सोमवार, 23 अप्रैल 2012

"मैं सुसराल नहीं जाऊंगी" ....2..सगाई टूटने पर युवती को सरेराह चाकू से गोदा

"मैं सुसराल नहीं जाऊंगी"

जोधपुर। दूधमुंही बच्ची थी तभी गोद में लेकर फेरे करवा दिए ....अब बालिग हुई तो घर वाले गौने के लिए कह रहे हैं...मुझे मालूम ही नहीं है कि कब मेरा ब्याह हो गया...तो ऎसे सुसराल व पति के पास जाने का क्या फायदा। मुझे बाल विवाह मंजूर नहीं है।

यह कहना है राजस्थान के जोधपुर जिले के लूणी कस्बे की लक्ष्मी का। जो अपना बाल विवाह निरस्त करवाने के लिए आगे आई है। लक्ष्मी ने रविवार को एनजीओ पुनर्वास मनोवैज्ञानिक सारथी संस्थान के माध्यम से पत्रकारों के सामने व्यथा रखी। उसने बताया कि वर्ष 1996 में नानी के मृत्यु भोज के दौरान विवाह कर दिया गया था। अब ससुराल पक्ष के लोग आखातीज पर गौने का दबाव डाल रहे हैं, वह उस विवाह को ही निरस्त करवाना चाहती है। महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यक्रम निदेशक इंदु ने कहा कि संभवत: पहला मामला है, जिसमें किसी युवती ने बाल विवाह निरस्त करवाने के लिए कानून की मदद ली है।

बचपन में की गई शादी मान्य नहीं है। फिर भी अगर लड़की की इच्छा है कि विवाह को निरस्त करवाया जाए तो ऎसे में हिन्दू विवाह अधिनियम-1956 के सेक्शन 11 के तहत कार्रवाई करवाएंगे, जिसमें बाल विवाह निरस्त हो जाएगा।
शकंुतला मेहता कच्छवाह अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय

सगाई टूटने पर युवती को सरेराह चाकू से गोदा

टोंक . यहां कालीपलटन स्थित अजीमुल्ला बजाज के कुएं के समीप सगाई तोड़ने से नाराज युवक ने रविवार दोपहर युवती की सरेराह चाकू से गोदकर हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि बनेठा निवासी संतोष यहां गेंदी की चौकी निवासी बड़ी बहन ममता कोली के साथ रहती थी। दोपहर को संतोष, ममता व उसकी सास सीतादेवी कपडे सिलवाने बाजार जा रहे थे। इस दौरान छोटूलाल कोली आया और संतोष पर चाकू से वार कर दिए। बीच-बचाव करने पर ममता पर भी वार किया। दोनों बहनों की चीख सुनकर लोग दौड़े। उन्हें देखकर आरोपित फरार हो गया। संतोष ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। ममता को टोंक के सआदत अस्पताल से जयपुर रैफर कर दिया गया। संतोष के माता-पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। करीब एक साल पहले संतोष की सगाई छोटूलाल से की थी, लेकिन किन्हीं कारणों से सगाई तोड़ दी गई।
परिजनों ने बताया कि संतोष का कोटा में रिश्ता तय कर दिया था। शादी 30 अप्रेल को होनी थी।

औद्योगिक नगरी में आए 'तेरापंथ के राम'

औद्योगिक नगरी में आए 'तेरापंथ के राम'


:आचार्य महाश्रमण के स्वागत में हर समाज ने बिछाए पलक पावड़े
:जगह-जगह हुआ अभिवादन, तोरण द्वार सजे, उमड़े हजारों श्रद्धालु


अहिंसा की हो साधना
आचार्य महाश्रमण ने इंसानियत धर्म जीने की प्रेरणा देते हुए कहा कि व्यक्ति वर्तमान जीवन को ही न देखे, वह परम गति पर भी ध्यान दे। व्यक्ति अगर आत्मा का कल्याण करना चाहता है तो वह जीवन में अहिंसा की साधना करे। व्यक्ति में अनुकंपा की चेतना का विकास हो। उन्होंने नैतिकता व ईमानदारी का जीवन में प्रयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि बाजार में नैतिकता की देवी विराजमान रहे। बाजार में दुकानदार ईमानदार रहे और बेईमानी से बचने का प्रयास करे। मुख्य नियोजिका साध्वी विश्रुत विभाजी ने भी उद्बोधन दिया। कार्यक्रम के अंत में पन्यास व्यवस्था समिति संयोजक देवराज खींवसरा ने अपना वक्तव्य दिया।


 बालोतराजैन धर्म तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण धवल सेना के साथ रविवार अल सवेरे औद्योगिक नगरी बालोतरा पहुंचे। तेरापंथ समाज के 11 वें आचार्य महाश्रमण ने अपनी धवल सेना के साथ औद्योगिक नगरी बालोतरा में रविवार को सवेरे 8.30 बजे प्रवेश किया।

जैन समाज के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने जसोल फांटा पर गुरुदेव की अगवानी की। भगवान महावीर स्वामी, आचार्य तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञ, आचार्य महाश्रमण के जयकारों के साथ-साथ निज पर शासन फिर अनुशासन व अहिंसा परमो धर्म के जयकारों से औद्योगिक नगरी धर्ममय हो गई। 36 कौम के लोगों ने अपने-अपने समाजों के तोरण द्वार लगा आचार्य का अभिनंदन किया। जसोल फांटा पर स्वागत के बाद आचार्य महाश्रमण अपनी धवल सेना के साथ बालोतरा की ओर अग्रसर हुए। करीब एक किलोमीटर लंबे जुलूस में सबसे आगे तेरापंथ समाज के युवक जैन ध्वज लिए चल रहे थे। इसके बाद जैन समाज के विभिन्न संगठन तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद, कन्या मंडल, किशोर मंडल के सदस्य कतारबद्ध हाथों में तख्तियां लिए चल रहे थे। आचार्य महाश्रमण का जुलूस शहर के छतरियों का मोर्चा, पंचायत समिति, उपखंड अधिकारी कार्यालय, डाक बंगलों, प्रथम रेलवे फाटक, पुराना बस स्टेशन, शास्त्री चौक, गौर का चौक, नयापुरा, हनुमंत भवन होते हुए अग्रवाल कॉलोनी होता हुआ नये तेरापंथ भवन पहुंचा। यहां गुरुवर ने मंत्रोच्चारण किया। लाभार्थी देवराज खींवसर ने भवन का फीता काट उद्घाटन किया। विशाल सभागार में आचार्य महाश्रमण ने नवकार मंत्र का उच्चारण किया। इसके बाद विशाल पंडाल अमृत समवसरण में भगवान महावीर के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए प्रवचन आरंभ किया। कार्यक्रम में साधु-साध्वी वृंद के साथ हजारों महिला-पुरुष उपस्थित थे।

सहयोगी को फंसाने के लिए सांसद ने की सेक्‍स रैकेट चलाने वाली हीरोइन से डील!

