रविवार, 20 अप्रैल 2014

मोदी ने बोला झूठ? 22 मार्च को गिलानी से मिले थे दो कश्मीर पंडित -



नई दिल्ली। दो कश्मीर पण्डित जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता और ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी से मिले थे। समाचार पत्र द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक 22 मार्च को दो कश्मीरी पण्डित गिलानी से मिले थे।
Modi-lied : Two Kashmiri pandits met Gilani on 22 march
इनके नाम हैं संजय सर्राफ और एमएल मट्टू। समाचार पत्र ने जम्मू कश्मीर के खुफिया सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है। संजय सर्राफ रामविलास पासवान की पार्टी (लोकजनशक्ति पार्टी)से जुड़े हुए हैं। सर्राफ लोजपा की यूथ विंग के अध्यक्ष हैं। एमएल मट्टू पूर्व विधायक हैं। मट्टू कश्मीर पण्डितों की राजनीति में सक्रिय हैं।

गिलानी ने शुक्रवार को दावा किया था उनसे मोदी के दो दूत मिले थे। दोनों कश्मीरी पण्डित थे। गिलानी ने दोनों की पहचान बताने से इनकार कर दिया था। गिलानी ने कहा था कि मुलाकात गोपनीयता का आश्वासन दिए जाने के बाद 22 मार्च को हुई थी। भाजपा ने गिलानी के दावे को खारिज किया था। समाचार पत्र के मुताबिक सर्राफ ने कबूल किया है कि चार हफ्ते पहले वह श्रीनगर में गिलानी से मिले थे।

हालांकि सर्राफ ने कहा,मुलाकात गिलानी के तेजी से गिरते स्वास्थ्य को लेकर जताई गई चिंता के चलते हुई थी। सर्राफ ने कहा,हालांकि हमारी पार्टी(लोकजनशक्ति पार्टी)एनडीए का हिस्सा है। बकौल सर्राफ मैं भाजपा की ओर से कोई संदेश लेकर नहीं गया था और न ही कभी ऎसा करूंगा। मैं गिलानी से एक बार नहीं बल्कि दर्जन बार मिल चुका हूं।


पासवान को भी गिलानी से बात करने के लिए ले गया था। मेरा इरादा था कि गिलानी उन नामों का खुलासा करे जो उनसे मिले थे। मैंने गिलानी से मेरा नाम क्लीयर करने को कहा था। सर्राफ लंबे वक्त तक गिलानी के सहयोगी रहे हैं। सर्राफ सार्वजनिक सभाओं में गिलानी के साथ मंच साझा कर चुके हैं।

सर्राफ ने गिलानी के कट्टपंथ सहयोगी मुश्ताक अहमद बट्ट की रिहाई के लिए पिछले साल प्रचार भी किया था। मुश्ताक अहमद कश्मीर में हिंसक भीड़ को एकत्रित करने के आरोप में जेल में हैं। 2010 में कश्मीर में हिंसा हुई थी। गिलानी से जुड़े राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक सर्राफ ने गिलानी से समर्थन मांगा था। सर्राफ अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान श्रीनगर से चुनाव लड़ना चाहते हैं,इसलिए उन्होंने गिलानी से समर्थन मांगा था। हालांकि सर्राफ ने इससे इनकार किया है।

2.05 करोड़ में बदनामी वाली सीडी



जयपुर। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व निजी कॉलेज के संचालक को कथित सीडी बनाकर ब्लैकमेल कर रही महिला और बिचौलिए को दिल्ली पुलिस ने शनिवार सुबह 40 लाख रूपए लेते गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों को अशोक मार्ग पर केशव पथ स्थित बिचौलिए की जवाहरात गद्दी में पकड़ा। महिला ने सीडी के बदले कॉलेज संचालक से 2 करोड़ 5 लाख रूपए में सौदा तय किया था और 15 लाख रूपए पहले ही ले चुकी थी।
At 2.05 million defamation CD
गिरफ्तार महिला सोढाला स्थित हवा सड़क निवासी है, जबकि बिचौलिया अरूण कोठारी जवाहर नगर सेक्टर-दो में रहता है। महिला के खिलाफ मूलत: भरतपुर व हाल दिल्ली निवासी जितेन्द्र फौजदार ने इसी साल जनवरी में ब्लैकमेल करने की एफआईआर दर्ज कराई थी। जितेन्द्र निजी कॉलेज चलाते हैं और भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। उनके मुताबिक, महिला ने कथित सीडी के बदले 10 करोड़ रूपए मांगे। सौदा 2 करोड़ 5 लाख में तय हुआ। फौजदार उसे 15 लाख पहले ही दे चुके थे और 40 लाख की दूसरी किस्त देने बुलाया था। इसके अलावा महिला ने एडवांस में एक करोड़ 90 लाख रूपए का चेक लिया था।

फंसा रही थी महिला

छेड़छाड़ और दुष्कर्म पर सख्त कानून बनाना अच्छा है, लेकिन इसकी आड़ में ब्लैकमेलिंग भी हो रही है। महिला कुछ लोगों के इशारे पर मुझे कथित सीडी के जरिए फंसा रही थी। पहले भी साजिश के तहत गबन का मामला दर्ज कराया गया था। जितेन्द्र फौजदार, भाजपा नेता

तब चली गई थी थाने से

सोढाला थाना पुलिस ने बताया कि महिला दो महीने पहले थाने में फौजदार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने पहुंची थी। पुलिस ने फर्द रिपोर्ट बनाकर हस्ताक्षर करने को कहा, तभी उसने मोबाइल पर किसी से बात की और पांच मिनट में आने की कहकर गई, लेकिन वापस नहीं आई।

साथ आया था पति, पुलिस को देख कार से भागा

महिला ने फौजदार को अशोक मार्ग पर केशव पथ स्थित सिल्वर प्लेनेट्स में अरूण की जवाहरात गद्दी पर बुलाया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि फौजदार सुबह साढ़े दस बजे 5-5 लाख रूपए के आठ बंडल लेकर पहुंचे। महिला अपने पति के साथ कार से पहुंची। पति कार में बैठा रहा और उसने गद्दी पर आकर रूपए लिए। तभी दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर जोरावर सिंह, सब-इंस्पेक्टर रीता और हेड कांस्टेबल गोवर्घन व पुष्पा ने उसे और बिचौैलिए अरूण को दबोच लिया।

