शनिवार, 7 अप्रैल 2018

बाड़मेर। दलित नेताओं ने बाड़मेर एसपी के निलम्बन की उठाई मांग

बाड़मेर। दलित नेताओं ने बाड़मेर एसपी के निलम्बन की उठाई मांग

  
बाड़मेर। भारत बंद कार्यक्रम के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने बाड़मेर मे 2 अप्रेल को बंद मे शरीक दलित समुदाय के लोगों एवं नेताओं पर झूठे आपराधिक मामले दर्ज कर उन्हें बेवजह गिरफ्तार करने तथा पुलिस हिरासत मे लेकर मारपीट करने का आरोप पुलिस पर लगाते हुए यहां के पुलिस अधीक्षक के निलम्बन की मांग की हैं। बडेरा ने बताया कि पूर्व प्रधान उदाराम के साथ उन्होने केन्द्रीय मंत्री अर्जून मेघवाल, अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय सदस्य योगेन्द्र पासवाल, विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह दीपक उत्प्रेती एवं राज्य के एससी आयोग से मिल कर समूचे मामले की जानकारी दी और न्याय की मांग की हैं।
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एक विज्ञप्ति मे लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि 2 अप्रेल को शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा था। इस बीच किसी वर्ग विशेष के उत्पाती लोगों ने दखल देकर बलवा खड़ा किया जिसके जवाब मे कुछ घायल हुए दलितों को देख साथियों ने भी जवाब देने की कोशिश की। किसी भी प्रदर्शनकारी ने किसी को लाठी से मारपीट नही की हैं। पुलिस प्रदर्शन कर रहे दलित नेताओं से कईं वर्षो से रूष्ट हैं तथा चुन चुन कर मुकदमों मे नाम डाल रही हैं। उन्होने समूचे वीडियो फुटेज की जांच की मांग भी की है।

उन्होने कहा कि किसी भी दलित नेता ने न तो किसी को उपद्रव के लिए उकसाया और न ही खुद ने उत्पात मचाया। ऐसे मे अनेक दलित नेताओं एवं कर्मचारियों को फंसाया जाकर दबिशें दी जा रही है। उन्होेने चेलेंज किया कि जिस वीडियो फुटेज की एसपी दलील दे रहे हैं उस किसी फुटेज मे किसी दलित नेता का चेहरा उत्पात मचाते हुए नही हैं।

उन्होने पूरे मामले की जांच बाड़मेर से बाहर की पुलिस से करवाने एवं एसपी के निलम्बन की मांग करते हुए सभी को ज्ञापन सौंपे और तब तक गिरफ्तारियों को रोकने की मांग की हैं। उन्होेने रोष व्यक्त किया और कहा कि पुलिस जिस बर्बरता से हिरासत मे लिये गये लोगों के साथ बदसलूकी एवं मारपीट कर रही हैं वह असंवैधानिक एवं नाजायज हैं।

बाड़मेर। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मैराथन का हुआ आयोजन

बाड़मेर। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मैराथन का हुआ आयोजन 

बाड़मेर। राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय बाड़मेर के तत्वाधान में व डॉक्टर वीरेंदर मेमोरियल छात्रावास व NCC कैडेट के सहयोग से विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष में मैराथन का आयोजन राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर कॉलेज परिसर स्टेडियम में आयोजित किया गया। 


सीओ स्काउट योगेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस वह बाड़मेर के स्थापना दिवस के उपलक्ष में राजकीय महाविद्यालय कॉलेज ग्राउंड पर मैराथन का आयोजन किया गया जिसको श्रीमान हेमाराम चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजस्थान सरकार व कमांडेंट BSF श्री जोर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ की मैराथन के पश्चात डॉक्टर वीरेंदर मेमोरियल छात्रावास में पूनमाराम आर्य एक्स आर्मी द्वारा योगाभ्यास कराया गया वह शरीर को किस किस प्रकार स्वस्थ रखे आदि पर उपयोगी वार्ता दी। 




इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री हेमाराम चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहला सुख निरोगी काया तथा युवाओं को नशे से दूर रहना वह प्रतिदिन योग और व्यायाम आदि आवश्यक रूप से करना चाहिए जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सके कमांडेंट बीएसएफ श्री जोर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि नियमित योगा अभ्यास करना चाहिए साथ ही सेना वह प्रदेश को आप जैसे युवाओं से बहुत अधिक अपेक्षा है अतः सभी खानपान सही रखें जिससे शरीर स्वस्थ रहें बाजार में जो भी डिब्बाबंद पेय पदार्थ उनका उपयोग नहीं करना चाहिए उसमे अनेक प्रकार के केमिकल से तैयार पेय पदार्थ जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं मैराथन में बालाराम सुथार ने प्रथम नितेश चौधरी ने द्वितीय व कुलदीप सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ! कार्यक्रम का संचालन छात्रावास व्यवस्थापक ललित साहू ने किया इस अवसर पर राजकुमार चौधरी, शंकर धतरवाल ,राष्ट्रपति रोवर मनीष गोदारा ,अशोक विश्नोई, रामाराम व NCC स्काउट गाइड उपस्थित थे। 

जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, मुंबई के लिए हुए रवाना

जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, मुंबई के लिए हुए रवाना
काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर कोर्ट से जमानत मिलने के बाद बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान दो दिन जेल में बिताने के बाद रिहा हो गए. जेल से वह सीधे एयरपोर्ट के लिए निकल गए. वह आज ही मुंबई के लिए रवाना होंगे. सलमान खान को 50-50 हजार के दो मुचलकों की शर्त पर कोर्ट ने जमानत दी है.

काला हिरण शिकार मामला LIVE: जोधपुर जेल से बाहर आए सलमान खान, आज ही मुंबई रवाना होंगे


इससे पहले गुरुवार को जोधपुर की सीजेएम कोर्ट ने सलमान खान को 20 साल पुराने काले हिरण के शिकार से जुड़े मामले में दोषी करार देते हुए पांच साल कैद की सज़ा और 10,000 रुपये के जुर्माने की सज़ा सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें कोर्ट से सीधे जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था.

बाड़मेर। अवैध रूप से देर रात बिकती है शराब ,शराब की दुकान से ग्रामीण परेशान

बाड़मेर। अवैध रूप से देर रात बिकती है शराब ,शराब की दुकान से ग्रामीण परेशान



बाड़मेर। जिला मुख्यालय से 48 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 पर स्थित मांगता ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आवंटित शराब दुकान पर देर रात तक शराब बिक्री को लेकर ग्रामीण काफी परेशान हैं। इस शराब दुकान पर रात आठ बजे के बाद भी देर रात तक अवैध रूप से शराब की बैबाक बिक्री होती रहती हैं। यही नहीं इस दुकान पर शराब की बिक्री के साथ साथ इस दुकान को बार बना रखा हैं। जिसके चलते शराब खरीदने वाले यही बैठकर शराब पीते हैं। शराब की खाली बोतले सड़क पर फेंक देते हैं। और आने जाने वाले ग्रामीणों से झगड़ा करने के साथ साथ महिलाओं व बालिकाओं पर अश्लील फब्तीयां भी कसते रहते हैं जिसके चलते कई बार हालात बिगड़ जाते हैं।

देर रात तक बिकती है शराब के लिए इमेज परिणाम

ग्रामीणों ने कई मर्तबा इस दुकानदार को समझाईस भी की, कि वह रात आठ बजे के बाद शराब न बेचे और न ही शराब की दुकान पर किसी को भी रूक कर शराब पीने दे। लेकिन शराब दुकानदार की दादागिरी के चलते वह ग्रामीणों की इस बात को मानने से इंकार कर देता हैं। नतिजतन शराब खुलेआम नियम विरूद्ध बिक रही हैं और शराबीयों की फब्तियों से ग्रामीण, महिलाए व बच्चे सब परेशान हैं।

ग्रामीण गुणेशाराम ने बताया कि यह शराब दुकान राजमार्ग पर आबादी के बीच आई हुई हैं। इस दुकान पर देर रात तक शराब बिक्री के साथ ही इस दुकान को बार बना रख हैं। वहीं इस दुकान पर प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब की बिक्री होती हैं।

ग्रामीण रेशमाराम ने बताया कि यह गाव शिक्षा के क्षैत्र में बेहद पिछड़ा हुआ हैं। यहां के लोग दिनभर पत्थर तोड़ने की मजदूरी करते हैं। और गा्रव में ही शराब की दुकान होने से अमूमन हर मजदूर अपनी दिनभर की गाढ़ी कमाई का अधिकांश हिस्सा शराब पर लुटा देता हैं। जिसके चलते इन परिवारों में अक्सर झगड़ों के हालात बनते हैं। ऐसे में परिवार में छोटे छोटे मासूम बच्चों को पड़ाई छोड़कर मजदूरी करनी पड़ती हैं। जो कि बेहद चिंताजनक विषय हैं। अगर प्रशासन इस शराब दुकान को कहीं और लगाने की व्यवस्था करे तो यह गांव शराब मुक्त होकर विकसित हो सकता हैं।

