गुरुवार, 7 अगस्त 2014

बिनब्याही मां ने गर्भ से बच्चे को निकाल छत से फेंका -

धार। गुरूवार सुबह बदनामी के डर से एक बीस साल की लड़की बहुत ही जघन्य कदम उठा डाला। लोकलाज के चलते अपना गलत काम छुपाने के लिए बिनब्याही मां ने अपने गर्भ में पल रहे 7 महीने के बच्चे को अपने हाथ से निकाल 7 मंजिल ऊपर बने कमरे से फेंक दिया। यह घटना धार जिले की तिरूपति नगर की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लड़की घटलोरी (बाग) की रहने वाली है और इस साल उसने शहर के पीजी कॉलेज में बीएसी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। लड़की के चाचा की बेटी पहले से ही धार में रहकर पढ़ाई कर रही है, प्रवेश मिलने के बाद दोनों एक साथ तिरूपति नगर के एक मकान में सातवें मंजिल पर कमरा लेकर रहने लगे।
Unmarried girl killed own baby in Dhar

लड़की की चचेरी बहन के मुताबिक उसे इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि उसकी बहन गर्भवती है। लड़की ने अपनी बहन को भी गुमराह कर रखा था। चचेरी बहन का कहना है कि उसके पूछने पर लड़की ने बताया था कि वह तमाम तरह की दवाईयों का इस्तेमाल करती है इसीलिए उसका पेट फूला रहता है।
गुरूवार सुबह लड़की ने अपने चचेरी बहन से कहा कि उसका सिरदर्द हो रहा है और उसे दवा लेने के लिए बाहर भेज दिया। बहन के जाते ही लड़की ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को पेट से बाहर निकाला और सात मंजिल ऊपर से नीचे फेंक दिया। काफी ऊंचाई से गिरने के कारण बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गर्भस्थ शिशु लड़का था और वह सात महीने का था। उधर, लड़की भी ब्लीडिंग ज्यादा होने से बेहोश हो गई जिसका जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। - 

 

लंदन बिछुड़ी मां ढूंढ़ने निकले पति-पत्नी पर गाज, असल में सगे भाई-बहन -


लंदन। कुछ लोगों को किस्मत भी अजब-गजब खेल दिखाती है। सालों पहले अपनी बिछुड़ी मां को ढूंढ़ने निकली एक महिला के पैरों तले जमीन उस समय खिसक गई जब उसे पता चला कि उसने अपने ही भाई से शादी कर ली है।
Woman baffled by this truth that she has unwittingly married her own brother
एड्रिआना (39)और लिएंड्रो (37) सात सालों से साथ रह रहे हैं और उन्हें एक छह साल की लड़की भी है।

ब्राजील के रहने वाले इन दोनों मियां-बीवी की कहानी भी एक सी थी लेकिन इन्होंने हमेशा इसे केवल एक इत्तेफाक ही समझा। दोनों की ही मां उन्हें बचपन में छोड़ कर कहीं चली गई थी। दोनों की ही बचपन में बिछुड़ी इस मां का नाम मारिया था।

उनको सपने में भी इस बात का ख्याल नहीं आया कि मारिया नामक जिस महिला की वे सरगर्मी से तलाश कर रहे हैं वह कोई अलग-अलग महिलाएं न होकर एक ही व्यक्ति है।

दोनों के लिए तो यह खुलासा जैसे एक वज्रपात के समान ही था कि उन दोनों की मां एक ही महिला मारिया थी और असल में वह सगे भाई-बहन हैं।

अजब गजब कहानी
दोनों मियां-बीवी की कहानी भी बड़ी विचित्र है और किसी बॉलीवुड मूवी जैसी लगती है, जिसमें सालों बाद बिछुड़े बहन भाई फिर से मिलते हैं।

कॉस्मेटिक सामान बेचने वाली एड्रिआना केवल एक साल की थी जब उसे उसकी मां छोड़ कर चली गई थी। उसके पिता ने ही उसे पाल पोस कर बड़ा किया।

उधर लिएंड्रो ब्राजील के सेंट पॉओलो नामक एक शहर में ट्रक चलाया करता है। उसे आठ साल की उम्र में ही यह सच पता चला कि जिस महिला को वह अपनी मां समझता है उसने उसे कभी जन्म ही नहीं दिया और वह असल में उसकी सौतेली मां है।

कहानी में एक और मोड़ तब आया जब एड्रिआना ने अपना शहर छोड़ किसी दूसरी जगह जाकर ब्याह रचा लिया जिससे उसको तीन बच्चे पैदा हुए। इस दौरान वह घरों में जाकर बाई का काम किया करती थी।

