रविवार, 19 अगस्त 2012

photo...ईद उल-फ़ित्र झोली में पुण्य ही पुण्य हो, आमीन










ईद उल-फ़ित्र  झोली में पुण्य ही पुण्य हो, आमीन 

मुसलमानों का त्योहार ईद उल-फ़ित्र इसलाम के उपवास के महीने रमज़ान को समाप्त करते हुए मनाया जाता है। इसलामी साल में दो ईदों में से यह एक है (दूसरा ईद उल-अज़हा या बक्रीद कहलाता है)। पहला ईद उल-फ़ित्र पैगम्बर मुहम्मद ने सन्‌ ६२४ ईसवी में जंग-ए-बदर के बाद मनाया था।

ईद उल-फ़ित्र शव्वल -- इसलामी कैलंडर के दसवें महीने -- के पहले दिन मनाया जाता है। इसलामी कैलंडर के सभी महीनों की तरह यह भी नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है।

इस ईद में मुसलमान ३० दिनों के बाद पहली बार दिन में खाना खाते हैं। उपवास की समाप्ती की खुशी के अलावा, इस ईद में मुसलमान अल्लाह का शुक्रियादा इसलिए भी करते हैं कि उन्होंने महीने भर के उपवास रखने की शक्ति दी। ईद के दौरान बढ़िया खाने के अतिरिक्त, नए कपड़े भी पहने जाते हैं, और परिवार और दोस्तों के बीच तोहफ़ों का आदान-प्रदान होता है। और सांप्रदाय यह है कि ईद उल-फ़ित्र के दौरान ही झगड़ों -- ख़ासकर घरेलू झगड़ों -- को निबटाया जाता है।

