शनिवार, 14 फ़रवरी 2015

बाड़मेरःमानवेन्द्रसिंह की अनुशंषा पर दो करोड़ सित्ततर लाख रू0 सड़क मरम्मत हेतु स्वीकृत

बाड़मेरःमानवेन्द्रसिंह की अनुशंषा पर दो करोड़ सित्ततर लाख रू0 सड़क मरम्मत हेतु स्वीकृत

बाड़मेरः-15 फरवरी
शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह की अनुशंषा पर विधानसभा शिव में क्षतिग्रस्त सड़के जो काफी लम्बे समय से किसी भी योजना से मरम्मत कार्य नहीं किया जा रहा था उनके लिये राज्य सरकार द्वारा विभिन्न गांवो की क्षतिग्रस्त सड़को के मरम्मत हेतु दो करोड़ सित्ततर लाख रू0 की राशि स्वीकृत कि गई है।
विधायक मानवेन्द्र सिंह के निजी सचिव रामसिंह ने बताया कि विधायक द्वारा सार्वजनिक निर्मात्र मंत्री युनूसखान को पत्र लिखकर क्षैत्र की गम्भीर क्षतिग्रस्त सड़को को तत्काल मरम्मत करवाने का निवेदन किया गया था। सार्वजनिक निर्माण मंत्री द्वारा उक्त को गम्भीरता से लेते हुऐ शिव विधानसभा क्षैत्र के भियाड़ आरंग 7किमी हेतु एक करोड़ पाचं लाख, मुगेरिया लखा सड़क 3.5किमी हेतु बावन लाख पंचास हजार, खारची से गोरड़िया सड़क 3किमी हेतु पैतालीस लाख रू0 एंव पौशाल से रमजान की गफन सड़क 5किमी हेतु पिचहतर लाख रू. की राशि स्वीकृत कि गई है। उक्त सड़कों की मरम्मत विभाग द्वारा मार्च 2015 तक करवा दी जावेगी ।

जयपुर: वकील के घर पर फायरिंग, चोर सरगना सहित 4 गिरफ्तार




जयपुर: वकील के घर पर फायरिंग, चोर सरगना सहित 4 गिरफ्तार

जयपुर राजस्थान की राजधानी जयपुर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र में एक वकील के निवास पर हुई फायरिंग के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। 

इसमें से एक कुख्यात वाहन चोर हंसराज मीणा है। मीणा के पास से एक पिस्टल व छह जिन्दा कारतूस बरामद किया है। घटना की जानकारी मिलते ही थानाधिकारी सूर्यवीर सिंह मय जाप्ता के साथ मौके पर पहुंचे।


हंसराज मीणा और उसके साथियों को पकड़ने के लिए मकान की घेराबंदी कर दबिश देकर चारों आरोपियों टोडाभीम निवासी हंसराज मीणा (32), भूरसिंह (24), श्रीमन (36) और शीशराम (24) को गिरफ्तार कर लिया।


पुलिस ने बताया कि हंसराज के पास से एक पस्टिल व छह जिन्दा कारतूस बरामद हुए है। हंसराज के खिलाफ 40 से अधिक मामले दर्ज है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। इनसे कई वारदातों खुलने की संभावना है।

थार एक्सप्रेस में लावारिस मिले 15 हजार


थार एक्सप्रेस में लावारिस मिले 15 हजार



बाड़मेर सीमा पार जाने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन की वॉशिंग लाइन में तलाशी लेने पर शुक्रवार रात खाली कोच में चौदह हजार पाकिस्तानी व एक हजार की भारतीय मुद्रा की गड्डी मिली।




जिसे राजकीय रेलवे पुलिस ने कब्जे में ली है। जीआरपी के अनुसार थार एक्सप्रेस के भगत की कोठी रेलवे स्टेशन रवाना होने से पहले वॉशिंग लाइन में आरपीएफ के साथ-साथ इंटेलीजेंस के अधिकारी डॉग स्क्वॉयड से सभी कोच की तलाशी ले रहे थे।




पूरी ट्रेन खाली थी। तभी एस-3ई कोच में सीट के साइड में नीचे की तरफ नोटों की एक गड्डी बरामद हुई।




जिसमें पांच-पांच सौ के दो भारतीय नोट, हजार-हजार के नौ पाकिस्तानी नोट, पांच सौ एक नोट तथा सौ-सौ के पैंतीस नोट थे।