किस्मत का खेल, सगे भाई को चुना पति
लेकिन दस साल पहले कुदरत ने एक और करिश्मा दिखाया और एड्रिआना की शादी टूट गई। इसके बाद उसकी किस्मत उसे दुबारा अपने शहर सेंट पाओलो वापस ले आई।

किस्मत का यह अजब खेल इतने पर भी नहीं रूका और उसको लिएंड्रो से मिलवा कर ही माना जिससे उसे प्यार हो गया।

दोनों जल्द ही एक दूसरे के प्यार में डूब गए और फिर ब्याह भी रचा लिया।

मां की तलाश जारी रही
दिलों में गहरा प्यार पनपने के अलावा दोनों के बीच एक और बात जो कॉमन थी वह थी उनकी बिछुड़ी हुई मां । दोनों के दिनों में उससे मिलने की आग हमेशा धधकती रही। दोनों हमेशा उसकी तलाश में लगे रहे हालांकि यह बात और है कि उन्हें हमेशा यह एक इत्तेफाक ही लगता रहा कि सालों पहले बिछुड़ी उन दोनों की ही मां का नाम एक ही था।

तलाश खत्म, मां का खुलासा
यह तलाश रेडियो ग्लोबो के एक कार्यक्रम टाइम इज नॉउ पर जाकर खत्म हुई जिसके सेट पर एड्रिआना अपनी सालों से खोई मां से फिर से मिली।

मां ने जब यह राज साझा किया कि एड्रिआना के अलावा उसके लिएंड्रो नामक एक बेटा भी था जिससे वह सालों से नहीं मिली। यह बेटा भी उसको नहीं जानता था।

थोड़ समय बाद ही जब यह साफ हो गया कि मां का बिछुड़ा बेटा और उसका पति एक ही युवक लिएंड्रो है तो एड्रिआना की हालत देखने लायक थी।

उसका अपना सगा भाई ही उसका पति निकला।

एड्रिआना ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह अपने घर वापस जाने के नाम से भी खौफजदा है। उसे डर सता रहा था कि लिएंड्रो उसे यह सब जानकर लिएंड्रो उसे छोड़ देगा।

.. लेकिन रहेंगे साथ साथ
ताजा खबर यह है कि एड्रिआना का यह डर बेमानी साबित हुआ और यह खुशी की बात है कि इतना सब कुछ उजागर होने के बावजूद लिएंड्रो ने एड्रिआना के साथ रहना स्वीकार किया है।


 

किरोड़ी लाल की भाजपा में होगी वापसी!

जयपुर। राजपा के प्रदेश संयोजक डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार को नई दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। coming days kirodi lal meena may rejoin bjp
इसके बाद किरोड़ी के भाजपा में वापसी की चर्चा शुरू हो गई है। किरोड़ी ने वापसी पर खंडन नहीं करते हुए कहा कि सम्मानजनक वापसी होती है तो वह विचार करेंगे।

जानकारी के अनुसार किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को नई दिल्ली गए थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने वित्त मंत्री अरूण जेटली और अन्य भाजपा नेताओं से संपर्क किया।

इसके बाद बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले। हांलाकि दोनों की मुलाकात ब्यौरा नहीं मिल पाया है, लेकिन इसके बाद राजनीतिक हलकों में मीणा की भाजपा मे वापसी की चर्चाएं शुरू हो गई।

राजनाथ से मिलने के बाद किरोड़ी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि वो कभी घर से बाहर गए ही नहीं, उन्हें निकाला गया था। इस दौरान उनसे यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मुलाकात की, लेकिन वो कांग्रेस में नहीं गए।

उनकी वैचारिक सोच संघ के स्वंयसेवक है। उन्होंने कहा सम्मान जनक तरीके से उनकी वापसी पर कुछ होता है तो वे तैयार है और राजनीतिक में कुछ भी हो सकता है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों से पहले किरोड़ी लाल मीणा ने नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। इसके बाद भाजपा में वापसी में आने की अटकलें लगने लगी थी।

अबोहर प्रेम संबंधों के चलते प्रेमी ने ही प्रेमिका को गोली से उड़ाया

अबोहर। अबोहर व आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों हत्या के मामलो में बढोतरी हो रही है।
cold blooded murder of a woman by his lover at abohar area of ganganagar in rajasthan

ताजा मामले में गोबिंद नगरी निवासी एक महिला को उसके ही प्रेमी ने दिन दिहाड़े गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।

