मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

बाड़मेर में उडी शारदा एक्ट की धजिया ,ग्रामीण अंचलो में संपन्न हुए बाल विवाह


बाड़मेर में उडी शारदा एक्ट की धजिया ,ग्रामीण अंचलो में संपन्न हुए बाल विवाह 


आठ शिकायते हुई प्राप्त 


बाड़मेर जिले में आखा तीज पर परंपरागत रूप से होने वाले बाल विवाहों पर जिला प्रशासन के कड़े क़ानून अंकुश नहीं लगा सके जिला प्रशासन द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम पर बाल विवाह की आठ शिकायते प्राप्त हुई जिस पर जिला कलेक्टर ने सम्बंधित एस डी ओ तथा तहसीलदार को शिकायतों के निवारण के लिए भेजा .अधिकारियो  द्वारा परिजनों को पाबंद किर अपने फर्ज की आईटीआई श्री कर ली उधर प्रशासन की पाबंद करने के बावजूद परिजनों ने एक दिन पहले ही शादिया  करा दी तो कुछ परिजनों अल सुबह शादिया करा दी ,प्रशासनिक जागरूकता का असर नहीं दिखा हां इस बार दर्ज होने वाली शिकायतों में जरूर कमी आई गत साल जन्हा सत्रह शिकायते प्राप्त हुई थी इस बार मात्र आठ शिकायते ही प्राप्त हुई ,इसके बावजूद धड़ल्ले से बाल विवाह संपन्न हुए ग्रामीण अंचलों में ‘शारदा एक्ट’ कानून) की धजिजयां उड़ाते हुए सैकड़ों की तादाद में बाल विवाह पाकिस्तान की सीमा से लगे राजस्थान के बाड़मेर जिले में सोमवार रात को ग्रामीण अंचलों में ‘शारदा एक्ट’ (बाल विवाह को हतोत्साहित करने के लिए बनाया गया कानून) की धजिजयां उड़ाते हुए सैकड़ों की तादाद में बाल विवाह सम्पन्न हुए। जिला प्रशासन को इसकी सूचना होने के बावजूद वह इन बाल विवाहों को रोकने में नाकाम रहा। अब प्रशासन कानूनी कार्रवाई की बात कर रहा है। जिले के एक थाने में बाल विवाह रोकने के लिऐं आठ  स़ह शिकायते प्रापत होने के बावजूद रक भी बाल विवाह नही रोका गया।गा्रमीणों नें आाखा तीज के एक दिन पहले सोमवार  की रात ही विवाह सम्पन्न कराऐ वही कई गांवों में सोमवार और मंगलवार  को भी बाल विवाह सम्पन्न हुऐ।आष्चर्य की बात हैं कि जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग के पास बाल विवाह की सूचनाऐं होने के बाद भी बाल विवाह नही रूक पाऐं।


सुत्रों के मुताबिक बाड़मेर जिले के एक दर्जन गांवों में वाल विवाह बेरोकटोक संपन्न हुए।धोरीमन्ना ,गुडा,बायतु ,चौहटन  और बाटाडू गांवों में बड़ी तादाद में  बाल विवाह हुए। इन विवाहों में कई राजनीतिज्ञ भी शामिल हुए। जिन बच्चों/बच्चियों का विवाह हो रहा था, उनमें कई इतने कम उम्र के थे कि अपनी शादी के वक्त सो रहे थे। एक मासूम बालिका को तो थाली में बिठाकर परिजनों ने फेरे लगवाए। जिले में बाल विवाहों की कुरीति निरन्तर बढ़ रही है, लेकिन इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है।

1971 की जंगः पाक में पड़ी हैं युद्धबंदियों की अस्थियां

अमृतसर. 1971 की जंग में पाकिस्तान में बंदी बनाए गए 54 भारतीय सैनिक वर्षो पहले मर चुके हैं और उनकी अस्थियां वापसी के इंतजार में हैं। केवल एक कैदी ऐसा है, जिसके जिंदा होने की उम्मीद है। इनमें शामिल मुस्लिम सैनिकों को तो मौत के बाद दफना दिया गया, लेकिन हिंदू-सिख सैनिकों की अस्थियां पाक की विभिन्न जेलों में पड़ी हैं।

बर्नी ने किया खुलासा

भारत दौरे पर आए पाक के पूर्व कानून मंत्री व प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने सोमवार को इसका खुलासा किया।विशेष बातचीत में बर्नी ने बताया कि हिंदू-सिखों की अस्थियां संभालकर रखी गई हैं। उन्हें ऐसे 12 मामलों की जानकारी है। एक कैदी मदन मोहन (गनर) ऐसा है, जिसके जिंदा होने के संकेत मिले हैं। पाक वापसी के बाद वे उसकी तलाश कर स्थिति स्पष्ट करेंगे।

