चौहटन। अंजनशलाका-प्रतिष्ठा निमित सप्त दिवसीय महोत्सव का आगाज 23 जून से
चौहटन । चौहटन नगर से विरात्रा जाने वाली रोड़ पर ढोक ग्राम में अरावली पर्वतमालाओं की सुरमय वसुंधरा पर विशाल भूभाग पर नवोदित लब्धिनिधान पाश्र्वनाथ मणिधारी तीर्थ परिसर में चलमन्दिर प्रतिष्टित होने वाली भाग्यवर्धन पाश्र्वनाथ, गौतमस्वामी एवं जिनचंन्द्रसूरिजी महाराज की प्रतिमाओं की अंजनश्लाका प्रतिष्ठा निमित सप्त दिवसीय महोत्सव 23 जून शुक्रवार से आचार्य भगवंत श्री जिनपीयूषसागर सूरिश्वर महाराज आदि ठाणा एवं साध्वी प्रगुणाश्री आदि ठाणा की निश्रा में तीर्थ प्रांगण में आयोजित होगा।
ये रहेगें सप्त दिवसीय कार्यक्रम-
रिपोर्ट :- चन्द्रप्रकाश छाजेड़ / चौहटन
चौहटन । चौहटन नगर से विरात्रा जाने वाली रोड़ पर ढोक ग्राम में अरावली पर्वतमालाओं की सुरमय वसुंधरा पर विशाल भूभाग पर नवोदित लब्धिनिधान पाश्र्वनाथ मणिधारी तीर्थ परिसर में चलमन्दिर प्रतिष्टित होने वाली भाग्यवर्धन पाश्र्वनाथ, गौतमस्वामी एवं जिनचंन्द्रसूरिजी महाराज की प्रतिमाओं की अंजनश्लाका प्रतिष्ठा निमित सप्त दिवसीय महोत्सव 23 जून शुक्रवार से आचार्य भगवंत श्री जिनपीयूषसागर सूरिश्वर महाराज आदि ठाणा एवं साध्वी प्रगुणाश्री आदि ठाणा की निश्रा में तीर्थ प्रांगण में आयोजित होगा।
ये रहेगें सप्त दिवसीय कार्यक्रम-
लब्धिनिधान पाश्र्वनाथ मणिधारी तीर्थ सप्त दिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रथम दिवस 23 जून को प्रातः 7.27 बजे स्नात्र पूजा, कुंभ स्थापना, दीपक स्थापना, ज्वारारोपण, वेदिका स्थापना, द्वितीय दिवस 24 जून को प्रातः 8.54 बजे स्नात्र पूजा, तृतीय दिवस 25 जून को प्रातः 7.25 बजे स्नात्र पूजा, नवग्रह पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, 16 विद्यादेवी पूजन, नंद्यावर्त पूजन, दोपहर 4.18 बजे च्यवन कल्याणक विधान, माता-पिता, इन्द्र-इन्द्राणी, प्रतिष्ठाचार्य, धर्माचार्य की स्थापना, चतुर्थ दिवस 26 जून को प्रातः 7.27 बजे स्नात्र पूजा, जन्म कल्याणक विधान, मेरूपर्वत अभिषेक, प्रियवंदा दासी बधाई, 18 अभिषेक पूजन, नामकरण, पाठशालागमन, राज्यभिषेक, मामेरा, लग्न, नवलोकातिंक देवों द्वारा विनंती आदि विधान, पंचम दिवस 27 जून स्नात्र पूजा, दीक्षा कल्याणक विधान, रात्रि में अंजनश्लाका अधिवासना, केवलज्ञान कल्याणक विधान, निर्वाण कल्याणक विधान, 18 अभिषेक का आयोजन होगा। 28 जून को प्रातः स्नात्र पूजा तत्पश्चात् मंगल मुहुर्त में जिनबिम्बों आदि की प्रतिष्ठा सम्पन्न होगी दोपहर में शांति स्नात्र महापूजन, महोत्सव के अंतिम दिन 29 जून को प्रातः 6.36 बजे द्वारोद्घाटन एवं तत्पश्चात् दादा गुरूदेव की बड़ी पूजा के आयोजन के साथ सप्त दिवसीय कार्यक्रम सम्पन्न होगा। सप्त दिवसीय महोत्सव में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से प्रभु भक्त पधारेगे। महोत्सव की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है।