हत्या के बाद आरोपी फरार है। उसे पकड़ने के लिए सभी जगह अलर्ट जारी कर दिया गया है।

लंबे अर्से से प्रेम प्रसंग चल रहा था
जानकारी के अनुसार, न्यू गोबिंद नगरी निवासी शालू का यहीं के निवासी समना के साथ पिछले लंबे अर्से से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ माह पूर्व में समना दिल्ली में रहने के लिए चला गया और शालू अपने परिवार वालों के साथ ही व्यस्त रहने लगी।

सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले समना अबोहर आया तो उसने शालू से मिलने की कोशिश की लेकिन उनके परिवारवालों ने समना को उससे मिलने नहीं दिया तो वह वहां से वापस दिल्ली चला गया।

छाती में मारी गोली
सूत्रों ने बताया कि समना करीब दो दिन पूर्व फिर दिल्ली से अबोहर आया तो उसने शालू के मिलने के लिए उसके घर के ईद गिर्द उस पर नजर रखनी शुरू कर दी।

शालू घरों में साफ-सफाई का काम करती थी। गुरूवार को जैसे ही शालू घर का काम निपटाकर काम पर जा रही थी। वह घर कुछ दूरी पर ही पहुंची थी कि समना ने उसको घेर लिया।

जहां पर उन दोनों में कुछ कहासुनी हुई और समना ने अपनी जेब से रिवालवर निकालकर उसकी छाती में गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनते ही आसपास के लोग और मृतका के परिजन वहां एकत्र हो गए। उन्होंनें इस बात की सूचना पुलिस को दी।

आरोपी की तलाश में अलर्ट जारी
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी बरजिंदर सिंह पुलिस जाप्ता सहित मौके पर पहुंचे और घटना को गंभीरता को देखते हुए इसकी सूचना डीएसपी जगदीश विश्नाई को दी।

पुलिस ने पूछताछ के लिए समना की मां रामबेटी को हिरासत में लेकर उसके घर से उसकी कुछ तस्वीरें लेकर आसपास के क्षेत्रों के बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन, पर भेज दीं।

मां-बाप को टुकड़ों में काटा, पकाया और टिफिन में पैक किया -

हांग कांग। चीन में हत्या की एक ऎसी घटना सामने आई है जिसे पढ़कर ही कलेजा कांप जाता है। एक बेटे ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने बुजुर्ग मां-बाप की नृशंस हत्या कर दी।
hong kong couple killed and cooked by son

फिर उन दोनों ने मां-बाप के शरीर को टुकड़े-टुकडे कर दिया, फिर उसे पकाया और उसे लंच बॉक्स में पैक कर दिया। उसके बाद उसे कचरे में फेंक दिया। यह दिल दहला देने वाली वारदात चीन के हांग कांग में हुई।

आरोपियों ने 65 वर्षीय चाउ विंग की और उसकी 62 वर्षीय पत्नी सिउ युएत यी के शवों के टुकड़ों को घर में ही दो बडे रेफ्रिजरेटर्स में रखा था। उसके काफी दिन बाद दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

आरोपी 30 वर्षीय बेटे हेनरी चाउ को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन उसे दोनों हत्याओं का दोषी नहीं माना गया। उसे और उसके साथी से चुन की क ो सुनवाई के दूसरे दिन कोर्ट में पेश किया गया था।

दक्षिण चीन मॉर्निग पोस्ट के अनुसार, चाउ ने मानसिक कमजोरी के आधार पर मंगलवार को हत्या का दोष स्वीकार कर लिया जबकि उसके दोस्त ने अपराध स्वीकार नहीं किया।

हालांकि दोनों ने शवों को ठिकाने लगाने की बात स्वीकार की। सरकारी वकील ने कहा कि दोनों ने काफी महीने पहले ही हत्या की साजिश रची थी। इन लोगोे ने साजिशन चाकू, रेफ्रिजरेटर्स, माइक्रोवेव ओवन्स और राइस कुकर खरीदा था।

इंटरनेट मैसेजिंग ग्रुप से खुला राज
चाउ ने पुलिस को शुरू में बताया था कि उसके मां-बाप कहीं दूर गए हैं लेकिन उसने बाद में एक इंटरनेट मैसेजिंग ग्रुप में अपराध स्वीकार कर लिया।

शहर के कोर्ट में उसे तथ्य को पढ़ा गया जिसमें उसने अपने दोस्तों से पुलिस को गुमराह करने का दावा किया था। उसने ग्रुप मैसेज में कहा था कि उसका दोस्त और वे इसे मामले को एक गुमशुदगी का शक्ल देने की योजना बना रहे हैं। फिर शवों को टुकडे-टुकडे में ठिकाने लगाएंगे।

चाउ ने मैसेज में खुद को एक मानसिक रोगी बताया है। उसका कहना है कि उसे लोगों के दर्द से कोई हमदर्दी नहीं हो सकती है क्योंकि उसका बचपन और कि शोरावस्था तबाह रहा है।

दोनों आरोपियों ने इस कत्ल को मार्च 2013 में अंजाम दिया था।

गौरान के दफ्तर से ही आउट हुआ था पर्चा!








