मंगलवार, 1 अगस्त 2017

198 घंटे बाद पहुंचे पायलट को लोगों ने कहा, हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी - राठौड़



198 घंटे बाद पहुंचे पायलट को लोगों ने कहा,

हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी - राठौड़


सिरोही/जालोर/जयपुर, 1 अगस्त। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि बाढ़ आने के 198 घंटे बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की नींद खुली। इसके बाद ही वे बाढ़ग्रस्त इलाके में जा पाए। इसीलिए अब वे झेंप मिटाने के लिए कह रहे हैं कि 48 घंटे में सरकार ने कोई राहत नहीं पहुचांई, जबकि सच तो यह है कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राहत पहुंचाने में 48 क्षण भी नहीं लगाए। देर से पहंुचे पायलट से बाढ़ पीड़ितों ने कहा भी कि हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी। वे इसके जवाब में ही लोगों को झूठ बोलकर भड़का रहे हैं, सरकार को कोस रहे हैं।

राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के एक भी नेता ने एक मुन्ना पैसा भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए नहीं दिया, न ही राहत पहुचांने मे कोई मदद की और अब जब खुद बाढ़ग्रस्त इलाके में इतने दिन बाद पहुंचे हंै, तो अपनी कमी को ढकने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं।

राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने पहले दिन बाढ़ की सूचना मिलते ही प्रभारी मंत्रियों को लोगों की तकलीफ कम करने के लिए भेज दिया था। वे स्वयं भी बाढ़ग्रस्त इलाकों में गईं और पहले दिन से ही स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे की माॅनिटरिंग कर रही हैं, फीडबैक ले रही हैं और राहत पहुंचा रही हैं। भाजपा के कार्यकत्र्ता भी दिन-रात एक कर राहत एवं बचाव दलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे हैं।

पंचायती राज मंत्री ने कहा कि पायलट को तो सीएम का धन्यवाद करना चाहिए जिनकी तत्परता से 1309 लोगों की जान बची और 1514 लोगोें को राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया गया। अब तक 31 मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से ही मृतक आश्रितों को 7-7 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जा रही है।

राठौड़ ने कहा कि अच्छा होता पायलट और उनकी कांग्रेस पहले दिन से ही बाढ़ पीडितों की सहायता में जुटते। ऐसा होता तो भाजपा भी उनका स्वागत करती।

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40 लोगों के संपर्क में थी ये लड़की, घर से नाश्ता लेने गई और फिर...

40 लोगों के संपर्क में थी ये लड़की, घर से नाश्ता लेने गई और फिर...


इंदौर। 9 महीने पहले घर से नाश्ता लेने निकली कांग्रेस की युवा नेत्री ट्विंकल डागरे का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। अपनी बेटी के लिए परेशान ट्विंकल के माता-पिता ने उसे तलाशने और उसके आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए सोशल मीडिया पर कैम्पेन छेड़ रखा है। उसकी मां ने तो बेटी के प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपने की बात पर अनशन कर आत्मदाह की धमकी दी थी। पढ़ें, नाश्ता लेने गई पर लौटी नहीं...



40 लोगों के संपर्क में थी ये लड़की, घर से नाश्ता लेने गई और फिर...



- कांग्रेस नेत्री ट्विंकल पिता संजय डागरे (22) महेश यादव नगर के समीप रहती थी। ट्विंकल 16 अक्टूबर से लापता है। पुलिस के मुताबिक वह सुबह नाश्ता लेने निकली थी, लेकिन उसके बाद आज तक वापस नहीं लौटी।




- ट्विंकल एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी। पिता संजय के मुताबिक वह पहले भाजपा से जुड़ी थी। रहस्यमय ढंग से गायब होने के कुछ समय पहले उसने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थी।




- ट्विंकल का फोन 16 अक्टूबर के बाद से बंद आ रहा है। उसकी कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस अभी तक 40 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। उसकी आखिरी लोकेशन मरीमाता चौराहे पर ट्रेस हुई थी। माता-पिता को ये आशंका है कि भाजपा के एक नेता ने उसका मर्डर करवा दिया है।




- ट्विंकल के माता-पिता ने पुलिस को बताया था कि गायब होने के बाद उसने एक नए नंबर से कॉल कर सूचना दी कि उसे बाणगंगा इलाके में एक मकान के बाथरूम में टॉयलेट शीट के नीचे गाड़ रहे हैं। जब पुलिस परिजन के साथ मौके पर गई तो वहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद से पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर चल रही है।




- ट्विंकल के पिता संजय ने इस मामले में भाजपा नेता जगदीश करोतिया पर संदेह करते हुए उसका नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी। जबकि करोतिया उन्हीं पर शक जताते हैं, इसके जवाब में संजय ने खुद उनका भी नार्को टेस्ट करवाने की मांग की थी।







सोशल मीडिया पर एक्टिव थी ट्विंकल

- ट्विंकल राजनीति के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव थी। वह भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं से सीधे जुडी हुई थी। उसके दो एफबी एकाउंट्स थे। वह इन दोनों आइडी पर लगातार राजनैतिक गतिविधियों की फोटो पोस्ट करती थी।




- पुलिस सूत्रों की मानें तो ट्विंकल अपने पिता के खिलाफ भी एक बार रिपोर्ट दर्ज करवा चुकी है। वह कुछ समय पहले खुद को एक व्यक्ति की पत्नी होना बताकर भी इलाके के गणेश मंदिर में हंगामा कर चुकी है।




सोशल मीडिया पर कैम्पेन

- अपनी बेटी के लिए इंसाफ मांगने के लिए ट्विंकल की मां ने वॉट्सऐप पर एक कैम्पेन छेड़ रखा है, साथ ही परिजन अनशन पर बैठे हैं। ट्विंकल की मां रीता ने तो लेटर लिखते हुए धमकी दी है कि यदि बेटी के मामले को सीबीआई को नहीं सौंपा गया तो वह आत्मदाह कर लेगी। गुरुवार शाम पुलिस ने रीता को अनशन से उठाकर अस्पताल में भर्ती किया है। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा का कहना है कि रीता अपनी बेटी के मामले में CBI जांच की मांग करने आई थी। पुलिस को इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसकी अनुमति देना पुलिस के हाथ में नहीं है।

लाइफस्टाइल बनी मौत की वजह, पति ने सामने करवाया गैंगरेप फिर दी ये सजा

लाइफस्टाइल बनी मौत की वजह, पति ने सामने करवाया गैंगरेप फिर दी ये सजा

लाइफस्टाइल बनी मौत की वजह, पति ने सामने करवाया गैंगरेप फिर दी ये सजा
इलाहाबाद. यहां के फेमस हिना तलरेजा हत्याकांड का कोखराज पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि हिना की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर पति अदनान खान ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद 5 जुलाई को बॉडी कौशांबी जिले में हाईवे के पास खेत में फेंक दी। उसके बाद वो दोस्तों के साथ मुंबई भाग गया था। आरोपी के 2 साथी अभी फरार हैं।

दूसरी शादी से थी नाराज

- खुलासे में पुलिस ने बताया- हिना से शादी करने के बाद इलाहाबाद के शाहगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अदनान खान ने दूसरी शादी कर ली थी, क्योंकि उसके परिवार वाले इससे खुश नहीं थे।

- दूसरी शादी की जानकारी हाते ही उसने अदनान के खिलाफ कोहना चौकी में एप्लिकेशन भी दी थी। पुलिस से शिकायत होने के बाद अदनान ने उससे माफी मांगी और उसको किसी तरह से मना लिया।