 
हैदराबाद. कुछ दिन पहले हाई प्रोफाइल सेक्‍स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार अभिनेत्री तारा चौधरी का नाम एक सांसद के साथ जोड़ा जा रहा है। यहां यह चर्चा आम है कि उक्‍त सांसद ने अपने पार्टी के एक प्रतिद्वंद्वी को फंसाने के लिए तारा का इस्‍तेमाल किया था। चर्चा यह भी हो रही है कि उक्‍त सांसद और तारा का ऑडियो-वीडियो टेप भी मौजूद है। हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है।

तारा दावा कर चुकी हैं कि उनके ग्राहकों में कई वीआईपी लोग शामिल रहे हैं। लेकिन पुलिस अभी तक यह नहीं बता सकी है कि इन ग्राहकों में कौन-कौन शामिल हैं। तारा को पॉश बंजारा हिल्‍स इलाके में सेक्‍स रैकेट चलाने के आरोप में पकड़ा गया था।

तारा चौधरी के घर से रिटायर्ड आईपीएस अफसर एम. भास्‍कर (61 साल) का विजिटिंग कार्ड मिला है। उन्‍होंने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल कर दी है।


चौधरी के खिलाफ एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का आरोप था कि चौधरी ने उसे जबरन जिस्‍म की मंडी में धकेल दिया था। इस शिकायत के बाद 31 मार्च को चौधरी की गिरफ्तारी हुई। कोर्ट में पेशी के दौरान तारा ने आरोप लगाया कि उसे उसके रसूखदार ग्राहकों ने ही फंसाया है, ताकि उनका नाम सामने नहीं आ सके।

arj kiyaa he Har kali tujhse khushboo udhar mange....kuchh shayariya



Har kali tujhse khushboo udhar mange....
aftab tujhse noor udhar mange.....
rab kare tu dosti aisi nibhaye ke log teri dosti udhar mange.



Har Nazar me ek Kashish hoti hai,
Har Dil me ek Chahat hoti hai,
Mumkin nahi har ek ke liye TAJ MAHAL banana,
Kyunki har dil mein 4 -5 MUMTAJ hoti hai.**

Arz kiya hai...
Moorkh tha Shahjahan jo kar gaya kharcha
itna taj par,
har roj nayi mutaz aa jati us kharche ke byaj par... wah wah**

Har karz dosti ka,ada kon karega,
jab hum he na rahe to dosti kon karega!!
Hey khuda mere dosto ko salmat rakna
varna mere jeene ka dua kon karega!!



Har phool khusbudaar nahi hota,
har pathar chamakdar nahin hota;
dosti dekh kar karna dost,
kyonki har dost humsa dildar nahin hota.

अक्षय तृतीया या आखा तीज


अक्षय तृतीया या आखा तीज

अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता ह इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है[]वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है, किंतुवैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है। भविष्य पुराण के अनुसार इस तिथि की युगादि तिथियों में गणना होती है, सतयुग और त्रेता युग का प्रारंभ इसी तिथि से हुआ है। भगवान विष्णु ने नर-नारायण, हयग्रीव और परशुराम जी का अवतरण भी इसी तिथि को हुआ था।ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का आविर्भाव भी इसी दिन हुआ था।इस दिन श्री बद्रीनाथ जी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है और श्री लक्ष्मी नारायण के दर्शन किए जाते हैं। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनारायण के कपाट भी इसी तिथि से ही पुनः खुलते हैं। वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी जी मन्दिर में भी केवल इसी दिन श्री विग्रह के चरण दर्शन होते हैं, अन्यथा वे पूरे वर्ष वस्त्रों से ढके रहते हैं। जी.एम. हिंगे के अनुसार तृतीया ४१ घटी २१ पल होती है तथा धर्म सिंधु एवं निर्णय सिंधु ग्रंथ के अनुसार अक्षय तृतीया ६ घटी से अधिक होना चाहिए। पद्म पुराण के अनुसा इस तृतीया को अपराह्न व्यापिनी मानना चाहिए। इसी दिनमहाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था और द्वापर युग का समापन भी इसी दिन हुआ था।ऐसी मान्यता है कि इस दिन से प्रारम्भ किए गए कार्य अथवा इस दिन को किए गए दान का कभी भी क्षय नहीं होता। मदनरत्न के अनुसार:

महत्व

अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं। नवीन वस्त्र, आभूषण आदि धारण करने और नई संस्था, समाज आदि की स्थापना या उदघाटन का कार्य श्रेष्ठ माना जाता है। पुराणों में लिखा है कि इस दिन पितृ पक्ष[पितरों]] को किया गया तर्पण तथा पिन्डदान अथवा किसी और प्रकार का दान, अक्षय फल प्रदान करता है। इस दिन गंगा स्नान करने से तथा भगवत पूजन से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। यहाँ तक कि इस दिन किया गया जप, तप, हवन, स्वाध्याय और दान भी अक्षय हो जाता है। यह तिथि यदि सोमवार तथा रोहिणी नक्षत्र के दिन आए तो इस दिन किए गए दान, जप-तप का फल बहुत अधिक बढ़ जाता हैं।इसके अतिरिक्त यदि यह तृतीया मध्याह्न से पहले शुरू होकर प्रदोष काल तक रहे तो बहुत ही श्रेष्ठ मानी जाती है। यह भी माना जाता है कि आज के दिन मनुष्य अपने या स्वजनों द्वारा किए गए जाने-अनजाने अपराधों की सच्चे मन से ईश्वर से क्षमा प्रार्थना करे तो भगवान उसके अपराधों को क्षमा कर देते हैं और उसे सदगुण प्रदान करते हैं, अतः आज के दिन अपने दुर्गुणों को भगवान के चरणों में सदा के लिए अर्पित कर उनसे सदगुणों का वरदान माँगने की परंपरा भी है।