अजमेर। आरएएस भर्ती परीक्षा का पेपर राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) से ही लीक हुआ था। अब शक की सूई आयोग अध्यक्ष हबीब खान गौरान के दफ्तर पर जा टिकी है। स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एसओजी) का मानना है कि प्रश्न पत्र कहां छपेगा, यह जानकारी सिर्फ गौरान को थी और पर्चा आउट करने वाले गिरोह के सरगना तक आयोग से ही पहुंची थी।

आयोग के तीन और कर्मचारी हैं, जो यह जानकारी हासिल करने के करीब पहुंच सकते हैं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी किशोर ठठेरा, सुरेश कुमार और एक गोपनीय शाखा का कर्मचारी। किशोर और सुरेश गौरान के सहचर हैं और उनकी निजी फाइलों तक पहुंच रखते हैं। एसओजी इसे ही केंद्र में रखा है। एसओजी ने आयोग से प्रिंटिंग फर्म के विषय में जानकारी तलब की हैं।

प्रिंटिंग फर्मो पर मेहरबान रहे गौरान : प्रारंभिक जांच के मुताबिक आयोग अध्यक्ष गौरान प्रिंटिंग फर्मो पर खासे मेहरबान रहे हैं। मनमर्जी से अतिरिक्त प्रश्न पत्र छपवाकर प्रिंटिंग फर्मो को उपकृत किया गया है। बाद में प्रश्न पत्र रद्दी हो गए। इससे प्रिंटिंग फर्मो के तो वारे-न्यारे हुए, लेकिन आयोग को करोड़ों का नुकसान हुआ।

मुश्किल पहचान

प्रिंटिंग फर्म प्रश्न पत्र छापती जरूर है, लेकिन वह भी यह दावे के साथ नहीं कह सकती कि इसका उपयोग किस राज्य में और किस परीक्षा में किया जाएगा, क्योंकि प्रश्न पत्र पर न तो आयोग का नाम होता है न ही परीक्षा का। ऎसे में वह एक सामान्य प्रश्न पत्र की तरह नजर आता है। परीक्षा के संबंध में आयोग से कोई भी सटीक जानकारी न मिलने तक उसका दुरूपयोग मुश्किल है।

प्रिंटिंग पे्रस का नाम अत्यन्त गोपनीय रखा जाता है। यह प्रक्रिया अध्यक्ष की निगरानी में शुरू होकर वहीं खत्म हो जाती है। एसओजी के सवालों का जल्द जवाब देंगे। नरेश कुमार ठकराल, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग

गोपनीय प्रक्रिया

आयोग अध्यक्ष गोपनीय पत्र लिख प्रिंटिंग फर्म को प्रश्न पत्र छापने का ऑर्डर देते हैं। फर्म का नाम इतना गोपनीय रखा जाता है कि उसे भुगतान के लिए आयोग सचिव तक को लिखे पत्र में भी प्रिंटिंग फर्म का नाम नहीं होता। सिर्फ परीक्षा का नाम, प्रश्न पत्रों की संख्या और भुगतान की राशि बताई जाती है। इसके आधार पर ही सचिव कोषागार से भुगतान लेकर गोपनीय विभाग के खाते में जमा कराते हैं।

जुड़ती कडियां

गोपनीय शाखा के अनुभाग अधिकारी आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर भुगतान का चैक या ड्राफ्ट बना देते हैं। यह जरूरी नहीं कि ड्राफ्ट फर्म के नाम बनाया जाए। अध्यक्ष चाहें तो फर्म को नकद भुगतान भी किया जा सकता है। हालांकि कुछ समय से नकद की बजाय ड्राफ्ट से ही भुगतान किया जा रहा है। ऎसे में शक की सूई गोपनीय शाखा के कर्मचारी पर भी घूम रही है।
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राज्यपाल कमला बेनीवाल पद से बर्खास्त