गुमनाम हो गए सपूत

1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त देते हुए 90 हजार से अधिक सैनिकों को गिरफ्तार किया था।
इस दौरान पाक ने भारत के 54 जवान गिरफ्तार कर लिए। भारत ने विश्व युद्ध नीति का पालन करते हुए पाक सैनिक आजाद कर दिए, लेकिन पाक ने ऐसा नहीं किया।
ये सैनिक पंजाब, हिमाचल, हरियाणा व राजस्थान आदि के थे। इनके परिजन रिहाई का मुद्दा उठाते रहे, लेकिन पाक का दावा है कि उसके यहां ऐसा कोई कैदी नहीं है।
पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने भी इनके पाक में होने का खुलासा किया था। कुछ सैनिक पाक जेलों से परिजनों को पत्र भी लिखते रहे। सजा काटकर लौटे भारतीय जासूसों ने भी इनके वहां होने की पुष्टि की थी।
पाक में कैद इन सैनिकों की तलाश में भारतीय शिष्टमंडल वहां की जेलों का मुआयना करते रहे हैं, लेकिन उनका कोई सबूत नहीं मिला था। बर्नी का कहना है कि भारत सरकार को सैनिकों की अस्थियां देश लाने के लिए पहल करनी चाहिए।

निर्मल बाबा के बचाव में उतरे सांसद जीजा, मीडिया को दी चुनौती

बोकारो.निर्मल बाबा में कुछ न कुछ सिद्धियां तो जरूर है। कई चीजों के बारे में उन्हें पहले ही ज्ञात हो जाता है। यह कहना है चतरा के सांसद और लोकसभा में पीठासीन पदाधिकारी इंदर सिंह नामधारी का। उन्होंने निर्मल बाबा का हाल के दिनों में पहली बार बचाव किया।
 
नामधारी ने कहा कि जब तीन दिसंबर 2011 को झारखंड में उनके ऊपर नक्सली हमला हुआ, उससे आठ दिन पूर्व ही दिल्ली स्थित आवास में उनके सगे साले निर्मलजीत सिंह उर्फ निर्मल बाबा ने खतरे के प्रति सावधान किया था। कहा था कि आपके ऊपर खतरा संभावित है, बुलेटप्रुफ वाहन में चला करें। इस पर मैंने कहा कि जब भगवान को मारना होगा, तो कोई नहीं बचा पाएगा और यदि जीवन बचना होगा, तो कोई मार नहीं पाएगा। उन्होंने जब इस बात पर ध्यान नहीं दिया, तो देखा कि उनकी पत्नी के सामने निर्मल की आंखों में आंसू आ गए थे।
पत्नी को उसने कहा था कि जीजाजी मुझे कभी गंभीरता से नहीं लेते। नामधारी ने आगे बताया कि जब उनके काफिले पर नक्सली हमला हो गया, तो उसके एक हफ्ता के बाद पुन: दिल्ली स्थित आवास पर निर्मलजीत आए और कहा कि खतरे की बात आपको पहले ही बताई थी। इस पर नामधारी ने कहा कि बुलेटप्रूफ गाड़ी वाले उड़ गए, लेकिन बिना बुलेटप्रूफ के ही भगवान ने मुझे बचा लिया।

इलेक्ट्रानिक मीडिया पर साधा निशाना
नामधारी ने यहां सोमवार को मीडिया से बातचीत में इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जमकर निशाना साधा। कहा कि निर्मल बाबा पर एक अंगुली उठाने पर तीन अंगुलियां मीडिया पर ही उठेंगी। 35-36 चैनलों पर निर्मल बाबा का आत्म प्रचार विज्ञापन के रूप में चल रहा है। जिन चैनलों ने निर्मल बाबा को बेनकाब करने का बीड़ा उठाया है, उन्हीं चैनलों पर अभी भी निर्मल बाबा के कामर्शियल विज्ञापन चल रहे हैं। क्या चैनल एडवांस में ली गई रकम लौटा कर कार्यक्रम बंद नहीं कर सकते।

प्लेबॉय के लिए वीना फिर न्यूड होने को तैयार

मुम्बई। वीना मलिक एक बार फिर न्यूड होने के लिए तैयार है। इस बार वे प्लेबॉय मैगजीन के लिए न्यूटड फोटो देने के लिए तैयार हैं। वीना का कहना है कि वे एक मॉडल हैं और यदि उनके पास ऎसा कोई ऑफर आएगा तो वे उसे जरूर लेंगी। इस काम के लिए उन्हें एक मिलियन डॉलर मिलेंगे। 
कुछ समय पहले वीना ने ही कहा था कि यदि वे हॉलीवुड में होती तो वो सब कुछ करती जो वहां की इंडस्ट्री उनसे उम्मीद करती है लेकिन सिर्फ काम पाने के लिए वे न्यूड नहीं होंगी। अब वही वीना प्लेबॉय मैगजीन के लिए न्यूड होने को तैयार हैं यदि उन्हें मौका मिला तो। वीना की उम्मीद पूरी होती नजर नहीं आ रही है क्योंकि अभी तक उन्हें प्लेबॉय से ऎसा कोई ऑफर नहीं मिला है।