ईद के दिन मस्जिद में सुबह की प्रार्थना से पहले, हर मुसलमान का फ़र्ज़ है कि वो दान या भिक्षा दे। इस दान को ज़कात उल-फ़ित्र कहते हैं। यह दान दो किलोग्राम कोई भी प्रतिदिन खाने की चीज़ का हो सकता है, मिसाल के तौर पे, आटा, या फिर उन दो किलोग्रामों का मूल्य भी। प्रार्थना से पहले यह ज़कात ग़रीबों में बाँटा जाता है।
रमज़ान का महीना वह पवित्र तथा बर्कत वाला महीना है जिस में अल्लाह तआला ने भलाई और लोगों के लिए कल्याण का काम करने वालों के लिए पुण्य और पापों से मुक्ति ही रखा है। यह वह महीना है जिस में जन्नत ( स्वर्ग) के द्वार खोल दिये जाते हैं तथा जहन्नम (नरक) को द्वार बन्द कर दिये जाते है, सरकश जिन और शैतान को जकड़ दिया जाता है। और अल्लाह की ओर से पुकारने वाला पुकारता है , हे ! नेकियों के काम करने वालों , पुण्य के कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लो, और हे ! पापों के काम करने वालों , अब तो इस पवित्र महीने में पापों से रुक जा, और अल्लाह तआला नेकी करने वालों को प्रति रात जहन्नम ( नरक ) से मुक्ति देता है। (सहीहउल जामिअ,अलबानी)
रमज़ान के महिने की सब से महत्वपुर्ण इबादत रोज़ा (ब्रत) है जिसे अरबी में सियाम कहते हैं जिस का अर्थ होता है,” रुकना ” अर्थातः सुबह सादिक से लेकर सुर्य के डुबने तक खाने – पीने तथा संभोग से रुके रहना, रोज़ा कहलाता है। रमज़ान के महीने का रोज़ा हर मुस्लिम , बालिग , बुद्धिमान पुरुष और स्री पर अनिवार्य है, रोज़ा इस्लाम के पांच खम्बों में से एक खम्बा है। जिसे हर मुस्लिम को हृदय , जुबान और कर्म के अनुसार मानना ज़रुरी है। रोज़े को उसकी वास्तविक हालत से रखने वालों को बहुत ज़्यादा पुण्य प्राप्त होता है जिस पुण्य की असल संख्याँ अल्लाह तआला ही जानता है, प्रिय रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया ” मनुष्य के हर कर्म पर, उसे दस नेकी से लेकर सात सौ नेकी दी जाती है सिवाए रोज़े के, अल्लाह तआला फरमाता है कि रोज़ा मेरे लिए है और रोज़ेदार को रोज़े का बदला मैं दुंगा, उस ने अपनी शारीरिक इच्छा ( संभोग) और खाना – पीना मेरे कारण त्याग दिया, ( इस लिए इसका बदला मैं ही दुंगा) रोज़ेदार को दो खुशी प्राप्त होती हैं, एक रोज़ा खोलते समय और दुसरी अपने रब से मिलने के समय, और रोज़ेदार के मुंह की सुगंध अल्लाह के पास मुश्क की सुगंध से ज़्यादा है। ( बुखारी तथा मुस्लिम)
इसी तरह जन्नत ( स्वर्ग ) में एक द्वार एसा है जिस से केवल रोज़ेदार ही प्रवेश करेंगे, रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का कथन है, ” जन्नत ( स्वर्ग ) के द्वारों की संख्याँ आठ हैं, उन में से एक द्वार का नाम रय्यान है जिस से केवल रोज़ेदार ही प्रवेश करेंगे ”
रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने अपने साथियों को शुभ खबर देते हुए फरमाया ” तुम्हारे पास रमज़ान का महिना आया है,यह बरकत वाला महिना है,अल्लाह तआला तुम्हें इस में ढ़ाप लेगा, तो रहमतें उतारता है, पापों को मिटाता है, और दुआ स्वीकार करता है और इस महिने में तुम लोगों का आपस में इबादतों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने को देखता है, तो फरिश्तों के पास तुम्हारे बारे में बयान करता है, तो तुम अल्लाह को अच्छे कार्ये करके दिखाओ, निःसन्देह बदबख्त वह है जो इस महिने की रहमतों से वंचित रहे. ” ( अल – तबरानी)
रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया ” जो व्यक्ति रमज़ान महीने का रोज़ा अल्लाह पर विश्वास तथा पुण्य की आशा करते हुए रखेगा , उसके पिछ्ले सम्पूर्ण पाप क्षमा कर दिये जाएंगे ” ( बुखारी तथा मुस्लिम)
रोज़ा और कुरआन करीम क़ियामत के दिन अल्लाह तआला से बिन्ती करेगा के रोज़ा रखने वाले , कुरआन पढ़ने वाले को क्षमा किया जाए तो अल्लाह तआला उसकी सिफारिश स्वीकार करेगा, जैसा कि रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का कथन है ” रोज़ा और कुरआन करीम क़ियामत के दिन अल्लाह तआला से बिन्ती करेगा कि ऐ रब, मैं उसे दिन में खाने – पीने और संभोग से रोके रखा, तू मेरी सिफारिश उस के बारे में स्वीकार कर, कुरआन कहेगा, ऐ रब, मैं उसे रातों में सोने से रोके रखा, तू मेरी सिफारिश उस के बारे में स्वीकार कर, तो उन दोनो की सिफारिश स्वीकार की जाएगी ” ( मुस्नद अहमद और सही तरग़ीब वत्तरहीब )
फजर से पहले से लेकर सुर्य के डुबने तक खाने – पीने तथा संभोग से रुके रहना ही रोज़ा की वास्तविक्ता नही बल्कि रोज़ा की असल हक़ीक़त यह कि मानव हर तरह की बुराई , झूट , झगड़ा लड़ाइ, गाली गुलूच, तथा गलत व्यवहार और अवैध चीज़ो से अपने आप को रोके रखे ताकि रोज़े के पुण्य उसे प्राप्त हो, जैसा कि रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का कथन है ” जो व्यक्ति अवैध काम और झूट और झूटी गवाही तथा जहालत से दूर न रहे तो अल्लाह को कोई अवशक्ता नही कि वह भूका, पीयासा रहे ” ( बुखारी )
यदि कोई व्यक्ति रोज़ेदार व्यक्ति से लड़ाइ झगड़ा करने की कोशिश करे तो वह लड़ाइ, झगड़ा न करे बल्कि स्थिर से कहे कि मैं रोज़े से हूँ, जैसा कि रसूल मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का कथन है ” जब तुम में कोइ रोज़े की हालत में हो तो आपत्तिजनक बात न करे, जोर से न चीखे चिल्लाए, यदि कोइ उसे बुरा भला कहे या गाली गुलूच करे तो वह उत्तर दे, मैं रोज़े से हूँ। ” ( बुखारी तथा मुस्लिम)
गोया कि रमज़ान महिने में अल्लाह तआला की ओर से दी जाने वाली माफी, अच्छे कामों से प्राप्त होनी वाली नेकियाँ उसी समय हम हासिल कर सकते हैं जब हम रोज़े की असल हक़कीत के साथ रोज़े रखेंगे और एक महिने की प्रयास दस महिने की कोशिश के बराबर होगी।
अल्लाह हमें और आप को इस महिने में ज्यादा से ज़्यादा भलाइ के काम, लोगों के कल्याण के काम, अल्लाह की पुजा तथा अराधना की शक्ति प्रदान करे ताकि हमारी झोली में पुण्य ही पुण्य हो, आमीन

राजस्थान दर्शन राजमहल :उदयपुर


राजस्थान दर्शन राजमहल :उदयपुर

इतिहासकार फर्र्गूसन ने इसे राजस्थान के विंडसर महलों की संज्ञा दी

पिछोला झील के तट पर उदयपुर नगर में सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित यह महल इतना भव्य और विशाल है कि प्रसिद्ध इतिहासकार फर्र्गूसन ने इसे राजस्थान के विंडसर महलों की संज्ञा दी। महल के सबसे पुराने भागों राय आंगन नौ चोकी, धूणी आदि को महाराणा उदयसिंह ने बनवाया था। महल से नगर का विहंगम और पिछोला झील का अत्यंत सुंदर दृश्य दृष्टिगोचर होता है।