राणा बाड़मेर पहुंचे ,बीस को जयपुर में होगी शाही शादी, पाकिस्तान से आएगी बारात

राणा  बाड़मेर पहुंचे ,बीस को जयपुर में  होगी शाही शादी, पाकिस्तान से आएगी बारात  


जयपुर राजस्थान के उदयपुर में हिन्दुजा परिवार में शाही शादी के बाद एक और शाही शादी की तैयारी हो रही है। यह शादी राजधानी जयपुर में 20 फरवरी हो होगी। इस की शादी के खास बात है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान से बारात आएगी।राणा हमीर सिंह शादी के सिलसिले में शनिवार को बाड़मेर पहुंचे।  यंहा अपने रिश्तेदारो को न्यूता  शादी का। रिसोर्ट संचल फोर्ट में उनका भव्य स्वागत किया गया 


पाकिस्तान की ऎतिहासिक रियासत अमरकोट के राजा राणा हमीर सिंह सोढा अपने बेटे करणी सिंह की बारात यहां ले कर आएंगे। करणी सिंह का विवाह जयपुर के पास कानोता ठिकाने के ठाकुर मान सिंह की बेटी पदि्मनी राठौड़ के साथ होनी है।


हमीर सिंह के पिता राणा चंद्र सिंह पाकिस्तान की राष्ट्रीय एसेम्बली के सदस्य थे। हमीर सिंह भी सिंध प्रांत की असेम्बली के सदस्य रह चुके हैं। इस परिवार की पाकिस्तान से भुट्टो परिवार से काफी नजदीकी बताई जाती है और माना जा रहा है कि भुट्टो परिवार के सदस्य भी विवाह समारोह में सम्मिलित हो सकते हैं।


अमरकोट सिंध प्रांत में है और बाडमेर के मुनाबाब स्टेशन से थार एक्सप्रेस जैसे ही पाकिस्तान में प्रवेश करती है तो पहला स्टेशन खोखरापार आता है। अमरकोट खोखरापार से 40 किमी दूर है।


करणी सिंह की बारात थार एक्सप्रेस से ही आएगी और इसमें करीब 500 बारातियों के आने की सम्भावना है। यह विवाह जयपुर के हेरिटेज होटल नारायण निवास में होगा। ठाकुर मान सिंह स्वयं इसके मालिक हैं। गौरतलब है कि इस जोड़े के टीके की रस्म दिसम्बर में अमरकोट में ही हुई थी।

जोधपुर में है 471 साल पुराना प्रेम काव्य 'ढोला-मारू

जोधपुर में है 471 साल पुराना प्रेम काव्य 'ढोला-मारू
जोधपुर शौर्य की धरती राजपुताना (राजस्थान) के झुलसते रेगिस्तान में परवान चढ़ी 'ढोला-मारूÓ की प्रेम गाथा में मानव हृदय के रागात्मक संबंध और प्रेम की मर्मस्पर्शी दास्तान सदियों बाद आज भी राजस्थानी गीतों-पोथियों और साहित्य में अमर है।



विश्व प्रसिद्ध प्रेम गाथाओं में शुमार 'ढोला-मारूÓ का नायक एक एेसा अद्वितीय प्रेमी है जिसने बचपन के अदृश्य प्रेम को पाने के लिए संघर्ष किया और मिलन के लिए कई बाधाओं को पार कर अन्तत: सुखद प्रेम की विजय पताका फहराई।




त्रिकोणीय प्रेम पर आधारित ढोला मारू के अत्यंत लोकप्रिय काव्य की 17 से 19 वीं शताब्दी की हस्तलिखित प्रतियां जोधपुर के प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान में मौजूद हैं। करीब 471 साल पुराने बहुत से ग्रंथ तो सचित्र है। 'ढोला मारू रा दूहाÓ राजस्थान का एक जातीय काव्य है जिसमें राजस्थानी रहन-सहन, जीविका, आशा-आकांक्षा, मनोभावना के सुंदर चित्रण सहित राजस्थान की आत्मा अपने सरल एवं स्वाभाविक ढंग से झांकती दृष्टिगोचर होती है।