आज़ादी के पेंसठ साल बाद बाड़मेर में सभी पदों पर महिला राज

आज़ादी के पेंसठ साल बाद बाड़मेर में सभी पदों पर महिला राज 

बाड़मेर भारत वर्ष में सबसे पिछड़ा जिला माना जाने वाला बाड़मेर मे आज सभी परमुख पदों पर महिलाए काबिज हो गयी हें महिला सशक्तिकरण की और जिले में शुभ संकेत हें ,कभी बाड़मेर महिला शिक्षा में ना केवल पिछड़ा था अपितु महिलाओं की समाज में दयनीय स्थति थी ,पर्दा पर्था,समाज की बंदिशों में शामिल होने के कारण महिलाये घर की चोखट से बहार नहीं निकल पति थी .सामाजिक तथा राजनीतिक क्षेत्र में पुरुषो का ही दबदबा रहा गाहे बगाहे राजनीतिक पदों पर जरूर महिलाओं की निचले पदों पर नियुक्तिया पंचायत राज में आरक्षण के बाद नसीब हुई मगर प्रशासनिक पदों पर महिला अधिकारी की नियुक्ति असंभव सी लग रही थी मगर पिछले दो सालो में बाड़मेर जिले में महिला अधिकारियो की ही नियुक्ति ने जिले में नई चेतना का संचार हुआ  बाड़मेर में सर्व प्राथन शशि शर्मा उप खंड अधिकारी  पद पर नियुक्त हुई तब लोगो की सोच में कुछ परिवर्तन आया स्थानीय लोग अधिकारी के  पास जाने में संकोच करते मगर धीरे धीरे लोग जाने लगे इसके बाद गुड़ा मालानी एस ड़ी एम पद पर विनीता सिंह की नियुक्ति हुई सिवाना बी ड़ी ओ  पद पर अभिलाषा की नियुक्ति हुई इसके बाद तो जिले के प्रथम प्रशासनिक पद जिला कलेक्टर के पद पर डॉ वीणा प्रधान की नियुक्ति ने महिलाओ के होंसले बुलंद किये ,चूँकि राजनीति पदों में जिला प्रमुख पद पर श्रीमती मदन कौर ,प्रधान पद पर श्रीमती ढाई देवी चौहटन प्रधान पद पर श्रीमती सम्मा बानो ,नगर पालिका अध्यक्ष पद पर श्रीमती उषा जैन काबिज हें मात्र एक प्रमुख पद जिला पुलिस अधीक्षक पद पर पुरुष आधिकारी नियुक्त थे मगर हाल ही में राज्य सरकार ने जिला पुलिस अधीक्षक पद पर महिला अधिकारी लावली सिंह कटियार की नियुक्ति कर जता दिया की अब थार रेगिस्तान के इस जिले में महिला  राज स्थापित हो गया हें नयी पुलिस अधीक्सक उत्तर प्रदेश के कानपुर की निवासी हें १९८० में जन्मी कटियार कुर्मी क्षत्रिय हें ,नयी पुलिस अधीक्षक से आम जनता को बड़ी उम्मेदे हें ,सिवाना में भी उप खंड अधिकारी पद पर श्री मति चंचल  वर्मा की नियुक्ति हुई हे ,बाड़मेर जिले के सभी परमुख पदों पर महिलायों की नियुक्ति ने महिला राज का आगाज़ कर दिया ,देखे महिलाए बाड़मेर की किस्मत कितना बदल पाती हें 

पुलिस ने युवक को शर्ट उतरवाकर बाजार में घुमाया


पुलिस ने युवक को शर्ट उतरवाकर बाजार में घुमाया

12वीं का छात्र है युवक, आरोपी बताया चौथ वसूली का और पेश किया शांतिभंग में

भीनमाल एक युवक को पुलिस द्वारा चौथ वसूली का आरोपी बताते हुए गिरफ्तार करने व शर्ट उतरवा कर बाजार में पैदल घुमाने का मामला सामने आया है। हालांकि बाद में पुलिस ने युवक को एसडीएम के समक्ष शांति भंग के आरोप में पेश किया जहां से उसकी जमानत हो गई। आरोपी युवक 12 वीं कक्षा का छात्र है। इधर, बाजार में इस प्रकार युवक को शर्ट उतरवाकर घुमाने की घटना पर लोगों ने विरोध जताया है। लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।