पति ने सुनाई हत्या की रात की दास्तां

- अदनान ने पुलिस को बताया, 4 जुलाई की शाम को हिना को उसने फोन करके होटल में खाना खाने के लिए बुलाया। वो आ गई। वहीं पर वो अपने 2 साथी खालिद और विक्की के साथ कार में उससे मिला।

- वहां पर योजना बनी कि किसी ढाबे पर चलकर खाना खाते हैं। वो भी उनके साथ कार में जाने को तैयार हो गई। वो चारों कार से निकले और कानपुर रोड पर चल दिए। रास्ते में सभी ने बियर पी। रात 10 बजे के करीब कौशांबी पहुंचे। वहीं पर उन्होंने खाना खाया।

- इसके बाद चारों लोग कार से वापस चल दिए। ढाबे से कुछ दूर पहुंचने के बाद ही तीनों ने हिना के साथ गैंगरेप किया। वो चिल्लाने लगी थी। उसी दौरान अदनान ने पिस्टल निकाली और उसके माथे पर सटाकर गोली मार दी।

- कहीं वो बच न जाए, इसलिए गोली के घाव में चाकू डाल कर घुमा दिया था। उसके दोनों मोबाइल और पर्स भी गायब कर दिए, ताकि उसकी पहचान ना हो सके।

- उसके बाद वो लोग उसकी बॉडी को वहां से कुछ दूरी पर एक खेत में उसकी लाश फेंक के इलाहाबाद लौट गए। रात में घर आकर वो सो गए। इसके बाद जब 12-13 जुलाई को न्यूजपेपर में ये खबर आई कि हिना की शिनाख्त हो गई है। तब वो घर छोड़कर मुंबई भाग गए।

क्या कहती है कौशांबी पुलिस

- कोखराज थाना अध्यक्ष बृजेश द्विवेदी ने कहा, शनिवार को अदनान खान को इलाहाबाद के रंगीले-छबीले मजार के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके साथियों की तलाश की जा रही है।

- एसपी कौशांबी अशोक कुमार पांडे ने कहा, अदनान ने दूसरी शादी की थी। जिससे हिना से उसके रिश्ते खराब हो गए थे। उसका कहना है कि हिना उसे ब्लैकमेल करती थी, जिससे वो परेशान हो गया था। इसीलिए उसने अपनी 2 साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।

पति ने चाकू और चकले से मार कर की पत्नी की हत्या, घरेलू हिंसा के चलते महिला की मौत

पति ने चाकू और चकले से मार कर की पत्नी की हत्या, घरेलू हिंसा के चलते महिला की मौत
करौली।जिला मुख्यालय स्थित धोबीदह के पास घरेलू हिंसा के चलते एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है। वहीं शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जानकारी लगते ही पुलिस उपाधीक्षक हनुमान सिंह कविया भी मौके पर पहुंच गए और मामले की जानकारी ली।
पति ने चाकू और चकले से मार कर की पत्नी की हत्या, घरेलू हिंसा के चलते महिला की मौत



- पुलिस उपाधीक्षक हनुमान सिंह कविया ने बताया कि दूरभाष पर एक व्यक्ति द्वारा एक महिला की हत्या करने की सूचना मिली।

- सूचना लगते ही थानाधिकारी देवेन्द्र जाखड़ मय जाप्ते के धोबीदह के पास भद्रावती नदी के पार रहने वाले विजय सिंह माली के घर पहुंचे।

- जहां संतो बाई(35) का शव पड़ा हुआ था और उसके परिजन व बच्चे बिलख-बिलख कर रो रहे थे। जानकारी पर पता चला कि संतो के पति ने घरेलू हिंसा के चलते अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी।

- थानाधिकारी देवेन्द्र जाखड़ ने आरोपी को हिरासत में ले लिया और कोतवाली लेकर आए।

- वहीं दूसरी ओर पुलिस व परिजन शव को चारपाई पर रखवाकर नदी पार कर मुख्य रास्ते पर लेकर पहुंचे और पुलिस जीप में रखवाकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव को रखवाया।

चाकू और चकले से मार कर की हत्या

-पुलिस उपाधीक्षक हनुमान सिंह कविया ने बताया कि प्रथम दृष्टया महिला की मौत चाकू एवं चकले(पत्थर) से मारने से हुई है। महिला का जबड़ा टूट गया है।

- मौके से चाकू एवं चकले पर खून लगा हुआ मिला है। पोस्टमार्टम के बाद ही हत्या के कारणों का विस्तृत खुलासा हो सकेगा।




चार बच्चों के सिर से उठा मां का साया




- मृत महिला के पिता बखतपुरा निवासी मांगीलाल माली ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी लगभग 17 साल पहले विजय सिंह माली से की थी।

- विजय सिंह नल फिटिंग का काम करता था। उसे फोन पर किसी ने जानकारी दी कि उसकी बेटी की हत्या हो गई है तो वह सीधा करौली के लिए रवाना हो गया।

- मृत महिला के चार बच्चें है अब उनके सिर से मां का साया हमेशा के लिए उठ गया है।

सूटकेस में मिली लड़की की सिर कटी बॉडी, हाथ-पैर तोड़ किया गया था फिट

सूटकेस में मिली लड़की की सिर कटी बॉडी, हाथ-पैर तोड़ किया गया था फिट

सूटकेस में मिली लड़की की सिर कटी बॉडी, हाथ-पैर तोड़ किया गया था फिटमुंबई. नवी मुंबई के नेरुल इलाके के करावे गांव के पास एक लड़की की बॉडी सूटकेस में मिली है। उसके हाथ पैर को तोड़ किसी तरह से सूटकेस में फिट किया गया था। साथ ही उसकी गर्दन कटी हुई थी। बॉडी मिलने के कुछ ही घंटों के बाद पुलिस ने लड़की की पहचान कर ली। लड़की ब्यूटीपार्लर में काम करती थी। अब उससे जुड़े लोगों से पूछताछ कर मामले की जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस को इस मामले में रेप या सेक्सुअल हरासमेंट का शक है। आज आएगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट...

- एनआरआई पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पामबीच मार्ग से सटे बामणदेव मार्ग की दिशा में झाड़ियों के बीच सोमवार को लाल रंग के एक बड़े सूटकेस में ​एक लड़की की बॉडी बरामद हुई।

- उसकी उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच है। हत्या करने वाले ने लड़की के सिर को धड़ से अलग कर सूटकेस में ही रख दिया था। लड़की ने पंजाबी सूट पहना हुआ था।

- एक स्थानीय ग्रामीण ने सूटकेस को झाड़ियों में पड़ा देखा और उसे खोला तो उसमें से लड़की की लाश थी। इसके बाद उसने फोन कर पुलिस को इसकी जानकारी दी।

- खबर मिलते ही एनआरआई पुलिस स्टेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी।

- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो सकेगा कि मर्डर से पहले लड़की संग रेप या सेक्सुअल हरासमेंट तो नहीं हुआ है।

ऐसे हुई लड़की की पहचान

- इसके बाद पुलिस ने लड़की की फोटो मुंबई और ठाणे के सभी पुलिस स्टेशनों को भेजी। जिसके बाद कुछ ही घंटों में लड़की के बारे में पता चल गया।

- जानकारी मिला की रविवार रात को मुंबई के शिवाजी नगर पुलिसस्टेशन में मरियम शेख नाम की लड़की की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।