नई दिल्ली। गुजरात की राज्यपाल के तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई अवसरों पर भिड़ चुकीं डॉ. कमला बेनीवाल को बुधवार रात कार्यकाल खत्म होने से महज दो माह पहले हटा दिया गया है। ठीक एक माह पहले बेनीवाल का तबादला गुजरात से मिजोरम कर दिया गया था।kamla beniwal sacked as mizoram governor
राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता के मुताबिक, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मिजोरम के राज्यपाल के पद से डॉ. बेनीवाल को बर्खास्त कर दिया है। मणिपुर के राज्यपाल विनोद कुमार दुग्गल मिजोरम के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी देखेंगे। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने स्थायी बंदोबस्त किए जाने तक दुग्गल को मिजोरम के राज्यपाल का कार्यभार संभालने का निर्देश दिया है।

बेनीवाल मोदी सरकार द्वारा बर्खास्त की जाने वाली दूसरी राज्यपाल हैं। इससे पहले पुडुचेरी के राज्यपाल ले. गवर्नर वीरेंद्र कटारिया को केंद्र ने बर्खास्त कर दिया था।

कार्यवाहक राज्यपाल रामनाईक को शपथ कल

राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल रामनाईक की शपथ शुक्रवार को होगी, वे शनिवार को भी जयपुर रूकेंगे और रविवार को दिल्ली लौट जाएंगे। रामनाईक की शपथ के लिए राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुनील अंबवाणी के गुरूवार शाम जयपुर पहुंचने की संभावना है। उत्तरप्रदेश राजभवन सूत्रों के अनुसार रामनाईक गुरूवार को उत्तरप्रदेश से दिल्ली रवाना होंगे और शुक्रवार को जयपुर पहुंचेगे।

उनका शपथ ग्रहण का समय अभी तय नहीं है, लेकिन शुक्रवार दोपहर की संभावना है। इलाहाबाद से स्थानान्तरित होकर राजस्थान आए न्यायाधीश अंबवाणी ने बुधवार को ही जोधपुर में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला, वे राजस्थान में न्यायाधीश की शपथ लेने के बाद पहली बार जयपुर आ रहे है। उधर, स्थाई राज्यपाल के लिए उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का नाम चर्चा में है। -  

जयपुर राजे सरकार ने करे 11 आईएएस के तबादले

राजे सरकार ने करे 11 आईएएस के तबादले

जयपुर। राजस्थान की राजे सरकार ने बुधवार रात एक आदेश जारी कर भारतीय प्रशासनिक सेवा के 11 अधिकारियों के तबादले कर दिए। 

राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर लगे ए. मुखोपाध्याय को निदेशक हरीशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान एवं पदेन अतिरिक्त मुख्य सचिव जयपुर के पद पर लगाया है। कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक राज्यपाल के प्रमुख सचिव अब गिरिराज सिंह होंगे।

सुदर्शन सेठी - प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सामाजिक सुरक्षा एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास जयपुर

मधुकर गुप्ता - अध्यक्ष इंदिरा गांधी नहर मंडल
rajasthan government transferred 11 IAS officers


मंजीत सिंह - संभागीय आयुक्त जयपुर

भास्कर ए. सावंत - अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम

नवीन महाजन - आयुक्त निवेश संवर्घन ब्यूरो

वैभव गालरिया - प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य खान एवं खनिज निगम लिमिटेड उदयपुर

पृथ्वीराज - निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग

सुवालाल - निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव नि:शक्तजन

रघुवीर सिंह मीणा - निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

वैभव गालरिया- अपने नए पद के साथ संभागीय आयुक्त एवं पदेन आयुक्त टीएडी उदयपुर का कार्यभार भी अगले आदेशों तक संभालेंगे।

बुधवार, 6 अगस्त 2014

संगरिया कस्सी से पत्नी की हत्या, फिर खुद खा लिया जहर

संगरिया। निकटवर्ती गांव रतनपुरा में मंगलवार रात एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के गले पर कस्सी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद उसने भी जहरीला पदार्थ खा लिया। बुधवार सुबह वह खेतों में बदहवास हालत में मिला। परिजन उसे निजी चिकित्सालय में ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई। फिलहाल घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
Kassie murder of the wife, then himself ate poison

थाना प्रभारी विजय मीणा के अनुसार रतनपुरा के वार्ड एक निवासी सोहनलाल उर्फ पोलाराम गोदारा (52) पुत्र लादूराम व उसकी पत्नी कौशल्या (50) आंगन में सो रहे थे। रात में किसी समय सोहनलाल ने अपनी पत्नी पर कस्सी से ताबड़तोड़ वार किए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस वारदात को अंजाम देने के बाद उसने शव पर कंबल डाला है और वहीं पर बैठकर जहरीली गोलियां खाकर खेतों की तरफ निकल गया।