काव्य के अधिकांश भाग में मारू के प्रेम संदेश को अधिक स्थान मिला है। प्राविप्र जोधपुर के वरिष्ठ शोध सहायक डॉ. केके सांखला के अनुसार प्रेम कथानकों पर आधारित हस्तलिखित ग्रंथों में विसं-1819 के ढोला-मारू, 1890 के फूलजी-फूलयती, 1853 के मधु-मालती, 19 वीं सदी के सदैवच्छ सावलिंगा के सचित्र ग्रंथ संस्थान में मौजूद हैं। प्रेम की विरह गाथाओं के प्राचीन साहित्य पर अनेक शोधार्थियों की ओर से शोध प्रबंध भी प्रस्तुत किए जा चुके हैं।




ढोला एक, दीवानी दो

पूंगल की राजकुमारी मारवणी उर्फ मारू का विवाह बचपन में ही नरवरगढ के राजकुमार ढोला से होता है लेकिन ढोला जब युवा होता है तो उसका विवाह मालवा की राजकुमारी मालवणी से कर दिया जाता है।




उधर मारू को यौवन का प्रथम बसंत झकझोरने लगता है तब वह सपने में अपने प्रियतम की मधुर छवि देखती है और उसके विरह में व्याकुल होकर कबूतर -कुरजां व अन्य पक्षियों के माध्यम से प्रियतम ढोला को प्रेम का संदेश भेजती है। लेकिन मालवणी मारू के प्रेम संदेश को ढोला तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर देती है।




अन्त में कुछ ढाढी गायक मालवा पहुंचकर लोकगीतों के माध्यम से मारू की विरह गाथा को गायन के माध्यम से ढोला को सुनाने में सफल होते हैं। मारू की विरह वेदना सुनकर ढोला तत्काल मिलने के लिए अनेक बाधाओं को पार करते हुए तीव्रगामी ऊंट पर सवार होकर पूंगलगढ़ पहुंचता है।




बसंतोत्सव का महत्व

वाट्सएप-फेसबुक की युवा पीढ़ी प्राचीन संस्कृत साहित्य में प्रेम के प्रतीक के रूप में वर्णित सांस्कृतिक महत्व को भूल चुकी है। बसंत ऋतु में सदियों से परम्परागत रूप से मनाए जाने वाले बसंतोत्सव व मदनोत्सव का महत्व आज भी कायम है।

- कमलेश बहुरा, पुस्तकालयध्यक्ष, राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान जोधपुर।

जोधपुर मामा-मामी ने रचा षड्यंत्र, पहले हुआ अपहरण फिर दुष्कर्म



जोधपुर सूरसागर थाना पुलिस ने गत दिनों मामा-मामी के सहयोग से किशोरी को भगाकर ले जाने व दुष्कर्म कर छोड़ देने के मामले में आरोपी युवक तथा मामा को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। वहीं इस कुकृत्य में सहयोगी रही महिला की भी तलाश की जा रही है।



थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल ने बताया कि गत 3 फरवरी को पन्द्रह वर्षीय किशोरी का अपहरण कर लिया गया था। जांच में मूलत चित्तौडग़ढ़ जिले में ताणा गांव हाल मिल्कमैन कॉलोनी निवासी ज्ञानसिंह पुत्र नाथूसिंह की भूमिका सामने आई, जो गायब था। तलाश में पुलिस गांव पहुंची, लेकिन आरोपी भाग निकला।




वह किशोरी को जोधपुर में छोड़कर चला गया। पूछताछ में उसने ज्ञानसिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। उसने अपहरण में भूरंटिया निवासी आरोपी के मामा




रतनसिंह पुत्र किशनसिंह व उसकी पत्नी के शामिल होने का भी आरोप लगाया। आरोपी ने ताणा गांव में परिवार के सदस्यों के सहयोग से मंदिर में शादी भी कर ली। इतना ही नहीं उसका आरोप है कि दोनों ने अपने घर में आरोपी से खोटा काम भी करवाया। जांच के बाद पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी ज्ञानसिंह (30) पुत्र नाथूसिंह को अपहरण, दुष्कर्म व पोक्सो तथा रतनसिंह को षडयंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया।