धार्मिक परंपराएँ

अक्षय तृतीया के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर समुद्र या गंगा स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की शांत चित्त होकर विधि विधान से पूजा करने का प्रावधान है।नैवेद्य में जौ या गेहूँ का सत्तू, ककड़ी और चने की दाल अर्पित किया जाता है। तत्पश्चात फल, फूल, बरतन, तथा वस्त्र आदि दान करके ब्राह्मणों को दक्षिणा दी जाती है। ब्राह्मण को भोजन करवाना कल्याणकारी समझा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सत्तू अवश्य खाना चाहिए तथा नए वस्त्र और आभूषण पहनने चाहिए। गौ, भूमि, स्वर्ण पात्र इत्यादि का दान भी इस दिन किया जाता है। यह तिथि वसंत ऋतु के अंत और ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ का दिन भी है इसलिए अक्षय तृतीया के दिन जल से भरे घडे, कुल्हड, सकोरे, पंखे, खडाऊँ, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि गरमी में लाभकारी वस्तुओं का दान पुण्यकारी माना गया है। इस दान के पीछे यह लोक विश्वास है कि इस दिन जिन-जिन वस्तुओं का दान किया जाएगा, वे समस्त वस्तुएँ स्वर्ग या अगले जन्म में प्राप्त होगी। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा सफेद अथवा सफेद गुलाब या पीले गुलाब से करना चाहिये।



अर्थात सभी महीनों की तृतीया में सफेद पुष्प से किया गया पूजन प्रशंसनीय माना गया है।

ऐसी भी मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर अपने अच्छे आचरण और सद्गुणों से दूसरों का आशीर्वाद लेना अक्षय रहता है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है। इस दिन किया गया आचरण और सत्कर्म अक्षय रहता है।

संस्कृति में

इस दिन से शादी-ब्याह करने की शुरुआत हो जाती है। बड़े-बुजुर्ग अपने पुत्र-पुत्रियों के लगन का मांगलिक कार्य आरंभ कर देते हैं। अनेक स्थानों पर छोटे बच्चे भी पूरी रीति-रिवाज के साथ अपने गुड्‌डा-गुड़िया का विवाह रचाते हैं। इस प्रकार गाँवों में बच्चे सामाजिक कार्य व्यवहारों को स्वयं सीखते व आत्मसात करते हैं। कई जगह तो परिवार के साथ-साथ पूरा का पूरा गाँव भी बच्चों के द्वारा रचे गए वैवाहिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हो जाता है। इसलिए कहा जा सकता है कि अक्षय तृतीया सामाजिक व सांस्कृतिक शिक्षा का अनूठा त्यौहार है। कृषक समुदाय में इस दिन एकत्रित होकर आने वाले वर्ष के आगमन, कृषि पैदावार आदि के शगुन देखते हैं। ऐसा विश्वास है कि इस दिन जो सगुन कृषकों को मिलते हैं, वे शत-प्रतिशत सत्य होते हैं। राजपूत समुदाय में आने वाला वर्ष सुखमय हो, इसलिए इस दिन शिकार पर जाने की परंपरा है।

प्रचलित कथाएँ

अक्षय तृतीया की अनेक व्रत कथाएँ प्रचलित हैं। ऐसी ही एक कथा के अनुसार प्राचीन काल में एक धर्मदास नामक वैश्य था। उसकी सदाचार, देव और ब्राह्मणों के प्रति काफी श्रद्धा थी। इस व्रत के महात्म्य को सुनने के पश्चात उसने इस पर्व के आने पर गंगा में स्नान करके विधिपूर्वक देवी-देवताओं की पूजा की, व्रत के दिन स्वर्ण, वस्त्र तथा दिव्य वस्तुएँ ब्राह्मणों को दान में दी।[६] अनेक रोगों से ग्रस्त तथा वृद्ध होने के बावजूद भी उसने उपवास करके धर्म-कर्म और दान पुण्य किया। यही वैश्य दूसरे जन्म में कुशावती का राजा बना।[५] कहते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन किए गए दान व पूजन के कारण वह बहुत धनी प्रतापी बना। वह इतना धनी और प्रतापी राजा था कि त्रिदेव तक उसके दरबार में अक्षय तृतीया के दिन ब्राह्मण का वेष धारण करके उसके महायज्ञ में शामिल होते थे। अपनी श्रद्धा और भक्ति का उसे कभी घमंड नहीं हुआ और महान वैभवशाली होने के बावजूद भी वह धर्म मार्ग से विचलित नहीं हुआ। माना जाता है कि यही राजा आगे चलकर राजा चंद्रगुप्त के रूप में पैदा हुआ।

स्कंद पुराण और भविष्य पुराण में उल्लेख है कि वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को रेणुका के गर्भ से भगवान विष्णु ने परशुराम रूप में जन्म लिया। कोंकण और चिप्लून के परशुराम मंदिरों में इस तिथि को परशुराम जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। दक्षिण भारत में परशुराम जयंती को विशेष महत्व दिया जाता है। परशुराम जयंती होने के कारण इस तिथि में भगवान परशुराम के आविर्भाव की कथा भी सुनी जाती है। इस दिन परशुराम जी की पूजा करके उन्हें अर्घ्य देने का बड़ा माहात्म्य माना गया है। सौभाग्यवती स्त्रियाँ और क्वारी कन्याएँ इस दिन गौरी-पूजा करके मिठाई, फल और भीगे हुए चने बाँटती हैं, गौरी-पार्वती की पूजा करके धातु या मिट्टी के कलश में जल, फल, फूल, तिल, अन्न आदि लेकर दान करती हैं। मान्यता है कि इसी दिन जन्म से ब्राह्मण और कर्म से क्षत्रिय भृगुवंशी परशुराम का जन्म हुआ था। एक कथा के अनुसार परशुराम की माता और विश्वामित्र की माता के पूजन के बाद प्रसाद देते समय ऋषि ने प्रसाद बदल कर दे दिया था। जिसके प्रभाव से परशुराम ब्राह्मण होते हुए भी क्षत्रिय स्वभाव के थे और क्षत्रिय पुत्र होने के बाद भी विश्वामित्र ब्रह्मर्षि कहलाए। उल्लेख है कि सीता स्वयंवर के समय परशुराम जी अपना धनुष बाण श्री राम को समर्पित कर सन्यासी का जीवन बिताने अन्यत्र चले गए। अपने साथ एक फरसा रखते थे तभी उनका नाम परशुराम पड़ा।

शनिवार, 21 अप्रैल 2012

सुकमा के कलेक्टर का अपहरण

सुकमा के कलेक्टर का अपहरण

सुकमा। माओवादियों ने एक दुस्साहिक कदम को अंजाम देते हुए शनिवार शाम साढ़े चार बजे के करीब सुकमा के कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन का अपहरण कर लिया।

मेनन ग्राम सुराज अभियान से लौट रहे थे। करीब पंद्रह माओवादियों के दल पहले मेनन के दोनों गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद कलेक्टर को जबरन अपनी गाड़ी मेें बैठाकर लेकर चले गए। कलेक्टर गादीरास से केरलपाल जा रहे थे।

माओवादियों ने केरलापाल स्थित सीआरपीएफ कैंप से दो किमी दूर माझीपारा मेें कलेक्टर का अपहरण किया गया। बताया जाता है कि माओवादी सादे ड्रेस मेें बाइक पर आए थे। एसपी के नेतृत्व में सुरक्षाबल को घटना स्थल पर रवाना कर दिया गया है।

सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म!

सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म!
जयपुर। एसएमएस में शनिवार को सात वर्षीय बालिका को संदिग्ध हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। बालिका के भर्ती होने के सूचना पर मौके पर पहुंची माणक चौक थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बच्ची के साथ दुष्कर्म होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। वहीं उच्चाधिकारी बालिका के होश में आने के बाद मामले का खुलासा होने की बात कह रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, माणक चौक थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र से एक बालिका को संदिग्ध हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची। बालिका अभी तक बेहोश है। पुलिस का कहना है कि जब तक बालिका होश में आकर अपने साथ हुए हादसे के बारे में नहीं बताती, तब तक मामले की जांच में खास प्रगति होने की उम्मीद नहीं है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बालिका चांदी का टकसाल इलाके में आयोजित एक समारोह में अपने परिवारवालों के साथ आई हुई थी। शाम को कुछ देर तक तो बच्ची पांडाल में लोगों द्वारा देखी गई, लेकिन इसके बाद वह गायब हो गई। माना जा रहा है कि इसी बीच कोई उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया और उसके साथ बलात्कार करने के बाद उसे बेहोश छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस समारोह में आए लोगों से पूछताछ कर रही है।

लता मंगेशकर के घर पर निशाना, सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता

मुंबई. स्‍वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के घर पर किसी ने धावा बोला है। उनका घर 'प्रभु कुंज' पेडर रोड पर स्थित है। किसी ने घर के बाहरी दीवाल पर रंग पोत कर विरोध जताया है।
 
'डीएनए' के द्वारा यह घटना सामने लाए जाने के बाद मंगेशकर परिवार में चिंता बढ़ गई है। उषा मंगेशकर के मुताबिक, 'जब विरोधी इस हद तक जा चुके हैं तो हमारी सुरक्षा की क्‍या गारंटी है? हमारे परिवार में लगभग सारी महिलाएं ही हैं। यह बड़ी चिंता की बात है कि इस तरह की घटना हो रही है। वह भी तब जब सरकार भरोसा दे चुकी है कि दीदी को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।'

उषा मंगेशकर ने बताया कि इन दिनों पूरा परिवार दीनानाथ मंगेशकर की पुण्‍यतिथि (24 अप्रैल) मनाने को लेकर तैयारियों में जुटा है। उस दिन कई क्षेत्रों से जुड़ी महान हस्तियों को सम्‍मानित किए जाने का कार्यक्रम है। उन्‍होंने कहा, 'ऐसे समय में ऐसी घटना से हमारी तैयारियों को भी बड़ा झटका लगा है।'

इसी ब्‍लॉक में रहने वाली अभिनेत्री और स्‍तम्‍भकार डॉली ठाकोरे ने कहा, ‘यह इस बात का संकेत है कि आज का समय कितना खराब चल रहा है जहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। आज के युवकों के पास पैसा है और उनके पास आजादी है कि वो चाहे जो करें। चाहे तोड़फोड़ हो या स्‍कूल के किसी छात्र की हत्‍या, ऐसी घटनाएं अक्‍सर मीडिया में सुर्खियां बनती हैं। यह समाज के पतन का संकेत है।

‘डीएनए’ ने गामदेवी पुलिस स्‍टेशन के सीनियर इंस्‍पेक्‍टर प्रदीप लोनानकर से घटना की जांच के बारे में पूछा तो उन्‍होंने कहा, ‘हम दोषियों को जल्‍द से जल्‍द पकड़ने की कोशिश में हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’

पंचनामा के बाद सोसाइटी के मैनेजर राजेश नाबर ने दीवार पर की गई पेंटिंग साफ करवा दिया। परिवार से जुड़े महेश महेश राठौड़ ने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि लता जी जब घर से बाहर निकलें तो यह सब देखकर उन्‍हें दुख पहुंचे।’

गृह राज्यमंत्री ने किया बीएसएफ की फायरिंग रेंज का उद्घाटन


गृह राज्यमंत्री ने किया बीएसएफ की फायरिंग रेंज का उद्घाटन


जैसलमेर पाकिस्तान से सटी सीमा के नजदीक बीएसएफ की सबसे अत्याधुनिक फील्ड फायरिंग रेंज का उद्घाटन शनिवार दोपहर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री भंवर जितेंद्रसिंह ने किया। तनोट में सैनिक सम्मेलन के बाद बीएसएफ जवानों के साथ दोपहर भोज लेंगे। बाद में मूमल सीमा चौकी से सीमा पार की गतिविधियों का अवलोकन कर बीएसएफ अधिकारियों से सीमा से जुड़े मसलों पर बातचीत भी करेंगे।

भंवर जितेंद्रसिंह शनिवार को इंदौर से बीएसएफ के एडीजी अरविंद रंजन के साथ विशेष विमान से रवाना होकर सुबह ग्यारह बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचें। वहां उनकी अगवानी बीएसएफ राजस्थान सीमांत के आईजी के एल मीणा ने की। बाद में वे बीएसएफ हेलिकॉप्टर से बॉर्डर के लिए रवाना हो गए। किशनगढ़ में बीएसएफ की फील्ड फायरिंग रेंज पहुंच कर फीता काटकर उद्घाटन की औपचारिकता पूरी की।

फायरिंग रेंज का अवलोकन करने के बाद वे तनोट जाएंगे। वहां वे सैनिक सम्मेलन में संबोधित करने के बाद उनकी फरियादें सुनेंगे और उनके साथ बड़े खाने में शरीक होंगे। वहां से रवाना होकर अंंतरराष्ट्रीय सीमा का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बाद मूमल सीमा चौकी से सीमा पार की गतिविधियों को देखने के साथ ही बीएसएफ के अधिकारियों से सीमा की चौकसी से लेकर सीमा प्रबंधन के बारे में फीडबैक लेंगे।

बीएसएफ राजस्थान सीमांत के आईजी केएल मीणा ने बताया कि जैसलमेर के किशनगढ़ बल्ज इलाके में बीएसएफ की फायरिंग रेंज के लिए राज्य सरकार ने एक साल पहले 9 हजार 500 एकड़ जमीन का आवंटन किया था। इसके लिए बीएसएफ ने करीब 1 करोड़ 95 लाख रुपए अदा किए थे।

यह रेंज पाकिस्तान सीमा से मात्र 10 किलोमीटर दूर है। पांच से सात किलोमीटर क्षेत्र में फैली इस जमीन पर तारबंदी करवा मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर, ग्रेनेड व राइफल आदि के प्रशिक्षण के लिए ट्रैक तैयार किए गए हैं। इसमें जवानों से लेकर अधिकारी तक विशेष ट्रेंनिग हासिल कर सकेंगे। अभी तक बीएसएफ को आर्मी के फायरिंग रेंज में जाकर अभ्यास करना पड़ता था।