किसी को नहीं चला पता: वारदात के समय सोहनलाल का पुत्र संजय व पुत्रवधू अनीता चौबारे में सोए हुए थे। कूलर की आवाज में उन्हें घर में क्या हुआ, इसका बिल्कुल पता नहीं चला। सुबह करीब 5.30 बजे अनीता ने पशुओं को हरा-चारा देकर दूध निकाला और चाय बनाकर आंगन में सो रहे सास-ससुर को देने गई। उसने चारपाई से कंबल उठाया तो कौशल्या का लहूलुहान चेहरा देख चीखने लगी। उसका पति संजय व पड़ोस में रहने वाले परिजन वहां पहुंचे। इसके बाद सोहनलाल की तलाश शुरू हुई तो वह खेत में बदहवास हालत में मिला। चिकित्सालय ले जाने पर कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने फिलहाल मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की है।

दंपती में नहीं था कोई विवाद: पूर्व सरपंच ओम गोदारा ने बताया कि सोहनलाल मिलनसार व्यक्ति था। उसका किसी के साथ कोई झगड़ा नहीं था। उसकी करीब 25 बीघा कृषि भूमि थी, जिसमें वह स्वयं खेती करता था। उसके पांच अन्य भाई गांव में ही अपने-अपने घरों में रहते हैं। दंपती के बीच में भी किसी प्रकार का विवाद नहीं था। कुछ दिनों पहले ही वे हरिद्वार स्नान करने गए थे और अगले माह कई धार्मिक स्थलों की यात्रा पर जाने वाले थे।

पार्वती उफान पर : चंबल नदी का जलस्तर एक दिन में 3.3 मीटर बढ़ गया। पार्वती नदी में 0.20 मीटर पानी बढ़ने से तीन प्रमुख मार्गो की सपाटों पर पानी चलने से सरमथुरा क्षेत्र के करीब 80 गांव पानी से घिर गए हैं। सैंपऊ के कई गांवों में आधा दर्जन से अधिक मकान ढह गए।

राजे सरकार ने करे 11 आईएएस के तबादले

राजे सरकार ने करे 11 आईएएस के तबादले

जयपुर। राजस्थान की राजे सरकार ने बुधवार रात एक आदेश जारी कर भारतीय प्रशासनिक सेवा के 11 अधिकारियों के तबादले कर दिए।

राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर लगे ए. मुखोपाध्याय को निदेशक हरीशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान एवं पदेन अतिरिक्त मुख्य सचिव जयपुर के पद पर लगाया है। कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक राज्यपाल के प्रमुख सचिव अब गिरिराज सिंह होंगे।

सुदर्शन सेठी - प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सामाजिक सुरक्षा एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास जयपुर

मधुकर गुप्ता - अध्यक्ष इंदिरा गांधी नहर मंडल
rajasthan government transferred 11 IAS officers


मंजीत सिंह - संभागीय आयुक्त जयपुर

भास्कर ए. सावंत - अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम

नवीन महाजन - आयुक्त निवेश संवर्घन ब्यूरो

वैभव गालरिया - प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य खान एवं खनिज निगम लिमिटेड उदयपुर

पृथ्वीराज - निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग

सुवालाल - निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव नि:शक्तजन

रघुवीर सिंह मीणा - निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

वैभव गालरिया- अपने नए पद के साथ संभागीय आयुक्त एवं पदेन आयुक्त टीएडी उदयपुर का कार्यभार भी अगले आदेशों तक संभालेंगे।

लंदन। हजारों लोगों ने ट्रेन को धक्का मारा, वीडियो वायरल

लंदन। चाहे दुनिया में कहीं भी चले जाइए लेकिन सुबह सवेरे ऑफिस टाइम में रेल या बस का सफर आपाधापी भरा होता है। इस दौरान सफर में अक्सर सीट के लिए मारामारी रहती है। ऎसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई अपनी सीट किसी और को दे दे चाहे सामने वाला कितना भी जरूरतमंद क्यों न हो।
hundreds of people push train here

लेकिन हाल ही घटी इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि एकता में कितनी शक्ति होती है और अगर सभी मिल जाएं तो बड़ी से बड़ी मुसीबत पर भी आसानी से पार पाया जा सकता है।

लेकिन हम आपको ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में इसी व्यस्त समय के दौरान घटी एक ऎसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने इंसानियत की नई जीती जागती मिसाल पेश की है।