- वह वाशी के ब्यूटीपार्लर में काम करती थी। जांच में सामने आया कि मरियम शिवाजी नगर स्थित रफीक नगर में अपने माता-पिता और भाई के साथ रहती थी।

- मरियम के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह डेली रात 10 बजे तक घर वापस आ जाती थी। रविवार को देर रात तक जब वह घर नहीं लौटी तो उसकी मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।

- पुलिस के मुताबिक, रात 11 बजे मरियम का लास्ट फोन लगा था उसके बाद फोन बंद हो गया।

पुलिस ने शुरू की जांच

- पुलिस को संदेह है कि हत्यारे ने संभवतः रविवार की रात मरियम का मर्डर किया है।

- बता दें की नवी मुंबई का यह इलाका बेहद सुनसान है। यहां अक्सर इसी तरह की डेड बॉडीज मिलती रहती हैं।

- पुलिस का मानना है कि लड़की की हत्या कहीं और हुई है और बॉडी को यहां फेंका गया है।

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में बरी हुए IPS दिनेश एमएन

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में बरी हुए IPS दिनेश एमएन

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में बरी हुए IPS दिनेश एमएन

जयपुर.सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में राजस्थान पुलिस IPS दिनेश एमएन बरी हो गए हैं। मुंबई कोर्ट ने दिए आदेश। बता दें कि दिनेश इस केस में 7 साल की जेल पहले ही काट चुके हैं। फिल्हाल वे आईजी एसओजी है। क्या है सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामला
- सीबीआई के आरोप पत्र के अनुसार 26 नवंबर 2005 को अहमदाबाद सर्किल और विशाला सर्किल के टोल प्वाइंट पर सोहराबुद्दीन की हत्या हुई। - सुबह तड़के 4 बजे इस सड़क पर अचानक कई चेहरे प्रकट हुए। गुजरात एटीएस के चीफ डीजी वंजारा के साथ राजस्थान पुलिस के सुपरिटेंडेंट एम एन दिनेश आए।
- कांस्टेबल अजय परमार से कहा गया कि वो एटीएस दफ्तर के पीछे पड़ी एक हीरो होंडा मोटरसाइकिल लेकर आए। सोहराबुद्दीन शेख को भी वहां लाया गया।
- राजस्थान पुलिस का एक सब इंस्पेक्टर मोटरसाइकिल पर बैठा और थोड़ी दूर जाकर अचानक नीचे कूद गया। उसी वक्त सोहराबुद्दीन को भी चलती कार से नीचे धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया गया।
- नतीजा दोनों को चोट लगी, और उसी के साथ चार पुलिस इंस्पेक्टरों ने अपने सर्विस रिवॉ़ल्वर से सोहराबुद्दीन पर आठ गोलियां दाग दीं। वंजारा ने कांस्टेबल परमार से सोहराबुद्दीन के निर्जीव शरीर को सिविल अस्पताल ले जाने को कहा।
ऐसा रहा करियर
- बता दें कि दिनेश एमएन 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं और इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलिकम्युनिकेशन में बीई हैं।
- सबसे पहले वर्ष 2000 में करौली एसपी रहे। इसके बाद सवाई माधोपुर और झूंझुनू, उदयपुर और अलवर एसपी रहे।
- 26 नवंबर 2005 में अंबाजी के पास हुए सोहराबुद्दीन एनकाउंटर को फर्जी मानते हुए दिनेश एमएन को 24 अप्रैल 2007 को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद सात साल तक वो जेल में रहे।


 

सोमवार, 31 जुलाई 2017

जालोर जिले में 19 पंजीकृत गौशालाओं के लिए साढ़े 4 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत



 जालोर  जिले में 19 पंजीकृत गौशालाओं के लिए साढ़े 4 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत

जालोर 31 जुलाई - जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने जिले की सांचैर व चितलवाना तहसील में अवस्थित 19 पंजीकृत गौशालाओं द्वारा संधारित पशुओं को राहत सहायता प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की वित्तीय स्वीकृति जारी की हैं।

जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने बताया कि आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग राजस्थान द्वारा अभाव संवत 2073 में खरीफ फसल खराबा रिपोर्ट के आधार पर अभावग्रस्त पंजीकृत गौशालाओं द्वारा संधारित पशुओं को राहत सहायता स्वीकृत करने के लिए 1909.93 लाख का बजट आवंटित हुआ हैं। उन्होंने बताया कि आवंटित बजट में से सांचैर व चितलवाना उपखण्ड अधिकारी द्वारा अनुशंषा सहित प्राप्त अनुदान क्लेमों के आधार पर सांचैर व चितलवाना तहसील की 19 पंजीकृत गौशालाओं में संधारित 8 लाख 26 हजार 48 पशुओं को राहत सहायता प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई हैं।

उन्होंने बताया कि स्वीकृति के तहत सांचैर तहसील की श्री सनातन गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 3930 छोटे व 4710 बड़े पशुओं, श्री सुरभी गौसेवा आश्रम पथमेडा के 3030 छोटे व 2910 बड़े पशुओं, श्री धनवंतरी गौसेवा आश्रम मेडाजागीर पथमेड़ा के 21152 छोटे व 61076 बड़े पशुओं, श्री धेनुकेश्वर गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 8190 बड़े पशुओं, श्री भारत माता गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 870 छोटे व 18390 बड़े पशुओं, श्री भृगुऋषि गौसेवा आश्रम मेडाजागीर के 420 छोटे व 7470 बड़े पशुओं, श्री मुरलीधर गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 2460 छोटे व 4830 बड़े पशुओं, श्री कामधेनु गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 5190 छोटे व 1620 बड़े पशुओं, श्री गोपाल गोवर्धन गौशाला पथमेड़ा के 8430 छोटे व 113970 बड़े पशुओं, श्री लक्ष्मीनारायण गौसेवा आश्रम प्रतापपुरा के 270 छोटे व 5700 बड़े पशुओं, श्री शिवशक्ति गौसेवा आश्रम लुणियासर के 2790 छोटे व 3210 बड़े पशुओं, श्री राजऋषि दिलीप गौसेवा आश्रम विरोल के 960 छोटे व 24150 बड़े पशुओं, श्री महावीर हनुमान गौवंश एवं पर्यावरण संरक्षण गौशाला गोलासन के 29400 छोटे व 315480 बड़े पशुओं, श्री ब्रह्मर्षि रतनदेव गौसेवा श्रम वासन चैहान के 450 छोटे व 1350 बड़े पशुओं, श्री ठाकुर गौसेवाश्रम पालड़ी सोलंकियान के 23430 छोटे व 70830 बड़े पशुओं व श्री दत्तात्रोय गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 420 छोटे व 7320 बड़े पशुओं तथा चितलवाना तहसील क्षेत्रा की श्री महर्षि वशिष्ठ गौसेवा आश्रम आमली के 2100 छोटे व 1050 बड़े पशुओं, श्री खेतेश्वर गौशाला आश्रम आशापुरा वन खिरोड़ी के 11730 छोटे व 33330 बड़े पशुओं व श्री गोकुल गौधाम गौशाला श्रम संस्थान हिण्डवाडा के 1200 छोटे व 22230 बड़े पशुओं को राहत प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की राशि की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई हैं।

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गोलासन की नन्दीशाला के लिए 97.14 लाख की राशि स्वीकृत
जालोर 31 जुलाई - सांचैर के गोलासन ग्राम की महावीर हनुमान गोशाला (नन्दी) के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 97 लाख 14 हजार रूपयों की पशु अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।