यह देखकर महिला का पति कार से रफूचक्कर हो गया। दिल्ली पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड के लिए दोनों को मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट भारत भूष्ाण गुप्ता से समक्ष पेश किया, लेकिन दिल्ली की दूरी कम होने के कारण ट्रांजिट रिमांड नहीं मिली। बाद में पुलिस दोनों को लेकर दिल्ली रवाना हो गई और गद्दी में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी साथ ले गई, जिसमें पूरा घटनाक्रम कैद है।

जाट व राजपूत समाज ने दिया सौहार्द का संदेश

 जाट व राजपूत समाज ने दिया सौहार्द का संदेश 
बाड़मेर



लोकसभा चुनाव में मतदान के दौरान हुई छिटपुट घटनाओं से जाट- राजपूत समाज के बीच फैल रही जातीय वैमनस्यता से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की पहल पर दोनों समाज के मौजिज लोगों की शनिवार को कलेक्टर भानुप्रकाश एटूरू व एसपी हेमंत शर्मा की मौजूदगी में बैठक आयोजित हुई। इस दौरान दोनों पक्षों से समझाइश करते हुए सौहार्द का माहौल बनाए रखने का आह्वान किया गया। इस पर समुदाय के लोगों ने राजनैतिक मतभेद भुलाकर अमन चैन कायम करने पर सहमति जाहिर की।
मतदान के दिन गुरूवार को पुलिस थाना गिड़ा के कानोड़ में जाट व राजपूत जाति के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद 18 अप्रेल को कानोड़ बंद रहा। इससे दोनों समुदाय के बीच उपजे विवाद से कानून व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका के चलते प्रशासन ने पहल करते हुए दोनों पक्षों से समझाइश के लिए बैठक रखी गई। कांफ्रेंस हॉल में शनिवार को कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों के बीच सौहार्द कायम करने के लिए विचार विमर्श किया गया। एसपी हेमंत शर्माने बताया कि बैठक में जाट समुदाय से बायतु विधायक कैलाश चौधरी,पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बालाराम चौधरी समेत 20 लोग एवं राजपूत समुदाय से एडवोकेट स्वरूपसिंह, हीरसिंह व राजेन्द्रसिंह भियाड़ समेत 13 लोग शामिल हुए। एसपी शर्मा ने दोनों समुदायों को मतदान के दौरान दर्ज हुए प्रकरणों के संबंध में पुलिस की ओर से निष्पक्ष अनुसंधान का विश्वास दिलाते हुए सही कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। साथ ही दोनों समुदायों को अब तक का मतभेद एवं विवाद भुलाते हुए शांति व्यवस्था बनाएं रखने की अपील की गई। दोनों समुदायों की उक्त शांति समिति की बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई । मौजीज लोगों ने जिले में किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर उसको जातीय वैमनस्यता का रूप नहीं दिये जाने एवं एक दूसरे से परस्पर व्यक्तिगत थवा दूरभाष से वार्ता कर उसकी तहकीकात करने व किसी भी प्रकार की जातीय विद्वेष नहीं फैलाने का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर डीएसपी ओमप्रकाश गौतम समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
प्रशासन की पहलत्न कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों से समझाइश, गिला


685 केन्द्रों पर 80 फीसदी मतदान

बाड़मेर। लोकसभा चुनाव में बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में छह सौपिचासी मतदान केन्द्रों पर अस्सी फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया है। इसमे सर्वाधिक शिव विधानसभा क्षेत्र के 186 मतदान केन्द्र हैं। दूसरे स्थान पर बायतु विधान सभा क्षेत्र रहा है। इस क्षेत्र के 157 मतदान केन्द्रों पर अस्सी फीसदी मतदान हुआ है। सर्वाधिक कम का आंकड़ा सिवाना में 14 मतदान केन्द्रों का है।

सौ फीसदी मतदान
शिव विधानसभा क्षेत्र के फतेह नाडा में मतदान केन्द्र 72, डाबली में में मतदान केन्द्र 180 और कंटल का पार में मतदान केन्द्र 184 पर शत प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया है। बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के हाथीतला स्टेशन परमतदान केन्द्र 240 में 99.10 फीसदी, जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र के खारिया में मतदान केन्द्र 231 पर 98.95,बायतु विधानसभा क्षेत्र के धोला डेर में मतदान केन्द्र 155 पर 98.87,गुड़ामालानी के पनवाली गांव में मतदान केन्द्र 190 पर 98.40,चौहटन क्षेत्र के हुडो की ढाणी में मतदान केन्द्र 53 पर 96.84,सिवाना क्षेत्र के सरेली की ढाणी में मतदान केन्द्र 2 पर 92.38, पचपदरा क्षेत्र के गोपड़ी गांव में मतदान केन्द्र 117 पर 89.41फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

यहां हुआ अस्सी फीसदी
जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में 42 मतदान केन्द्रों, शिव में 186,बाड़मेर में 110,बायतु में 157,पचपदरा में 15,सिवाना में 14,गुड़ामालानी में 69 एवं चौहटन में 92 मतदान केन्द्रों पर अस्सी फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया।

ये सबसे फिसड्डी
संसदीय क्षेत्र में सबसे कम मतदान वाले मतदान केन्द्र भी चिन्हित किए हैं। सिवाना क्षेत्र के रमणिया गांव में मतदान केन्द्र 103 पर सबसे कम 39.48 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद चौहटन क्षेत्र के पंडरवाली गांव के मतदान केन्द्र 235 पर 40.99,पचपदरा क्षेत्र के जसोल गांव में मतदान केन्द्र 61 पर 44.91,बायतु क्षेत्र के सिमरखिया गांव में मतदान केन्द्र 301 पर 48.73, बाड़मेर के मतदान केन्द्र 100 पर 53.94, गुड़ामालानी के के डाबड़ गांव में मतदान केन्द्र 220 पर 54.30 , शिव क्षेत्र के सुथारों की बस्ती में मतदान केन्द्र 325 पर 55.02 व जैसलमेर के आरसीपी कॉलोनी भी कम मतदान की सूची में शामिल हुई है।