ग्रामीण नारायण राम ने बताया कि इस गांव की अधिकांश आबादी पढ़ी लिखी नहीं हैं। नई पीढ़ी के बच्चे जरूर पढ़ रहे हैं किन्तु शराब की दुकान और परिवार के लोगो की शराब की लत के कारण इन मासूमं की पढ़ाई भी बीच में ही छूट जाती है। और यह बच्चे भी बालमजदूरी के शिकार हो रहे है।

ग्रामीण सुरेश कुमार, सुजाराम, नारणाराम, शंकराराम, डालुराम ने कहा कि शराब की यह दुकान इस गाव से दूर लगाई जाए व देर रात तक शराब बिक्री पर पूणरूप से रोक लगे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अगर समय रहते यह शराब की दुकान यहां से हटाई नहीं गई तो गरीब मजदूरों का यह गांव पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में आ जाएगा। नतिजतन अपराध, अशिक्षा, नशे का ग्राफ बढ़ता रहेगा जिसका खामियाजा आने वाली पीढ़ी को भुगतना होगा।

ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सरकार को राजस्व कमाने के साथ साथ ग्रामीण संस्कृति, भावी पीढ़ी के भविष्य, नारी के सम्मान आदी का ख्याल रखते हुए शराब की दुकानों की हटाकर शिक्षा के क्षैत्र में अति पिछड़े मांगता में शिक्षा व नशामुक्ति की अलख जगानी चाहिए। जिससे कि गरीब मजदूर शराब की अपेक्षा उज्जवल भविष्य की राह चुन सके।

शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018

कन्नौज। बाल मजदूरी से किया मना तो भाई ने दिया धक्का, इंजन से कटा पैर

कन्नौज। बाल मजदूरी से किया मना तो भाई ने दिया धक्का, इंजन से कटा पैर
कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक बेहद दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां बाल मजदूरी कर रहे एक बच्चे ने जब काम करने से मना किया तो उसके चचेरे भाई ने उसे जोरदार धक्का दिया। बच्चा सीधा इंजन पर जा गिरा। जिसके चलते उसका पैर कट गया।

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जानकारी के मुताबिक थाना सौरिख क्षेत्र के ग्राम नगला धरमाई इलाके का है। यहां के रहने वाले दयाशंकर प्रजापति का 11 वर्षीय पुत्र ईसू को गांव का ही रहने वाला आशीष प्रजापति अपने साथ ले गया। यहां उसने बच्चे से जबरदस्ती कोल्हू पर काम करने का दबाव बनाया। वहीं जब ईसू ने काम करने से इनकार किया तो उसके चचेरे भाई ओमप्रकाश प्रजापति ने उसे चलते इंजन में धक्का दे दिया। तभी ईसू का पैर इंजन के पट्टे में फंस गया और मौके पर ही उसका एक पैर कटकर दूर जा गिरा।

दर्द से कराहता हुआ ईसू बेहोश हो गया। वहीं इस बात की जानकारी किसी ने बच्चे के परिजनों को दी। मौके पर पहुंचे परिजन ईसू को अस्पताल लेकर गए। साथ ही इसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं पुलिस ने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

गुरूग्राम। नग्न हालात में पेड़ पर चढ़कर युवक ने किया हाईवोल्टेज ड्रामा

गुरूग्राम। नग्न हालात में पेड़ पर चढ़कर युवक ने किया हाईवोल्टेज ड्रामा 

गुरूग्राम। गुरुग्राम सेक्टर 15 पार्ट वन में पेड़ पर चढ़कर एक युवक ने हाई वोल्टेज ड्रामा किया। युवक को पेड़ से के लिए मौके पर गुरुग्राम पुलिस और दमकल कर्मी पहुंचे, हालांकि युवक को उतारने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।पुलिस की तरफ से कई बार समझाने के बावजूद भी युवक पेड़ से नहीं उतरा अभी यह पता नहीं चल पाया है कि किस वजह से युवक ने कदम उठाया है, करीब दो घंटे से पेड़ के ऊपर चढ़े इस युवक ने हाईवोल्टेज ड्रामा किया।