जिला कलक्टर एल.एन. सोनी ने बताया कि सांचैर तहसील क्षेत्रा के गोलासन ग्राम में स्थित महावीर हनुमान गौशाला (नन्दी शाला) के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 94 लाख 14 हजार 240 रूपयों की राशि पशु अनुदान के रूप में स्वीकृत की गई है ।

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जैसलमेर, साप्ताहिक समीक्षा बैठक अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र में राहत के पुख्ता प्रबंध



जैसलमेर, साप्ताहिक समीक्षा बैठक  अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र  में राहत के पुख्ता प्रबंध
जैसलमेर, 31 जुलाई। जिले के भणियाणा उपखण्ड के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत के पुख्ता प्रबंध किए गए है। प्रभावित क्षेत्र भणियाणा, भिखोडाई, राजमथाई, फलसूण्ड एवं फूलासर गांवों में जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने चिकित्सकों एवं पषु चिकित्सक दल भेजकर लोगों को राहत पहुंचाने की हिदायत दी है। वह सोमवार सांय कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में पानी, बिजली, सडक, स्वास्थ्य आदि आवष्यक सेवाओं की साप्ताहिक समीक्षा के साथ-साथ अतिवृष्टि तथा आपदा प्रबंधन की समीक्षा कर रहें थें।

इस मौके पर जिला कलक्टर ने बताया कि पोकरण तथा भणियाणा उपखण्ड में पिछले सप्ताह के दौरान अतिवृष्टि हुई है तथा इससे जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों के लोग प्रभावित हुए है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र में तत्काल राहत पहंुचाने के लिए चिकित्सकों का दल भेजकर बीमारियों का सर्वे करने तथा पेयजल स्त्रोतों की जांच करने की हिदायत दी। साथ ही पषु चिकित्सकों का दल भेजकर प्रभावित क्षेत्र में पषुओं का उपचार करने तथा बीमार पषुओं में दवा वितरण करने के निर्देष दिये।

जिला कलक्टर ने अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सडकों व भवनों का सर्वे कराने के साथ-साथ रामदेवरा को जाने वाले सडकों को अविलम्ब मरम्मत करवाने के निर्देष दिये। साथ ही रामदेवरा पद यात्रियों के लिए पैदल ट्रेक के अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हिस्से को तुरन्त ठीक करवाने को कहा। उन्होंने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त बिजली तंत्र को दुरस्त कर तुरन्त बिजली आपूर्ति सुचारू करने तथा नियतिम पेयजल वितरण की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि बारिष के बाद जिला मुख्यालय पर गन्दगी हो जाती है जिसे अविलम्ब साफ किया जायें एवं जिला अस्पताल एवं सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई चाक चैबन्द रखी जाए।

इससे पूर्व अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये कि वर्षाकाल में सर्पदंष की घटनाओं में बढोतरी हो जाती है इसलिए जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में सर्पदंष के इंजेक्षन उपलब्ध रखे जाएं। उन्होंने पुराने राजश्री के भुगतान के जो मामले है उसकी संपूण सूचना सहित सूची उपलब्ध करावें एवं इस कार्य में वे व्यक्तिगत रूचि लेकर संबंधित के बैंक खाते मंगवाकर एक सप्ताह में भुगतान करवा के शून्य की स्थिति में लावें। उन्होंनंे इसको सर्वोच्च प्राथमिकता से लेने के निर्देष दिए। उन्होंनंे पानी के सेम्पल जांच प्रभावी ढंग से करने के साथ ही वर्षा काल में जल जनित बीमारियों के उपचार की समुचित व्यवस्था सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर करने के निर्देष दिए। उन्होंनंे प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करावें वहीं वार्डो व शौचालयों की सफाई व्यवस्था में और अधिक सुधार लावंे।

उन्होंनें नगर परिषद को निर्देष दिये कि वे शहर में बारीष के मौसम के दौरान सफाई व्यवस्था में सुधार लावें वहीं किसी भी सूरत में नाले का गंदा पानी ओवरफ्लों न हों उनके पुख्ता प्रबंध करावें। वहीं आवारा पषुओं की धरपकड कर उन्हें गौषालाओं में भिजवानंे एवं साथ ही जो व्यक्ति शहर में पषु रखते है उनको भी समझाईष करें कि अपने पषुओं को खुला नहीं छोडें। उन्होंनें विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देष दिये कि वे वर्षा काल के दौरान बिजली आपूर्ति नियमित रखी जाएं तथा वर्षा से बिजली तंत्र क्षतिग्रस्त होने पर उसकी बहालगी तुरन्त करना सुनिष्चित करने के निर्देष दिये।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से रामदेवरा जाने वाले पैदल यात्रियों के पथ निर्माण की प्रगति की जानकारी ली एवं इससे आगामी भादवा मेले से पूर्व इसे पूर्ण करने को कहा। उन्होंनंे पीडब्ल्यूडी अधिकारी से गौरव पथ के निर्माण की जानकारी ली एवं जिला कलक्टर ने शेष गौरव पथ के निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिये।

अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने गत सप्ताह के दौरान विभिन्न विभागीय सेवाओं की प्रगति से अवगत कराया तथा बकाया कार्यो की जानकारी दी। बैठक में पानी, बिजली, सडक, स्वास्थ्य आदि विभागों से जुडें जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थें।

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दिव्यांग के पंजीयन कार्य ई-मित्र पर होगा

जैसलमेर, 31 जुलाई।पं0 दीनदयाल उपाध्याय विषेष योग्य जन षिविर 2017 के प्रथम चरण अन्तर्गत दिव्यांगो के पंजीयन का कार्य ई-मित्र पर किया जा रहा है। हिम्तसिंह कविया सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बताया कि दिव्यांगन जन अधिकार अधिनियम में दिव्यांगो की 21 प्रकार की निःषक्तता अधिसूचित की गई है, इन सभी दिव्यांगों के पंजीयन का कार्य किया जा रहा है । उन्होने बताया कि ई-मित्र पर पंजीयन हेतु नाम ,पता, पिता का नाम, भामाषाह कार्ड नम्बर, आघार कार्ड नम्बर, पेषंन प्राप्त कर रहा है तो पीपीओ प्रति, मूल निवास प्रमाण पत्र, परिवार की वार्षिक आय का प्रमाण पत्र, निःषक्तता प्रमाण पत्र (यदि पहले बना है तो)े जैसे आवष्यक दस्तावेज होगें।

उन्होने बताया कि महिला एवं बाल विकास की महिला सुपरवाईजरो को अपने अपने क्षेत्र में आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को आंगनवाडी में नामांकित 0 से 6 वर्ष के दिव्यांग बच्चों तथा दिव्यांग धात्री महिलाओं की पहचान कराकर उनका पंजीयन कराये जाने में सहयोग प्रदान करावें । समस्त संस्था प्रधान राजकीय एवं निजी विद्यालयो में अध्यनरत विभिन्न प्रकार की निःषक्तता के दिव्यांग बालक बालिकाओं का तथा दिव्यांग अभिभावको चिन्हीकरण कराते हुए पंजीयन करावे । उन्होने बताया कि इस अभियान से कोई भी संस्था प्रधान व अध्यापक अनभिज्ञ न रहे, वे अपने अपने विद्यालय में ऐसे बालको की पहचान कर पंजीयन करा ले ।

