36 साल बाद तीज पर पाकिस्तान से लौटा सुहाग, गजानंद की फोटो देखकर फूट पड़ी मखनी
जयपुर। आखिरकार 36 साल के बाद 13 अगस्त को मखनी देवी के सुहाग गजानंद शर्मा पाकिस्तान की जेल से रिहा हो गए। वे सोमवार दोपहर को पाकिस्तान की विभिन्न जेलों में बंद 29 भारतीय नागरिकों के दल में शामिल थे। जिन्हें 13 अगस्त को रिहा किया गया। मखनी देवी, उनके बेटे मुकेश और परिवार के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
- 36 साल पहले जयपुर से लापता हुए गजानंद के बारे में सालों तक कोई पता नहीं चला। आज गजानंद की मीडिया पर चल रही फोटो देखकर मखनी देवी फूट फूटकर रोने लगी। यह देखकर परिवार के हर शख्स की आंखें नम हो गई। पौते पौती अपने दादा से मिलने को उत्सुक हो गए। वहीं, मखनी देवी कहने लगी अब सुहागन की तरह जी सकूंगी।
- इन 36 सालों के दौरान मखनी देवी को यह भी पता नहीं था कि वह जिंदा भी है या नहीं। पति के अचानक लापता हो जाने से मखनी देवी ने अपने दो बेटों और एक बेटी का पेट पालने के लिए कई परेशानियां उठाई। परिवार ने कई रातें भूखीं गुजारी। बच्चों का पेट भरने के लिए मखनी को नाैकरी करनी पड़ी। जीवन के 36 सावन पति के इंतेजार में ऐसे बीते की श्रृंगार करना ही भूल गई। क्योंकि यह नहीं पता था कि सुहाग जिंदा है या चल बसा। लेकिन 65 वर्षीय मखनी देवी की आस्था रंग लाई।
- सोमवार दोपहर को उनके पति गजानंद शर्मा (69) जेल से रिहा हुए। इससे पहले दिनभर वह बेटे, पौते, बहू और पौतियों के साथ भगवान के दर पर बैठी रही। मन में भय भी था, कि पति गजानंद के 36 साल बाद रिहाई की जो उम्मीद जागी है वह पूरी होंगी कि नहीं। लेकिन इसी बीच मीडिया से मिली इन खबरों ने कि गजानंद रिहा हो गए।
- वे वाघा बॉर्डर आ गए हैं। यह सुनकर मखनी देवी के घर में खुशी का माहौल छा गया। परिवार के लाेगों ने दैनिक भास्कर का शुक्रिया अदा किया। 23 मई को सबसे पहले गजानंद के पाकिस्तान के जेल में होने के मुद्दे को भास्कर ने उठाया था। इसके बाद सरकार चेती। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दैनिक भास्कर की खबर का हवाला देते हुए पत्र लिखा। गजानंद की शीघ्र रिहाई की मांग की। इसी तरह, जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा ने भी केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह से मुलाकात की। गजानंद के परिवार को नई दिल्ली ले जाकर मुलाकात करवाई। तब उन्होंने 13 अगस्त को गजानंद की रिहाई की बात कही।