......बांके बिहारी तेरे नैना कजरारे, नज़र ना लग जाए, ओये ओये ओये । मोर का मुकुट शीश पे शोभा पा रहा ।

व्हाइट हाउस को हिलाकर रख देने वाली वेश्या सामने आई

अमेरिकी खुफिया सेवा ने कोलंबिया में एक सेक्स स्कैंडल की घटना सामने आने के बाद तीन कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है। इस घटना से खुफिया सेवा की छवि धूमिल होने की आशंका है। व्हाइट हाउस को हिलाकर रख देने वाली वेश्या सामने आई 
सेक्स स्कैंडल में लिप्त कोलंबियन महिला की तस्वीरें भी इंटरनेट पर सामने आई हैं। बकौल न्यूयार्क डेली न्यूज तस्वीरों में दिखाई दे रही महिला का नाम 'डानिया' है। 'डानिया' नौ साल के एक बच्चे की मां है।

'द न्यूयार्क टाइम्स' को दिए इंटरव्यू में 24 वर्षीय डानिया ने कहा कि उसने एक एजेंट के साथ सेक्स करने के लिए 800 डॉलर पर सौदा तय किया था, लेकिन एजेंट वादे से मुकर गया और उसने मात्र 30 डॉलर देने की पेशकश की।

महिला ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, “इन लोगों ने ये नहीं बताया कि वो ओबामा के साथ हैं।”

कार्टाजेना के अमरीकी होटल में हुई इस घटना के बारे में इस महिला के बयान से कई अहम जानकारियां सामने आई है। महिला ने इस बात से इनकार किया कि वो एक वेश्या है। उसका कहना है कि वो एक एस्कॉर्ट है।

उसने कहा कि वो अब डरी हुई है लेकिन जल्द से जल्द शहर छोड़ कर बाहर जाना चाहती है क्योंकि इस मामले में अब अमरीकी सरकार शामिल हो गई है।

इस बीच दो सांसदों ने खुफिया सेवा प्रमुख मार्क सुलिवान को आरोपी अधिकारियों के वेश्या के साथ रहने को लेकर पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह ‘संवेदनशील सुरक्षा सूचना’ को लेकर जोखिम उठाना है। डेरेल इसा और इलीजा कमिंग ने आगाह किया कि पिछले सप्ताह बराक ओबामा के आगमन से पहले कार्टाजेना में इस तरह की घटना से एजेंसी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा है।

विस अध्यक्ष, मुख्यमंत्री से लेकर नेता प्रतिपक्ष तक सबकी बल्ले-बल्ले!

 

जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में बजट पारित होने से पहले कई घोषणाएं की। विधायकों को अपने इलाके में विकास कराने के लिए अब एक करोड़ के बजाय दो करोड़ रुपए सालाना मिलेंगे। विधायकों को अब हर महीने दस दिन अपने इलाके में वाहन सुविधा के लिए 10 हजार के बजाय 20 हजार रुपए मिलेंगे। इन दोनों घोषणाओं पर प्रतिपक्ष ने भी जमकर मेजें थपथपाईं। प्रदेश में सभी तरह के यार्न को प्रवेश कर से मुक्त कर दिया गया है। जयपुर में डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय खोला जाएगा।

अब प्रदेश के सभी प्राइवेट और सरकारी लॉ कॉलेज इस विवि के अधीन होंगे। इसके लिए 10 करोड़ रु. दिए गए हैं। एएनएम को 400 रु. और जीएनएम को 600 रु. की दर से प्रति माह भत्ता मिलेगा।

एससी, एसटी छात्रों को छात्रवृत्ति

>अल्पसंख्यकों से जुड़ी योजनाओं और कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग के लिए संभागीय आयुक्त कार्यालयों में उप निदेशक स्तर के अधिकारी लगाए जाएंगे।इस साल 1500 अल्पसंख्यक छात्रों को मेरिट कम मींस स्कॉलरशिप दी जाएगी।

>अजा-जजा के छात्रों को छठी से आठवीं तक 50 रुपए और छात्राओं को 100 रुपए प्रति माह स्कॉलरशिप मिलेगी। इसका फायदा 9 लाख छात्र-छात्राओं को मिलेगा।

अन्य अहम घोषणाएं

>आंतरिक सुरक्षा के लिए जयपुर में इंटेलीजेंस ट्रेनिंग एकेडमी। इसके लिए इंस्पेक्टर स्तर का अलग कैडर बनेगा।

>एसएस शीट्स और सर्किल बनाने वाले निर्माताओं की ओर से खरीदे जाने वाले एसएस फ्लैट्स पर कर दर को पांच प्रतिशत से एक प्रतिशत कर दिया गया है।

जयपुर में साइबर पुलिस स्टेशन

जयपुर में एसपी स्तर के अधिकारी के अधीन साइबर स्टेशन खुलेगा।

-नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षा विभाग अब निजी सुरक्षा एजेंसियों के गार्डो को प्रशिक्षित करेंगे, प्रमाणपत्र देंगे।

-लोकसेवकों, समाजसेवकों और खिलाड़ियों को भी राजस्थान रत्न अवार्ड मिलेगा।

-स्वास्थ्य विज्ञान विवि को अध्यापन के लिए सभी मेडिकल कॉलेजों से कंप्यूटर और विडियो नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

-आयकर नहीं देने वाले परिवारों के सदस्य कृत्रिम अंग और उपकरण लगवाने की सुविधा मिलेगी।

-असंगठित श्रमिकों के लिए अब तक सिर्फ सात संभागीय मुख्यालयों में लागू राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना अब सभी जिलों में लागू होगी।

-1265 मानव रहित रेल्वे क्रॉसिंग्स पर रेलवे आरयूबी बनाएगा, सरकार इनके लिए संपर्क सड़कें बनाएगी।

-भोपा, बागरिया, बंजारा, गाड़िया लुहार, कंजर, सांसी, नट, मेव-मिरासी, जागा, जोगी, वाल्मीकि, रेबारी आदि जातियों को मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोष का फायदा मिलेगा।

7 नई तहसीलें, 4 उप तहसीलें

>ये नई तहसीलें : कनवास (कोटा), गलियाकोट और साबला (डूंगरपुर), फूलियाकलां और हमीरगढ़ (भीलवाड़ा), सिणधरी और सेड़वा (बाड़मेर)। >उप तहसीलें : बाड़मेर में समदड़ी, दौसा में मंडावर, अजमेर में अराई, भीलवाड़ा में काछौला ।