ग्रामीण एवं पंचायत राज विभाग के ग्राम सेवक दिव्यांग पेंषन प्राप्त कर रहे दिव्यांगो एवं कोई हो तो उनकी पहचान कर चिन्हिकरण एवं पंजीयन का कार्य करावें। कोई भी दिव्यांग पंजीयन से वंचित न रहना चाहिए इसका पूर्ण ध्यान रखते हुए समय पर पंजीयन का कार्य हो उन्होने बताया कि सभी दिव्यांगों का पंजीयन किया जाना है चाहे उनके विकलांगता का प्रमाण पत्र पहले बना हुआ है या नही।

उन्होने बताया कि दिव्यांगो के पंजीयन कार्य से ग्रामीण एवं षहरी क्षेत्र के दिव्यांगों का अच्छा डाटा बेस तैयार होगा इससे इन वर्ग के कल्याण हेतु राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा कई नई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन होगा। उन्होने बतया कि भारत सरकार की यूडीआईडी कार्ड योजना से दिव्यांगो को विषिष्ठ पहचान प्राप्त होगी तथा साथ ही यह भविष्य में एकल दस्तावेज का स्थान प्राप्त करेगा।

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बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री



बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री



मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों का दर्द मेरा दर्द है, उनके आंसू मेरे आंसू हैं। उन्हें अतिशीघ्र राहत पहुंचाना मेरी पहली प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




श्रीमती राजे ने कहा कि जब से प्रदेश के ये जिले भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे है तब से वे एक क्षण के लिए भी लोगों की तकलीफ से खुद को दूर नहीं कर पाईं हैं और राहत-बचाव कार्यों की पल-पल जानकारी ले रही हैं।




मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 जुलाई को मैंने वीडियो काॅन्फ्रेंस से जिला कलक्टरों एवं अन्य अधिकारियों को पूरी सजगता एवं सक्रियता से आपात स्थितियों से निपटने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि गत शनिवार को भी वे बाढ़ प्रभावित लोगों की तकलीफ जानने निकली थी, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलिकाॅप्टर आगे नही जा सका और न चाहते हुए भी वापस लौटना पड़ा।




श्रीमती राजे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हालात का हवाई सर्वेंक्षण करने के बाद कहा कि जयपुर में खराब मौसम होने के बावजूद आज फिर से वे बाढ़ पीड़ितों की तकलीफ जानने के लिए पहंुची है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में पीड़ितो के साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया बाढ़ से नुकसान रोकने के लिए सरकार करेगी स्थाई समाधान



मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया

बाढ़ से नुकसान रोकने के लिए सरकार करेगी स्थाई समाधान


जालोर/सिरोही/जयपुर, 31 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के बाढ़ संभावित इलाकों को नुकसान से बचाने के लिए स्थाई समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई जिले हैं जहां बार-बार बाढ़ के हालात उत्पन्न होते हैं और जन जीवन प्रभावित होता है। ऐसे सभी जिलों को बाढ़ से बचाने के लिए स्थाई हल निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री सोमवार को जालोर और सिरोही में पत्रकारों को सम्बोधित कर रही थीं।

श्रीमती राजे ने कहा कि 24-25 जुलाई को बाढ़ की स्थिति बनते ही मैंने प्रभावित इलाकों में प्रभारी मंत्रियों और प्रभारी सचिवों को भेज दिया था, जो वहां लगातार पीड़ितों से मिल रहे हंै और राहत एवं बचाव कार्यों में मदद कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, सीआरपीएफ एवं होमगार्ड पूरी मुस्तैदी से रात-दिन राहत एवं बचाव कार्य चला रहे हैं। जहां कहीं भी लोगों के पानी में फंसे होने और आवश्यक वस्तुओं की कमी की सूचना मिल रही है, राहत एवं बचाव दल पीड़ितों तक तत्काल पहंुच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वायु सेना के हेलिकाॅप्टर के माध्यम से 42 लोगों की जानंे बचाई गई हैं।

राशन का आॅफलाइन वितरण होगा

मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत देने के लिए पोस मशीनों के बजाय आॅफलाइन व्यवस्था से राशन सामग्री के वितरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी करवाकर शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए ताकि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से शीघ्र सहायता राशि प्राप्त की जा सके। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को एक्स-गे्रशिया अनुदान के रूप में 3800 रुपये की राशि आॅफलाइन वितरित करने को कहा।

फसल बीमा की अन्तिम तिथि बढ़ाने के लिए केन्द्र को पत्र

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि को 31 जुलाई से 1 माह और बढ़ाने के लिए राज्य सरकार केन्द्र को आग्रह करेगी। उन्होंने राहत शिविरों में रह रहे लोगों तथा विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को भोजन तथा पानी का समुचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ग्रस्त गांवों में चिकित्सा दल भेजने तथा प्रभावितों को अविलम्ब आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने को कहा।

जालोर-आहोर को जोड़ने वाली पुलिया का निरीक्षण किया

श्रीमती राजे ने जालोर को आहोर से जोड़ने वाली सड़क पर क्षतिग्रस्त साकरना पुलिया का निरीक्षण किया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इस पुलिया सहित क्षतिग्रस्त सड़कों एवं अन्य पुलियाओं की मरम्मत का काम और तेज करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन शीघ्र सुचारू किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां-जहां भी बिजली, जल आपूर्ति, संचार की व्यवस्था प्रभावित हुई है, उन्हें तुरंत बहाल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ की चपेट में आई गौशालाओं में गोवंश के इलाज के बेहतर इंतजाम किए जाए। जान-माल और पशुधन के नुकसान पर मुआवजा तत्काल वितरित कर पीड़ितों को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने राहत एवं बचाव दलों और स्थानीय नागरिकों का आपदा पीड़ितों की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने विभिन्न माध्यमों से आर्थिक मदद मुहैया करा रहे सामाजिक संगठनों एवं भामाशाहों का आभार व्यक्त किया।

जालोर में हेलीपेड पर हुई राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक में सांसद श्री देवजी पटेल, विधायक श्रीमती अमृता मेघवाल, जिला कलक्टर श्री एलएन सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री विकास शर्मा सहित जन प्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

सिरोही में समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़, गोपालन राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी, सांसद श्री देवजी पटेल, उपमुख्य सचेतक श्री मदन राठौड़, विधायक श्री ज्ञानचन्द पारख, श्री जगसीराम कोली, श्री समाराम गरासिया, जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया, जिला कलक्टर श्री संदेश नायक, पुलिस अधीक्षक श्री ओम प्रकाश सहित जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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बाड़मेर,चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगीः -सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी हुए सेवानिवृत



बाड़मेर,चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगीः

-सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी हुए सेवानिवृत

बाड़मेर, 31 जुलाई। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगी। बाड़मेर जिले मंे केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाआंे को आमजन तक पहुंचाने मंे इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राजस्थान उर्दू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने सोमवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय मंे सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी के सेवानिवृति समारोह के दौरान यह बात कही।