तीन मतदान केन्द्रों पर होगा 21 को पुनर्मतदान
लोकसभा चुनाव में बाड़मेर संसदीय क्षेत्र के तीन मतदान केन्द्रों पर 21 अप्रेल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक पुनर्मतदान कराया जाएगा। इसकी सूचना शनिवार को जारी कर दी गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी भानु प्रकाश एटूरू ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बाड़मेर संसदीय क्षेत्र के तीन मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराया जाएगा। शिव विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 171 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पुंजराज का पार, जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 96 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भागू का गांव व बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 226 राजकीय प्राथमिक विद्यालय बांकासर पर सोमवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक पुनर्मतदान होगा। संबंधित मतदान केन्द्रों के समस्त मतदाताओं को वोटर पर्ची का वितरण बीएलओ करेंगे।

इसलिए पुनर्मतदान
इन तीन में से दो केन्द्रों पर फर्जी मतदान और बूथ केप्चरिंग की शिकायते मिली थीं। शिकायतों की जांच के दौरान पुष्टि के बाद निर्वाचन आयोग ने यह निर्णय किया और एक अन्य केन्द्र पर ईवीएम खराब होने के कारण मतदाता मताधिकार का उपयोग नहीं कर पाए थे।


निषेधाज्ञा जारी
इन मतदान केन्द्रों में पुनर्मतदान शांन्तिपूर्वक, स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष, सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने व कमजोर वर्ग के मतदाता बिना किसी आतंक व भय के अपने संवैधानिक मताधिकार का प्रयोग कर सके, इसके लिए जिला मजिस्टे्रेट भानु प्रकाश एटूरू द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है।

सूखा दिवस घोषित
इन मतदान केन्द्रों के क्षेत्रों में व इन मतदान क्षेत्रों के बाहर के सीमावर्ती 3 किलोमीटर की परिधि के क्षेत्रों में भी 19 अप्रेल से 21 अप्रेल, को शाम 6 बजे तक सूखा दिवस घोषित किया गया है। इस दौरान किसी भी प्रकार से शराब अथवा मादक पदार्थ का विक्रय किया जाना, दिया जाना अथवा वितरित किया जाना पूर्णत: निषेध होगा। -  

शनिवार, 19 अप्रैल 2014

बीजेपी उम्‍मीदवार ने कहा- चुनाव के बाद मोदी के आलोचकों को पाकिस्‍तान जाना होगा

गोड्डा. बिहार की नवादा लोकसभा सीट से बीजेपी उम्‍मीदवार गिरिराज सिंह ने झारखंड के गोड्डा में विवादास्‍पद बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने एक चुनावी रैली में कहा है कि जो लोग उनकी पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का विरोध करते हैं, उन्हें आम चुनाव परिणामों के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान जाना होगा। गिरिराज सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए भारत में रहने के लिए कोई स्‍थान नहीं होगा और उन्‍हें पाकिस्‍तान में शरण लेनी होगी। गिरिराज सिंह ने यह बयान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी की मौजूदगी में दिया। गिरिराज सिंह बिहार की नवादा लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्र ने भाजपा नेता के बयान के विरुद्ध चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी और मोदी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। शनिवार को एक तरफ मोदी ने जहां बिहार के कटिहार में गांधी परिवार पर निशाना साधा, वहीं राहुल ने पश्चिम बंगाल में मोदी और बीजेपी पर देश को अंग्रेजों की तरह बांटने और राज करने का आरोप लगाया।
बीजेपी उम्‍मीदवार ने कहा- चुनाव के बाद मोदी के आलोचकों को पाकिस्‍तान जाना होगा
नीतीश कुमार पर भी बोला हमला

पत्रकारों के साथ बातचीत में गिरिराज ने कहा कि मोदी के विरोध का फैशन हो गया है। जिसे जो मन हो, बोल सकता है। देश की जनता मोदी के सिवाय कुछ नहीं चाहती। गिरिराज ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उन्हें पता चल जाएगा कि उनकी जमीन खिसक चुकी है।

पाकिस्तान में जियो न्यूज के संपादक हामिद मीर को गोली मारी -



कराची। पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल के संपादक हामिद मीर पर गोली मारकर हमला किया गया है। हमला उस वक्त किया गया जब मीर कराची एयरपोर्ट से दफ्तर जा रहे थे। हमलावर मीर का एयरपोर्ट से ही पीछा कर रहे थे। हमलावर दो बाइक और एक गाड़ी पर सवार थे। हमलावरों की संख्या चार बताई गई है। मीर जब दफ्तर आ रहे थे तभी उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया गया। मीर की गाड़ी पर 3-4 राउंड फायरिंग की गई है। हमले से वे जख्मी हो गए। हमले के बाद मीर के ड्राइवर उनकी गाड़ी को सीधे अस्पताल ले गए जहां उनका इलाज चल रहा है। जियो टीवी के मुताबिक अभी वे खतरे से बाहर हैं। मीर को शरीर के निचले हिस्से में दो गोलियां लगी हैं।
Attack on Pakistan tv Journalist Hamid mir
पाकिस्तान में आए दिन पत्रकारों पर हमले होते रहे हैं। हामिद मीर को भी हमले के लिए पहले निशाना बनाया गया था। नवंबर 2012 में इस्लामाबाद में उनकी गाड़ी के नीचे विस्फोटक पाया गया था। जिसके बाद बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया था। दस्ते ने करीब आधा किलो विस्फोटक को निष्कर्य किया था।