महल के प्रताप कक्ष, बाड़ी महल, दिलखुश महल, यश मंदिर, मोती महल, भीम विलास, छोटी चित्रशाला, स्वरूप विलास, सूर्य प्रकाश, माणक महल, सरज गोखड़ा, शिव निवास इत्यादि बहुत सुंदर व दर्शनीय हैं। राजमहल में मयूर चौक का सौंदर्य अनूठा है। चारों ओर कांच को बड़ी बारीकी एवं कौशल से जमाकर मोर और कुछ मूर्तियां बनाई गई हैं। यहां बने पांच मयूरों का सौंदर्य देखते ही बनता है।
प्रताप कक्ष में महाराणा प्रताप के जीवन से संबधित अनेक चित्र, अस्त्र-शस्त्र, जिरह-बख्तर इत्यादि का संग्रह है। यहीं महाराणा प्रताप का ऐतिहासिक भाला रखा है जिससे हल्दी घाटी के युद्ध में आमेर के कुंवर मानसिंह पर प्रताप ने वार किया था। महल के अंदर क्रिस्टल आर्ट गैलरी की छवि निहारने के लिए देशी-विदेशी पर्यटक अवश्य आते हैं। इतिहास प्रेमियों एवं शोधकर्ताओं के लिए महल में अत्याधुनिक पुस्तकालय है। महल में आज भी पौराणिक काल से चले आ रहे पर्व मनाए जाते हैं जिनमें पर्यटक भी शामिल होते हैं।
राजमहल केदक्षिण में एक मध्यकालीन भवन है जिसे जनाना महल के नाम से जाना जाता है। इसे मेवाड़ के महाराणा कर्णसिंह की महारानियों के लिए सन् 1620 में निर्मित किया गया था। महल का निर्माण एक दुर्ग की तरह करवाया गया था जिसमें एक भी खिड़की नहीं रखी गई थी। जनानी ड्योढ़ी से गुजर कर बाएं हाथ की ओर रंगमहल में पहुंचा जाता है जहां राज्य का सोना-चांदी और खजाना रखा जाता था। दाई ओर पीतांबर राय जी, गिरधर गोपाल जी तथा बाणनाथ जी की मूर्तियां हैं। राजमहल के ही एक हिस्से में राज्य सरकार का संग्रहालय है। इस संग्रहालय में ऐतिहासिक एवं पुरातत्व संबंधी सामग्री का विपुल संग्रह है। भारत के विभिन्न प्रदेशों में पहनी जाने वाली पगडि़यों व साफों के नमूने, सिक्के, उदयपुर के महाराणाओं के चित्र, अस्त्र-शस्त्र व पोशाकों के संग्रह के साथ-साथ शहजादा खुर्रम की वह ऐतिहासिक पगड़ी भी है जो मेवाड़ के तत्कालीन महाराणा की दोस्ती में अदला-बदली की गई थी।
राजमहल के पहले मुख्य द्वार बड़ी पोल से लगभग 175 गज की दूरी पर जगदीश महल स्थित है। यह 80 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर निर्मित है। मंदिर में काले पत्थर से निर्मित भगवान जगदीश विष्णु की भव्य मूर्ति है।

शनिवार, 18 अगस्त 2012

एमआर कैसे पढ़ाएगा डॉक्टर को..... डॉ. समित शर्मा



बाड़मेर भारत में 23 फीसदी लोग धन के अभाव में उपचार नहीं ले पाते हैं, जबकि अस्पताल जाने वालों में 65 फीसदी ही आवश्यक दवाइयां खरीद पाते हैं। महंगी दवाइयां खरीदने के लिए 38 फीसदी लोगों को कर्ज लेना पड़ता है। अगर डॉक्टर चाहें तो यह स्थिति सुधर सकती है। यह बात राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉपरेरेशन (आरएमएससी) के एमडी डॉ. समित शर्मा ने शनिवार शाम कलेक्ट्रेट कोंफ्रेस हॉल में आयोजित कार्यशाला में डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कही।


उन्होंने कहा कि योजना आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रचलित मल्टी विटामिन दवाइयां व कफ सिरप के परिणाम संतोषजनक नहीं हैं। इसके लिए जरूरी है कि डॉक्टर मरीजों को अनावश्यक दवाइयां नहीं लिखें। जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध नहीं होने पर महंगी ब्रांडेड दवाइयों की जगह सस्ती ब्रांडेड दवाइयां लिखें।डॉ. शर्मा ने अपनी बात रखने के लिए कई तरह के उदाहरण पेश किए। उन्होंने मीडिया की रिपोर्टो का हवाला देते हुए केस स्टडीज पेश की जिसमें बताया गया कि कैंसर के उपचार के लिए किस तरह डॉक्टर मरीजों को महंगी दवाइयां लेने पर मजबूर करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के माध्यम से आवश्यक दवाइयां पूरी तरह से निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इसका लाभ हर मरीज को मिले, यह जिम्मेदारी डॉक्टरों की है। कार्यशाला में उन्होंने डॉक्टरों के सवालों के जवाब भी दिए।



कार्यशाला को जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान पुलिस अधीक्षक  राहुल बारहट भी  . उपस्थित थे सीएमएचओ डॉ. हेमराज सोनी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में प्रशासनिक व निजी अस्पतालों के डॉक्टर मौजूद रहे।


जेनेरिक से एलर्जी क्यों

डॉ. शर्मा ने कहा कि डॉक्टरों को जेनेरिक दवाओं से एलर्जी क्यों होनी चाहिए, जबकि वही ब्रांडेड कंपनियां अपनी जेनेरिक दवाइयां बना रही हैं। उन्होंने बताया कि देश से हर वर्ष 45 हजार करोड़ रुपए की जेनेरिक दवाइयां बाहर जा रही हैं। यही दवाइयां सरकार खरीद कर निशुल्क वितरण कर रही है। कई कंपनियां अपनी ब्रांडेड दवाइयां सरकार को बहुत कम कीमत पर दे रही हैं।

एमआर कैसे पढ़ाएगा डॉक्टर को

उन्होंने कहा कि कई ऐसी दवाइयां लिखी जा रही हैं जो निशुल्क नहीं मिल रहीं, जबकि मरीज का उपचार उपलब्ध दवाइयां से संभव है। उन्होंने शुक्रवार को ही ब्यावर अस्पताल में हुए वाकिये का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के डॉक्टर ने केवल यह कह कर ऐसा फॉर्मूला लिख दिया कि यह अच्छा है, जबकि डॉक्टर को इसके लिए पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने डॉक्टर्स से पूछा कि जो ज्ञान आपने उपचार का प्राप्त किया है, उससे बढ़ कर कोई एमआर आपको कैसे पढ़ा सकता है?