लोगों ने सौंपा ज्ञापन

इस घटना के बाद लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षु सीओ सहित सहित घटना में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। भाजयुमो नगराध्यक्ष भरतसिंह के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी मुकेश कायथवाल को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने प्रशिक्षु सीओ और थानाधिकारी पर खौफ जमाने के लिए आए दिन वाहन चालकों के साथ गलत व्यवहार व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। इस दौरान नानसिंह, पारसमल, महेन्द्रकुमार, हरिसिंह, लक्ष्मण, जितेन्द्र जैन, अमृत, मोडसिंह, जिग्नेश, टीकमाराम, गुमानसिंह, भरतकुमार, दिनेश, कुलदीपसिंह, दशरथसिंह, अर्जुन मोदी और रमेश बाफना सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार रविवार को पुलिस विक्रमसिंह नाम के युवक को हिरासत में लेकर थाने ले गई। शाम करीब 5 बजे बाद चौकी प्रभारी हजूरखां के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने युवक का शर्ट उतरवाकर मारपीट करते हुए मुख्य बाजार में पैदल घुमाया। दौरान प्रशिक्षु सीओ पुलिस थाने की जीप में पीछे-पीछे चल रहे थे। इस संबंध में प्रशिक्षु सीओ नरेंद्र चौधरी ने बताया कि युवक के खिलाफ चौथ वसूली जैसी शिकायतें आई हैं। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है। खास बात तो यह है कि पुलिस ने उक्त युवक को एसडीएम के समक्ष शांतिभंग के आरोप में पेश किया, जहां से उसकी जमानत हो गई।
एडीपी से राय ली जा रही है

॥हां, हमने विक्रमसिंह को बाजार में पैदल घुमाया है। उस समय वह शर्ट पहने हुए नहीं था। उसके विरुद्ध मामला बनाने के लिए एडीपी से राय ली जा रही है। नरेन्द्र चौधरी, प्रशिक्षु सीओ, भीनमाल

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प्रशासन ने रूकवाया बाल विवाह

जैसलमेर । जैसलमेर के थईयात गांव में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद बाल विवाह नहीं करने के लिए संबंधित परिवार पर पाबंदी लगा दी गई। जांच मे कन्या के नाबालिग होने की पुष्टि होने पर प्रशासन ने संबंधित बालिका के परिजनो को आखातीज के दिन बाल विवाह नहीं करने के लिए हिदायत दी, वहीं कानून का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। प्रशासन को थईयात गांव में बाल विवाह होने की शिकायत मिली थी। जिस पर तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़, एसीएम नरेश बुनकर व महिला व बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे।

तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़ ने बताया कि गांव के निवासी एक व्यक्ति की पुत्री का अक्षय तृतीया के दिन विवाह किया जा रहा था। प्रशासन को यह शिकायत मिली थी कि वह नाबालिक है। इस पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और बालिका के स्कूली दस्तावेज में लिखी जन्मतिथि की जानकारी हासिल की। तहसीलदार राठौड़ के अनुसार उसके स्कूली दस्तावेज में जन्म की तारीख 1 जनवरी 1995 लिखी गई है। इस तरह उसकी वर्तमान आयु 17 वर्ष है और उसके बालिग होने में अभी समय है।

इस दौरान लड़की के परिजनों को बाल विवाह नहीं करने की हिदायत दी गई और आरआई को वस्तु स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया। इससे पूर्व थईयात गांव में प्रशासनिक टीम के पहंुचने पर एकबारगी हड़कंप मच गया। तहसीलदार राठौड़ ने बताया कि हिदायत के बाद भी यदि बाल विवाह का प्रयास किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।

भाटिया समाज एक इतिहास ' पुस्तक का विमोचन
 
जैसलमेर जैसलमेर भाटिया समाज की बगेची में रविवार शाम को भाटिया समाज एक इतिहास पुस्तक का विमोचन किया गया। भाटिया समाज के इतिहास पर लिखित इस पुस्तक विमोचन के अवसर पर विधायक छोटूसिंह भाटी, पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला, किशनलाल भाटी, दीनदयाल ओझा, बाबूलाल व्यास तथा श्यासुंदर भाटिया उपस्थित थे।स्व. विजयशंकर भाटिया द्वारा लिखित एवं परिकल्पित इस पुस्तक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर कई इतिहासकार एवं शिक्षाविदें के साथ- साथ भाटिया समाज कार्यकारिणी के पदाधिकारी, समाज के गणमान्य नागरिक एवं लेखक के परिवार सदस्य उपस्थित थे। पुस्तक के विमोचन एवं प्रकाशन से पूर्व ही स्व. भाटिया के देहावसन के कारण इस पुस्तक को उनकी मित्र मंडली के विशेष सहयोग से पूर्ण कर प्रकाशित करवाया गया। इस अवसर पर स्व. भाटिया के पारिवारिक सदस्य अनिल भाटिया ने अपने अग्रज को श्रद्धांजलि देते हुए अपने बड़े भाई की कल्पना को साकार करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने स्व. भाटिया की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शिक्षाविद् नंदकिशोर शर्मा तथा मांगीलाल सेवक ने पुस्तक में दिए गए फोटोग्राफों एवं ऐतिहासिक तत्थ्यों को मील का पत्थर बताया।

विश्व धरोहर में शामिल होगी ओरण!

विश्व धरोहर में शामिल होगी ओरण!

