कुबेर देव करते हैं मालामाल-----
कुबेर देव देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं और उनके धन और संपत्ति की रक्षा करते हैं। इसी वजह से कुबेर को सुख, संपत्ति, वैभव और यश का देवता माना जाता है। पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार जो भी व्यक्ति इनकी पूजा करता है वह मालामाल हो जाता है और उसके जीवन में किसी भी सुख-सुविधा की कोई कमी नहीं होती है।
शास्त्रों के अनुसार धन प्राप्ति के लिए देवी महालक्ष्मी की आराधना की जाना चाहिए। महादेवी के साथ ही धन के देवता कुबेर देव को पूजने से भी पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसी वजह से किसी भी देवी-देवता के पूजन के साथ ही इनका भी पूजन करना बहुत लाभदायक होता है। शास्त्रों के अनुसार कुबेर देव रावण के सोतेले भाई हैं और इन्हें भगवान शंकर द्वारा धनपाल होने का वरदान दिया गया है। रावण और कुबेर देव के पिता ऋषि विश्रवा थे। विश्रवा ऋषि की दो पत्नियां थीं इडविडा और कैकसी। कुबेर देव की माता इडविडा है और वे ब्राह्मण कुल की कन्या थीं। रावण की माता कैकसी हैं। कैकसी एक असुर कन्या थीं, इसी वजह से रावण असुर प्रवृत्ति का था।
पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार जीवन में धन, सुख और समृद्धि बढ़ाने के लिए धर्म शास्त्रों के अनुसार कई उपाय बताए गए हैं। जिन्हें अपनाने से निश्चित ही शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं। इन्हीं उपायों में से एक उपाय यह है कि घर में कुबेर देव की मूर्ति या फोटो अवश्य रखना चाहिए क्योंकि इन्हें सुख-समृद्धि देने वाले देवता माना जाता है। कुबेर देव को देवताओं का कोषाध्यक्ष माना गया है। इसी वजह से कुबेर देव की मूर्ति या फोटो घर में लगाने से इनकी कृपा सदैव सभी सदस्यों पर बनी रहती है और धन से जुड़े कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार कुबेर देव से कृपा प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि घर में सही दिशा में उनकी मूर्ति या फोटो रखनी चाहिए। कुबेर देव का निवास उत्तर दिशा की ओर माना गया है। अत: इनका फोटो भी घर में उत्तर दिशा की ओर ही लगाना श्रेष्ठ रहता है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि जहां इनका चित्र लगाया जाए वह स्थान पवित्र हो। वहां किसी प्रकार का पुराना सामान या कबाड़ा न हो। उस जगह की साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
कुबेर देव देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं और उनके धन और संपत्ति की रक्षा करते हैं। इसी वजह से कुबेर को सुख, संपत्ति, वैभव और यश का देवता माना जाता है। पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार जो भी व्यक्ति इनकी पूजा करता है वह मालामाल हो जाता है और उसके जीवन में किसी भी सुख-सुविधा की कोई कमी नहीं होती है।
शास्त्रों के अनुसार धन प्राप्ति के लिए देवी महालक्ष्मी की आराधना की जाना चाहिए। महादेवी के साथ ही धन के देवता कुबेर देव को पूजने से भी पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसी वजह से किसी भी देवी-देवता के पूजन के साथ ही इनका भी पूजन करना बहुत लाभदायक होता है। शास्त्रों के अनुसार कुबेर देव रावण के सोतेले भाई हैं और इन्हें भगवान शंकर द्वारा धनपाल होने का वरदान दिया गया है। रावण और कुबेर देव के पिता ऋषि विश्रवा थे। विश्रवा ऋषि की दो पत्नियां थीं इडविडा और कैकसी। कुबेर देव की माता इडविडा है और वे ब्राह्मण कुल की कन्या थीं। रावण की माता कैकसी हैं। कैकसी एक असुर कन्या थीं, इसी वजह से रावण असुर प्रवृत्ति का था।
पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार जीवन में धन, सुख और समृद्धि बढ़ाने के लिए धर्म शास्त्रों के अनुसार कई उपाय बताए गए हैं। जिन्हें अपनाने से निश्चित ही शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं। इन्हीं उपायों में से एक उपाय यह है कि घर में कुबेर देव की मूर्ति या फोटो अवश्य रखना चाहिए क्योंकि इन्हें सुख-समृद्धि देने वाले देवता माना जाता है। कुबेर देव को देवताओं का कोषाध्यक्ष माना गया है। इसी वजह से कुबेर देव की मूर्ति या फोटो घर में लगाने से इनकी कृपा सदैव सभी सदस्यों पर बनी रहती है और धन से जुड़े कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
पंडित दयानंद शास्त्री(मोब -09024390067) के अनुसार कुबेर देव से कृपा प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि घर में सही दिशा में उनकी मूर्ति या फोटो रखनी चाहिए। कुबेर देव का निवास उत्तर दिशा की ओर माना गया है। अत: इनका फोटो भी घर में उत्तर दिशा की ओर ही लगाना श्रेष्ठ रहता है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि जहां इनका चित्र लगाया जाए वह स्थान पवित्र हो। वहां किसी प्रकार का पुराना सामान या कबाड़ा न हो। उस जगह की साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।