youngman in nude situation climbed on tree created highvoltage drama

जोधपुर। सलमान के वकील को मिली केस छोड़ने की धमकी

जोधपुर। सलमान के वकील को मिली केस छोड़ने की धमकी
जोधपुर। काले हिरण के शिकार मामले में जोधपुर जेल में बंद अभिनेता सलमान खान के वकील ने आरोप लगाया है कि उन्हें केस छोड़ने के लिए धमकी दी जा रही है। सलमान खान के वकील महेश बोड़ा का कहना है कि गुरुवार रात से उन्हें धमकी भरे कॉल और मेसेज आ रहे हैं। बता दें कि जोधपुर सेशन्स कोर्ट में सलमान खान की जमानत याचिका सुनवाई पूरी हो चुकी है लेकिन जमानत पर फैसला शनिवार को आएगा।

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जोधपुर। सलमान की जमानत पर कल आएगा फैसला

जोधपुर। सलमान की जमानत पर कल आएगा फैसला

जोधपुर। कांकणी काला हिरण शिकार मामले में 5 साल की सजा पाए बॉलिवुड ऐक्टर सलमान खान को आज की रात भी जोधपुर की सेंट्रल जेल में गुजरानी होगी। तमाम तैयारियों-दलीलों के बाद भी सलमान के वकील उन्हें जोधपुर सेशन्स कोर्ट से शुक्रवार को ही जमानत दिलाने में नाकाम रहे। करीब डेढ़ घंटे तक चली बहस के बाद कोर्ट ने उनकी जमानत पर फैसला शनिवार सुबह तक के लिए सुरक्षित रख लिया। अब कल साढ़े 10 बजे उनकी सजा पर सुनवाई होगी। सलमान की जमानत टलवाने में विरोधी पक्ष के वकीलों की सीजेएम कोर्ट से रिकॉर्ड मंगवाने की दलील का अहम रोल रहा। कोर्ट ने रिकॉर्ड तलब कर सुनवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी।

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मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

बाड़मेर। पुलिस छवनी में बदला शहर , इंटरनेट सेवाएं बंद आमजन परेशान

बाड़मेर। पुलिस छवनी में बदला शहर , इंटरनेट सेवाएं बंद आमजन परेशान



बाड़मेर। एससी-एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के विरोध में सोमवार को जिले भर में दलित संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे। देशव्यापी बंद के आह्वान को देखते हुए लगभग सभी जगह सुबह से ही बंद था। इसके बावजूद बंद के दौरान जमकर उपद्रव, हिंसा व आगजनी हुई। बंद समर्थकों ने डंडे के बल पर जबरन दुकानें, बाजार व ऑफिसों को बंद करवाया। जबरन दुकानें बंद कराने के दौरान हिंसक झड़प हो गई देखते ही देखते स्थिति लाठी भाटा जंग में तब्दील हो गई । उपद्रव करने वाले कई लोगो को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया , इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस थाना कोतवाली पर हमला बोल दिया और पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू किया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज व आंसू गैस का उपयोग कर उन्हें खदेड़ा। बिगड़ते माहौल को देखते हुए जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बाड़मेर जिले में मंगलवार सांय 6 बजे तक धारा 144 लगाने के आदेश जारी किए। जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाओ पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है। इसके तहत 2 जी, 3 जी, 4 जी, डाटा इंटरनेट सर्विस, बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाटसअप, फेसबुक, टिव्टर एवं अन्य इंटरनेट से चलने वाली सोशियल मीडिया सेवाएं बाधित रहेगी। वही बाड़मेर बंद के दौरान हुए उपद्रव की घटना के दूसरे दिन पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील नजर आया। शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस जाब्ता मौके तैनात है।

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इंटरनेट सेवाएं बंद आमजन परेशान


किसी प्रकार की अफवाहें न फैले व जिला की शांति भंग न हो इसके लिए प्रशासन की ओर से एहतिआत के तौर पर बंद की गई इंटरनेट के चलते लोग खासे परेशान नजर आ रहे हैं। वाट्सएप व फेसबुक न चलने से बेशक किसी प्रकार की अफवाहें नहीं फैल रही है। लेकिन आमजन काफी परेशान नजर आ रहा था। हर कोई इंटरनेट कब शुरू होगा इसी बात को ही पूछते फिर रहे हैं। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


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सिवाना। दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारी हुए लामबंद , आज बाजार बंद