बाड़मेर महिला ने माता-पिता पर लगाया पांच लाख में बेचने का आरोप

बाड़मेर महिला ने माता-पिता पर लगाया पांच लाख में बेचने का आरोप


बाड़मेर |बालोतरा के समदड़ी रोड पर रहने वाली एक महिला ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर महिला परामर्श केंद्र में शिकायत की कि उसकी शादी छह वर्ष पहले हुई थी। उसके दो बेटियां भी है। महिला ने अपने पिता,माता और मौसा पर आरोप लगाया कि कुछ समय पहले ये लोग उसे पीहर ले गए। वहां पर उसे धुंधाड़ा गांव के शांतिलाल को पांच लाख रुपए में बेच दिया। 27 जून को उसे अपने पति से संबंध विच्छेद कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि धुंधाड़ा में उसके साथ दुष्कर्म किया गया। एक दिन उसने अपने पति से संपर्क किया और वह वहां से भाग उसके घर चली गई। इसके बाद से उसके माता पिता,मौसा, चाचा पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। महिला ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और परिवार की सुरक्षा की मांग की है। 

पत्नी ने जेईएन पति पर लगाया मारपीट का आरोप

पत्नी ने जेईएन पति पर लगाया मारपीट का आरोप

 
बाड़मेर |उत्तरप्रदेश की एक महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में स्थित महिला परामर्श केंद्र में शिकायत की कि उसके पति ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। महिला का पति पंचायत समिति चौहटन में कनिष्ठ अभियंता है। मारपीट के दौरान महिला के हाथ पर गहरे जख्म लगे है।
तारा पत्नी रमेश निवासी ललितपुर उत्तरप्रदेश ने शुक्रवार को की शिकायत में बताया कि उसकी शादी 2006 में रमेश के साथ हुई थी। चार साल पहले उसके पति की नियुक्ति पंचायत समिति चौहटन में कनिष्ठ अभियंता के पद पर हुई। दो साल पहले उसका पति उसे भी यहां लेकर यहां गया। महिला ने दहेज प्रताड़ना समेत अन्य कई आरोप लगाते हुए बताया कि 30 जनवरी को उसका पति गांव लेकर गया। वहां मारपीट के बाद उसे छोड़ दिया। पीडि़ता इस शिकायत को लेकर चौहटन थाने भी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महिला ने कार्रवाई की मांग की है। 

समदड़ी। डोडा पोस्त नही मिलने से बंधाणी ने लगाया जाम

समदड़ी। डोडा पोस्त नही मिलने से  बंधाणी ने लगाया जाम
रिपोर्टर : सुनील दवे समदड़ी
समदड़ी। डोडा-पोस्त के भावों में बढ़ोतरी और नाम मात्र का डोडा देने के विरोध में बंधाणियों ने गुरूवार को सिवाना और समदड़ी में जमकर हंगामा किया।सिवाना में उन्होंने डोडा-पोस्त की दुकान के आगे जाम लगा दिया। दो घंटे से अधिक समय तक जाम के कारण दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। इससे वाहन चालकों व राहगीरों को परेशान होना पड़ा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर आकर समझाइश की और रास्ता खुलवाया। 


मार्ग जाम होने से जालोर-नाकोड़ा रूट पर संचालित बसें पादरली बाइपास होकर गुजरी।
समदड़ी में डोडा-पोस्ट की किल्लत से बंधाणियों की हालत खराब हुई जा रही है। नाराज बंधाणियों ने मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। समदड़ी में हर गुरूवार को डोडा-पोस्त का वितरण किया जाता है। गुरूवार सुबह 10 बजे तक सप्लाई नहीं पहुंची तो बंधाणियों ने मुख्य मार्ग जाम कर दिया। करीब बीस मिनट तक वे रास्ता रोके रहे। पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश की। पुलिस ने जल्द ही सप्लाई आने की बात कही। तब जाकर उन्होंने रास्ता खोला।

जेएनयू में मना अफजल गुरू का शहीदी दिवस

जेएनयू में मना अफजल गुरू का शहीदी दिवस


दिल्ली में जवाहर लाल नेहरू यूनीवर्सिटी (जेएनयू) में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के शहीदी दिवस मनाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अफजल गुरू के साथ भारतीय संसद पर हमला करने के आरोपी रहे दिल्ली यूनीवर्सिटी के प्रोफेसर एसएआर गिलानी पर बुधवार रात जेएनयू परिसर में छात्रों ने हमला कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार संसद हमले के आरोपी अफजल गुरू की याद में शहादत दिवस मनाने व कश्मीर की आजादी के मुद्दे पर आयोजित चर्चा में शिरकत करने पहुंचे प्रो. गिलानी की छात्रों ने पिटाई कर दी।