सुबह का समय था। सभी ऑफिस जाने की जल्दी में अपने रूट की ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। जल्दी जल्दी मेंट्रेन के डिब्बे में चढ़ रहा एक यात्री मुसीबत का शिकार हो गया। उसका बांया पैर प्लेटफॉर्म और ट्रेन के डिब्बे के बीच फंस गया।

काफी कोशिशों के बाद भी वह बदनसीब यात्री अपना पैर वापस बाहर निकालने में नाकामयाब रहा।

इतने में कुछ यात्री ट्रेन को धक्का मारने की असंभव कोशिश करने लगे। वह ट्रेन को दूसरी तरफ झुकाना चाह रहे थे ताकि फंसा पैर निकाला जा सके।

तभी उनकी देखादेखी प्लेटफॉर्म पर जमा लोगों की भीड़ उस ट्रेन को धक्का मारने लगी। देखते ही देखते धक्का मारने वाले लोगों की तादाद हजारों में जा पहुंची।

लंदन प्रेमी बुजुर्ग दंपति को मौत भी जुदा न कर पाई

लंदन। दोनों अपनी मौत से पहले भी हाथ थामे थे। दोनों की मौत में केवल चार घंटे का फासला रहा।
ven death could not seperate the elderly couple


प्यार में जोड़े एक साथ जीने मरने की कसमें तो बहुत खाते हैं लेकिन इन कसमों को विरले ही निभा पाते हैं। लेकिन एक बुजुर्ग दंपति की इस कहानी को सुनकर शायद किसी की भी आंखें भर आएं।

इनकी जिंदगी एकदम किसी हॉलीवुड फिल्म की कहानी की तरह रही।

डॉन और मैक्सिन सिंपसन नाम का यह जोड़ा 1950 में किसी बॉलिंग एली पर मिला। दोनों को एक दूसरे का साथ इतना भाया कि साथ-साथ पूरी दुनिया घूमते हुए 62 साल बिता दिए।

कुछ ही समय पहले दो छोटे लड़कों को गोद दोनों केलिफॉर्निया के बास्करफील्ड में सैटल हो गए। डॉन एक सिविल इंजीनियर थे और दोनों ही रोटरी और वाईएमसीए के कामों में व्यस्त रहा करते थे।

मैक्सिन कई सालों से कैंसर जैसे असाध्य रोग से पीडित थी लेकिन जब डॉन को उनके अपने ही घर में घटे एक हादसे के बाद अस्पताल ले जाया गया तो मैक्सिन की बीमारी अचानक बढ़ गई।

जब डॉन की भी हालत खराब हो गई और ऎसा प्रतीत हुआ कि उनका आखिरी समय नजदीक है तब इस जोड़े को घर में उनकी पोती के कमरे में एकसाथ शिफ्ट कर दिया गया।

दोनों के बैड्स साथ-साथ लगा दिए गए। दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ लिया।

जोधपुर।जोधपुर में सेना के जेसीओ ने 108वीं बार करा रक्तदान

जोधपुर। भारतीय सेना में जूनियर कमीशन अधिकारी जेसीओ नायब सूबेदार सुरेश सैनी ने बुधवार को 108वीं बार रक्तदान किया। उन्होंने भारतीय सेना में 1986 में शमिल होने पर रकतदान शुरू किया था। इसके बाद से वह लगातार रक्तदान करते आए हैं। jodhpur army man suresh saini donate blood 108th time

रक्तदान हेतु प्रेरित करने के लिए वह सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रमों में भी शिरकत करते रहे हैं। रक्तदान की मुहिम के लिए सूबेदार सुरेश को सेना एवं सरकार ने कई बार सम्मानित भी किया है।

इसी कड़ी में इसी वर्ष के प्रारभ में सेना दिवस के अवसर पर उन्हें उप थलसेनाध्यक्ष के प्रशस्ति पत्र से भी अलंकृत किया गया। सूबेदार सैनी सभी के लिए प्रेरणा हैं और सेना को उन पर गर्व है।

जयपुर के युवक को फेसबुक से 12 लाख का रिवार्ड

जयपुर। सोशल मीडिया में बड़ा नाम फेस बुक ने मूलत टोंक जिले के निवाई और वर्तमान में जयपुर में निवास कर रहे 22 वष्ाü के जितेन्द्र जायसवाल को 20 हजार डालर (12 लाख रूपए) के रिवार्ड से नवाजा है। उन्हें यह सम्मान फेसबुक सिंगल शॉट बग हंटिंग क लिए दिया गया है। जितेन्द्र को यह बग फेस बुक क पार्स पोर्टल पर मिला है। वेबसाइट बग हंटिंग के लिए इस तरह की रकम दी जाती है। इनमे फेसबुक, गूग, माइक्रोसॉफ्ट, पेपल आदि कंपनियां शामिल है।jaipur youth gets a reward of Rs 12 lakh from facebook