सिवाना। दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारी हुए लामबंद , आज बाजार बंद 


बाड़मेर जिले भर में दलित संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे। देशव्यापी बंद के आह्वान को देखते हुए लगभग सभी जगह सुबह से ही बंद था। इसके बावजूद बंद के दौरान जमकर उपद्रव, हिंसा व आगजनी हुई। जिले के सिवाणा उपखण्ड में सोमवार सुबह दलित समाज द्वारा रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने जबरन दुकानें बंद करवाते हुए दुकानों में तोड़फोड़ कर दी। सिवाना में दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारियो ने मंगलवार को बाजार बंद रख कर असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी व व्यापारियों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर लामबंद हो गए । सिवाना क्षेत्र में आज भी माहौल तनावपूर्ण है। 


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सोमवार, 2 अप्रैल 2018

भारत बंद: कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन, 6 की मौत, कई जगह कर्फ्यू

भारत बंद: कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन, 6 की मौत, कई जगह कर्फ्यू

एससी/एसटी कानून में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में देश के ज्यादातर क्षेत्रों में हिंसा भड़की हुई है। दलित संगठनों के भारत बंद प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। सुबह से जारी विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई में अभी तक 6 लोग जान गंवा चुके हैं। मध्य प्रदेश में चार, राजस्थान में एक और उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से भी एक शख्स की मौत की खबर आ रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारत बंद का खासा प्रभाव देखने को मिला है। मेरठ में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। राजस्थान के बाड़मेर और मध्य प्रदेश के भिंड में दो गुटों में हुई झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं। बाड़मेर में कई वाहनों में आग लगाई गई है। पंजाब, बिहार, और ओडिशा में भी बंद का व्यापक असर है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ रेल यातायात को प्रभावित किया है बल्कि सड़क जाम कर परिवहन व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाया है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए एहतियातन देश भर के कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है।


भारत बंद हिंसा

मुजफ्फरनगर में प्रदर्शनकारियों ने कई वाहन फूंक दिए और मंडी थाने पर पथराव कर दिया जिसमें चार सिपाही घायल हो गए। उग्र प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। यहां 50 राउंड हवाई फायरिंग भी की गई। दलित संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए।



सरकार ने पुनर्विचार याचिका दायर की, गृह मंत्रालय ने लगाई शांति की गुहार



गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज बताया कि केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कमजोर करने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर दी है। साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि विरोध प्रदर्शन की आड़ में किसी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को अंजाम न दिया जाए। राजनाथ ने उन आरोपों को भी निराधार बताया जिनमें राजग सरकार के पिछड़े समुदायों के उत्थान के खिलाफ होने की बात कही गई थी। सिंह ने पत्रकारों से कहा, यह सुनिश्चित करना राजनीतिक पार्टियों की नैतिक जिम्मेदारी है कि कहीं भी कोई जातीय या सांप्रदायिक हिंसा न हो।




करीब 100 ट्रेनें प्रभावित

भारत बंद के दौरान आज प्रदर्शनकारी कई जगह रेल की पटरियों पर बैठ गए जिससे करीब 100 ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं। अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर सेवाएं बहाल कर ली गयी हैं। प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान, ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में रेल और सड़क यातायात को जाम कर दिया तथा हिंसा भी की। सप्त क्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, भुवनेश्वर और रांची राजधानी, कानपुर शताब्दी को गाजियाबाद से पहले मेरठ और मोदीनगर में ही रोक दिया गया। कई मालगाड़ियों को भी रोका गया। आगरा रेल मंडल पर एक शताब्दी और गतिमान एक्सप्रेस सहित 28 ट्रेनें देरी से चलीं। प्रदर्शनकारियरों के कारण पूर्व मध्य रेलवे की करीब 43 ट्रेनें प्रभावित हुई क्योंकि वे सुबह पांच बजकर 10 मिनट पर ही धनबाद रेल मंडल पर पहुंच गए थे। उत्तर पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे और उत्तर पूर्व फ्रंटियर रेलवे में करीब 18 ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई।




up cm योगी ने की शांति की अपील
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में प्रदर्शनकारियों से अपील की कि किसी भी प्रकार की ऐसी स्थिति ना पैदा हो जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो। हमारी संवेदना एससी-एसटी और वंचित तबकों के सभी नागरिकों के प्रति है। उनके उत्थान और सुरक्षा के हमारी सरकारें पूरी संजीदगी के साथ युद्धस्तर पर काम कर रही हैं।