बाड़मेर। राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 के तहत जोधपुर संभाग की सात ओरणों को ऎतिहासिक धरोहरों में शामिल करने की कवायद शुरू की गई है। सरकारी स्तर पर यह पहल सार्थक हुई तो रेगिस्तान इलाके की ढोक सहित कुछ ओरणे यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल हो सकेगी।

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने हाल ही में बहुजैव विविधता के संरक्षण के लिए राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 लागू किया है। इसी एक्ट के तहत बाड़मेर के सामाजिक कार्यकत्ताü भुवनेश जैन ने रेगिस्तान के समृद्ध लोक विज्ञान की परिचायक ओरणों के संरक्षण की महत्ती दरकार बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। ज्ञापन में जैन ने जोधपुर संभाग की सात ओरणों को हेरिटेज साइट घोषित करने की बात कही है।

सामाजिक कार्यकर्ता भुवेनश जैन ने यह पहल रेगिस्तान के उस नखलिस्तान को सहेजने की कवायद है, जिस पर कभी थार का मवेशी, जीव जंतु और मानव जीवन पलता था। जैन के मुताबिक मीलों तक फैले रेगिस्तान और धूलभरी आंधियों के बीच अकाल जैसी विकट परिस्थितियों में भी ओरण ने रेगिस्तान के पशु पक्षियों, यहां तक की मानव जीवन को राहत प्रदान की है। गुजरते समय और आधुनिकता की आंधी में कभी रेगिस्तानी जीवन की महत्वपूर्ण धुरी माने जाने वाले ओरणे धीरे धीरे खत्म हो रही है। ऎसे में राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 इस दिशा में राजस्थान सरकार की बड़ी पहल है।

यह है बड़ी ओरण
जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र के ऎटा गांव की नागणेचिया, रामदेवरा की बाबा रामदेव, फतेहगढ़ के सांवता गांव की देगराय और बाड़मेर जिले के चौहटन क्षेत्र के ढोक की वीरातरा माता, शिव क्षेत्र के झणकली और मूंगेरिया गांव की नागणेची और जोधपुर जिले के ओसिया क्षेत्र के जाखण गांव की ओरणे जोधपुर संभाग की सात सबसे बड़ी और प्रमुख ओरणे है। जैन के मुताबिक 17947 हेक्टेयर में फैली चौहटन क्षेत्र के ढोक की वीरातरा माता ओरण सबसे बड़ी है।

बहुजैव विविधता पूर्ण क्षेत्र
जोधपुर संभाग के 1759 गांवों में ओरण है, जिसका कुल क्ष्ेात्रफल 134749.95 हेक्टेयर है। ओरण, एक बहुजैव विविधता पूर्ण क्षेत्र है, जिस पर मवेशी, वन्य जीव जंतु और इंसान पलते रहे है। वर्तमान ओरण में अनेक घास, जड़ी बूटियां, पेड़ झाडिया, विलुप्ति के कगार पर है।

पहल करें सरकार
राजस्थान सरकार की पहल पर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के चौहटन पंचायत समित क्षेत्र की ढोक जैसी ओरणों को भविष्य में युनेस्को की विश्व धरोहर सूची मे शामिल करवाया जा सकता है।
भुवनेश जैन सामाजिक कार्यकर्ता

विदेशों में मांग बढऩे से इस महीने जीरे में आ सकती है तेज उछाल

जीरे में आ सकता है तेजी का छौंक

विदेशों में मांग बढऩे से इस महीने जीरे में आ सकती है तेज उछाल
बाड़मेर बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत पड़ोसी देशों में जीरे की मांग बढऩे से इस महीने इसकी कीमतों में 10 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। कारोबारियों का मानना है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे विकसित देशों में जहां नियमित मांग बनी हुई है वहीं बांग्लादेश से भी मांग में इजाफा होना शुरू हो गया है। इस माह के अंत तक पाकिस्तान से भी मांग आने लगेगी। देश से सालाना होने वाले 55,000 टन जीरा निर्यात का क्रमश: पांच और तीन फीसदी हिस्सा बांग्लादेश और पाकिस्तान को जाता है लेकिन इस वर्ष इसमें इजाफा होने की उम्मीद है क्योंकि सीरिया, तुर्की और इरान से होने वाली आपूर्ति जल्द बंद हो सकती है।

हाजिर बाजारों में उंझा (गुजरात) देश का सबसे बड़ा बाजार है। यहां जीरे की कीमतों में मंगलवार को 100 रुपये तक की नरमी आई और यह 2600 रुपये प्रति 60 किलो रहा। ऊंझा स्थित एक कारोबारी प्रवीण पटेल ने बताया, 'कारोबारी नया कारोबार शुरू करने के लिए जीरे की बिक्री कर रहे हैं। अभी तक पारंपरिक मौसमी मांग भी शुरू नहीं हुई है। इस सप्ताह के अंत तक त्योहारों का मौसम शुरू हो रहा है जिससे कीमतों में कुछ इजाफा होगा।

एनसीडीईएक्स पर इस महीने की शुरुआती गिरावट के बाद जीरा वायदा की सितंबर डिलीवरी में 4.41 फीसदी की तेजी आई और यह 13822 रुपये प्रति क्विंटल रहा। गत 22 जुलाई को सीरिया में फसल खराब होने की खबर के बाद इसकी कीमतें 15048 रुपये प्रति क्विंटल के उच्चतम स्तर तक पहुंच गई थीं।