भगवान बनने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी

डॉ. शर्मा ने कहा, ‘समाज में डॉक्टर को भगवान को दर्जा दिया गया है। इसलिए जरूरी है कि डॉक्टर भगवान बनने की जिम्मेदारी भी निभाए। हम प्रोफेशनल हैं, व्यापारी नहीं हैं। कोई हमें दस करोड़ रुपए दे तो भी डॉक्टर कभी व्यापारी नहीं बन सकता। इसलिए हमें भक्त रूपी मरीज को उपचार का आशीर्वाद व प्रेम देना चाहिए।’

दवाइयों के लिए बना रहे हैं बीमारी

डॉक्टर्स के दवाइयों की कीमत पर लगाम लगाने की बात पर डॉ. शर्मा ने कहा कि सरकार ने 72 आवश्यक दवाइयों का मूल्य निर्धारण किया है, लेकिन उनमें से केवल 32 ही लिखी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि महंगी दवाइयों के लिए डॉक्टर नहीं, फार्मेसी कंपनियां जिम्मेदार हैं जो दवाइयां बेचने के लिए नई बीमारियां बना रही हैं। उन्होंने कहा कि विदेश कंपनिया गर्भावस्था के दौरान आने वाली उबकी को बीमारी बता दवाईयां बना रही हैँ।







एमडीएस यूनिवर्सिटी में एबीवीपी का कब्जा

एमडीएस यूनिवर्सिटी में एबीवीपी का कब्जा

जयपुर। फर्जी मतदान और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच राजस्थान में छात्र संघ चुनाव सम्पन्न हो गए। प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों,119 सरकारी डिग्री कॉलेजों और 15 लॉ कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव के लिए दोपहर 1 बजे तक वोट डाले गए। चुनाव के नतीजे भी आने शुरू हो गए हैं। सबसे पहले अजमेर की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के नतीजे आए हैं। एमडीएस में एबीवीपी ने कब्जा जमाया है। यहां अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के मोहित जैन विजयी रहे। जैन को कुल 258 वोट हासिल हुए। उन्होंने एनएसयूआई के आरके भाना को शिकस्त दी। भान को 225 वोट मिले।

निर्दलीय प्रत्याणी पूनम को सिर्फ 72 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के लोकेन्द्र सिंह विजयी रहे। उन्हें कुल 299 वोट मिले। एबीवीपी के रोबिन जैन को 250 वोट मिले। महासचिव पद पर एबीवीपी के विक्रम स्वामी विजयी रहे। उन्हें कुल 304 वोट मिले। एनएसयूआई की शारदा को 245 वोट मिले। संयुक्त महासचिव पद पर एबीवीपी
के विवेक दाधिच विजयी रहे। उन्हें 290 वोट मिले। एनएसयूआई के संदीप कुमार को 256 वोट हासिल हुए।

उदयपुर में दो छात्र गुट भिड़े
उदयपुर में विज्ञान कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान एबीवीपी और एनएसयूआई के छात्र आपस में भिड़ गए। उधर ब्यावर में मतदान पर्चियों को लेकर छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को खदेड़ा। करौली में मतदान में धांधली को लेकर छात्रों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को छात्रों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

राजस्थान यूनिवर्सिटी में फर्जी मतदान
राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में प्रशासन की नाक के नीचे एक छात्रा ने दो जगह मतदान किया लेकिन उसे किसी ने नहीं रोका। मीडियाकर्मियों की शिकायत पर लॉ कॉलेज प्रशासन ने छात्रा को पकड़ा।

जानकारी के अनुसार, सुबह एक छात्रा (जिसका नाम प्रतिभा बताया जा रहा है) ने सबसे पहले विश्वविद्यालय परिसर में पीजी कॉमर्स विभाग में वोट डाला। वहां से छात्रा लॉ कॉलेज पहुंची और वहां भी उसने अपना वोट डाला और फिर एक प्रत्याशी की पोलिंग एजेंट बनकर बैठ गई। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान लॉ कॉलेज प्रशासन ने न तो लड़की से कुछ पूछा और ना ही उसकी अंगुली पर लगी स्याही की जांच की।

अपने सामने इस तरह की कार्रवाई होते देख जब मीडियाकर्मियों ने लड़की से बात की,तो वह भड़क गई। लड़की को नाराज होते देख लॉ कॉलेज प्राचार्य बीडी रावत, उपप्राचार्य मधु शास्त्री व अन्य लोग पहुंचे और मामले की जानकारी ली। मामले का पता चलने पर लॉ कॉलेज उपप्राचार्य छात्रा को अपने कमरे में ले गई।

