शनिवार, 6 जून 2015

कोटा। बेटी का एडमिशन कराने आया पिता झूला फंदे से,बेटी का भी मिला शव

कोटा। बेटी का एडमिशन कराने आया पिता झूला फंदे से,बेटी का भी मिला शव

कोटा। शिक्षानगरी कोटा में दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। शिक्षानगरी की कोचिंग में उत्तरप्रदेश के बदायूं जिले से अपनी बेटी का दाखिला करवाने आए पिता और बेटी का शव स्टेशन इलाके के होटल के कमरें में मिलने से सनसनी फैल गई। पिता कुलदीप रस्तौगी और बेटी दिपांशी एक दिन पहले ही कोटा आए थे और स्टेशन इलाके में होटल में ठहरे हुए थे । होटल के कमरे का सुबह से शाम तक दरवाजा नही खुलने पर होटल कर्मचारियों को संदेह हुआ तो पुलिस को सुचना दी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोडा तो कुलदीप रस्तौगी का शव फंदे से लटका मिला तो बेटी भी मृत हालत में बेड पर मिली।

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पुलिस ने दोनो के शवों को एमबीएस अस्पताल के पौस्टमार्टम रूम में रखवाया है। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें कुलदीप रस्तौगी ने अपने बेटे को लिखा है कि आर्थिक तंगी के चलते ऐसा कदम उठा रहा है। मेरे मरने के बाद जिला सैनिक कल्याण बोर्ड से सम्पर्क कर लें। पुलिस की शुरूआती जांच में कुलदीप रस्तौगी को रिटार्यड फौजी बताया जा रहा है।

हनुमानगढ़| इन महिलाओं से रहे सावधान, महिलाओं के घर जाने से पहले ये पता कर लें....

हनुमानगढ़| इन महिलाओं से रहे सावधान, महिलाओं के घर जाने से पहले ये पता कर लें....

हनुमानगढ़| हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरुषों को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह से जुड़ी महिलाओं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है| ये महिलाएं किसी न किसी बहाने से शरीफ परिवार के लोगों को घर पर बुलाती थी उसके बाद पुलिस थाना में छेड़छाड़ और दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज करवाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थी|



पुलिस के पास जब एक पीड़ित शिकायत लेकर आया तो पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए इस मामले में जंक्शन की मोहिनी उर्फ सोनू पत्नी सांगारामुनील उर्फ कमला पत्नी करणीलाल और अनूप पुत्र रामचंद्र जाट को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों की धरपकड़ के लिए पीड़ित व्यक्ति महेंद्र खाती को महिला के घर भेजा था और जैसे ही महिला मोहिनी ने उससे 25 हजार रुपए लिए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया| पुलिस अब पूछताछ में जुटी है कि इन महिलाओं ने और किसे किसे अपना शिकार बनाया था|

बाड़मेर। रात में पत्थरबाज़ी बनी रहस्य, कर्मचारियों को दिखे भूत

बाड़मेर। रात में पत्थरबाज़ी बनी रहस्य, कर्मचारियों को दिखे भूत


बाड़मेर। राजस्थान के रेगिस्तान इलाको में आजादी के इतने बरस बीत जाने के बाद आज भी अनपढ़ लोग भूत प्रेत आत्माओं की बातों पर इनका खौफ बदस्तूर जारी रहता है लेकिन जब पढ़े लिखे ऑफिसर क्लास व कर्मचारी भी भुत प्रेत और आत्माओं की बातों पर विश्वास करे और इनमें भूतों आत्माओं का खौफ हो जाए तो आप क्या कहेंगे।

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राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव इलाके में ऐसी ही घटना सामने आई हैं। यहाँ विद्युत सब स्टेशन में पिछली कई रातों से रहस्यमयी तरीके से पत्थरबाज़ी हो रही हैं आधी रात को इमारत की छतों पर लोगों के भागने की आवाज़ का आभास होता हैं लेकिन पुलिस से लेकर तांत्रिक तक सभी बेबस हो चुके हैं।

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एईएन ने भी माना 'कुछ तो गड़बड़ है'
जिले के शिव डिस्कॉम में पिछले 10 दिन से रात नौ बजे से सुबह चार बजे तक पत्थर बरस रहे हैं। आधी रात को पत्थरबाजी होने से डिस्कॉमकर्मी भयभीत है। इस बारे में उन्होंने एसडीएम से लेकर पुलिस तक से सुरक्षा की गुहार लगाई है। दरअसल 23 मई की रात को ड्यूटी पर तैनात तकनीकी कर्मचारी रिंकू और सुमेर चारपाई पर सो रहे थे। इस दौरान वहां पत्थर आने शुरू हो गए। इस पर उन्होंने टॉर्च से आसपास रोशनी कर देखा लेकिन कोई नजर नहीं आया। इसके बाद दोनों चारपाई लेकर कार्यालय के अंदर जाकर सो गए। इस घटना के बाद विद्युत अधिकारियों और कर्मचरियों ने अपने सहायक अभियंता कैलाश चौधरी से बात की तो वे पुलिस जाब्ते के साथ वहां रूके। उस रात को भी पत्थर बरसे गनीमत रही कि कोई चोटिल नहीं हुआ। लेकिन पत्थर कौन बरसा रहा है अब तक पता नहीं चला।