देश में जीरे का सालाना उत्पादन 1.5 से दो लाख टन के बीच होता है। देश में इसकी खपत करीब एक लाख टन है। शेष जीरे का निर्यात कर दिया जाता है। दुनिया के कुल जीरा उत्पादन में भारत का योगदान 70 फीसदी है। सीरिया 25000 टन उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि इरान और तुर्की दोनों 15,000 टन जीरे का उत्पादन करते हैं। सीरिया और तुर्की में जुलाई से सितंबर के दरमियान नई फसल की खेती की जाती है। इसलिए अमेरिका व यूरोपीय देशों समेत विकसित देशों के कारोबारी वहीं से जीरे की खरीद करते हैं हालांकि भारतीय जीरे की गुणवत्ता उनसे बेहतर होती है। जाहिर है जब तक वहां का स्टॉक खत्म नहीं हो जाता भारत से आपूर्ति शुरू नहीं होगी। पटेल के मुताबिक एक बार यहां से निर्यात शुरू हो जाने के बाद कीमतों में इजाफा होने लगेगा।

रेलिगेयर कमोडिटीज रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय संघ की मांग के कारण हाल के वर्षों से देश से होने वाले निर्यात में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। भारतीय जीरे की बढिय़ा गुणवत्ता और कम उत्पादन ने ज्यादा कीमतों के बावजूद इसकी मांग में इजाफा ही किया है।

सौर परियोजना के लिए कर्ज देगा एडीबी

 

जैसलमेर एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने रिलायंस पावर को 10.3 करोड़ डॉलर का कर्ज दिए जाने की आज घोषणा की। यह कर्ज राजस्थान के जैसलमेर जिले में 100 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र के लिए है। एडीबी के महानिदेशक (क्षेत्रीय और सतत विकास विभाग) एस चंदर ने कहा, 'एडीबी रिलायंस पावर की 100 मेगावॉट क्षमता की सौर परियोजना के लिए वित्त पोषण देने पर सहमत हुआ है।'

यह सौर परियोजना एशिया की सबसे बड़ी परियोजना है। परियोजना मई 2013 में पूरी होने की संभावना है। इस पर 41.5 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। एडीबी के अलावा अन्य एजेंसियां तथा स्थानीय वित्तीय संस्थान परियोजना को वित्त सुविधा उपलब्ध कराएंगे। रिलायंस पावर की यह पहली सौर ऊर्जा परियोजना है।

दारिया मुठभेड़ प्रकरण में राठौड़ को राहत!

दारिया मुठभेड़ प्रकरण में राठौड़ को राहत!

जयपुर। दारासिंह एनकाउंटर प्रकरण में आरोपी भाजपा विधायक राजेन्द्र सिंह सिंह राठौड़ मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। मंगलवार को न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। सीबीआई की अदलात ने मामला जिला अदालत को कमिट कर दिया गया है। मामले पर बहस के दौरान कोर्ट ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट में राठौड़ के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं है।

राठौड़ के वकील ने जहां सीबीआई के पास सबूत नहीं होने व राजनीतिक साजिश के तहत मामले में जबरदस्ती फंसाने के आधार पर प्रसंज्ञान का विरोध किया वहीं सीबीआई ने टेलीफोनिक सबूत व अन्य पारिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर राठौड़ के खिलाफ प्रसंज्ञान लेने की गुहार की।

राठौड़ की पेशी को देखते हुए अदालत परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिला अदालत परिसर में अतिरिक्त जाप्ता लगाने के साथ ही सीबीआई व आईबी के अधिकारी भी तैनात किए गए थे। राठौड़ इस वक्त न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल में कैद है।

ब्रह्मोचार मंत्र से ब्रह्ममय हुआ आसोतरा धाम

ब्रह्मोचार मंत्र से ब्रह्ममय हुआ आसोतरा धाम

बाड़मेर बालोतरा ब्रह्मा मंत्र के जयकारों की गूंज, चारों ओर भक्तों की भीड़, आकर्षक रोशनी से सजा ब्रह्मधाम व विधि-विधान से यज्ञ करते यजमान, कुछ ऐसा ही दृश्य था सोमवार को ब्रह्मधाम आसोतरा परिसर का। ब्रह्मर्षि श्री खेतेश्वर जन्म शताब्दी महोत्सव के मौके पर यहां विराट श्री ब्रह्मात्मक महायज्ञ शतकुंडीय सोमवार को विधिवत रूप से पूजा-अर्चना के साथ भक्तों की अपार भीड़ के साथ शुरू हो गया। यह शतकुंडीय ब्रह्मात्मक महायज्ञ 29 अप्रैल तक चलेगा।

ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास ब्रह्मधाम आसोतरा के तत्वावधान में ब्रह्मा सावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर तुलसाराम महाराज के सानिध्य में आयोजित इस महोत्सव के प्रथम दिन यज्ञ देव की पूजा, वेद व पुराणों की पूजा एवं वैदिक विधि विधान से ही ब्रह्मात्मक यज्ञा का श्रीगणेश हुआ। यजमानों ने यज्ञशाला की परिक्रमा के बाद अपनी-अपनी वेदिका पर विराजमान हुए। काशी से आए विद्वान आचार्य ने यज्ञ के सभी कार्यक्रम आयोजित करवाए। श्री खेतेश्वर भगवान की जन्म स्थली खेड़ा ग्राम से लाई गई श्री खेतेश्वर ब्रह्म ज्योति के द्वारा यज्ञ कुंडो में अग्नि प्रज्जवलित की गई।

राजपुरोहित यज्ञोपवीत संस्कार

इस अवसर पर राजपुरोहित यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन भी शुरू हुआ। ग्यारह सौ राजपुरोहित साधकों की ओर से 11 करोड़ श्री ब्रह्मा महामंत्र का जप अनुष्ठान शुरू हुआ। इस अवसर पर ग्यारह सौ साधकों को विद्वान आचार्यों की ओर से इस अवसर पर उपनयन संस्कार प्रायश्चित संकल्प दशविधि स्नान का आयोजन किया गया।

वेदांताचार्य ध्यानाराम महाराज ने बताया कि ब्रह्मधाम पर पहुंचे पथमेड़ा गोधाम के दत्तशरणानंद महाराज, कबीर आश्रम बालोतरा के महामंडलेश्वर निर्मलदास महाराज, महामंडलेश्वर महेश्वरानंद, महामंडलेश्वर जसराज पुरी, रामानंद महाराज उमरलाई, बालदास महाराज जैतपुर, चेतनानंद डंडाली, बालकनाथ गादेसरा, नारायणदास बालोतरा, रामेश्वरनाथ हरिद्वार, राघवदास महाराज समेत संत-महात्माओं का गादीपति तुलछाराम महाराज की ओर से अगुवानी की गई। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सवेरे 7 बजे 1 बजे तक ब्रह्मात्मक महायज्ञ, संस्कार शाला एवं दोपहर 3.30 से 7.30 बजे तक ब्रह्मात्मक महायज्ञ का आयोजन होगा। सोमवार को पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह भी ब्रह्मधाम पहुंचे और गादीपति से आशीर्वाद लिया।

ब्रह्म भागवत का पाठ शुरू

इस अवसर पर ब्रह्मा भागवत कथा का वाचन करते हुए व्यास पीठ पर विराजित वेदांताचार्य ध्यानाराम महाराज ने कहा कि ब्रह्मा, विष्णु, महेश ही इस जीव जगत की सृष्टि को चलाते है। विष्णु उसका पालन कराते है और शिव सृष्टि का संहार करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में सत्संग से परिवर्तन आता है।

वह पुराणों के महात्म्य से हमें श्रवण करने को मिलता है। यह विश्व के कल्याण की कामना को लेकर किया जा रहा है। भागवत कथा के दौरान तुलछाराम महाराज के संदेश का वाचन किया गया।

आसोतरा ब्रह्मधाम में ब्रह्मात्मक महायज्ञ शतकुंडीय का आयोजन शुरू, ब्रह्मर्षि श्री खेतेश्वर जन्म शताब्दी महा महोत्सव को लेकर दुल्हन की तरह सजा ब्रह्मधाम

बीपीएल परिवारों को मुफ्त में मिलेंगे गैस कनेक्शन


बीपीएल परिवारों को मुफ्त में मिलेंगे गैस कनेक्शन

बाड़मेर   गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों को केन्द्र सरकार की राजीव गांधी रसोई गैस वितरण योजना से मुफ्त में घरेलू गैस कनेक्शन मिलेंगे। इस योजना के तहत १,३०००० उपभोक्ताओं को कनेक्शन जारी होंगे। दो साल के इंतजार के बाद योजना को गति मिलने से जिले के चार गांवों में वितरण केन्द्र स्थापित किए गए हैं। जहां गैस वितरक नियुक्त होने के साथ निजी फर्म ने आवेदन तैयार करने की पहल शुरू कर दी है। राज्य सरकार ने 2 अक्टूबर 2010 को बीपीएल परिवारों को रियायत दर पर घरेलू गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी। दो साल तक योजना की क्रियान्विति शुरू नहीं हो पाई। जबकि कई परिवारों ने गैस कनेक्शन के लिए आवेदन भी कर दिए थे।

जानकारी के अनुसार सिवाना तहसील के पादरु, इंद्राणा व शिव तहसील के गडरा में सेंटर स्थापित कर दिए है। जबकि रामसर में शीघ्र ही केन्द्र खोलने की कवायद चल रही है। इधर, बायतु में कोर्ट का स्टे आ जाने से केन्द्र का कार्य रुक गया है।