बाद में कॉलेज प्रचार्य ने बताया लड़की का कार्ड जब्त कर लिया गया है। पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है। गौरतलब है कि पिछले छात्रसंघ चुनाव में भी विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज में मतदान के दौरान भारी गड़बड़ी हुई थी। यहां पर निर्घारित संख्या से तीन गुना मत डले थे, जिसकी जांच आज तक पूरी नहीं हो पाई है।

उड़ी आचार संहित की धçज्जयां
मतदान के दौरान चुनाव आचार संहिता की जमकर धçज्जयां उड़ाई गई। उम्मीदवार और उनके प्रचार में लगे अन्य छात्र ने वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथों पर छात्रों से हाथ जोड़े वोट मांगे दिखे।

महारानी कॉलेज के मैन गेट पर जहां मोबाइल फोन के साथ प्रवेश पर पाबंदी की सूचना चस्पा थी,वहीं अंदर कई लड़कियां मोबाइल पर वोटिंग अपडेट्स शेयर करती साफ नजर आ रही थी। कॉलेज की सहायक मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ.सुभाषिनी शर्मा ने कहा, हमने कैम्पस में मोबाइल लाने पर सख्ती से पाबंदी लगाई है, मैंने खुद एक उम्मीदवार का मोबाइल जब्त किया है।

गाड़ी से हॉकी और डंडे बरामद

राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक स्कॉर्पियो गाड़ी से हॉकी और डंडे बरामद किए गए। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया। शनिवार सुबह राजस्थान विश्वविद्यालय और संगठक कॉलेजों में आचार संहित की पालना के तहत परिसर में किसी भी प्रकार की प्रचार सामग्री को ले जाने पर रोक लगाई गई। इसके तहत एक उम्मीदवार के समर्थक नाम लिखी लाल टी शर्ट पहन कर अंदर जा रहे थे, तो प्रशासन ने उनकी टी शर्ट उतरवा दी। इसको लेकर थोड़ी देर के लिए पुलिस और छात्रों में तनातनी हुई लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।

वाहन उठाए, बस की व्यवस्था
विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए सख्ती के चलते पुलिस ने मतदान के लिए आए परिसर के बाहर खड़े वाहनों को उठवा लिया। साथ ही अंदर प्रवेश के लिए वाहनों पर भी रोक लगा दी। प्रत्याशियाें और मतदाताओं के परिसर में अपने विभाग तक पहुंचने के लिए मिनी बस की व्यवस्था की गई है।

प्रचार सामग्री से अटी सड़क
अजमेरी गेट के नजदीक महाराजा और महारानी कॉलेज में सुबह ही छात्र-छात्राओं का हुजूम नजर आया। प्रत्याशियों के समर्थक नाम की टी शर्ट व टोपियां पहने बैनर लेकर प्रचार करते नजर आए। आचार संहिता की कड़ाई के चलते होर्डिग और पोस्टर की कमी देखने को मिली।

दौसा में पांच फर्जी मतदाता पकड़े
दौसा में मतदान के दौरान कई जगहों से फर्जी वोटिंग की शिकायतें मिली। फर्जी आईडी कार्ड से मतदान करते हुए पुलिस ने पांच छात्रों को पकड़ा है। यहां भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

'वेरी-वेरी स्पेशल' लक्ष्मण ने क्रिकेट को कहा अलविदा


'वेरी-वेरी स्पेशल' लक्ष्मण ने क्रिकेट को कहा अलविदा 
नई दिल्ली. टीम इंडिया के स्टार टेस्ट बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने टेस्‍ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। इसकी घोषणा उन्‍होंने हैदराबाद में एक प्रेस कांफ्रेंस में की। वह लगातार हो रही अपनी आलोचना से दुखी थे। जिसके बाद उन्‍होंने इतना बड़ा फैसला किया।


लक्ष्‍मण ने कहा कि यही सही टाइम है कि मुझे खुद को क्रिकेट से अलग कर लेना चाहिए। मैं आज से ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्‍यास ले रहा हूं। लक्ष्‍मण ने कहा कि वह न्‍यूजीलैंड सीरीज में भी नहीं खेलेंगे।


मीडिया से बात करते हुए उन्‍होंने कहा कि वह युवाओं को मौका देना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने संन्यास का ऐलान किया है। लक्ष्मण के संन्यास के ऐलान के साथ ही उनकी पत्नी रो पड़ीं।


लक्ष्‍मण ने अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' से कहा था कि वह अपने पिता डॉ. वी. शांताराम से एक बार और बात करना चाहते हैं। इसके बाद वह अंतिम निर्णय लेंगे।


शुक्रवार को लक्ष्‍मण अपने शुभचिंतकों और सलाहकारों से लगातार अपनी रिटायरमेंट पर चर्चा करते रहे।


37 साल के लक्ष्‍मण ऐसी टिप्‍पणियों से 'आहत' थे कि उनके खेलने से युवा खिलाडि़यों के लिए राह नहीं खुल रहा है। उनका कहना है, 'मैंने कभी स्‍वार्थ के लिए नहीं खेला। मैं हमेशा टीम की सफल

एमडीएस में एबीवीपी,जीसीए में एनएसयूआई

एमडीएस में एबीवीपी,जीसीए में एनएसयूआई

जयपुर। फर्जी मतदान और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच राजस्थान में छात्र संघ चुनाव सम्पन्न हो गए। प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों,119 सरकारी डिग्री कॉलेजों और 15 लॉ कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव के लिए दोपहर 1 बजे तक वोट डाले गए।

