जिसमें परिवादियों के लिए ठण्डे पानी सुविधा करवार्इ गर्इ है।
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया अगर किसी कारण वश में मन पुलिस अधीक्षक जिला मुख्यालय से बाहर हू, तो कोर्इ भी व्यकित किसी प्रकार की परिवाद एवं सुझाव पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थापित की गर्इ ''शिकायत पेटी'' में डाल सकते है। जिसको पुलिस अधीक्षक द्वारा आने पर चैक किया जावेगा ओर उस पर आवश्यक कार्यवाही की जावेगा।
पुलिस थाना सांकडा के हल्का में 05 लीटर अवैध शराब बरामद, 01 गिरफतार
जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज कुमार के आदेशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत दिनांक 13.05.2013 को सुमेरसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना सांकडा मय जाब्ता द्वारा गाव अचलपुरा से खेतसिंह पुत्र करणसिंह जाति राजपूत नि0 अचलपुरा पुथा सांकडा के कब्जा से 05 लीटर अवैध शराब बरामद कर गिरफतार किया गया।
कैंसर के डर से एंजेलिना ने हटवाए ब्रेस्ट लास एंजिल्स। हालीवुड की मशहूर अभिनेत्री और आस्कर पुरस्कार विजेता एंजेलिना जोली ने मंगलवार को बताया कि कैंसर की आशंका के कारण उन्होंने अपने दोनों स्तन हटवा लिए हैं। जोली ने कहा है कि डाक्टरों ने उसके ब्रेस्ट में बीआरसीए, जीन में गड़बड़ी के कारण 87 प्रतिशत स्तन कैंसर और 50 प्रतिशत गर्भाशय के कैंसर के खतरे का अनुमान लगाया। कैंसर के शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने के खतरे को देखते हुए उन्होंने अपने दोनों स्तन हटवा लिए हैं। हालांकि वर्ष 2007 में गर्भाशय के कैंसर के कारण उनकी मां का 56 वर्ष की आयु में देहांत हो गया था। उन्होंने कहा कि मैं अपनी मां की बीमारी के बारे में सोचा करती थी जिसने उन्हें हमसे छीन लिया। उनकी बीमारी के दौरान मां से मैं हमेशा कहा करती थी "चिंता मत करो" लेकिन क्या पता था कि एक दिन मैं ही इस बीमारी से ग्रसित हो जाउंगी। मैने इसे अपने जीवन की सच्चाई मानते हुए डाक्टरों की सलाह से यह कदम उठाया है। हालांकि मेरे लिए यह निर्णय बहुत आसान नहीं था लेकिन ऎसा करके मैं बहुत खुश हूं क्योंकि इससे स्तन कैंसर का जोखिम 87 प्रतिशत से घटकर मात्र पांच प्रतिशत रह गया है। गौरतलब है कि जोली को हॉलीवुड फिल्म "गर्ल इंटरप्टेड" में सहायक अभिनेत्री की भूमिका के लिए 1999 में आस्कर पुरस्कार मिला था। उन्होंने अपने बायफ्रैंड के साथ मिलकर छह अनाथ बच्चों को गोद लिया है।
ट्रेन और टेम्पो की भिडंत में तीन बच्चो की मोत ,तीन घायल
बाड़मेर शहर से करीब 20किलोमीटर दूर जसाई गाव के पास बाड़मेर - मुनाबाव पैसेंजर ट्रेन के बाड़मेर आते वक्त ओवरलोड टेम्पो ट्रेन की चपेट में आ गया। इसमें टेम्पो से सवार दो बच्चो की मौके पर ही व एक की मोट उपचार के दोहरान मौत हो गई और तीन लोगो ने अस्पताल में भर्ती कराया गया है । मानवरहित रेलवे फाटक पर हुए इस हादसे के बाद आटी गाँव में शोक की लहर दौड़ गई है। हादसे की वजह मानवरहित रेलवे क्रोसिंग होना और टेम्पो चालक की लापरवाही होना बताया जा रहा हैं। सदर थाना अधिकारी ताराराम बेरवा के अनुसार इस टेम्पो में करीब तीस जने सवार थे जिनमे से ज्यादातर सवारियां टेम्पो के ऊपर और बहार लटक रही थी। जैसे ही टेम्पो पटरी पर पहुंचा तो ड्राइवर डर गया और टेम्पो बीच पटरियों में बंद हो गया। ट्रेन ने इस दौरान टेम्पो को चपेट में ले लिया। वहीँ घटना के बाद पुलिस और कई जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे।
सदर थाना अधिकारी ताराराम बेरवा के अनुसार इस मामले में मोके से चालक फरार हो गया है हमने इस मामले में चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जाच शरू कर दी है बाड़मेर - मुनाबाव पैसेंजर ट्रेन मुनावाब से बाड़मेर आ रही थी इस हादसे के कारण ट्रेन को करीब आधा घटा तक वही खड़ा रहना पड़ा मरने वालो में जेठाराम पुत्र जोधराम उम्र 5 साल अनु पुत्र जोधराम उम्र दस साल खुमानाराम पुत्र जोधराम उम्र 13 साल तीन एक ही परिवार के थे वही घायलों का इलाज बाड़मेर व् जोधपुर अस्पताल में चल रहा है