>डीग-भरतपुर और भादरा-हनुमानगढ़ में भी एडिशनल एसपी ऑफिस खुलेंगे।

>सर्किल ऑफिस : मंडोर, बोरानाड़ा, गुढ़ामालानी, सरदारशहर, डेगाना, बागीदौरा, मनोहर थाना।

>पुलिस थाने : मतोड़ा, बनाड़, बोरानाड़ा, कुड़ी भगतासनी, कांकरोली, निंबाहेड़ा सदर, खो नागोरियान, अमरसर, भांकरोटा, सेज औद्योगिक क्षेत्र जयपुर, करवर, मंडलेरा, रामसागड़ा, नाल, कालू, नीम का थाना सदर, उद्योगनगर (सीकर), सेमारी (उदयपुर), तलवाड़ा (हनुमानगढ़)।

मंत्री-विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़ाए

राज्य विधानसभा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों के वेतन भत्तों से जुड़े दो अलग अलग विधेयक बिना बहस दो मिनट में पारित कर दिए गए। माकपा के तीनों विधायकों ने इसका विरोध किया और सदन से बहिर्गमन किया। राज्य सरकार ने वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी के लिए अपने खजाने को खोलते हुए मंत्रियों के साथ विधानसभा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, सरकारी मुख्य सचेतक, सरकारी उपमुख्य सचेतक और पूर्व विधायकों के वेतन भत्तों में बढ़ोतरी की है। यह 1 अप्रैल, 2012 से लागू होगी। इससे पहले 2010 में वेतन भत्ते बढ़ाए गए थे।

इस विधेयक के अनुसार अब एक विधायक को वेतन, भत्ते, पेट्रोल खर्च और मकान किराया जोड़ने पर 82,500 रुपए मिलेंगे। इससे पहले विधायकों को 54,000 रुपए मिलते थे। इस प्रकार सीधे तौर पर 28,500 रुपए का फायदा होगा। रेल यात्रा की खर्च सीमा भी एक लाख से बढ़ाकर डेढ़ लाख रुपए कर दी गई है। इसके साथ ही बैठक में शामिल होने का भत्ता 700 रुपए से बढ़ाकर 1,000 रुपए और राज्य के बाहर 800 रुपए से बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री के वेतन भत्तों को 50,000 रुपए से बढ़ाकर 70,000 रुपए कर दिए गए हैं। इसी प्रकार मंत्रियों के 42,000 रुपए से बढ़ाकर 60,000 रुपए, राज्य मंत्रियों के 40,000 रुपए से बढ़ाकर 57,000 रुपए कर दिए गए हैं। इसी प्रकार विधानसभा अध्यक्ष के वेतन भत्ते 43,000 रुपए से बढ़ाकर 63,000 रुपए, उपाध्यक्ष के 41,000 से बढ़ाकर 60,000 रुपए, नेता प्रतिपक्ष के 41,000 रुपए से बढ़ाकर 60,000 रुपए,कर दिए गए हैं।

ढाई साल में बढ़े :

इससे पहले मंत्रियों के वेतन भत्ते इससे पहले 1 अप्रैल, 2010 मैं बढ़ाए गए थे। वहीं, विधायकों के वेतन भत्तों में संशोधन कर बढ़ोतरी 1 अगस्त, 2009 में की गई थी।

विधानसभा अध्यक्ष का वेतन 33 हजार

मद पहले अब

विधानसभा अध्यक्ष

वेतन 23,000 33,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

विधानसभा उपाध्यक्ष

वेतन 21,000 30,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

नेता प्रतिपक्ष

वेतन 22,000 30,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

सरकारी मुख्य सचेतक

वेतन 22,000 30,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

सरकारी उपमुख्य सचेतक

वेतन 20,000 27,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

विधायक

वेतन 10,000 15,000

निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 30,000 40,000

डीजल-पेट्रोल भत्ता 10,000 20,000

मकान किराया भत्ता 4,000 7,500

रेल यात्रा व्यय 1,00,000 1,50,000

फर्नीचर 50,000 80,000

बैठक भत्ता राज्य में 700 1,000

बैठक भत्ता राज्य के बाहर 800 1,250

सचिवालय सहायक भत्ता 20,000 20,000

पूर्व विधायकों

पेंशन 7,500 रुपए प्रतिमाह। एक हजार रुपए प्रति कार्यकाल के अनुसार अतिरिक्त।

मुख्यमंत्री

वेतन 25,000 35,000

सत्कार भत्ता 25,000 35,000

उप मुख्यमंत्री

वेतन 10,500

सत्कार भत्ता 6,000

मंत्री

वेतन 22,000 30,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

राज्य मंत्री

वेतन 20,000 27,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

उपमंत्री

वेतन 8250 24,000

सत्कार भत्ता 2500 20,000

संसदीय सचिव

वेतन 20,000 27,000

सत्कार भत्ता 20,000 30,000

भांजी को अगवा कर फर्जी सिम से मांगी फिरौती

फर्जी सिम से मांगी फिरौती

जयपुर। भांजी को अगवा कर फिरौती वसूलने के लिए रवि और उसके साथियों ने शातिराना अंदाज में योजना बनाई थी, लेकिन यह धरी रह गई। अभियुक्तों ने फिरौती के खातिर फोन के लिए जवाहरात व्यवसायी निर्मल कोठारी की आईडी पर दो सिम खरीदी। पुुलिस सिम धारक के पते पर पहंुची तो इसका खुलासा हुआ। निर्मल गोपालपुरा बाइपास स्थित कृष्णा नगर में रहते हैं। सिम उनके ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर मालवीय नगर में त्रिमूर्ति अपार्टमेंट के पास मामा जनरल स्टोर से खरीदी गई। पुलिस को इसके पीछे कोठारी के पुराने नौकर पर संदेह है।

पढ़ाई एमबीए की...
रवि ने मुम्बई से एमबीए के बाद काम भी शुरू किया, लेकिन उसकी आदतें बिगड़ती गईं। काम में घाटे के बाद मौज मस्ती जारी थी। एडिशनल कमिश्नर गिरिराज मीणा ने बताया कि रवि के डॉली से अवैध संबंध हैं। उसने डॉली को वैशाली नगर में फ्लैट दिला रखा है। डॉली के मोबाइल की सिम रवि के भाई की आईडी पर जारी है। रवि के आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों से संबंध हैं। उसे रामबाबू गुप्ता को कुछ रकम चुकानी थी। रामबाबू पर गुण्डा एक्ट लग चुका है। वह क्रिकेट की सट्टेबाजी में गिरफ्तार हो चुका है। ऎसे काम में रवि भी लिप्त हो सकता है।