हामिद मीर पाकिस्तान के जाने माने टीवी पत्रकार हैं। इन्हें न केवल पाक में ही पसंद किया जाता है बल्की इन्हें भारत में भी काफी पसंद किया जाता है। जियो टीवी पर इनका शो केपिटल टॉक काफी मशहूर शो है। मीर आतंकी ओसामा बिन लादेन का साक्षात्कार भी कर चुके हैं।

 

सुहागन बनने से पहले विधवा हो गई दुल्हन

वलसाड। खुशी का मौका पल भर में ही मातम में बदल गया। शहनाइयों की गूंज की जगह चीत्कार सुनाई पड़ने लगी। truck moves down 8 members of marriage party
दुल्हन के घर बारात का इंतजार हो रहा था, उधर रास्ते में बारात पर ट्रक चढ़ गया। एक-एक कर आठ लाशें बिछ गई।

एक अन्य हादसा मध्यप्रदेश के भिंड में हुआ जहां बारातियों से लदी बस में करंट दौड़ने के बाद आग लग गई और छह जिंदा जल गए। गुजरात के वलसाड में भी सगाई कर लौट रहे 5 लोग ट्रक पलटने से मारे गए।

दुल्हन के घर पहुंचने से पहले आ गई मौत
सुहागन बनने से पहले ही एक दुल्हन ने न सिर्फ पति खो दिया बल्कि कई बारातियों की भी मौत हो गई। बारात पर ट्रक चढ़ने की घटना धनबाद से करीब 45 किलोमीटर दूर मुगमा की है।

यहां जीटी रोड पर शुक्रवार रात करीब 10.30 बजे तेजी से जा रहे ट्रक ने बारात को कुचल डाला। मौके पर ही 4 बारातियों की मौत हो गई तथा 4 का अस्पताल में दम टूट गया।

छह अन्य बुरी तरह जख्मी हो गए। काल बनकर आया यह ट्रक निरसा में एक मोटरसाइकिल सवार को टक्कर मार कर भाग रहा था। इसी दौरान ड्राइवर आपा खो बैठा और ट्रक बारात पर चढ़ गया।

यह हादसा ठीक उस समय पर हुआ जब बारात दुल्हन के घर पहुंचने ही वाली थी। इस हादसे में घायल दूल्हे और उसके पिता की भी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

बारात जमशेदपुर के बारीडीह से निरसा में मनमनडीह कोलियारी कॉलोनी जा रही थी। हादसे के बाद बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए तथा ट्रक को फूंक डाला। ट्रक चालक मौके से भाग छूटा तथा पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

खुशी पर हादसा : 5 की मौत, 30 घायल
गुजरात के सुदूर दक्षिणी जिले वलसाड के धर्मपुर तहसील के मांडबखड़ग गांव के निकट शुक्रवार को एक ट्रक के पलट जाने से वैवाहिक कार्यक्रम में भाग लेकर लौट रहे पांच लोगों की मौत हो गई तथा 30 से अधिक घायल हो गए।

पुलिस अधीक्षक निपूर्णा तोरावड़ी ने बताया कि एक डंपरनुमाट्रक में सवार होकर 60 से अधिक लोग सगाई की रस्म के बाद सादरबेड़ा से लौट रहे थे। इसी दौरान मांडबखड़ग के निकट ट्रक के असंतुलित होकर पलट जाने से एक महिला समेत पांच की मौत हो गई।

मृतकों में से तीन ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि दो अन्य की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। घायलों को धर्मपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बस में करंट से लगी आग, जिंदा जले पांच
मध्यप्रदेश के भिंड जिले के अटेर थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक बस के हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने के बाद उसमें आग लगने के कारण तीन बच्चों समेत पांच यात्रियों की मौत हो गई।

उनके शव बुरी तरह झुलस गए। शेष्ा लगभग 30 से अधिक यात्रियों ने बस से किसी तरह कूदकर स्वयं को बचाया। यह लोमहर्षक घटना गांव में शादी वाले घर से मुश्किल से 50 कदम के फासले पर हुई।

अटेर थाना क्षेत्र के एक गांव से उदय सिंह गुर्जर के पुत्र की बारात भिंड के पास स्थित एक गांव से लौट रही थी। दहेज में एक बड़ा ट्रंक मिला था जिसे बस की छत पर बांधकर रखा गया था। लगभग छह फीट ऊंचा यह ट्रंक अटेर थाना क्षेत्र में रात लगभग 8.15 बजे जब बस हरीशंकरपुरा के निकट उच्च दाब लागन के संपर्क में आ गया और इस वजह से बस में आग लग गई। देखते-देखते आग ने भयंकर रूप ले लिया। - 

फेसबुक पर हुआ प्यार, प्रेमी ने प्रेमिका को गोली मारी -

जबलपुर। ढाई साल पहले फेसबुक पर हुई फ्रेंडशिप की कीमत प्रेमी और प्रेमिका को जान देकर चुकाना पड़ी।

पुलिस के मुताबिक मुजफ्फर नगर (यूपी) बचंदा कालन में रहने वाले राजपाल सिंह के बेटे विनीत सिंह (25) की मुलाकात ढाई साल पूर्व फेसबुक पर ज्योति कोरी से हुई।

दोनों के बीच रोजाना बातें होने लगीं। विनीत ने ज्योति से मिलने की इच्छा जाहिर की, तो ज्योति ने उसे जबलपुर आने को कहा।

महिला के कहने पर विनीत सुबह जबलपुर और फिर भेड़ाघाट पहुंचा। दोनों धुआंधार में बातचीत कर रहे थे। सीएसपी हरिओम शर्मा के अनुसार दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ, जिसके बाद युवक ने कट्टा निकाला और महिला के सीने में रखकर चला दिया।