राजस्थान में 50 लोग हिरासत में लिए गए
अनुसूचित जाति/जन जाति को लेकर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में आज भारत बंद का राजस्थान में व्यापक असर रहा। बस और ट्रेन संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर, अजमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई। जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिये और दुकानों में तोड़फोड़ की और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मालगाडी को रोकने की सूचना है।



मुरैना में छात्र ने गंवाई जान, प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू

मध्यप्रदेश के मुरैना में एक छात्र नेता की आज गोली लगने से मौत हो गयी। मुरैना के एसडीएम उमेश शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता राहुल पाठक की गोली लगने से मौत हो गयी। भारत बंद के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के लिये अस्पताल ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने पर पूरे मुरैना शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।


महाराष्ट्र में बसों पर पथराव
महाराष्ट्र में बसों पर पथराव की घटनाएं सामने आयी हैं। प्रदर्शनकारियों ने नंदुरबार जिले के शहाहदा में शहाहदा- पडसाला बस समेत राज्य परिवहन की चार बसों पर पथराव किया है।

राहुल ने आरएसएस व भाजपा को लिया आड़े हाथ
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलितों की पीड़ाओं के लिए आरएसएस एवं भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए आज कहा कि वह अपने' दलित भाई बहन को सलाम करते हैं जो प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा करते हुए आज सड़कों पर उतरे हैं। दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना आरएसएस भाजपा के डीएनए में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं। हजारों दलित भाई बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं। हम उनको सलाम करते हैं।

बाड़मेर। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील

बाड़मेर। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील


बाड़मेर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने जिले के समस्त नागरिको से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहो पर ध्यान नहीं दें। उनके मुताबिक कानून हाथ में लेकर अफरातफरी मचाने वालो  एवं सोशियल मीडिया पर आपत्तिजनक तथा भड़काऊ संदेश भेजने 
वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। साथ ही शांति एवं कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालो को बख्शा नहीं जाएगा।

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बाड़मेर। जिले में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाओ पर रोक

बाड़मेर। जिले में  धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाओ पर रोक
बाड़मेर, 02 अप्रैल। बाड़मेर जिले में अनुसूचित जाति जन जाति अत्याचार निवारण कानून के संबंध में भारत बंद के कार्यक्रम के मददेनजर शांति एवं लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने आदेश जारी कर धारा 144 लागू की है। इसके अलावा इंटरनेट सेवाओ पर रोक लगाई गई है।

जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में  प्रदत शक्तियो  का प्रयोग करते हुए बाड़मेर जिले में आगामी 24 घंटो  तक अनुसूचित जाति, जन जाति अत्याचार निवारण कानून के संबंध में विभिन्न संगठनो की ओर से भारत बंद कार्यक्रम में किसी भी व्यक्तियो अथवा व्यक्तियो के समूह को सभा, रैली एवं धरना इत्यादि के कार्यक्रम को प्रतिबंधित किया गया है। इस आदेश का उल्लंघन करने पर दोषी व्यक्ति के विरूद्व विधि के प्रावधानो  के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश अत्यावश्यक प्रकृति का होने के कारण एक पक्षीय जारी किया गया है। बाड़मेर जिले में धारा 144 मंगलवार को सांय 6 बजे प्रभावशील रहेगी। 

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इधर, अनुसूचित जाति, जन जाति से संबंधित विभिन्न संगठनो की ओर से किए गए भारत बंद के आहवान, संबंधित जिला कलक्टर्स के अनुरोध एवं इससे उत्पन्न परिस्थितियो को दृष्टिगत एवं पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर रेंज से विचार-विमर्श के उपरांत जालोर, जैसलमेर, सिरोही,पाली एवं बाड़मेर जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारत संचार के संचार मंत्रालय की अधिसूचना में प्रदत शक्तियो  का उपयोग करते हुए संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने इंटरनेट सेवाआंे पर अग्रिम आदेशो तक रोक लगा दी है। इसके तहत संबंधित जिलो में 2 जी, 3 जी, 4 जी, डाटा इंटरनेट सर्विस, बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाटसअप, फेसबुक, टिव्टर एवं अन्य इंटरनेट से चलने वाली सोशियल मीडिया सेवाएं बाधित रहेगी।