कुछ साल पहले मारे गए थे दो कर्मचारी
इतने दिनों बाद भी पत्थरबाजी नहीं थमने पर मंगलवार सुबह एईएन ने विभाग के आला अधिकारियों और पुलिस को पत्र भेजकर इससे बचाव की अपील की है। वहीं कुछ साल पहले एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और वहीं अब भूत बनकर परेशान कर रहा है। ऐसा भुत भगाने वाले बाबाओं और आस -पास के लोगो का मानना है। शिव इलाके के उपखंड अधिकारी चन्द्रभान सिंह भाटी को जब इस प्रकरण के बारे में लिखित में शिकायत की गई तो उन्होंने इस मामले की जांच शिव थाना एसएचओ को सौंपी हैं। उन्होंने गम्भीरता से इन रहस्यमयी पत्थरों के बारे में जाँच के आदेश दे दिए हैं। रात्रि को मजबूरन कार्मिको को पास ही के जलदाय विभाग कार्यालय में शरण लेनी पड़ती हैं। वहीं इलाके के लोग भी रात के समय यहाँ से नहीं गुजरते। अब देखना यह हैं कि कब तक इस राज से पर्दा हटता हैं।

फिर अध्यादेश के जरिए कानून लागू करने की तैयारी

फिर अध्यादेश के जरिए कानून लागू करने की तैयारी


— थर्ड ग्रेड शिक्षकों की राज्य स्तर पर भर्ती का प्रावधान
— भर्ती और तबादलों का अधिकार जिला परिषदों से छीनने का प्रावधान तत्कल लागू होगा
—प्रावधान लागू करने के लिए सरकार ला रही है अध्यादेश
— अध्यादेश के जरिए पंचाचतीराज कानून 1994 की धारा 89 और 90 में संशोधन
— राज्पाल के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है अध्यादेश ​
— राज्यपाल से मंजूरी मिलते ही जारी हो जाएगा अध्यादेश
— पंचायत समिति के भीतर थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले सरकार करेगी
— अब राज्य स्तर पर होगी
— कैबिनेट दे चुकी है दोनों संशोधनों को मंजूरी



जयपुर। राज्य सरकार पंचायतीराज कानून में हुए दो संशोधनों को एक बार फिर अध्यादेश के जरिए तत्कल प्रभाव से लागू करने जा रही है। थर्ड ग्रेड शिक्षकों की भर्ती और पंचायत समिति के भीतर तबादले का अधिकार जिला परिषदों से छीनने का प्रावधान लागू करने के लिए सरकार अध्यादेश ला रही है। अध्यादेश को कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्यपाल के पास भेजा है, राज्यपाल की इस पर कभी भी मंजूरी आ सकती है। राज्यपाल की मंजूरी मिलते ही गजट नोटिफिकेशन हो जाएगा और यह प्रावधान तत्काल लागू हो जाएंगे।

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कैबिनेट ने पिछले मंगलवार को पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 89 और धारा 90 में संशोधन की मंजूरी दी थी। धारा 89 में संशोधन करके अब तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषदों की बजाय राज्य सरकार की एजेंसी से राज्य स्तर पर कराने का प्रावधान किया है, वहीं धारा 90 में पंचायत समिति के भीतर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले जिला परिषद की बजाय राज्य सरकार के स्तर पर करने को मजूरी दी है। अध्यादेश जारी होते ही ये प्रावधान लागू हो जाएंगें। अध्यादेश को छह माह के भीतर बिल के रूप में विधानसभा में लाकर पारित करवाना होगा।

खाद्य पदार्थों में घातक रसायनों की जांच की सरकारी लैब में सुविधा ही नहीं

खाद्य पदार्थों में घातक रसायनों की जांच की सरकारी लैब में सुविधा ही नहीं

जयपुर। देश भर के भीतर मैगी में घातक रसायनों की मिलावट का मामला सामने आने के बाद राजस्थान में खाद्य पदार्थों की जांच सुविधाओं की पोल खुल गई है। हालत यह है कि राजस्थान में खाद्य पदार्थो। में घातक रसायनों की मिलावट की जांच के लिए सरकारी लैब तक नहीं है। जयपुर में जो सरकारी लैब है उसमें घातक रसायनों की मिलावट की जांच सुविधा ही नहीं है।