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वहीं इस मामले पर पुलिस ने बताया कि कार्यक्रम शुरू होते ही ताप्ती हॉस्टल के सभागार की बिजली काट दी गई और बाहर नारेबाजी शुरू हो गई। इसी दौरान प्रो गिलानी को कुछ छात्रों ने घेर लिया और उनपर हमला बोल दिया। जिसके बाद मुश्किलों से पुलिसकर्मियों ने जेएनयू के सुरक्षा गार्डों की मदद से गिलानी को वहां से बाहर निकाला। यही नहीं छात्रों ने प्रो. गिलानी की गाड़ी पर भी पथराव किया। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले में प्रोफेसर गिलानी को भी आरोपी पाया गया था। निचली अदालत ने अफजल गुरू व शौकत हुसैन के साथ-साथ उन्हें भी सजा सुनाई थी। हालांकि निचली अदालत के फैसले को चुनौती देने पर हाई कोर्ट ने सुबूतों के अभाव में प्रोफेसर गिलानी को बरी कर दिया था। पुलिस का कहना है कि इस कार्यक्रम के लिए एक संस्था ने अनुमति मांगी थी, लेकिन अनुमति नहीं दी गई थी।

आम जनता के लिए मार्च से दौड़ने लगेगी मेट्रो

आम जनता के लिए मार्च से दौड़ने लगेगी मेट्रो

जयपुर। जयपुर मेट्रो की गुलाबीनगरी के लोगो को 31 मार्च को सौगात मिलने जा रही है। मेट्रो के प्रथम फेज को विधिवत रुप से 31 मार्च से शुरु करने के उद्देश से गुरुवार को मेट्रो सीएमडी एनसी गोयल सहित आलाधिकारियो ने मेट्रो का ट्रायल लेकर व्यवस्थाओ को जांचा। ट्रायल के दौरान जिस गति से ट्रेन का संचालन होगा उसी गति से मेट्रो को चलाया गया। वही मेट्रो का किराया तय करने हेतू भी 20 फरवरी को मेट्रो बोर्ड की बैठक बुलाई गई है जिसमे किराया निर्धारण समिति की और से दी गई रिपोर्ट के बाद सरकार की मंजूरी पर किराया तय कर दिया जायेगा।

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पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार की अलोचना के साथ तारीफ कीपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 मार्च को मेट्रो के पटरियों पर दौड़ने के फैसले पर खुशी जाहिर की है। गहलोत ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मेट्रो चलने से गुलाबीनगरी को ट्रेफिक समस्या से निजात मिलेगी।गहलोत ने कहा कि मेट्रो बहुत पहले चल जानी चाहिए थी। लेकिन राज्य सरकार ने जानबूझकर इसमें देरी की। गहलोत ने सरकार से सैकंड फेज का काम भी जल्द शुरु करने की सरकार से मांग की है। साथ ही जोधपुर और कोटा में भी मेट्रो के लिए सर्वे करने की मांग रखी है। गौरतलब है कि जयपुर को मेट्रो की सौगात कांग्रेस सरकार ने दी थी। पूर्व सीएम गहलोत ने इसके लिए अथक प्रयास किए थे। लेकिन गहलोत के कार्यकाल में मेट्रो ट्रेक पर नहीं दौड़ पाई।

आसाराम मामले के एक और गवाह पर हमला

आसाराम मामले के एक और गवाह पर हमला


जोधपुर। आसाराम मामले में शुक्रवार को  फिर नया मोड़ आ गया जब जोधपुर हाईकोर्ट में पेशी के दौरान आसाराम के खिलाफ गवाही देने आए राहुल पर आसाराम के समर्थक और ओडिषा निवासी सत्यनारायण ने जानलेवा हमला कर दिया। 

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हमलावर ने राहुल की पीट पर दो बार वार किए; इससे वो बुरी तरह घायल हो गया; हमलावर ने हमला करने के बाद अपने हाथ की नसे भी काट ली; मौके पर खडी पुलिस उसे पकडकर सीधे अस्पताल लेकर गई। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त चाकू को भी मौके से बरामद कर लिया है। पुलिस घायल राहुल को कोर्ट से सीधे शहर के महात्मा गांधी अस्पताल लेकर पहुंची, जहां की इमरजेंसी में उसका इलाज चल रहा है। उधर, हमलावर सत्यनारायण को भी पावटा के सेटेलाइट अस्पताल में ले जाया गया जहां उसका उपचार चल रहा है।

निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह को सुप्रिम कोर्ट से मिली जमानत

निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह को सुप्रिम कोर्ट से मिली जमानत


कोटा। दो लाख की रिश्वत मामले में दलाल दम्पत्ति के साथ पकडे गए कोटा के निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह को आज सुप्रिम कोर्ट से जमानत मिल गई है। 27 मई 2014 को एसपी सत्यवीर सिंह को दो लाख के रिश्वत मामले में जयपुर से आई एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था साथ कि एक दलाल दत्पत्ति निसार और फहरीन जो एसपी के नाम पर उगाही करते थे उनको भी रंगे हाथो एसीबी ने गिरफ्तार किया था। 

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एसीबी ने निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह के खिलाफ कई धाराओ में मामला दर्ज कर न्यायलय में चालान पेश किया था । निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह की और कोटा कोर्ट और हाइकोर्ट में अपनी हिरासत को अवैध बताकर जमानत की अर्जी दाखिल की थी लेकिन दोनो जगहो से सत्यवीर सिंह को जमानत नही मिली थी । करीब नौ महीने बाद सुप्रिम कोर्ट से निलंबित एसपी सत्यवीर सिंह को जमानत मिल गई है। फिलहाल एसपी सत्यवीर सिंह जयुपर जेल में बंद थे जबकि दलाल दम्पत्ति निसार और फरहीन अभी भी कोटा जेल में बंद है।

जापानी युवती से दुष्कर्म करने वाले ने खुद को किया पुलिस के हवाले

जापानी युवती से दुष्कर्म करने वाले ने खुद को किया पुलिस के हवाले


जयपुर। दूदू थाना इलाके में भारत घूमने आई जापानी युवती से दुष्कर्म की वारदात का मुख्य आरोपी आज पुलिस की गिरफ्त में है आरोपी अजीत सिंह चौधरी ने ढूढ थाने आकर सरेंडर कर दिया आरोपी के सरेंडर होने बाद पुलिस ने पूछताछ की है पुलिस के जयपुर रेंज आईजी धर्मचंद जैन ने पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा की जापानी युवती के दुष्कर्म के बाद आरोपी को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती था आरोपी अजित 8 फरवरी को दुष्कर्म के बाद से ही फरार हो गया 9 को युवती ने दूदू थाने में मामला दर्ज कराया उसके बाद से ही पुलिस की एक दर्जन से भी ज्यादा तोलिया देश भर में भेजी गयी पुलिस को आशंका थी की आरोपी पांडिचेरी जा सकता है 

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चूँकि आरोपी ने वहां से फ्रेंच भाषा का कोर्स किया था लेकिन आरोपी अजित जयपुर से सुबह दोस्त की मोटर साइकिल पर बैठ कर रामग़ढ मोड़ से प्राइवेट बस से दिल्ही के लिए रवाना हुआ लेकिन महिपालपुर उतर गया फिर वहां से चेनई के लिए ट्रेन से रवाना हुआ लेकिन फिर विजयवाड़ा ही उतर गया विजयवाड़ा में मिलने वालों से पनाह मांगी लेकिन उसकी करतूत के चलते पनाह नही मिली और फिर के पास रुपये भी नही बचे तो फिर वापस दिल्ली के लिए रवाना हुआ लेकिन पुलिस को फिर गच्चा दे बीच रस्ते आगरा में उतर गया और आगरा से आरोपी अजित बस में बैठ कर जयपुर आ गया और दूदू थाने जाकर सरेंडर कर दिया। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और मामले में पुछताछ जारी है।

शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

मधुबाला। । सा कोई नही। . दिलकश अदाओं और दमदार अभिनय प्रतिक

मधुबाला। । सा कोई नही। . दिलकश अदाओं और दमदार अभिनय  प्रतिक 

बॉलीवुड में मधुबाला को एक ऎसी अभिनेत्री के रूप में याद किया जाता जिन्होंने अपनी दिलकश अदाओं और दमदार अभिनय से करीब दो दशक तक सिने प्रेमियों के दिलों पर राज किया। मधुबाला का असली नाम मुमताज बेगम देहलवी है और उनका जन्म दिल्ली में 14 फरवरी 1933 को हुआ था। उनके पिता अताउल्लाह खान रिक्शा चलाया करते थे। तभी उनकी मुलाकात एक नजूमी (भविष्यवक्ता) कश्मीर वाले बाबा से हुई, जिन्होंने भविष्यवाणी की कि मधुबाला बड़ी होकर बहुत शोहरत पाएगी। इस भविष्यवाणाी को अताउल्लाह खान ने गंभीरता से लिया और वह मधुबाला को लेकर मुंबई आ गए।