राजस्थान उदू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने कहा कि चौधरी ने बाड़मेर जिले मंे लंबे समय तक सेवाएं देने के साथ आमजन तक सरकारी योजनाआंे की जानकारी पहुंचाने के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्हांेने चौधरी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि चौधरी ने 37 वर्ष की सराहनीय सेवाएं दी है। मौजूदा समय मंे इतनी लंबी सेवाएं देना काफी मुश्किल है। उन्हांेने कहा कि सेवानिवृति जीवन का एक पड़ाव है। उन्हांेने उम्मीद जताई कि चौधरी युवा पीढ़ी को नियमित रूप से मार्गदर्शन देने के साथ समाज सेवा मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने कहा कि इतनी लंबी सेवाएं निसंदेह यादगार रहेगी। उन्हांेने कहा कि आगामी समय मंे अपने परिवार को समय देने के साथ समाज के लिए भी तत्पर रहे। इस अवसर पर शिवप्रकाश सोनी, चंदनसिंह भाटी, पवन जोशी, कन्हैयालाल डलोरा, सुरेश जाटव, लाखाराम जाखड़, गौतम चमन, लक्ष्मण वडेरा, अशोक राजपुरोहित समेत विभिन्न पत्रकारांे एवं गणमान्य नागरिकांे ने सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी के साथ बिताए अनुभवांे को साझा करते हुए कहा कि चौधरी आगामी समय मंे भी मार्गदर्शक के रूप मंे सेवाएं देते रहेंगे। विदाई समारोह के दौरान सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी को जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने साफा पहनाकर, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला एवं राजस्थान उदू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक देवेन्द्र माथूर ने श्रीफल भेंटकर उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण बोथरा ने किया। अंत मंे सहायक जनसंपर्क अधिकारी मदन बारूपाल ने आभार जताया। विदाई समारोह के दौरान महावीर जैन, भीमराज सोलंकी, भूपेश आचार्य, दिनेश बोहरा, जसवंतसिंह चौहान, प्रहलाद प्रजापत, सुशीला दहिया, अमरलाल बारोलिया,देवराज, अशोक कुमार, मदनदान चारण समेत विभिन्न मीडियाकर्मी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

बाड़मेर बावरवाला मंे पानी मंे फंसे 11 लोगांे को सुरक्षित निकाला, प्रभावित लोगांे को वितरित की खाद्य सामग्री




बाड़मेर बावरवाला मंे पानी मंे फंसे 11 लोगांे को सुरक्षित निकाला,

प्रभावित लोगांे को वितरित की खाद्य सामग्री


बाड़मेर, 31 जुलाई। बाड़मेर जिले के सेड़वा क्षेत्र मंे पानी मंे फंसे हुए 11 लोगांे को आरएसी जोधपुर बटालियन के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया। इसके अलावा 25 लोगांे तक खाद्य सामग्री पहुंचाई गई। इधर, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने अरणियाली पहुंचकर प्रभावित लोगांे को राहत सामग्री वितरित की।

बावरवाला मंे भेड़ांे को चराने के लिए गए चरवाहांे को बचाने के लिए आरएसी प्रथम की आपदा प्रबंधन टीम, सेड़वा तहसीलदार एवं रतनसिंह, भलगांव सरपंच बीरमाराम तथा विभिन्न स्वयंसेवकांे की ओर से राहत प्रबंधन गतिविधियां संचालित की जा रही है। अपने मवेशियांे के साथ ठहरे हुए लोगांे तक राशन सामग्री नावांे के जरिए पहुंचाई गई। कई स्थानांे पर पानी से रास्ता अवरुद्ध होने होने के कारण मोटरसाइकिल के जरिए टीमो पर सामग्री पहुंचाई जा रही है। जो लोग निचले इलाकों में हैं उनको बाहर निकाला जा रहा है एवं लगभग 25 लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाई गई है। साथ ही राहत कार्य जारी है। इधर, प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर ने बालोतरा क्षेत्र मंे अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकांे का दौरा किया। उन्हांेने प्रशासनिक अधिकारियांे को पुख्ता राहत प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी तरह जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, प्रधान ताजाराम, समाजसेवी कैलाश कोटडि़या समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियांे ने अरणियाली, गांधव खुर्द समेत अन्य इलाकांे मंे प्रभावित लोगांे को राहत सामग्री वितरित की। जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने राहत शिविर के अलावा विभिन्न स्थानांे का दौरा कर राहत प्रबंधांे का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों को एक लाख रुपये देने की घोषणा



बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा एवं राहत कार्याें की समीक्षा

मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों को

एक लाख रुपये देने की घोषणा

फसल खराबे वाले क्षेत्रों में शीघ्र गिरदावरी के निर्देश






जयपुर, 31 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने बाढ़ प्रभावित जालोर, सिरोही, पाली एवं बाड़मेर जिलों में आपदा प्रभावितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली सहायता राशि बढ़ाने की घोषणा की है। श्रीमती राजे ने इन क्षेत्रों में बाढ़ से मारे गये लोगों के परिजनों को 1-1 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 25 हजार और सामान्य घायलों को 10 हजार रुपये प्रति व्यक्ति सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं।

श्रीमती राजे ने सोमवार को जालोर एवं सिरोही सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लौटकर मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक ली, जिसमें आपदा एवं राहत कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने बाढ़ प्रभावित गांवों जहां 50 प्रतिशत से ज्यादा फसल खराबा हुआ है वहां गिरदावरी का कार्य शीघ्र कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों का सर्वे कर जल्द ही राशि भुगतान करने तथा टूटी हुई रपटों, पुलिया एवं बांधों की शीघ्र मरम्मत करने को कहा। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त मेडिकल टीमें भेजने तथा संभावित बीमारियों की रोकथाम के लिए समुचित प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने रेलवे अधिकारियों से चर्चा कर आरयूबी में भरे पानी एवं मिट्टी की सफाई करने, जिन इलाकों में पानी भरा है वहां नावों का इंतजाम करने तथा पशुधन एवं जनधन की हानि के मामलों में तुरन्त आर्थिक मदद देने के निर्देश भी दिए।

बैठक में मुख्य सचिव श्री अशोक जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व श्री खेमराज, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव पीडब्ल्यूडी श्री आलोक, प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री संजय मल्होत्रा, प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्री अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी श्री रजत मिश्र, प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन श्री शिखर अग्रवाल, शासन सचिव आपदा श्री हेमन्त गेरा, शासन सचिव पशुपालन श्री अजिताभ शर्मा एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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शनिवार, 29 जुलाई 2017

बाड़मेर,पानी में फंसे ग्रामीणांे को सुरक्षित निकाला, पीडितांे को बांटी राहत सामग्री

बाड़मेर,पानी में फंसे ग्रामीणांे को सुरक्षित निकाला,
पीडितांे को बांटी राहत सामग्री

बाड़मेर, 29 जुलाई। धोरीमन्ना के पुरावा इलाके मंे बारिश से घिरी ढ़ाणियांे मंे फंसे ग्रामीणांे को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानांे पर पहुंचाया। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की अगुवाई मंे चले राहत अभियान के दौरान एनडीआरएफ के जवानांे ग्रामीणांे के साथ उनके घरांे से सामान भी निकाला।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने शनिवार शाम को धोरीमन्ना क्षेत्र के अरणियाली,आलेटी एवं पुरावा पहुंचकर बारिश से प्रभावित ग्रामीणांे को टेंट एवं खाद्य सामग्री वितरित की। उन्हांेने ग्रामीणांे को राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्हांेने कहा कि इस विकट घड़ी मंे जिला प्रशासन ग्रामीणांे के साथ है। इस दौरान जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियांे को समुचित इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान पुरावा मंे पानी से घिरे घरांे मंे फंसे ग्रामीणांे को निकालकर सुरक्षित स्थानांे पर पहुंचाया गया। इस दौरान धोरीमन्ना उपखंड अधिकारी विजयसिंह नाहटा, विकास अधिकारी नरेन्द्र सोउ समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