चुनाव के नतीजे भी आने शुरू हो गए हैं। सबसे पहले अजमेर की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के नतीजे आए हैं। एमडीएस में एबीवीपी ने कब्जा जमाया है। यहां अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के मोहित जैन विजयी रहे। जैन को कुल 258 वोट हासिल हुए। उन्होंने एनएसयूआई के आरके भाना को शिकस्त दी। भान को 225 वोट मिले।

निर्दलीय प्रत्याणी पूनम को सिर्फ 72 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के लोकेन्द्र सिंह विजयी रहे। उन्हें कुल 299 वोट मिले। एबीवीपी के रोबिन जैन को 250 वोट मिले। महासचिव पद पर एबीवीपी के विक्रम स्वामी विजयी रहे। उन्हें कुल 304 वोट मिले। एनएसयूआई की शारदा को 245 वोट मिले। संयुक्त महासचिव पद पर एबीवीपीके विवेक दाधिच विजयी रहे। उन्हें 290 वोट मिले। एनएसयूआई के संदीप कुमार को 256 वोट हासिल हुए।

जीसीए में एनएसयूआई का कब्जा

उधर,अजमेर के प्रमुख कॉलेज राजकीय महाविद्यालय में एबीवीपी को करारी हार मिली। यहां सभी पदों पर एनएसयूआई के उम्मीदवारों ने बाजी मार ली। मोहित मलहोत्रा अध्यक्ष चुने गए। मोहित को 1436 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंदी एबीवीपी के देवीलाल एबीवीबी को 1378 वोट से संतोष करना पड़ा। टेकचंद उपाध्यक्ष चुने गए उन्हें 1514 मत मिले। महासचिव पद पर दीपक कुमार मीणा तथा संयुक्त सचिव कंचन बच्चानी विजयी घोषित किए गए। संयुक्त सचिव पद पर जीत का अंतर महज नौ वोट से रहा।

महाराजा में पवन,महारानी में अंजली जीती

महाराजा में पवन,महारानी में अंजली जीती
जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी संघटक कॉलेजों में शनिवार को हुए छात्रसंघ चुनाव के बाद नतीजे आने शुरू हो गए हैं। यूनिवर्सिटी महारानी कॉलेज में अंजली मीणा और महाराजा कॉलेज में पवन यादव को प्रेसीडेंट पद का विजय उम्मीदवार घोषित किया गया है। उधर, यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज में नवीन चौधरी ने प्रेसीडेंट का चुनाव जीत लिया है।

जानकारी के अनुसार लॉ कॉलेज में नवीन चौधरी प्रेसीडेंट, आशुतोष कौशिक वाइस प्रेसीडेंट और रेनु खेरिया जनरल सेके्रटरी का चुनाव जीत गई हैं। महारानी कॉलेज में अंजली मीणा, प्रेसीडेंट, प्रियंका बुनकर वाइस प्रेसीडेंट, अंजली राठौड़ जनरल सेके्रटरी और दीपा कुमारी ज्वॉइंट सेक्रेटरी बनी हैं। महाराजा कॉलेज में पवन यादव प्रेसीडेंट, रामराज निठारलवाल वाइस प्रेसीडेंट, नरेश योगी जनरल सेक्रेटरी और कान्हाराम वर्मा ज्वॉइंट सेक्रेटरी के पद पर विजय रहे हैं।

राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने किया रघुवीर का किया स्वागत

 राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने किया रघुवीर का किया स्वागत 

बाड़मेर बाड़मेर छात्रा संघ चुनावो में राजस्थानी भाषा मोटियार परिषद् के जिला पाटवी और संयुक्त मोर्चे के अध्यक्ष पद के विजयी उम्मीदवार रघुवीर सिंह तामलोर का समिति के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया .समिति के महासचिव एडवोकेट विजय कुमार ने बताया की छात्रा संघ चुनावों में संयुक्त मोर्चे के विजयी दावेदार रघुवीर सिंह तामलोर जो राजस्थानी मोटियार परिषद् के जिला पाटवी भी हें की शानदार जीत पर जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी,वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ,रहमान जायाडू,अशोक राजपुरोहित ,तेजाराम हुड्डा ,मान सिंह दुधोड़ा,पहाड़ सिंह तिबनियार ,रमेश सिंह इन्दा ,इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,दिनेश बोहरा ,अनिल सुखानी ,उर्मिला जैन ,सुलतान सिंह रेडाना,अशोक सारला सहित समस्त पदाधिकारियों ने रघुवीएर सिंह की शानदार जीत पर ख़ुशी जताई.उन्होंने बताया की समिति की और से अहिंसा चौराहे पर शानदार स्वागत किया गया ,उन्होंने बताया की समिति की और से रघुवीर सिंह का अभिनन्दन समारोह रखा जाएगा ,

रघुवीर सिंह तामलोर बाड़मेर के नए छात्र अध्यक्ष

रघुवीर सिंह तामलोर बाड़मेर के नए छात्र अध्यक्ष 

बाड़मेर राजकीय महाविद्यालय में आज संपन्न छात्र संघ चुनावो में संयुक्त मोर्चा के उम्मीदवार  रघुवीर सिंह सोढा  तामलोर ने विद्यार्थी परिषद् के मनीष गोदारा को बड़े अंतर से हरा कर जीत दर्ज कर नया इतिहास रचा .उपाध्यक्ष पद पर कपिल बोथरा सहित अन्य पदों पर भी संयुक्त मोर्चे के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की .सोधा ने सवा दो सौ से अधिक मतों से जीत दर्ज की .सोढा  राजस्थानी मोटियार परिषद् के जिला पाटवी हें .