साल 1942 में मधुबाला को बतौर बाल कलाकार (बेबी मुमताज) के रूप में फिल्म "बसंत" में काम करने का मौका मिला। बेबी मुमताज के सौंदर्य से अभिनेत्री देविका रानी काफी मुग्ध हुई और उन्होंने उनका नाम मधुबाला रख दिया। मधुबाला को फिल्म अभिनेत्री के रूप में पहचान निर्माता निर्देशक केदार शर्मा की वर्ष 1947 मे प्रदर्शित फिल्म "नीलकमल" से मिली। इस फिल्म में उनके अभिनेता थे राजकपूर । नील कमल बतौर अभिनेता राजकपूर की पहली फिल्म थी, लेकिन फिल्म कुछ खास धमाल नहीं मचा पाई। वर्ष 1949 में अशोक कुमार की फिल्म "महल" मधुबाला के लिए महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुई। रहस्य और रोमांच से भरपूर यह फिल्म सुपरहिट रही और इसी के साथ बॉलीवुड में हॉरर और सस्पेंस फिल्मों के निर्माण का सिलसिला चल पड़ा। वर्ष 1950 से 1957 तक का वक्त मधुबाला के सिने करियर के लिए बुरा साबित हुआ।




वर्ष 1958 में "फागुन", "हावड़ा ब्रिज", "कालापानी" और "चलती का नाम गाड़ी" जैसी फिल्मों की सफलता के बाद मधुबाला एक बार फिर से शोहरत की बुंलदियों तक जा पहुंची। मधुबाला की जोड़ी अभिनेता दिलीप कुमार के साथ काफी पसंद की गई। फिल्म "तराना" के निर्माण के दौरान मधुबाला दिलीप कुमार से मोहब्बत करने लगी। उन्होंने अपने ड्रेस डिजाइनर को गुलाब का फूल और एक खत देकर दिलीप कुमार के पास इस संदेश के साथ भेजा कि यदि वह भी उनसे प्यार करते है तो इसे अपने पास रख ले। दिलीप कुमार ने फूल और खत दोनों को सहर्ष स्वीकार कर लिया।




बी आर चोपडा की फिल्म नया दौर में पहले दिलीप कुमार के साथ नायिका की भूमिका के लिए मधुबाला का चयन किया गया और मुंबई में ही इस फिल्म की शूटिंग की जानी थी। लेकिन बाद मे फिल्म के निर्माता को लगा कि इसकी शूटिंग भोपाल में भी जरूरी है। मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान ने बेटी को मुंबई से बाहर जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया। उन्हें लगा कि मुंबई से बाहर जाने पर मधुबाला और दिलीप कुमार के बीच का प्यार परवान चढेगा और वह इसके लिए राजी नहीं थे। इसके बाद उन्होंने मधुबाला को दिलीप कुमार के साथ काम करने से मना कर दिया। यहीं से दिलीप कुमार और मधुबाला की जोड़ी अलग हो गई। पचास के दशक में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान मधुबाला को अहसास हुआ कि वह दिल की बीमारी से ग्रसित हो चुकी है। उन दिनों मधुबाला के.आसिफ के साथ "मुगल-ए-आजम" की शूटिंग में व्यस्त थी। ये फिल्म सुपरहिट रही।




"चलती का नाम गाड़ी" के निर्माण के दौरान ही मधुबाला किशोर कुमार के काफी करीब आ गई थी। मधुबाला के पिता ने किशोर कुमार को सूचित किया कि मधुबाला इलाज के लिए लंदन जा रही है और वहां से लौटने के बाद ही उनसे शादी कर पाएगी। मधुबाला की इच्छा पूरा करने के लिए किशोर कुमार ने उनसे शादी कर ली। शादी के बाद मधुबाला की तबीयत और ज्यादा खराब रहने लगी। अपनी दिलकश अदाओं से दर्शको के दिल में खास पहचान बनाने वाली मधुबाला 23 फरवरी 1969 को इस दुनिया को अलविदा कह गई।