गोली महिला के सीने को चीरते हुए पीठ से बाहर निकल गई। फिर युवक ने अपने सीने में भी कट्टा रखकर फायर कर दिया। गोली लगते ही दोनों खून से लथपथ हो गए। दोनों जमीन पर गिर गए। महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, वहीं युवक जैसे-तैसे भीड़ के पास पहुंच गया।
A sad but true love story
108 से लाया गया अस्पताल
अज्ञात व्यक्ति ने 108 एंबुलेंस को फोन कर विनित के घायल होने की सूचना दी। एंबुलेंस वहां पहुंची और विनीत को लेकर सीधे मेडिकल अस्पताल पहुंची। जहां उसे भर्ती कर लिया गया। बाद में इलाज के दौरान विनीत ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

झाडियों के पास पड़ी थी लाश
पुलिस ने विनीत के बयान लिए, तो वह बार-बार ज्योति की लाश धुआंधार के पास पड़े होने की बात कर रहा था। यह पता चलते ही पुलिस का दूसरा दल वहां पहुंचा, तो देखा कि ज्योति मृत अवस्था में वहां पड़ी थी।

जानकारी लगते ही एसपी हरिनारायणाचारी मिश्र, एएसपी महेशचन्द्र जैन, सीएसपी हरिओम शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद लाश को मेडिकल अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस ने मौके पर काफी देर तक छानबीन की, लेकिन कट्टा या अन्य कोई फायर आम्र्स वहां नही मिला, जिस कारण मामला और पेचीदा हो गया।

घर से दिल्ली के लिए निकला था
भेड़ाघाट थाना प्रभारी सुष्मिता नियोगी के अनुसार विनित के मोबाइल से मिले एक नंबर पर फोन लगाया, तो पता चला कि वह दिल्ली जाने की बात कहकर निकला था। जहां वह नौकरी तलाशने वाला था। युवक के पास ट्रेन का अनारक्षित टिकट भी मिला है, जो दिल्ली में गुरूवार को खरीदा गया था।  

बाड़मेर जैसलमेर तीन स्थानो पर इक्कीस को होगा पुनर्मतदान

बाड़मेर जैसलमेर तीन स्थानो पर इक्कीस को होगा पुनर्मतदान 


बाड़मेर गुरूवार को सम्पन हुए लोकसभा चुनावो में कुछ स्थानो पर गड़बड़ियों के कारण तीन स्थानो पर पुनर्मतदान होगा , अधिकारी ने बताया की बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के बांकसार ,शिव विधानसभा क्षेत्र के पुंजराज का पार और जैसलमेर विधानसभा के भागु का गांव में पुनर्मतदान इक्कीस अप्रैल को होगा ,

मुस्लिम मतदाताओ ने तय किया बाड़मेर सांसद ?



 मुस्लिम मतदाताओ ने तय किया बाड़मेर सांसद ?

बाड़मेर गुरुवार को सम्पन हुए लोकसभा चुनावो में बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में दुनिआ भर की नज़ारे लगी हुई थी। सरहद पार पाकिस्तान से निर्दलीय प्रत्यसि जसवंत सिंह के पक्ष में समर्थन आने की चर्चाओं के बीच सभी की नज़ारे मुस्लिम मतों पर टिकी हैं। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में मुस्लिम मतदाता निर्णायक माने जाते हैं,

बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र में कोई साढ़े तीन लाख सिंधी मुस्लिम मतदाता हैं। जिनकी डोर अलग अलग क्षेत्रो में उनके प्रभावी नेताओ के पास हैं ,चौहटन में अब्दुल हादी परिवार ,शिव में अमिन खान और जैसलमेर में गाज़ी फ़क़ीर परिवार ,साढ़े तीन लाख मतों का ध्रुवीकरण किसके पक्ष में हुआ यह देखने की बात हैं क्यूंकि जसवंत सिंह का इस क्षेत्र में चुनाव लड़ने मुख्य कारन मुस्लिम मतदाता हैं ,मुस्लिम समाज पर जसवंत सिंह परिवार की बेहतरीन पकड़ हैं ,मुस्लिमो के एकल मुश्त वोट जसवंत सिंह को पड़े हो ऐसा कहा जा रहा हैं मगर जैसलमेर के सैम पंचायत समिति के कुछ बूथों पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर पर दबाव के चलते दस से बीस फीसदी मुस्लिम मत भाजपा में जाने की बात कही जा रही हैं ,मुख्यमंत्री ने गाज़ी फ़क़ीर पर ज़बरदस्त दबाव बनाया ऐसा चर्चा में हैं इसके बावजूद मुस्लिम समाज के सत्तर से अस्सी फीसदी मत जसवंत के पक्ष में जाने की बात कही जा रही हैं। सम क्षेत्र के मोहम्मद करीम ने बताया की मतदान से पूर्व हमारे पास जसवंत सिंह को वोट देने की सूचना थी मगर मतदान के एक दिन पूर्व गाज़ी फ़क़ीर खुद कुछ मुस्लिम गाँवों में पहुंचे तथा मुख्यमंत्री के दबाव का हवाला देते हुए कुछ मत भाजपा को देने को कहा ज्यादा तो नहीं कुछ वोट भाजपा को गए हैं तो कुछ जगहों पर कांग्रेस प्रत्यासी हरीश चौधरी को मुस्लिम मत मिले हैं जसवंत को अधिकांश मुस्लिम मत मिले हैं।




जैसलमेर में मुस्लिम वर्ग के साथ से सतर फीसदी मुस्लिम जसवंत के पक्ष में दिखे वाही शिव विधानसभा क्षेत्रो में तीन चार बूथों को छोड़ दे तो मुस्लिम मतदाता जसवंत सिंह के प्रति लामबंद थे। पूर्व मंत्री अमिन खान के प्रभाव और उनके गाँव के नज़दीक बूथों पर हरीश चौधरी को मत मिलने की बात कही जा रही हैं। गगरिया ,गडरा ,हरसाणी और आन्तरा , नेगरड़ा में जसवंत का जोर रहा। चौहटन में मुस्लिम मतदाता खुल कर जसवंत के समर्थन में बताये जा रहे हैं ,तो बालोतरा के नवोड़ा बेर ,सहित पटौदी क्षेत्र के मुस्लिम भी जसवंत सिंह के साथ खड़े दिखे ,शहरी क्षेत्र में मुस्लिम तेली ,कोतवाल ,मांगणियार ,आदि मतदाता जसवंत के साथ थे ,