असम की आग यूपी में भड़की: बलवाइयों ने महिलाओं के कपड़े तक फाड़े

असम की आग यूपी में भड़की: बलवाइयों ने महिलाओं के कपड़े तक फाड़ेअसम की आग यूपी में भड़की: बलवाइयों ने महिलाओं के कपड़े तक फाड़ेअसम की आग यूपी में भड़की: बलवाइयों ने महिलाओं के कपड़े तक फाड़े

नई दिल्‍ली. असम और म्यांमार में हुई हिंसाके विरोध में शुक्रवार को एक खास समुदाय के लोग यूपी में भी सड़कों पर उतर गए। अलविदा की नमाज के बाद लखनऊ, कानपुर और इलाहाबाद में भीड़ ने जम कर उत्‍पात मचाया। उपद्रवियों ने जम कर ईंट-पत्थर बरसाए, तोड़फोड़ और लूटपाट की। जम्मू-कश्मीर में भी मस्जिद से निकले युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया जिसमें दो पुलिसकर्मियों समेत सात लोग घायल हुए।
लखनऊ में बुद्ध पार्क घूमने गई महिलाओं को घेरकर उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की मूर्ति को भी नहीं बख्‍शा गया। स्थिति बिगड़ने की आशंका से रात में इलाहाबाद के कोतवाली थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है। लखनऊ में नमाज के बाद पक्का पुल से हंगामा शुरू हुआ। टीलेवाली मस्जिद व आसफी इमामबाड़े में अलविदा की नमाज के बाद लोगों ने विधान भवन की ओर कूच कर दिया और वहां तोड़फोड़ की।
पुलिस-प्रशासन को इसकी आशंका तक नहीं थी, क्‍योंकि अधिकारी जब तक माजरा समझ पाते तब तक करीब एक हजार प्रदर्शनकारी गौतम बुद्ध पार्क पहुंच गए। कुछ ने पार्क की रेलिंग तोड़नी शुरू की तो कुछ ने स्वतंत्रता दिवस पर लगाई झालरों को नोच डाला। इसके बाद सैकड़ों लोग पार्क में कूद गए और टिकट खिड़की पर तोड़फोड़ कर पार्क में मौजूद पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और कर्मचारियों को पीटने लगे। कुछ महिला पर्यटकों के कपड़े भी फाड़ दिए गए। कई गाड़ियां भी तोड़ दी गईं

बाड़मेर महिला महाविद्यालय में चारो पदों पर विद्यार्थी परिषद् के छात्राए जीती

बाड़मेर महिला महाविद्यालय में चारो पदों पर विद्यार्थी परिषद् के छात्राए जीती

बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर एम बी सी कन्या महाविद्यालय में छात्रा संघ चुनावो के बाद मतगणना का काम पूरा हो गया इस महाविद्यालय में चारो पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की उम्मेदवार जीती हें ,अध्यक्ष पद पर कृतिका चौहान सहित उपाध्यक्ष ,महासचिव पद पर भी विद्यार्थी परिषद् ने कब्ज़ा जमाया हें

तिरंगे का अपमान महंगा पड़ा, मॉडल को पुलिस उठा ले गई


 
मुंबई। सस्‍ती लोकप्रियता बंटोरने के चक्‍कर में कंट्रोवर्शियल मॉडल गहना वशिष्ट को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।मुंबई के लोखंडवाला स्थित उनके घर से पुणे पुलिस उन्‍हें अरेस्‍ट कर ले गई है। नेशनल फ्लैग एक्‍ट के तहत उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। इस मॉडल ने अपने बदन पर तिरंगे को लपेटकर फोटो खिंचवाई थी, जिससे कईयों की भावनाओं को ठेस पहुंचा था।

इस 'मीटर' से नापे अपनी पत्नी का प्यार

लंदन| प्यार कितना पक्का और सच्चा क्यों न हो लेकिन आज कल ज्यादातर पुरुषों के पास बस एक ही सवाल रहता है वह है उनकी पत्नी का प्यार| पत्नी कितना भी प्यार करे लेकिन लोगों को हर समय यही जानने की इच्छा होती है की मेरी पत्नी मुझे कितना प्यार करती है| अगर आपके साथ यही परेशानी है तो अब आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है|  
एक अध्ययन में कहा गया है कि अगर आप भी जानने को बेताब है आपकी पत्नी आपको प्यार करती है या नहीं, तो बस इतना ध्यान रखिये कि आपकी पत्नी आपको कितनी बार गले लगाती है या कितनी बार किस करती है| जितनी बार आपकी पत्नी आपको गले लगाएगी और किस करेगी उतना ज्यादा वह आपसे प्यार करती है|

इसके अलावा अध्ययन में यह भी पाया गया है कि पुरुष स्वभाव से रोमांटिक नहीं होते हैं वे घर के कामकाज में योगदान देकर अपना प्यार जाहिर करते हैं। इस अध्ययन में 168 दम्पतियों को शामिल किया गया था जिसमें यह पाया गया कि पुरुषों ने विभिन्न तरीकों से अपनी प्रेमपूर्ण भावनाएं महिलाओं को जाहिर करते हैं|