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मैगी में मिलावट तो एक कंपनी का मामला है, राजस्थान में फास्ट फूड, पैकेज्ड फूड सहित खान पान की सामग्री में घातक रसायनों की मिलावट के मामले सामने आते रहते हैं। फूड इंस्पेक्टर सैंपल लेते हैं लेकिन यहां की सरकारी लैब में जांच की सुविधा नहीं होने से सैंपल गाजियाबाद लैब् में भेजने होते हैं, इस प्र​क्रिया में जांच रिपोर्ट आने में लंबा वक्त लगता है, तब तक बहुत नुकसान हो चुका होता है। सरकारी लैब होने के बावजूद उसमें उपकरणों और एक्सपर्ट के अभाव में जांच नहीं हो पाती। मैगी का मामला आया तो स्वस्थ्य विभाग ने आनन फानन में कार्रवाई की ले​किन सैंपल जांच की रिपोर्ट में देरी की आशंका के चलते निजी लैब को अधिकृत करना पड़ा।



मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बजट में भेले ही लैब के अपग्रेडेशन की घोषणा कर दी हो लेकिन सरकारी व्यवस्थाएं इतनी सुस्त है। कि अभी तक काम आगे नहीं बढा है। यह मामला इसलिए भ्ज्ञी ज्यादा गंभीर है कि खाद्य पदार्थों में घातक रसायनों की मिलावट के मामले लगातार बढते जा रहे हैं, इसकी जांच की सुविधा नहीं होने का मतलब है करोड़ों लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़। लेकिन यह विडंबना ही है कि हमारी प्रशासनिक व्यवस्था तब तक सक्रिय नहीं होती जब तक कोई बडा हादसा नहीं हो जाता।



​निदेशक जन स्वास्थ्य बीआर मीणा से जब लैब में जांच सुविधा नहीं होने पर पूछा गया तो मीणा ने कहा कि सीएम ने बजट घोषणा में 7 करोड़ का प्रावधान किया है, जल्द ही लैब में जरूरी उपकरण और सुविधाएं उपलब्ध करवाकर अपग्रेडेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा।

शुक्रवार, 5 जून 2015

भाटी ने दिल्ली प्रवासी राजस्थानीयों को भाषा समिति से जोड़ा

भाटी ने दिल्ली प्रवासी राजस्थानीयों को भाषा समिति से जोड़ा



बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघरश समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने अपने तीन दिवसीय दिल्ली प्रवास के दौरान दिल्ली में निवास कर रहे राजस्थानी प्रवासी व्यापारियों और सरकारी कारिंदो से मुलाकात राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए चलाये जा रहे आंदोलन से जोड़ दिल्ली में हुंकार भरी ,


समिति के प्रदेश चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मंगलवार से गुरुवार तक तीन दिवसीय दिल्ली प्रवास के दौरान राजस्थानी भाषा मान्यता संघारा समिति के दायरे को बढ़ने और भविष्य में दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में दिल्ली में राजस्थानी प्रवासियों के सहयोग के लिए संपर्क अभियान के तहत दिल्ली में रह रहे राजस्थानी मूल के व्यापारियों और सरकारी कारिंदो से मुलाक़ात कर उन्हें अभियान से जोड़ा। उन्होंने बताया की दिल्ली स्थित खारी बावली क्लॉथ मार्किट भगीरथ मार्किट ,जनकपुरी ,पश्चिमी विहार लाजपत नगर ,गांधी नगर ,तिलाल नगर उत्तम नगर सहित कई इलाको में प्रवासी राजस्थानियों के साथ बेठके कर उन्हें भाषा मान्यता संघरश समिति के उद्देश्यों की जानकारी उपलब्ध करने के साथ दिल्ली की इकाई के साथ जोड़ा ,भाटी ने मालानी ब्रदर्स के दिनेश भगत ,राजेंद्र जैन ,भगीरथ मुथा ,कैलाश बोथरा ,मनोज जैन ,कैलाश सिंह राव ,उमेश मांकड़ मेघराज राठी ,सहित कई व्यापारियों से मुलाकात कर उन्हें समिति से जोड़ा ,समिति के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष विजय कुमार जैन द्वारा इसी माह के दूसरे पखवाड़े में मुम्बई से राजस्थानी भद्षा मान्यता जात्रा का आगाज़ किया जा रहा हैं ,इस यात्रा के दिल्ली पहुँचाने पर प्रवासी संघ ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया साथ ही राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए भी हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया ,जल्द दिल्ली में प्रवासी राजस्थानीयों का समिति के बैनर तले सम्मलेन आयोजित करने पर भी चर्चा हुई।