जसवंत सिंह ,करनाल सोनाराम और हरीश चौधरी में से वो ही जीतेगा जिनके पक्ष में मुस्लिम मत गए।



अंधड़ का कहर, करोड़ो का नुकसान



जैसलमेर। जैसलमेर जिले में गुरूवार रात्रि बारिश व बिजली की भारी गड़गड़ाहट के साथ आए तेज अंधड़ से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जैसलमेर सहित समूचे जिले में कई पेड़ धराशाही हो गए, वहीं घरों, दुकानों व बाजारों में लगे होर्डिग व छप्परे भी उड़ गए। तेज अंधड़ में कई पक्षी भी काल का ग्रास बन गए।
The fury of the storm, the loss of millions
गुरूवार रात्रि में एकाएक बदले मौसम के मिजाज के बाद आए अंधड़ से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ। जैसलमेर के अंबेडकर कॉलोनी, जवाहर अस्पताल, नगरपरिषद मार्ग रोड, बाड़मेर रोड, शिव रोड सहित कईस्थानों पर पेड़ धराशाही हो गए, जिससे आवागमन बाधित हो गए। घरों, होटलो व व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर लगे छप्परे भी अंधड़ में उड़ गए। बेमौसम आए तेज अंधड़ व बारिश के कारण जिले मे खेतों में खड़ी व रखी फसलों की भी बर्बादी हुई जिससे करोड़ो रूपए का नुकसान हुआ।


विद्युत तंत्र को झटका
जिले भर में कई जगह बिजली के टावर भी गिर गए व बिजली की लाइने भी जमीन पर टूट कर गिर गई, जिससे बिजली की आपूर्ति भी ठप हो गई। जैसलमेर मे डिस्कॉम के 33 केवी जीएसएस से जुड़े कई विद्युत पोल धराशाही होने से विद्युतापूर्ति ठप हो गई। इसके अलावा देवीकोट, फतेहगढ़, तेजमालता सहित कई गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई, वहीं जैसलमेर शहर में कई कई जगह बिजली के तार टूटने से विद्युतापूर्ति ठप हो गई।


कनोई, सम व खुहड़ी में उडे टेंट

जैसलमेर जिले के सम, कनोई व खुहड़ी में पर्यटन व्यवसासियो की ओर से लगाए गए टेंट भी तेज अंधड़ की भेंट चढ़ गए। इस दौरान दर्जनों टेंट खराब हो गए। अंधड़ के कारण शहर में कई जगह दीवारें भी धराशाही हो गई। उधर, अंधड़ के साथ आई बारिश के कारण जैसलमेर के ऑफिसर्स चौराहा मार्ग, एयरफोर्स रोड, रेलवे स्टेशन रोड सहित कई स्थानों पर पानी जमा हो गया, जिससे वाहनों को आवाजाही में दिक्कतें झेलनी पड़ी।


चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिक भी परेशान
तेज अंधड़ के साथ हुई बारिश के कारण मतदान प्रक्रिया के बाद एसबीके कॉलेज में मतपेटियां जमा कराने पहुंची टीमों को असुविधा झेलनी पड़ी। यहां रात्रि में तेज अंधड़ के कारण कॉलेज परिसर में लगाए टेंट भी उखड़ गए और कार्मिकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ज्यो ही टीमे गुरूवार रात्रि को कॉलेज पहुंची तो अचानक आए अंधड़ से अफरा-तफरी मच गई। हालांकि देर रात तक मतदान प्रक्रिया से संबंधित पेटियां जमा की गई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी ओर दिन भर थकान से चूर कार्मिको को अपने घर अपने गंतव्य स्थान लौटने मे काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।


दीवार ढहने से युवक व युवती की मौत

पोकरण. लाठी थानाक्षेत्र के जावंध नई गांव में एक खेत में निर्माणाधीन मकान की दीवार ढह जाने से एक युवक व युवती की मौत हो गई। थानाधिकारी वीरसिंह ने बताया कि जावंध नई गांव में हकीमखां पुत्र जुसुबखां के नलकूप पर पाली जिले के डिगरना निवासी रामचरण का परिवार किसान के रूप में कार्य करता है। गुरूवार रात परिवार के सदस्य नलकूप पर एक निर्माणाधीन मकान की दीवार के ओट में बैठे थे। तभी दस बजे आए तेज चक्रवाती तूफान व बारिश के थपेड़ों से मकान की दीवार गिर गई।


दीवार की ओट में बैठे रामचरण (35) पुत्र तुलछाराम व उसके छोटे भाई राजूराम की पत्नी सुशीला (30) दीवार से गिरे मलबे के नीचे दब गए। जिन्हें तत्काल जैसलमेर राजकीय अस्पताल ले जाया गया। यहां दोनों ने रात्रि में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलने पर मुख्य आरक्षक आदाराम मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तथा शुक्रवार को सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए। -  

शिव की महिलाएं,बाड़मेर के पुरूष अव्वल



बाड़मेर। सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में गुरूवार को हुए मतदान ने पिछले सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। बाड़मेर संसदीय क्षेत्र प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। देश में क्षेत्रफल के लिहाज से दूसरा बड़ा संसदीय क्षेत्र बाड़मेर प्रदेश में मतदान के मामले में दूसरे स्थान पर रहा। बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में 72.43 प्रतिशत मतदान हुआ।
Women of Shiva, the first man of the field


संसदीय क्षेत्र में शामिल आठ विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने सर्वाधिक मतदान शिव क्षेत्र में 78.68 प्रतिशत किया। बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 77.53 फीसदी पुरूषों ने मताधिकार का उपयोग किया। क्षेत्र में मताधिकार का उपयोग करने के मामले में सबसे फिसड्डी सिवाना विधानसभा क्षेत्र रहा। यहां 60.90 पुरूषों और 60.35 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया है।