शिक्षा मंत्राी ने की शिक्षकों व समाज से दान की अपील



शिक्षा मंत्राी ने की शिक्षकों व समाज से दान की अपील

अजमेर में मात्रा तीन दिन में एकत्रा हुआ 12.48 लाख रुपए से अधिक विद्या दान

राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन ने की 11 लाख रुपए दान की घोषणा

जारी रहेगा विद्या दान अभियान, राज्य के स्कूलों की बदलेगी सूरत

अजमेर, 29 जुलाई। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने राज्य के शिक्षकों एवं समाज के भामाशाहों से विद्या के लिए दिल खोलकर दान देने की अपील की है। शिक्षा में सामाजिक सहभागिता के तहत चलाए जा रहे इस अभियान से प्राप्त राशि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं के विकास में ही खर्च की जाएगी। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के आह्वान पर इस अभियान के पहले तीन दिनों में ही जिले में दस लाख रुपए की राशि एकत्रा हुई है। राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन इस अभियान में 11 लाख रुपए का सहयोग देगा। शिक्षा मंत्राी ने शिक्षक समुदाय से अपील की है कि एक दिन का वेतन विद्या के लिए दान करें।

शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने आज राजकीय सावित्राी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षक समुदाय को मुख्यमंत्राी विद्यादान कोष एवं ज्ञान संकल्प पोर्टल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विशेषता रही है कि समाज के प्रत्येक वर्ग ने शिक्षा के लिए दिल खोलकर दान दिया है। राजस्थान भी इस क्षेत्रा में अग्रणी रहा है। प्रदेश के हर शहर और गांव में इस तरह के दानदाताओं के किस्से प्रचलित हैं, जिन्होंने भावी पीढ़ी को शिक्षित करने के लिए दान दिया।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भी समाज को शिक्षा से जोडने के लिए ज्ञान संकल्प पोर्टल एवं मुख्यमंत्राी विद्यादान कोष की अभिनव पहल की गई है। मुख्यमंत्राी राजे स्वयं जयपुर में 5 अगस्त को इस योजना का शुभारंभ करेंगी। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे भी अपना एक दिन का वेतन विद्या दान कोष को समर्पित करें। शिक्षकों का यह दान भविष्य में राजस्थान के स्कूलों की उन्नति में मील का पत्थर साबित होगाा।

मंत्राी ने की अपील, शिक्षकों ने दिया साथ

शिक्षा राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी की अपील पर शिक्षकों ने पूरा साथ दिया। कार्यक्रम में मौजूद राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय सोनी ने घोषणा की कि राधाकृष्णन संघ व शिक्षिका सेना के सदस्य 11 लाख रुपए का दान देंगे। श्री देवनानी ने अपनी ओर से दान पेटिका में 11 हजार तथा महापौर श्री धर्मेंद्र गहलोत ने 5000 रुपए का दान दिया। श्री देवनानी ने अब तक 33 हजार रुपए दान किए हैं। उन्होंने घोषणा की कि एक महीने की तनख्वाह विद्यादान कोष में दान देंगे।

उनके जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल जिला कलक्टर ने 11,000 हजार, शिक्षा कार्यालय समस्त ने 1,44,250 रूपए, आई.ए.एस.ई. अजमेर ने 41,000 हजार, उपखण्ड कार्यालयों ने 6,66,808 रूपए, विभिन्न भामाशाहों से सहयोग से 1,52,250 रूपए, शहर के संस्था प्रधानों से 2,06,000 रूपए सहित कुल 12 लाख 48 हजार 308 रूपए आज तक प्राप्त हो चुके हंै।

सहायक कर्मचारी ने दिए 8000 रुपए

कार्यक्रम में सावित्राी स्कूल की प्राचार्य ने बताया कि यहां की एक सहायक कर्मचारी ने अपनी बचत में से 8000 रुपए दान दिए हैं। स्कूल की दो अन्य अध्यापिकाओं ने भी 5-5 हजार रुपए दिए।

कार्यक्रम में श्री सीताराम गर्ग उपनिदेशक मा.शि. श्री कैलाशचंद झंवर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम, श्री तेजपाल उपाध्याय जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा द्वितीय, श्री दीपक जौहरी, प्राचार्य टी.टी. काॅलेज श्री सुशील गहलोत, श्री रामनिवास गालव अति. जिला परियोजना समन्वयक रामाशिअ. अजमेर, श्री दिनेश कुमार ओझा अति. जिला परियोजना समन्वयक सर्वशिक्षा अभियान अजमेर, श्री अरूण कुमार जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन श्रीमती दर्शना शर्मा अति. जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम ने किया। संस्थाप्रधान श्रीमती लीलामणी गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।




35 लाख अभिभावकों ने किया सरकारी स्कूलों पर भरोसा- श्री देवनानी
शिक्षा राज्यमंत्राी ने किया राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान में 36 लाख रुपए के विकास कार्यों का शुभारंभ

पेरेंट-टीचर मीटिंग में जानीं सरकारी स्कूलों की अच्छाइयां, 16. 5 प्रतिशत बढ़ा है परिणाम

अब डिजीटल ट्रेनिंग की ओर कदम बढ़ाएगा शिक्षा विभाग, नई रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा

अजमेर, 29 जुलाई। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान की शिक्षा पूरे देश में रोल माॅडल बनती जा रही है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्रा में नए आयाम स्थापित किए हैं। पिछले एक साल में पेरेंट-टीचर मीटिंग तथा शिक्षक-अभिभावक समितियों के माध्यम से 35 लाख पेरेंट्स ने सरकारी स्कूलों पर भरोसा किया है। शीघ्र ही शिक्षा विभाग नई रिसर्च तथा डिजीटल ट्रेनिंग को भी अपनाएगा।

शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी श्री वासदेव देवनानी ने आज जयपुर रोड स्थित राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान में 36 लाख रुपए की लागत से नए कक्षा-कक्षों एवं अन्य विकास कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्रा में नई ऊंचाइयों को छुआ है। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे के नेतृत्व में प्रदेश की शिक्षा नित नए सोपान तय कर रही है। राज्य सरकार और शिक्षकों के साझा प्रयास अब रंग ला रहे हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणामों में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि शिक्षा के सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है। अब केंद्र सरकार के स्तर पर भी राजस्थान को रोल माॅडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के अभिभावकों में भी सरकारी स्कूलों के प्रति सोच बदली है। पिछले एक साल में 35 लाख अभिभावकों ने पेरेंट-टीचर मीटिंग और शिक्षक-अभिभावक समितियों के माध्यम से सरकारी स्कूलों की अच्छाइयों के बारे में नजदीक से जाना और समझा है। हमारे शिक्षक उच्च योग्यताधारी और अनुभवी हैं। ऐसे शिक्षकों के सहयोग से ही हम निरंतर प्रगति कर रहे हैं। प्रदेश का विद्यार्थी हर विषय में देश में शानदार परिणाम हासिल कर रहा है।