यह है योजना

केन्द्र सरकार की राजीव गांधी गैस वितरण योजना के तहत बीपीएल परिवारों को लाभान्वित करने का प्रस्ताव है। योजना के तहत गैस वितरकों के जरिए बीपीएल परिवारों को नि:शुल्क कनेक्शन जारी किया जाएगा। जिले में कुल 1 लाख ३0 हजार बीपीएल परिवार हैं, जिन्हें इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।

राहत का बढ़ा दायरा: बीपीएल परिवारों को इंदिरा आवास, मनरेगा योजना से टांका, मेड़बंदी, बेरियां निर्माण के कार्यों से लाभान्वित किया जा रहा था। इसके साथ ही सस्ती दर पर राशन सामग्री भी दी जा रही है। और अब घरेलू गैस कनेक्शन की सौगात मिलने से बीपीएल परिवारों को और राहत मिलेगी।

जिले के करीब 1 लाख 30 हजार परिवारों को मिलेगा लाभ, लंबे इंतजार के बाद राजीव गांधी गैस वितरण योजना को मिली गति

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हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास

बालोतरा हत्या के आरोपी ओमप्रकाश उर्फ अशोक पुत्र रामचंद्र सिंह जाति राजपूत निवासी बिजोली (उत्तरप्रदेश) को धारा 302 आईपीसी के तहत मृतक उम्मेदसिंह की हत्या का दोषी मानते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक) ने आजीवन कारावास की सजा से दंडित करने का आदेश दिया।

मामले के अनुसार 18 फरवरी 2011 को एक लिखित रिपोर्ट चौकी प्रभारी जीआरपी जालोर मोहन सिंह व एसआई परमा राम की ओर से इंडोसमेंट सुदा जीआरपी बाड़मेर को प्राप्त हुई कि रेल्वे स्टेशन जालोर रेल्वे बाउंड्री में दो साधु नशे की हालत में झगड़ रहे थे। एक साधु ने दूसरे साधु उम्मेदसिंह को लोहे का चिमटा मारा, जिससे वह साधु घायल और इलाज के दौरान उसकी जालोर अस्पताल में मृत्यु हो गई। बाद अनुसंधान जीआरपी थाना बाड़मेर ने आरोपी के विरुद्ध 302 आईपीएस के तहत न्यायालय में आरोप पत्र पेश किया एवं प्रकरण ट्रायल के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायालय बालोतरा को कमिट किया गया। जहां राज्य सरकार की तरफ से अपर लोक अभियोजन महेन्द्र पीथाणी ने अभियोजन की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत कर तर्क दिए कि प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अभियोजन की साक्ष्य में आया है कि आरोपी ओम प्रकाश ने उम्मेदसिंह के सिर पर जान से मारने की नीयत से चिमटे का वार किया। इससे उसकी मृत्यु हो गई। इसकी पुष्टि मृतक की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से होती है कि मृतक सिर की चोट की वजह से मरा। आरोपी के कब्जे से जो चिमटा बरामद हुआ है उस पर लगा खून एवं मृतक के कपड़े पर लगा खून एक है।



आरोपी की तरफ से अधिवक्ता नरपतसिंह भाटी ने पैरवी करते हुए बताया कि प्रथम सूचना रिपोर्ट में आरोपी का नाम नहीं है एवं बरामदगी संदेह पूर्ण है। आरोपी को गलत फंसाया गया है, वह निर्दोष है, हत्या किसी ओर से की है। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद न्यायालय ने आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 आईपीएस के तहत दोषी करार देते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया। साथ ही उसे 2 हजार रुपए के आर्थिक दंड से दंडित किया। आदेश दिए कि दंड राशि 2 हजार रुपए नहीं देने पर एक माह के अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।

बस की टक्कर से ट्रैक्टर पलटा एक मरा, दो घायल

धोरीमन्ना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या15 कातरला बस स्टैंड पर रोडवेज की बस ने आगे चल रहे ट्रैक्टर को टक्कर मार दी। जिससे ट्रैक्टर ट्रॉली समेत पलटी खा गया। इस घटना में ट्रैक्टर पर सवार एक जने की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गए।पुलिस ने बताया कि हरजीराम पुत्र आसूराम निवासी भाऊडा ने मामला दर्ज करवाया कि सोमवार दोपहर को मेरा भतीजा करनाराम पुत्र मेघाराम निवासी भाउडा कातरला बस स्टैंड से होकर गुजर रहा था। इस दौरान सांचौर से आ रही रोडवेज के बस चालक ने तेजी गति व लापरवाही से वाहन चलाते हुए ट्रैक्टर को टक्कर मार दी। जिससे ट्रैक्टर पर सवार करनाराम पुत्र मेघाराम की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि चुतराराम पुत्र मानाराम व ओमप्रकाश पुत्र भैराराम निवासी मीठी घायल हो गए। पुलिस ने बस जप्त कर मामला दर्ज करने के साथ अनुसंधान शुरू कर दिया,घायलों को उपचार के लिए हॉस्पिटल भेजा गया।