ऊपर नीचे नोट चिपका कर बनवाई गडि्डयां
रवि ने मां सुशीला को बताया कि उसने फिरौती के 18 लाख रूपए दोस्तों से इकट्ठा किए हैं। यकीन दिलाने के लिए उसने मां को नोटों से भरा बैग दिखाया। हालांकि बैग में कागज की गडि्डयां थीं। गçaयों के ऊपर और नीचे एक-एक असली नोट लगाए गए थे। डॉली ने अपने फ्लैट पर ये गडि्डयां तैयार की थीं। बच्ची को उठाने के बाद कुलदीप व वरूण उसे डॉली के फ्लैट पर ले गए। दूसरी ओर रवि दोस्तों से रूपए लेने की बात कह कर चुपचाप अपनी मां के साथ वैशाली नगर चला गया। मां को बैग दिखाते हुए उसने बताया कि 18 लाख की व्यवस्था हो गई। कार में बैग रख वह मां के साथ कॉम्पलेक्स गया। वापस लौटने से पहले उसके साथी बच्ची को छोड़ बैग ले गए। तब भी मां को बेटे की नौटंकी पर संदेह नहीं हुआ।

सुबह से ही चालू था नाटक
भांजी के गायब होने के बाद रवि बनावटी व्यवहार करता रहा और पड़ोसियों के यहां चक्कर लगाने लगा। सूचना पर पास में रहने वाले आकृति के पिता ब्रजेश व मां छाया भी पहंुचे। कुछ ही देर में परिजन व आसपास के लोग जुट गए। साथी वकील, बार एसोसियेशन के अध्यक्ष व पदाधिकारी भी पहुंच गए। बच्ची के सकुशल पहुंचने के आधा घंटे तक घर में जश्न का माहौल रहा, मिठाइयां बंटी, लेकिन रवि और अन्य की कलई खुलते ही सब अवाक रह गए।

अन्ना-रामदेव की राहें फिर मिलीं, कहा सरकार से नहीं कोई दुश्मनी

 

गुड़गांव .भ्रष्टाचार खत्म करने, मजबूत जनलोकपाल बिल और काला धन वापस लाने के मुद्दों पर अभी तक सरकार से अकेले-अकेले लड़ रहे अन्ना हजारे और बाबा रामदेव की राहें अब एक हो गई हैं। दोनों अभी तक एक होने की सिर्फ बातें कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार को गुड़गांव में दोनों ने एक साथ मिलकर इन तीनों मुद्दों पर एक मई से अभियान चलाने की घोषणा की। अन्ना अपने अभियान की शुरुआत शिरडी से और बाबा रामदेव छत्तीसगढ़ के दुर्ग से करेंगे।



सरकार से नहीं है कोई दुश्मनी



अन्ना के आंदोलन को सरकार विरोधी कहे जाने पर अन्ना ने एक बार फिर कहा कि हमारा आंदोलन न तो केंद्र सरकार के खिलाफ है और ना ही किसी राजनीतिक पार्टी के। हम सिर्फ देश के लोगों को उनका हक दिलाना चाहते हैं।



हां, अगर सरकार हमारे इस मकसद में अड़चन बनती है तो उसे इसका फल भुगतना पड़ेगा। हाल ही में विभिन्न राज्यों में हो रहे चुनावों और अब दिल्ली के एमसीडी चुनावों में सरकार की जो दुर्गति हुई है वो इसी का परिणाम है। 2014 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर दोनों ने एलान किया कि वे अगस्त से मिलकर अपना बिगुल फूकेंगे।



बुरे लोग साथ तो अच्छे क्यों नहीं



अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के कुछ समय पहले अलग-अलग अभियान चलाए जाने और अब एक होने के सवाल पर अन्ना ने कहा कि जब चुनावों का समय आता है तो सभी राजनेता एक-दूसरे के विपक्षी हो जाते हैं। उसके बाद सभी एक-दूसरे के दोस्त बन जाते हैं। जब बुरे लोग एक साथ एक मंच पर आ सकते हैं तो अच्छे लोगों के एक होने से सभी अचंभित क्यों हैं।



भ्रष्ट बाबा को मिले सजा



मीडिया के द्वारा भ्रष्ट बाबाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के विषय में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि जो बाबा भ्रष्ट हैं उन्हें किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए। बाबा हो या बाबू अगर भ्रष्ट है तो कानून के नियमों के अनुसार सजा मिलनी चाहिए।



रविशंकर भी होंगे साथ



अन्ना ने साफ कहा कि फिलहाल वो दोनों इस अभियान की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन कुछ दिनों में रविशंकर भी अभियान से जुड़ जाएंगे। इसके साथ ही अन्ना ने उन सब लोगों को भी अभियान से जुड़ने का निमंत्रण दिया जो समाज से जुड़े हैं।



भ्रष्टाचार पर फाइल



अन्ना टीम के मुख्य सहयोगी अरविंद केजरीवाल के गुड़गांव ना पहुंचने के विषय में एक सवाल का जवाब देते हुए अन्ना ने कहा कि हमारी अभी उनसे एक घंटे पहले बात हुई है। वे भ्रष्टाचारी नेताओं के खिलाफ सबूत एकत्रित कर फाइल बना रहे हैं।



महाराष्ट्र से जनलोकपाल



अन्ना ने कहा कि लोगों के हित के सभी महत्वपूर्ण बिल पहले महाराष्ट्र में पास हुए और उसके बाद दूसरे राज्यों व केंद्र में। इसलिए मैं चाहता हूं कि जनलोकपाल को पारित करने की शुरुआत भी पहले महाराष्ट्र सरकार करे। 26 अप्रैल को मेरा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मुलाकात का कार्यक्रम है। वहां इस विषय पर चर्चा की जाएगी।

बाड़मेर ..आज की ताजा खबर. शनिवार, २१ अप्रैल, 201२


पत्नी को छोड़ नाबालिग से शादी रचाने की तैयारी!


पत्नी ने की एसपी से की शिकायत


बाड़मेर प्रशासन जहां अक्षय तृतीया के मौके पर बाल विवाह रोकने की तमाम कवायद कर रहा है वहीं सरहदी इलाके के लखे का तला(रमजान की गफन) में एक शख्स अपनी पत्नी को छोड़ नाबालिग लड़की से शादी रचाने की तैयारी कर रहा है।

इसे लेकर पीडि़त पत्नी ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक संतोष चालके से मुलाकात कर शादी रुकवाने के लिए मदद मांगी। एसपी को दी लिखित शिकायत में महिला ने बताया कि उसका विवाह 14 साल पूर्व मिठड़ाऊ निवासी मठार मेघवाल के साथ हुआ था। बाद में ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। गुरुवार को उसके पति मठार, सास व ससुर ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया।

बालोतरा. औद्योगिक नगरी में शुक्रवार को दिनभर मौसम सुहाना बना रहा। अल सवेरे बादल छाए रहने व ठंडी हवा चलने के साथ हल्की फुहारों ने लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की। दिनभर बादलों की आवाजाही व दोपहर में फिर से आई बूंदाबांदी से मौसम में ठंडक का अहसास रहा। हालांकि दिन के समय एक-दो बार चटख धूप भी निकली, मगर फिर बादलों ने सूरज को अपने आगोश में ले लिया। जांच करेंगे ॥ महिला ने शिकायत की है, जांच कराई जाएगी और यदि सच है तो महिला के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।'
संतोष चालके, एसपी
दूसरी शादी की तैयारी
पीडि़त महिला ने बताया कि उसका पति दूसरी शादी रचाने की तैयारी कर रहा है। उसने आशंका जाहिर करते हुए बताया कि आगामी 24 या 25 अप्रेल को उसका पति सरहदी कलरो का तला में बारात लेकर जाएगा। इतना ही नहीं जिस युवती से वो शादी रचाने जा रहा है वो नाबालिग है। पीडि़त महिला के एक पुत्र भी है।
डोडा-पोस्त तस्करी में पकड़ा गया ट्रक भी चोरी का 


पुलिस ने पकड़े गए घायल आरोपी को उपचार के बाद किया गिरफ्तार


सिवाना  मिठोड़ा चौराहे पर गुरुवार शाम पुलिस नाकाबंदी में तस्करों से बरामद हुआ डोडा-पोस्त से भरा मिनी ट्रक चोरी का निकला। वहीं ग्रामीणों के सहयोग से पकड़े गए तस्करी के आरोपी बाड़मेर के बलदेवनगर निवासी नारायणराम पुत्र लिखमाराम जाट को उपचार के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

बचने के लिए उड़ाते रहे मिर्च पाउडर

थानाधिकारी रामवीर जाखड़ ने बताया कि तस्करों ने पुलिस गिरफ्त से बचने की कई कोशिशों की। इसके पुलिस के पीछा करने पर पहले तो ट्रक को तेजी से भगाया। पुलिस दल के करीब पहुंचने पर वे पुलिस की गाड़ी पर मिर्ची पाउडर भी उड़ाते रहे। आखिरकार मिठोड़ा चौराहे पर ग्रामीणों के सहयोग से मिनी ट्रक को पकड़ लिया गया। ट्रक से करीब 16 क्विटंल 70 किलो डोडा पोस्त बरामद हुआ। इसकी बाजार कीमत सात लाख रुपए आंकी जा रही है।

संदेह होने पर किया था पीछा: थानाधिकारी जाखड़ के अनुसार गुरुवार शाम साढ़े चार बजे नियमित गश्त के दौरान मोकलसर से मिनी ट्रक तेज रफ्तार के साथ पादरू की तरफ निकली तभी संदेह हो गया। उसका पीछा किया। नाकाबंदी तोड़कर भाग रहे ट्रक को पकडऩे के लिए आगे पादरू चौकी पुलिस को सूचना कर मिठोड़ा चौराहे पर नाकाबंदी करवाई गई।

गोली से टूटे मोबाइल को कब्जे में लिया

मिठोड़ा चौराहे पर नाकाबंदी के दौरान तस्करों ने दहशत फैलाकर भागने की नीयत से ग्रामीणों व पुलिस पर माउजर से चार फरार किए। इससे तीन ग्रामीण घायल हो गए। वहीं एक गोली एक ग्रामीण के हाथ मे पकड़े मोबाइल फोन में घुस गई। पुलिस ने इस मोबाइल को कब्जे में लिया है।

बरामद ट्रक अहमदाबाद का

पुलिस के मुताबिक बरामद मिनी ट्रक पंडित ट्रांसपोर्ट कंपनी अहमदाबाद का है। इसके चोरी होने का मामला अहमदाबाद के राड़ीया थाना में 13 अप्रैल को दर्ज है। मिनी ट्रक पर आगे पीछे फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई है।

गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कई थानों में दर्ज हैं मामले: गिरफ्तार आरोपी नारायणराम पुत्र लिखमाराम जाट के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार अब तक उसने कुछ भी नहीं बताया है। उसके कब्जे से बरामद माउजर व दो जिंदा कारतूस के बाबत भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार नारायणराम पेशेवर तस्कर है। उसके खिलाफ बाड़मेर कोतवाली थाना, सदर थाना, सेड़वा, सांचोर सहित आधा दर्जन थानों में शराब तस्करी एवं मारपीट के मामले दर्ज हैं।


सिणधरी, सेडवा तहसील व समदड़ी को उप तहसील का दर्जा

अब राजस्व संबंधी कार्यों के लिए ग्रामीणों को नहीं करना पड़ेगा लंबा सफर

बाड़मेर जिले की दो उप तहसीलों को तहसील व समदड़ी में उप तहसील को मंजूरी मिलने से ग्रामीणों को राहत मिलेगी। दशकों से तहसील का दर्जा मिलने का इंतजार कर रहे लोगों की मांग पूरी हो गई। राजस्व मंत्री के प्रयासों से एक साथ तीन मुख्यालयों को नई सौगात मिली है। अब ग्रामीणों को राजस्व संबंधी कार्यों के लिए लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा। उप तहसील सिणधरी व सेडवा को तहसील में क्रमोन्नत करने का प्रस्ताव राजस्व मंत्री की अनुशंषा पर तैयार कर राजस्व विभाग को भेजा गया था। तहसील का दर्जा दिलाने संबंधित समस्त मापदंडों की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री ने इसे हरी झंडी दे दी। अब उप तहसील सिणधरी व सेडवा तहसील मुख्यालय में क्रमोन्नत किए गए हैं। साथ ही समदड़ी को नई उप तहसील का दर्जा दिया गया है। क्या होगा फायदा: तहसील का दर्जा मिलने से सिणधरी व सेडवा परिक्षेत्र में आने वाले गांवों की खातेदारी भूमि के बेचान की रजिस्ट्री, नामांतरण, सार्वजनिक हितार्थ भूमि आवंटन, भूमि समर्पण जैसे समस्त कार्य हो सकेंगे। साथ ही नए राजस्व गांवों के प्रस्ताव, भूमि संबंधी विवादों का भी निपटारा होगा।

जिले में अब दस तहसील: जिले में पहले आठ तहसील बाड़मेर, चौहटन, रामसर, शिव, बायतु, सिवाना, पचपदरा व गुड़ामालानी थी। अब दो नई तहसील क्रमोन्नत होने से कुल 10 तहसील हो गई है।