विधानसभा वार आंकड़ों पर नजर डाले तो बायतु में 77.24 फीसदी पुरूषों और 78.62 महिलाओं ने ,शिव में 76.65 पुरूषों ने और 78.68 महिलाओं ने,बाड़मेर में 77.53 पुरूषों और 74.29 महिलाओं,जैसलमेर में 76.57 फीसदी पुरूषों और 73.03 महिलाओं,चौहटन में 73.89 पुरूष और 71.52 फीसदी महिलाओं,गुड़ामालानी में 74.39 फीसदी पुरूषों व 70.37 प्रतिशत महिलाओं ,पचपदरा में 67.59 फीसदी पुरूषों व 66.97 प्रतिशत पुरूषों एवं सिवाना में 60.35 पुरूषों और 60.90 प्रतिशत महिलाओं ने मताधिकार का उपयोग किया।




शिव व बायतु में मामूली अन्तर




आठ विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदान बायतु क्षेत्र में 77.89 सर्वाधिक और दूसरे स्थान पर शिव रहा। यहां 77.59 फीसदी मतदान हुआ। बाड़मेर में 76.02,जैसलमेर में 74.93, चौहटन में 72.79, गुड़ामालानी में 72.50,पचपदरा में 67.30 और सिवाना में 60.61 फीसदी मतदान हुआ।




वोटर स्लीप का सर्वाधिक उपयोग बायतु में




चुनाव में मतदाताओं को घर-घर तक इस बार बीएलओ के माध्यम से वोटर स्लीप पहुंचाई गई। इसका उपयोग सर्वाधिक बायतु क्षेत्र के मतदाताओं ने किया। बायतु क्षेत्र के 92.63 फीसदी मतदाता वोटर स्लीप लेकर मतदान केन्द्रों पर मताधिकार का उपयोग करने पहुंचे । क्षेत्र में सर्वाधिक कम वोटर स्लीप उपयोग करने का रिकार्डबाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के नाम रहा। यहां के 85.14 फीसदी मतदाताओं ने वोटर स्लीप का उपयोग किया।




मतदाता परिचय पत्र का सर्वाधिक उपयोग जैसलमेर में




क्षेत्र में मतदाता परिचय पत्र का सर्वाधिक उपयोग जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने किया। यहां 13.60 फीसदी मतदाता मतदाता परिचय पत्र लेकर पहुंचे। सबसे कम पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता लेकर आए। यहां के 6.01 मतदाता परिचय पत्र लेकर आए। इसी तरह चुनाव आयोग द्वारा मान्य अन्य दस्तावजों का उपयोग भी पचपदरा के मतदाताओं ने सर्वाधिक 2.29 फीसदी ने किया। सबसे कम 0.76 फीसदी बायतु के मतदाताओं ने किया।

शुक्रवार, 18 अप्रैल 2014

बाड़मेर आधा दर्जन मतदान केन्द्रो पर फर्जी वोट के प्रयास ,रोकने पर किये हमले ,चार घायल ,कानोड़ रहा बंद

  

बाड़मेर कल हुए चुनावो के दौरान फर्जी मतदान के लिए आये भाजपा समर्थको को रोकने पर भाजपा समर्थको ने आधा दर्जन से अधिक मतदान केन्द्रो के बहार अन्य दलों के समर्थको से भीड़ गए जिसमे चार से अधिक लोग घायल हो गए ,दो स्थानो पर भाजपा समर्थको द्वारा रिवाल्वर तनने की शिकायते प्रशासन को मिली हैं। सूत्रानुसार कानोड़ गाँव के एक बूथ पर मतदान समाप्ति से चंद मिनट पहले फर्जी मतदान के इरादे से आये भाजपा समर्थको को ग्रामीणो द्वारा रोके जाने पर युवको द्वारा धारदार हथियारों से हमला कर दिया जिसमे तीन युवक गंभीर घायल हो गए चार अन्य को मामूली चोटें आई ,इसी तरह बायतु के एक बूथ पर दलित युवक की पिटाई करने ,नेहरू की ढाणी ,और भुरटिया ने कांग्रेस भाजपा के समर्थको के बीच रिवाल्वर तानने ,रामदेरिया के एक बूथ पर मूल सिंह नमक एजेंट के साथ मारपीट ,सांभरा पचपदरा में भाजपा समर्थको द्वारा मतदान केंद्र पर लगे सरकारी कर्मचारी भट्टराम भील के साथ हाथा पाए ,भाडखा भीमड़ा रोड पर भाजपा समर्थको द्वारा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष बलराम प्रजापत पर कातिलाना हमला किया गया। जिले भर से छूट पुट घटनाओ के भी समाचार हैं ,कानोड़ में इस हमले के विरोधः में शुक्रवार को कानोड़ बंद रखा गया साथ ही ग्रामीणो ने बैठक कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की ,इधर जिला मुख्यालय पर भाडखा और कानोड़ में जसवंत सिंह समर्थको पर हुए हमले की निंदा और आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अहम बैठक आयोजित की गयी ,जिसमे प्रशासन पर सरकारी दबाव में काम करणे का आरोप भी लगाया गया। 

बाड़मेर जातिगत आंकड़ों में उलझे हार जीत के समीकरण




बाड़मेर उम्मीदवारों का ई वी एम में भाग्य हुआ बंद ,हार जीत पर चर्चाए शुरू
बाड़मेर लोक सभा चुनावो में राजस्थान की सबसे चर्चित बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर गुरूवार को चुनाव सम्पन हुए ,सभी ग्यारह उम्मीदवारों का भाग्य मशीनो में बंद हो गया .बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने लोकतंत्र के इस पर्व के प्रति अपनी गहरी आस्था जताई बड़ी संख्या में मतदान अपनी सरकार चुनने के लिए किया .बाड़मेर जैसलमेर सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने इसे दुनिआ की चर्चित सीट . नरेंद्र मोदी की लहर को रेगिस्तानी धोरो ने थाम लिया .

बाड़मेर जैसलमेर में 73 फीसदी मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमे 653938 पुरुष मतदाता तथा 561918 महिला मतदाताओ ने वोट डाले .कुल 1215856 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया .

बाड़मेर विधान सभा क्षेत्र में 161460 ,बायतु में148289 ,शिव में 177069,जैसलमेर में चौहटन में 166475,गुडा मालानी 144910,पचपदरा में 136446,सिवाना में 130302 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

मतदाता खामोश जातिगत आंको में उलझे समीकरण

लोकसभा चुनावो में मतदान के दौर सियाय मतदान केन्द्रो के अन्य जगह ख़ामोशी थी ,वोटो को लेकर कुछ विधानसभा क्षेत्रो में खासा उत्साह देखा गया तो कुछ स्थानो पर ख़ामोशी ,जातिगत बाहुल्य क्षेत्रो में अपने अपने उम्मीदवारों को लेकर खासी चहल पहल , वाही कुछ स्थानो पर मतदाता ख़ामोशी से वोट देकर रवाना हो गए ,वोट किसको दिया इस पर चर्चा करना भी वो मुनासिब नहीं समझता।


मुस्लिम मेघवाल वोटो पर नज़र
मतदान के बाद तीनो उमीदवार भाजपा के करनाल सोनाराम ,कांग्रेस के हरीश चौधरी और निर्दा;लिय जसवंत सिंह के समर्थक जातिगत आंकड़ों में उलझे हैं ,मुस्लिम मतों पर सबकी नज़र हैं मोटे टायर पर मुस्लिम मत जसवंत सिंह और कांग्रेस के हरीश चौधरी में बंटे हैं इक्का दुक्का वोट सोनाराम को आने की उम्मीद हैं वाही मेघवाल मत तीनो में गए हैं ,जाट वोट करनाल सोनाराम और हरीश चौधरी के बीच बंटे हैं वाही राजपूत वोट एक मुश्त जसवंत सिंह को मिलाने की उम्मीद जताई जा रही हैं भाजपा उम्मीदवार को भीतरघात का ख़तरा सता रहा हैं वाही हरीश चौधरी इतना प्रयास कर रहे थे की जमानत बच जाये ,करनाल सोनाराम की हर जीत मूल ओ बी सी के वोटर तय करेंगे साथ ही जैन समाज ,विश्नोई ,माली , निर्दलीय के पक्ष में दिखे। समर्थक जोड़ तोड़ कर आंकड़ा जीत तक पहुंचा रहे हैं। अलबत्ता बाड़मेर जैसलमेर की जनता ने दिल खोल कर वोट दिए। कई स्थानो पर फर्जी मतदान भी जमकर हुआ।

बाड़मेर में भारी मतदान से समीकरण हुए उलट-पलट



जयपुर। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में राजस्थान की 20 लोकसभा सीटों पर मतदाताओं ने रेकार्ड मतदान किया। राज्य में छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। राज्य में करीब 65 फीसद मतदान होने का अनुमान है। बाड़मेर सीट पर भी भारी मतदान से उम्मीदवारों के समीकरण गड़बड़ा गए हैं।

राज्य में गुरुवार को 25 लोकसभा सीटों में से 20 पर मतदान हुआ। राज्य में बाकी पांच लोकसभा सीटें अति संवेदनशील मानी गई है और वहां 24 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। बाड़मेर सीट पर भी रेकार्ड मतदान हुआ। इस सीट पर भाजपा के बागी वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह भी मैदान में है। बाड़मेर में जसवंत का मुकाबला भाजपा के सोनाराम के साथ ही कांग्रेस के हरीश चौधरी से है। तिकोने संघर्ष के कारण ही बाड़मेर में भारी मतदान हुआ। बाड़मेर के अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर, अजमेर, नागौर, पाली, जोधपुर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ संसदीय सीटों पर वोट डाले गए। कांग्रेस और भाजपा के सीधे मुकाबले वाले इस चुनाव में करीब आधा दर्जन सीटों पर दमदार निर्दलीय उम्मीदवारों ने संघर्ष को तिकोनी लड़ाई में बदल दिया है।

निर्वाचन विभाग के अनुसार 20 सीटों पर 239 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा ने इन सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे है। इन सीटों पर करीब 15 दिन तक चले प्रचार अभियान के दौरान दोनों दलों ने एक दूसरे पर जम कर आरोप-प्रत्यारोप के दौर चलाए। इन 20 सीटों में से 16 पर अभी कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा के पास चार सीटें

है। इस बार तीन पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने अपने दलों से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा। इनमें बाड़मेर सीट पर जसवंत सिंह, जालोर में बूटा सिंह और सीकर में सुभाष महरिया हैं। इनके अलावा कांग्रेस की तरफ से अजमेर में केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट, चितौड़गढ में गिरिजा व्यास और जोधपुर में चंद्रेश कुमारी की किस्मत भी गुरुवार को वोटिंग मशीन में बंद हो गई। कांग्रेस के महासचिव सीपी जोशी का जयपुर ग्रामीण में भाजपा के राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ कड़ा मुकाबला राजनीतिक दलों में कौतूहल का विषय रहा।



भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ में कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रमोद जैन से जूझ रहे हैं। भाजपा ने अजमेर में सचिन पायलट को टक्कर देने के लिए अपने मंत्री सांवरलाल जाट को मैदान में उतार कर सीट छीनने की रणनीति पर काम किया।

निर्वाचन विभाग के अनुसार प्रदेश में मतदान के दौरान कहीं भी अप्रिय घटनाएं नहीं हुई। अजमेर संसदीय क्षेत्र में दो तीन इलाकों में मामूली बात को लेकर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट की घटनाएं हुई। प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर पहुंच कर हालात को काबू किया। कोटा में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बोगस मतदाताओं को लेकर शिकायत की। इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने पड़ताल कर इसे गलत करार दिया और कहा कि सभी योग्य मतदाताओं को मतदान करने दिया गया है। कई मतदान केंद्रों पर वोटिंग मशीन में तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई। इसके चलते ही मतदान की प्रक्रिया में बाधा पहुंची। इसके अलावा कुछ जगहों पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार करने की सूचना भी है।