श्री देवनानी ने शिक्षक प्रशिक्षण में तकनीक और डिजीटलीकरण के समावेश को समय की मांग बताते हुए कहा कि शिक्षकों के प्रशिक्षण में डिजीटल और आधुनिकतम पद्धतियों के समावेश को बढ़ावा दिया जाएगा। आने वाले दिनों में शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से होने वाली ट्रेनिंग में स्मार्ट क्लास में पढ़ाने का प्रशिक्षण भी शामिल किया जाएगा। साथ ही शिक्षण-प्रशिक्षण मेें नई रिसर्च को भी शामिल किया जाएगा।

कार्यक्रम में महापौर श्री धर्मेंद्र गहलोत, श्री अरविंद यादव, टीटी काॅलेज के प्राचार्य श्री दीपक जौहरी, श्री सीताराम शर्मा. श्री अवधेश तिवाड़ी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।




राज्यपाल श्री कल्याण सिंह का यात्रा कार्यक्रम
अजमेर, 29 जुलाई। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में भाग लेने के लिए सोमवार को अजमेर की यात्रा पर रहेंगे।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि राज्य के राज्यपाल श्री कल्याण सिंह सोमवार 31 जुलाई को सायं 5.30 बजे सीआरपीएफ गेस्ट हाउस पहुंचेंगे। वे मंगलवार एक अगस्त को सायं 3.40 बजे महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इसके पश्चात उनका जयपुर जाने का कार्यक्रम है।




कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त
अजमेर, 29 जुलाई। जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने आगामी 31 जुलाई व एक अगस्त को राज्यपाल श्री कल्याण सिंह की अजमेर यात्रा के दौरान कानून, शान्ति एवं अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं।

जिला मजिस्ट्रेट श्री गौरव गोयल ने बताया कि अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री अबु सूफियान चैहान, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री अरविंद कुमार सेंगवा, जिला परिषद के एसीईओ श्री संजय माथुर, किशनगढ़ उपखण्ड अधिकारी श्री अशोक कुमार, अजमेर उपखण्ड अधिकारी श्री अंकित कुमार, जिला रसद अधिकारी श्रीमती दीप्ति शर्मा, आईएएस प्रशिक्षु सुश्री टीना डाबी, तहसीलदार श्री अरविंद कुमार शर्मा, श्री वीमलेन्द्र राणावत, श्रीमती आदित्य सिंह एवं श्री अनुराग हर्षित को विभिन्न स्थानों पर तैनात कर कार्यपालक मजिस्ट्रेट के दायित्व सौपे गए हैं।




शीघ्र शुरू होगा महर्षि दयानन्द सरस्वती शोधपीठ का कार्य
अजमेर, 29 जुलाई। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में स्वामी दयानन्द के नाम पर शुरू होने वाली शोधपीठ का कार्य शीघ्र शुरू किए जाने की बात कही है। उन्होंने परोपकारिणी सभा के शिष्ट मण्डल को यह आश्वासन दिया।

परोपकारिणी सभा के मंत्राी श्री ओम मुनि, संयुक्त मंत्राी श्री दिनेश शर्मा, कोषाध्यक्ष श्री सुभाष नुवाल, ट्रस्टी श्री रामगोपाल गर्ग और ज्योत्सना धर्मवीर ने हाल ही जयपुर स्थित राजभवन में राज्यपाल श्री कल्याण सिंह से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय में महर्षि दयानन्द के नाम पर बनने वाली शोधपीठ का कार्य जल्द शुरू किया जाए। राज्यपाल श्री सिंह ने उन्हें इस संबंध में शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही का भरोसा दिलाया। परोपकारिणी सभा के प्रतिनिधि मण्डल ने राज्यपाल श्री सिंह का शाॅल ओढ़ाकर अभिनंदन किया तथा साहित्य भेंट किया। इस अवसर पर राजस्थान के लोकायुक्त श्री सज्जन सिंह कोठारी भी उपस्थित थे।




5 अगस्त तक निपटाएं सम्पर्क पोर्टल के बकाया प्रकरण - जिला कलक्टर
अजमेर, 29 जुलाई। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने शनिवार को वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देर्शित किया कि सम्पर्क पोर्टल पर 30 दिन से अधिक की अवधि के बकाया प्रकरणों का निस्तारण 5 अगस्त तक पूर्ण रूप से कर दे।

जिला कलक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्राी के द्वारा की गई बजट घोषणाओं, बड़ी परियोजनाओं, फ्लेगशिप योजनाओं तथा सम्पर्क समाधान पोर्टल के माध्यम से राहत देना सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। इनका अपने कार्य क्षेत्रा में रोजाना रिव्यू किया जाए। इस संबंध में प्रगति की नियमित जानकारी उच्च स्तर पर भिजवायी जानी चाहिए। सम्पर्क समाधान पोर्टल आमजन को राहत देने के लिए है। शीघ्र ही इसको विस्तारित किया जाएगा। इस पोर्टल पर दर्ज पुराने प्रकरण को 5 अगस्त तक निस्तारित करना आवश्यक है। पोर्टल पर दर्ज 30 दिवस से पुराने प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित किए जाए।

उन्होंने कहा कि जिले में लगे मोबाइल टावर के नियमन के लिए राज्य सरकार द्वारा नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी नगर निगम के कमिश्नर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में उपखण्ड अधिकारी को इसके लिए नोडल बनाया गया है। राजकीय भूमि पर लगे मोबाइल टावर के लिए संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी को नोडल नियुक्त किया गया है। इनके द्वारा मोबाइल टावर की अनुमति जारी की जाएगी। पुराने लगे टावरो का अनुज्ञा पत्रा अगस्त माह तक जारी किया जाना आवश्यक है। इसके पश्चात नियमानुसार जुर्माना वसूला जाएगा। नए स्थापित होने वाले मोबाइल टावर के लिए भी नोडल अधिकारी द्वारा अनुमति जारी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों की बैठक के संबंध में मासिक मानचित्रा, त्रोमासिक मानचित्रा तथा भूमि अवाप्ति के प्रकरणो का अपडेशन गूगल ड्राइव के माध्यम से किया जाएगा। भू राजस्व अधिनियम 1986 के अन्तर्गत 20 वर्ष तक वनीकरण के लिए आवंटित भूमि की रिपोर्ट समय पर भिजवाना सुनिश्चित किया जाए। विधानसभा के प्रश्नों के जवाब तुरन्त भिजवाया जाना आवश्यक है । जिले में विकास परियोजनाओं के लिए भूमि अवाप्ति के लिए प्रकरणों का निपटारा प्राथमिकता के साथ के किया जाना जनहित में। राष्ट्रीय राजमार्ग 79 के लिए भूमि अवाप्ति के संबंध में अवार्ड राशि का वितरण तथा मिटिशन का कार्य उपखण्ड अधिकारी नसीराबाद एवं किशनगढ़ द्वारा 5 अगस्त तक पूर्ण किया जाएगा। इसी प्रकार रेलवे के विभिन्न एलसी के लिए भूमि अवाप्ति भी समय पर की जानी चाहिए। वृहन मतादात ा पंजीकरण अभियान के अन्तर्गत समस्त पात्रा मतदाताओं का पंजीयन किया जाए। मुख्यमंत्राी विद्युत सुधार अभियान (बिठुर माॅडल) के अन्तर्गत समस्त अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि संबंधित जीएसएस से विद्युत क्षति रोकने के लिए कार्य करेंगे।

इस अवसर पर तिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, श्री अबु सूफियान चैहान, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संजय माथुर, सहायक कलक्टर श्रीमती श्वेता यादव, उपख्ण्ड अधिकारी श्री अंकित कुमार सिंह, , प्रशिक्षु आईएएस टीना डाबी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।