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थार में हुए उपद्रव का आखिर कौन है जिम्मेदार , जाँच एजेंसियो को करनी होगी इसकी पड़ताल

थार में हुए उपद्रव का आखिर कौन है जिम्मेदार , जाँच एजेंसियो को करनी होगी इसकी पड़ताल 




बाड़मेर। सदैव शांत रहने वाले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आज आयोजित बन्द के दौरान उपद्रवियों ने सारी हदें पार कर दी। पहली घटना नेहरू नगर सोनी बिल्डिंग के पीछे गली में स्थित किराने की दुकान का सामान बिखरने और दुकानदार के साथ मारपीट से हुई। जिसकी सूचना व्यक्तिगत रूप से पुलिस अधीक्षक महोदय को दी गई। इस घटना की शुरुआत कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई। ये असामाजिक तत्व किसी जन प्रतिनिधि के इर्द गिर्द रहने वाले। इन्होंने जानबूझकर कुछ नारे लगाए। इनकी गिरफ्तारी हो। कड़ी पूछताछ भी।आखिर ये किसके बहकावे में आकर माहौल खराब करने में जुटे थे। ये लोग अपने मकसद में कामयाब रहे।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन आंदोलनकारियों की मंशा को भांपने में पूरी तरह विफल रहे। जब तक प्रशासन और पुलिस प्रशासन जगा तक तक बाड़मेर की स्थति तनावपूर्ण जो चुकी थी। फिर भी नही संभाल पाया । कोतवाली थाने पे हमला कोई छोटी बात नही है। पुलिस के एहतियात और सावधानी बरतने के चक्कर मे माहौल बिगड़ता गया। बहुत देर से शहर में धारा 144 लगाई। उज़के बाद हालात सामान्य जरूर हुए मगर तनाव बरकरार रहा। आखिर ऐसा क्यों और किसके इसारे पर हुआ। पुलिस ,प्रशासन ,खुफिया एजेंसियां इसका खुलासा जरूर करे। आखिर शांतिपूर्ण बन्द का राजनीतिकरण किसके इसारे पे हुआ।


बाड़मेर । हिंसा के बाद बाड़मेर में स्थिति सामान्य, बाजार में खुलीं दुकानें, तनाव बरकरार

बाड़मेर । हिंसा के बाद बाड़मेर में स्थिति सामान्य, बाजार में खुलीं दुकानें, तनाव बरकरार  




बाडमेर। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने आज सोमवार को भारत बंद के तहत बाड़मेर बंद करने का आह्वान किया। इसके तहत कई पार्टीयो और संघठनो के लोग सड़को पर उतरे है। दलित संगठनों के प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूप अपनाते हुए जोर जबरदस्ती से उनके प्रतिष्ठान बंद करवाने के प्रयास किये और दुकानों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया । जबरन दुकानें बंद कराने के दौरान हिंसक झड़प हो गई देखते ही देखते स्थिति लाठी भाटा जंग में तब्दील हो गई । पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने लाठी चार्ज करना एवं आंसू गैस के गोले दागे।इस दौरान कुछ लोग घायल हो गये । जिनका उपचार राजकीय चिकित्सालय में किया जा रहा है । सुरक्षा बंदोबस्त होने के बावजूद युवाओं की टोलियों ने हुड़दंग किया। इसके चलते शहर में स्थिति तनावपूर्ण रही। तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। बाड़मेर में धारा 144 लगा दी गई है वही प्रशासनिक अधिकारियों से पुलिस ने भी पूरे इलाके में गश्त तेज कर दी है। प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की घटना के बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है जिसके बाद प्रदर्शन कारियो ने कोतवाली थाने में तोड़फोड़ का प्रयास किया और पुलिस की इटरसेफ्टर वाहन सहित कई वाहनों को तोड़ दिया ।वही इस हिंसा के बाद दलित संगठनों के नेता भूमिगत हो गये है



मीडिया के माध्यम से जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने जिले के समस्त नागरिको से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहो पर ध्यान नहीं दें। जिला प्रशासन व पुलिस के प्रयासों से असमान्य हुई स्थिति एवं बिगडे हालात के बाद सोमवार दोपहर बाद बाजार में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। 
दुकानें खुलने से बाजार में चहल पहल शुरु हो गई है ओर सडकों पर लोगो का आवागमन दिखाई देने लगा है। वही एहतियात के तौर पर शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस जाब्ते की तैनाती रही और पुलिस टीम गश्त जारी।