जितेन्द्र ने बताया कि 21 जुलाई को फेस बुक एक्विजिशन वेबसाइट पार्स पर उन्होने विजिट की तो उन्हें वहां कुछ बग समस्या महसूस हुई। यहीं से उन्होंने उन्होने अगले 48 घंटों में ऎसा बग ढूंढा, जिस पर खुद उन्हें भी विश्वास नहीं हो रहा।

इसके बाद वे इस बग को फेसबुक को रिपोर्ट करने की तैयारी में जुट गए और अगले 12 घंटे में ही रिपोर्ट तैयार कर फेस बुक को मेल भी कर दिया। 23 जुलाई को देर रात फेसबुक से बग स्वीकार करने का मेल भी मिल गया। 31 जुलाई को फेसबुक की ओर से जीत को इस बग के लिए रिवार्ड दिए जाने की सूचना दी गई। जितेन्द्र का दावा है कि उन्हें मिला अवार्ड अब तक के सभी रिवार्ड्स में सबसे बड़ी रकम वाला है। इस अवार्ड को फेसबुक की रिवार्ड लिस्ट में टॉप-5 में रखा जाएगा।

ये उपलब्घियां भी

जितेन्द्र के अनुसार उन्होने गूगल के लिए भी दो बार बग ढूंढी है, इसके लिए गूगल ने उन्हें एक बार हॉल ऑफ फेम और एक बार रिवार्ड हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। 2013 में दो बार बग ढूंढने में उन्हे फेस बुक 2 हजार यूएस डालर का रिवार्ड दे चुका है। माइक्रोसॉफ्ट के लिए भी वे आधा दर्जन बग ढूंढ चुके हैं। इतनी ही बार कंपनी की ओर से उन्हें हाल ऑफ फेम की सूची में शामिल किया गया है। नोकिया के लिए आधा दर्जन से अधिक बग ढूंढने के बाद उन्हें कंपनी ने स्मार्ट फेान भ गिफ्ट किया है। इंटरनेट और सोशल मीडिया के लिए वे अब तक 40 से अधिक कंपनियों में बग ढूंढने का काम कर चुके हैं।

 

बाड़मेर भारत व पाकिस्तान के टिड्डी विभाग के अधिकारियों की द्विपक्षीय बैठक मुनाबाव क्षेत्र में आयोजित



बाड़मेर वर्षाती मौसम में अफगानिस्तान होते हुवे पाकिस्तान की सीमा से भारतीय सीमा में टिड्डियों के झुण्ड आने की संभावना को देखते हुवे भारत व पाकिस्तान के टिड्डी विभाग के अधिकारियों की द्विपक्षीय बैठक बुधवार को राजस्थान के मुनाबाव क्षेत्र में आयोजित हुई बैठक में भारतीय पक्ष का नेतृत्व असिसटेन्ट डायरेक्टर जोधपुर श्री ए.एन.राव ने किया जबकि पाकिस्तान की तरफ से डेलिगेशन का नेतृत्व मीरपुर खास क्षेत्र के टिड्डी विभाग के असिसटेन्ट डायरेक्टर अब्दुल सतार ने किया।


अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्षाती मौसम में टिड्डियों के विचरण करने व आने जाने की सूचनाओं के आदान प्रदान व इस क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिये भारत व पाकिस्तान के टिड्डी विभाग के अधिकारियों की द्विपक्षीय अधिकारिक बैठक बुधवार को मुनाबाव में हुई। बैठक में पाकिस्तान की तरफ सिन्ध क्षत्र में मीरपुर खास के असिसटेन्ट डायरेक्टर सहित 4 अधिकारी व पाक रेन्जर डेलीगेशन में शामिल थे जबकि भारत से भी 4 अधिकारी व बी.एस.एफ के उच्चधिकारी इस बैठक में सम्मिलित हुवे थे।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारतीय डेलीगेशन को आश्वासन दिया कि उनके किसी क्षेत्र में टिड्डियां पायी या दिखाए जाने पर वे इनकी सूचना तुरन्त भारत को देंगे। दोनो पक्षों ने टिड्डियों के सबंध में सूचनाओं के आदान प्रदान पर आपसी सहमति प्रदान की।