लंदन। दोनों अपनी मौत से पहले भी हाथ थामे थे। दोनों की मौत में केवल चार घंटे का फासला रहा।
प्यार में जोड़े एक साथ जीने मरने की कसमें तो बहुत खाते हैं लेकिन इन कसमों को विरले ही निभा पाते हैं। लेकिन एक बुजुर्ग दंपति की इस कहानी को सुनकर शायद किसी की भी आंखें भर आएं।
इनकी जिंदगी एकदम किसी हॉलीवुड फिल्म की कहानी की तरह रही।
डॉन और मैक्सिन सिंपसन नाम का यह जोड़ा 1950 में किसी बॉलिंग एली पर मिला। दोनों को एक दूसरे का साथ इतना भाया कि साथ-साथ पूरी दुनिया घूमते हुए 62 साल बिता दिए।
कुछ ही समय पहले दो छोटे लड़कों को गोद दोनों केलिफॉर्निया के बास्करफील्ड में सैटल हो गए। डॉन एक सिविल इंजीनियर थे और दोनों ही रोटरी और वाईएमसीए के कामों में व्यस्त रहा करते थे।
मैक्सिन कई सालों से कैंसर जैसे असाध्य रोग से पीडित थी लेकिन जब डॉन को उनके अपने ही घर में घटे एक हादसे के बाद अस्पताल ले जाया गया तो मैक्सिन की बीमारी अचानक बढ़ गई।
जब डॉन की भी हालत खराब हो गई और ऎसा प्रतीत हुआ कि उनका आखिरी समय नजदीक है तब इस जोड़े को घर में उनकी पोती के कमरे में एकसाथ शिफ्ट कर दिया गया।
दोनों के बैड्स साथ-साथ लगा दिए गए। दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ लिया।
प्यार में जोड़े एक साथ जीने मरने की कसमें तो बहुत खाते हैं लेकिन इन कसमों को विरले ही निभा पाते हैं। लेकिन एक बुजुर्ग दंपति की इस कहानी को सुनकर शायद किसी की भी आंखें भर आएं।
इनकी जिंदगी एकदम किसी हॉलीवुड फिल्म की कहानी की तरह रही।
डॉन और मैक्सिन सिंपसन नाम का यह जोड़ा 1950 में किसी बॉलिंग एली पर मिला। दोनों को एक दूसरे का साथ इतना भाया कि साथ-साथ पूरी दुनिया घूमते हुए 62 साल बिता दिए।
कुछ ही समय पहले दो छोटे लड़कों को गोद दोनों केलिफॉर्निया के बास्करफील्ड में सैटल हो गए। डॉन एक सिविल इंजीनियर थे और दोनों ही रोटरी और वाईएमसीए के कामों में व्यस्त रहा करते थे।
मैक्सिन कई सालों से कैंसर जैसे असाध्य रोग से पीडित थी लेकिन जब डॉन को उनके अपने ही घर में घटे एक हादसे के बाद अस्पताल ले जाया गया तो मैक्सिन की बीमारी अचानक बढ़ गई।
जब डॉन की भी हालत खराब हो गई और ऎसा प्रतीत हुआ कि उनका आखिरी समय नजदीक है तब इस जोड़े को घर में उनकी पोती के कमरे में एकसाथ शिफ्ट कर दिया गया।
दोनों के बैड्स साथ-साथ लगा दिए गए। दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ लिया।
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