अध्ययन के मुताबिक, पति जो अपनी पत्नी से अधिक प्यार करते हैं, वे शारीरिक संबंधों की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं। यह उनके प्रेम प्रदर्शन का अहम माध्यम है।

SEX SCANDAL: मसाज पार्लर की आड़ में यहां चल रहा था जिस्म का धंधा





 
SEX SCANDAL: मसाज पार्लर की आड़ में यहां चल रहा था जिस्म का धंधा  SEX SCANDAL: मसाज पार्लर की आड़ में यहां चल रहा था जिस्म का धंधा 




जालंधर। पुलिस ने अर्बन एस्टेट इलाके में गढ़ा पेट्रोल पंप के ठीक सामने गुरजीत नगर में खुले शाइन लुक यूनिसेक्स सैलून में वीरवार शाम छापा मारकर पांच युवक और पांच युवतियों को गिरफ्तार किया है। इनमें सैलून चलानी वाली गुरजीत नगर की अंजू के अलावा बड़े घरों के दो लड़के भी शामिल हैं। यह सैलून छह महीने खुला था। शुरुआत हेयर कटिंग, फेशियल कामों से हुई। तब लड़के भी काम करते थे। लड़कियां भी। बाद में यहां थाइलैंड की थाई मसाज, ऑयल मसाज, फुट मसाज जैसे काम भी होने लगे।युवतियों से युवकों की मसाज करवाई जाने लगी। ओपनिंग के दौरान नौकरी पर रखे लड़के निकाल दिए गए। एसीपी सरबजीत सिंह ने बताया कि सैलून में ज्यादातर बड़े घरों के काके आया करते थे।नेताओं का आना भी था। वीरवार को सुखप्रीत और रुद्र भी अपनी लग्जरी गाड़ी से आए। इनमें एक के पिता की बस्ती अड्डा में टायरों की दुकान है तो दूसरे के पिता की अमन नगर में रबड़ फैक्ट्री है। पुलिस का कहना है कि सुखप्रीत प्रापर्टी का काम करता है। उसका नाम बुकी के रूप में भी उछलता रहा है। साहिल प्राइवेट कंपनी में काम करता है। संजीव के पिता नहीं हैं। संचालिका अंजू तलाकशुदा है। बाकी चारों लड़कियां अविवाहित।एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर (हेडक्वार्टर) नवजोत सिंह माहल ने बताया कि सैलून में देह व्यापार की सूचना मिलने पर एसीपी मॉडल टाउन सरबजीत सिंह और थाना भार्गव कैंप के इंस्पेक्टर सोमनाथ शाम पौने पांच बजे सादे कपड़ों में गए। पहले एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर अंदर भेजा। प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि पुलिसकर्मी ने एक हजार रुपये देकर मसाज करवाई।
सेक्स के लिए अंजू ने दो हजार रुपये मांगे। पहले से अंदर कुछ युवक थे। इस पर पुलिसकर्मी बाहर निकला। तभी पुलिस ने छापा मारकर युवक और युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। पुलिस ने सैलून में मिले साढ़े 15 हजार रुपये, बारह मोबाइल फोन, कंडोम, वीर्य से सने तौलिये सील कर दिए हैं। बाहर ग्राहकों की दो लग्जरी गाड़ियां भी मिलीं। इनमें फॉच्यरूनर गाड़ी राजा गार्डन के टायर व्यापारी के बेटे सुखप्रीत सिंह की है तो होंडा सिटी रबर उद्योग चलाने वाले रुद्र चोपड़ा की है। बाकी तीन लड़के फग्गू मोहल्ले का आरू मसीह, अवतार नगर का साहिल उर्फ शाहरुख और बस्ती शेख का संजीव है। पकड़ी गई लड़कियों में गुरजीतनगर की तलाकशुदा संचालिका अंजू के अलावा कन्यावाली, अवतार नगर, अर्बन एस्टेट फेस टू और छोटी बारादरी की चार लड़कियां हैं।

श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी बिटिया, देखिए तस्वीरें

श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें  श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें  श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें  श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें  श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें  श्रीदेवी पर भारी पड़ गई उनकी हॉट बिटिया, देखिए तस्वीरें 


हाल ही में अपनी आनेवाली फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' के ट्रेलर लॉन्च पर श्रीदेवी अपनी दोनों बेटियों और पति बोनी कपूर के साथ नजर आईं, मम्मी श्रीदेवी तो पैंट और सोबर टॉप में काफी स्टाइलिश लग ही रही थीं उनकी बड़ी बेटी जाह्नवी भी कुछ कम नहीं नजर नहीं आ रही थी|शॉर्ट ड्रेस में उनका ग्लैमरस अंदाज देख ऐसा लगा कि वह भी बॉलीवुड में आने की तैयारी में हैं| इसी वजह से इस ट्रेलर लॉन्च इवेंट पर श्रीदेवी से ज्यादा उनकी बिटिया सारी लाइमलाइट बटोर ले गईं.मीडिया ने भी श्रीदेवी से ज्यादा तस्वीरें लीं.
मम्मी भी बिटिया को मीडिया फ्रेंडली बना रही हैं तभी वह आजकल उन्हें हर इवेंट में साथ लेकर जा रही हैं. जाह्नवी अभी केवल सोलह साल की हैं ऐसे में फिल्मों में आती हैं या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा. आप देखिए उनका हॉट अंदाज इन तस्वीरों में: