रविवार, 15 अप्रैल 2012

अग्नि नृत्य की परंपरा आज भी कायम

अग्नि नृत्य की परंपरा आज भी कायम


बाड़मेर. जसनाथ महाराज के सिद्ध मला राग पर आग में नृत्य करने की अनूठी परंपरा वर्षों से चली आ रही है। कभी आग को हाथ में लेकर मुहं में चबाना तो कभी मुंह से आग से चिनगारियां निकालना या फिर आग पर पैरों से कूदते हुए नृत्य करनालेकिन लीलसर स्थित जसनाथ धाम पर शुक्रवार रात्रि में हुए अग्नि नृत्य ने हर किसी को अचरज में डाल दिया। सिद्ध संतों की ओर से आयोजित इस नृत्य में आग की अंगारों पर नाचते दौड़ते और आग को मुंह में चबाकर अंगारे निकालने जैसे दृश्य देख हर कोई अपने आप को तालियां बजाने से रोक नहीं पाया और पांडाल जसनाथ महाराज के जै कारे से गूंज उठा। मला राग व नगाड़ों की थाप का विशेष महत्व: आग में नृत्य करने के लिए कोई तपस्या या कोई तप की आवश्यकता नहीं रहती बल्कि धर्मगुरु जसनाथ महाराज के बताए रास्तों के अनुसार मला राग और नगाड़े की थाप के साथ ही सिद्ध आग में नृत्य करने लगते है, इसके लिए उन्हें 36 नियमों की पालना करनी होती है, जिसमें मांस मंदिरा सहित नशा पता नहीं करना होता है, अगर कोई ऐसा करता है और आग में नृत्य करे तो उसके परिणाम बुरे हो सकते है। नियमों की पालना कर अग्नि नृत्य करते है तो मला जाप के साथ ही अग्नि शांत अवस्था हो जाती है, जो न तो ठंडी रहती है और न ही गर्म। इस दौरान सिद्ध भक्त अग्नि पर नृत्य करने की अनूठी परंपरा निभाते है। इस अग्नि नृत्य की शुरूआत महाराजा औरंगजेब के समय से शुरू हुई थी जिस समय पहला परसा स्तंभ महाराज को दिया था। जिसके बाद आज भी मला राग के शब्द पर सिद्ध भक्त अग्नि नृत्य करते है। उस समय जसनाथ भगवान ने सिद्ध भक्तों को आशीर्वाद दिया था कि जो 36 नियमों की पालना करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने के साथ ही मला राग पर आग में नृत्य करेगा तो उसे आग का एहसास तक नहीं होगा। और उसके बाद ये परंपरा सदियों से चली आ रही है।

दो साल के बेटे के साथ टांके में कूदी मां


दो साल के बेटे के साथ टांके में कूदी मां

सूचना मिलने पर एसडीएम व पुलिस दल मौके पर पहुंचा

. बाड़मेर   गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के गोलिया जेतमाल गांव में एक महिला अपने मासूम बेटे को लेकर टांके में कूद गई। थानाधिकारी ताराराम बैरवा ने बताया कि पूनमाराम पुत्र विरमाराम जाट निवासी गोलिया जेतमाल ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पुत्र वधू शांतिदेवी (25) पत्नी लालाराम जाट शुक्रवार रात्रि को अपने पुत्र रमेश (2) को लेकर खेत में बने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने बताया कि उसका बेटा गुजरात में मजदूरी पर गया हुआ था, पीछे उसकी पुत्रवधू अकेली रहती थी। सूचना मिलने पर एसडीएम जितेन्द्र सिंह नरुका व पुलिस दल मौके पर पहुंचा। जहां शवों को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिए। 

शमा बानो को पीएम करेंगे सम्मानित

बाड़मेर. जिले के चौहटन पंचायत की प्रधान शमा बानो को राष्ट्रीय पंचायत दिवस 24 अप्रैल को विज्ञान भवन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह सम्मानित करेंगे। गफूर र अहमद ने बताया कि उन्हें पंचायती राज की ओर से संचालित सभी योजनाओं की सफलता पूर्वक क्रियान्विति, मॉनिटरिंग, महिला सशक्तीकरण एवं अल्पसंख्यक बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने पर राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।



क्रिकेट पर सट्टा लगाते एक गिरफ्तार

बाड़मेर. शहर के स्टेशन रोड स्थित एक गारमेंट शो रूम से शनिवार शाम आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे एक सटोरिए को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रशिक्षु डिप्टी अमृतलाल जीनगर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करते हुए सट्टे के आरोपी धर्मेंद्र पुत्र बाबूलाल को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से तीन डायरियां जिनमें 14 लाख रुपए का हिसाब था बरामद की। इसके अलावा एक टेलीविजन व केलकुलेटर, दो मोबाइल तथा आईपीएल का केलेंडर जब्त किया। जीनगर ने बताया कि कार्रवाई में कानिस्टेबल गोपीकिशन व सुरेंद्र सहित पुलिस जाप्ते के साथ हुई कार्रवाई में सटोरिए के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।

अफगान संसद पर रॉकेट हमले, तालिबान ने ली जिम्‍मेदारी

काबुल. अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में आतंकवादियों ने भीषण हमला बोल दिया है। यहां स्थित संसद पर आतंकवादियों ने आज राकेटों से हमला कर दिया। संसद में कई आतंकवादियों के घुसे होने की भी खबर है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि संसद के भीतर कितने लोग मौजूद हैं। जलालाबाद एयरपोर्ट पर आतंकवादियों ने कब्‍जा कर लिया है।
 
इसके अलावा रूसी और ब्रिटिश दूतावास पर हमला किया गया है। अमेरिकी दूतावास के सामने भी धमाके हुए हैं। दूतावास में खतरे की घंटी बजी है। वहां से कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक काबुल स्थित भारतीय सुरक्षित हैं। काबुल में कम से कम 12 धमाके होने की खबर है। ये हमले काबुल के वजीर अकबर जिले में हुए हैं।

काबुल स्थित स्‍टार होटल पर आत्‍मघाती हमलावरों ने कब्‍जा कर लिया है। ये आतंकवादी होटल से ही लगातार गोलीबारी कर रहे हैं। होटल से आग की लपटें उठ रही हैं। काबुल स्थित तुर्की के सैन्‍य आधार शिविर पर भी आतंकवादी हमले की खबर है। आतंकवादी संगठन तालिबान ने इन हमलों की जिम्‍मेदारी ली है।

बीते फरवरी के बाद अफगानिस्‍तान में यह सबसे बड़ा हमला है। आतंकवादियों ने अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई के भाई अहमद वली करजई की जुलाई 2011 में हत्‍या कर दी थी।

सरपंच का प्रयास: आज इस गांव में हर घर की बेटी जाती है स्कूल!

सिलारी (जोधपुर).जोधपुर जिले के सिलारी गांव के लोग अपनी बेटियों को स्कूल भेजने से नहीं हिचकते हैं। सरपंच पूनम ने लोगों से अपनी बेटियों को पढ़ने भेजने की गुहार लगाई। आज यहां हर घर की बेटी स्कूल जाती हैं। पूनम बतातीं हैं कि जब गांव में बेटियां पढ़ने लगेंगी तो एक नहीं दो-दो परिवार शिक्षित होंगे।  
इसका फायदा जिस गांव या परिवार में यह ब्याह कर जाएगी वहां होगा। उनका अगला लक्ष्य गांव में सैकंडरी स्तर बालिका स्कूल बनवाना है। पूनम कंवर ने खुद एमए व एमसीए की डिग्री ले रखी है। उन्होंने तीस हजार रुपए मासिक की नौकरी छोड़कर गांव में काम करने का फैसला किया। दो साल पहले हुए पंचायत चुनाव लड़ा और सरपंच चुनी गई। वे आपसी विवादों का निपटारा गांव में खुद ही करती हैं।

राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलेगा जैसलमेर में


अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति जैसलमेर

समिति की बैठक जवाहर विद्यापीठ में संपन


राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलेगा जैसलमेर में


जैसलमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघार्षा समिति जैसलमेर की अहम् बैठक रविवार को जवाहर विद्यापीठ छंगानी चौक में यूं आई टी चेयरमेन उम्मीद सिंह तंवर के मुख्या आतिथ्य और समिति के बाड़मेर जैसलमेर प्रभारी चन्दन सिंह भाटी की अध्यक्षता में संपन हुई .समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रविन्द्र छंगानी ने बताया की जैसलमेर में राजस्थानी भाषा की मान्यता के पुरजोर प्रयासों पर बैठक में चर्चा की गयी ,बैठक को संबोधित करते हुए उम्मीद सिंह तंवर ने कहा की माँ ,मातृभूमि और मायद भाषा का सम्मान सबसे बड़ा धर्म है ,जेसाने से राजस्थानी भाषा को मान्यता की हूक बड़ी जोर से उठेगी ,उन्होंने कहा की राज्य सरकार के साथ सभी संसद इस दिशा में प्रयासरत हें ,राज्य सरकार ने राजस्थानी भाषा को संवेधानिक दर्जा देने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भिजवा चुकी हें ,इस अवसर पर जैसलमेर के प्रभारी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की जिस देश का साहित्य जगमगाता हो,वह देश अपने आप में जगमगाता है ,और इस लिए संस्कृति की जो मौलिक अभिव्यक्ति है,उसकी भाषा संवाहक होती है । बिना खुद की जुबान के राष्ट्र ,प्रदेश या व्यक्ति के स्वाभिमान का होना बडा़ असम्भव काम है , भारतीय भाषाओं के शब्द भंडार से हिन्दी बहुत समृद्ध हुई है । दुर्भाग्यवश पांच दशक बीत जाने के बाद स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती का वर्ष आ गया फ़िर भी इन पच्चास वर्षों के अन्दर जिस राजस्थानी भाषा के अन्दर आज़ादी के गीत लिखे गए थे,जिन गीतों को, जिस साहित्य को सुन कर लोगों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए,आज उस राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची के अन्दर मान्यता नहीं मिली । इस कारण से राजस्थानी साहित्य बहुत उपेक्षित हो रहा है ।समिति के आनंद जगानी ने कहा की  हम मीरा के गीत ,उसके पद को ठीक प्रकार से नहीं समझ पा रहे है । नरहरि दास,बांकीदास,चंदरबरदाई,राजिया के दूहे, और पृथ्वीराज की कविताओं का हम अभी तक इंतजार कर रहे हैं । एक विजयदान देथा ज़रूर हैं, जिनकी कहानियां सुन कर हम देश-देशान्तर में गौरव का अनुभव करते हैं । , चाहे राजस्थान हो,चाहे महाराष्ट्र हो, चाहे पश्चिम बंगाल हो, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश, असम में बसे हुए लगभग 8  करोड़ के आसपास राजस्थानी भाषा का उपयोग करने वाले लोग हैं, जिनकी मातृभाषा आज संविधान की आठवीं सूची का इंतजार कर रही है ।समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रविन्द्र छंगानी ने कहा की राजस्थान वासियों का और राजस्थान की भाषा बोलने वालने वालों का हक छीनने का कोई औचित्य प्रकट नहीं होता ।समिति के डॉ अशोक तंवर ने कहा की  राजस्थानी भाषा का जहां तक सवाल है, इसका अस्तित्व आठवीं शताब्दी में आया, और इस में लिखे हुए ग्रन्थ आज भी उपलब्ध हैं ।समिति के मनीष राम देव ने कहा की समिति से जैसलमेर वासियों को जड़ने के सतत प्रयास जरूरी हें ,सिकंदर शेख ने कहा की रविवार २१ अप्रेल को हनुमान चौराहा गाँधी दर्शन पर पोस्ट कार्ड अभियान आरम्भ किया जाएगा ,इसके पश्चात शहर के मुख्या मार्गो पर पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जाएगा ,बैठक में सदस्य राजेंद्र सिंह चौहान तथा विजय बल्लानी ने कहा की समिति के घटक संघठनो  मोटियार परिषद् ,राजस्थानी महिला परिषद् ,राजस्थानी भाषा चिंतन परिषद् के गठन प्राथमिकता में शुमार किये जाए ,इस अवसर पर प्रेम प्रकाश बिस्सा अरविन्द छंगानी पंकज तंवर ने भी अपने विचार रखे ,बैठक के अंत में शनिवार को पुनः बैठक कर पोस्ट कार्ड अभियान  की तयारी पर मंथन करने का तय किया गया ,इससे पूर्व जैसलमेर के प्रभारी चन्दन सिंह भाटी का स्वागत  किया गया कार्यक्रम का संचालन  मनीष रामदेव ने किया








शनिवार, 14 अप्रैल 2012

देश- विदेश में विख्यात राजस्थानी लोक गायिका रुखमो

 

राजस्थान के थार रेगिस्तान की खास पहचान माण्ड गायिकी को लोक गायिका रुखमों ने नई ऊँचाईयां प्रदान की हैं। थार की एकमात्र गायिका रुखमों ने विकलांग होते हुए भी माण्ड गायिकी की सरताज मल्लिका रेशमा, अलनजिला बाई, मांगी बाई, गवरी देवी की कतार में अपना स्थान बनाया हैं। बाड़मेर के छोटे से गॉव जाणकी में लोक गायक बसरा खान के घर जन्मी रुखमा का जीवन मुफलिसी में गुजरा। आज भी रुखमों गरीबी में जी रही हें। रुखमों की दादी अकला देवी तथा माता आसी देवी अविभाजित भारत के थार क्षेत्र की ख्यातनाम माण्ड़ गायिका थी। आसी के सुरीले कण्ठों ने उन्हे ख्याति दिलाई थी। परिवार में लोक संस्कृति और लोक गायिकी के खजाने ने रुखमों के मन में लोक गीत संगीत के प्रति रुचि भर दी थी। रुखमों ने अपनी माता से माण्ड गायिकी की बारिकीयां सीखी। परिवार में लोक संगीत के माहौल से रुखमों की दीवानगी गायिकी के प्रति बढती गयी। सीखने की ललक के चलते बहुत जल्द रुखमों ने लोक गायिकी एवं संगीत की कला सीख ली। माण्ड का नाम आते ही मर्म स्पर्शी गीत केसरिया बालम आऔ नी पधारो म्हारे देस के स्वर गूँज उठते हैं | उस नायिका का मान मनुहार,मिलन की ललक और विरह वेदना साकार हो उठती हैं जिसको प्रियतम के लौट आने की प्रतिक्षा में दिन रात गिनते गिनते उंगलियों की रेखाएं घिस जाती हैं और तन इतना क्षीण हो जाता हैं कि उंगली की अंगुठी से बांह निकल जाती हैं।

कोई छह दशक पहले थार की थळी में जन्मी रुखमों भी ऐसी गायिका हैं,जिसे ना केवल हजारों लोक गीत कण्ठस्थ हें,बल्कि अपनी मौलिक शैली में खटके और मुर्कियों का प्रयोग कर उन्होने माण्ड गायिकी को नये आयाम प्रदान किये हैं। माण्ड समारोह हो या अन्य कार्यक्रम, रुखमों के सुरीले कण्ठ की आवाज़ से श्रौता भाव विभोर हो उठते है। रुखमों को लोक गीत संगीत की शिक्षा अपने परिवार से परम्परागत रुप से मिली हैं। अपने मातापिता के साथ गांवो के उच्च घरानों में गाते उसने लोक गीतों की जुबान सीखी। रुखमों में सीखने की गजब की ललक को देखते हुए उनके पिता ने लोक गायिकी के परम्परागत उस्तादों के पास गायकी की बारिकियां सीखने भेजा। रुखमों ने स्थानीय कार्यक्रमों में लोक माण्ड गायिकी शुरु की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रुखमों की लोक गायिकी में गजब की कशिश है जिसके चलते उनकी ख्याति जल्द चारो और फैल गईं। दलित समाज की परम्पराओं को तोड़ कर माण्ड गायिकी को थार के मरुस्थल से सात समुन्द्र पार विदेशो में ख्याति दिलाने वाली क्षैत्र की पहली माण्ड गायिका रुकमा देवी को थार की लता कहा जाता है | वह आर्थिक अभाव में मुफलिसी के दौर से गुजर रही हैं।संदुक में भरे सम्मान और पुरस्कार उसे दो वक्त की रोटी नहीं दे पा रहे। रुकमा विकलांगता के आगे कभी नहीं हारी मगर अब मुफलिसी के आगे खुद को लाचार महसूस कर रही है । थार की थळी के लोक गीतों को अपने सुरीले कण्ठों से सात समुन्द्र पार पहुँचने वाली रुकमा को दाद तो खूब मिली मगर दो वक्त चुल्हा जले इतनी कमाई नहीं। दोनो पैरो से विकलांग रुकमों की गायिकी में गजब हैं। ढोल की थाप पर जब वह माण्ड शैली में केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देस गाती हैं तो लोक संगीत प्रेमी मदमस्त हो जाते है | लगभग चालीस से अधिक देशो में अपनी माण्ड गायिकी की छटा बिखेरने वाली रुकमों ने समस्त राजस्थान व भारत के प्रमुख शहरों में हजारों कार्यक्रम किये है । दोनो पांवों से विकलांग रुखमा देवी इस वक्त बाड़मेर से पैंसठ किलोमीटर दूर रामसर गांव के छोर पर बिना दरवाजों के कच्चे झौंपड़े में रह रही हैं। लोक गीत संगीत की पूजा करने वाली रुकमा देवी ने अपने जीवन के पचास साल माण्ड गायिकी को परवान चढ़ाने में निकाल दिये। अनपढ,विकलांग,विधवा,पिछड़ी,और दलित महिला कलाकार को देश विदेश में मान सम्मान खूब मिला | राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान,सत्यति सम्मान, भोरुका सम्मान, कर्णधार सम्मान सहित अनेक प्रमाण पत्रों, ताम्रपत्र लोह पत्र के सम्मान से रुकमा की संदुक भरी पड़ी हैं। रुकमा देवी के नाम से इन्टरनेट पर साईटें भरी पड़ी हें। इतना नाम होने के बावजूद रुकमा अपने रहने के लिये एक आशियाना नहीं बना सकी। रामसर गांव के एक कोने में मुफलिसी का दौर गुजार रही है। रुकमा देवी ने बताया कि वह माण्ड गायिका होने की कीमत चुका रही है | सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली। बीपीएल में चयन तक नहीं हो पाया हैं । विधवा एवं विकलांग होने के बावजूद पेंशन नहीं मिलती। सरपंच कहता हैं कि रुकमा को भला क्या कमी। उम्र के इस पड़ाव में यजमानों के यहॉ मांगने नहीं जा सकती। एक कलाकार के जीवन का अन्त इतना बुरा हो सकता हैं सोचा ना था।


लेकिन दोनो पांवो से विकलांग रुखमों ने कभी हिम्मत नहीं हारी। घर परिवार की जिम्मेदारियॉ निभाने के साथ साथ अपनी प्रतिभा को जिन्दा रखना सबसे बड़ी चुनोती थी,रुखमों के सामने,। रुखमों ने अब तक सैकड़ो कार्यक्रम देश विदेश में देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। रुखमों ने लोक गायिकी की पारम्परिक मोलिकता को बनाए रखां। रुखमों का मानना हैं कि लोक गीतो की भाषा से खिलवाड़ करना, उनकी धुन और लय में आधुनिक परिर्वतन करना तथा उनका फिल्मीकरण करना गलत हैं। इससे लोक गीतों की मौलिकता खत्म होती हैं। रुखमों के माण्ड़ गायिकी में सिद्धहस्ती के परिणामस्वरुप विदेशी संगीत प्रेमी माण्ड गायिकी सीखने रुखमों के पास आते हैं। रुखमों की शार्गिद आस्ट्रेलिया निवासी सेरहा मेडी ने माण्ड गायिकी सीख जवाहर कला केन्द्र जयपुर में अपनी प्रस्तूति केसरिया बालम दे कर सबको चौंका दिया। मेडी ने मंच पर रुखमों के साथ केसरिया बालम,चूड़ियॉ और पणिहारन लोक गीतों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मद मस्त कर दिया। रुखमों के लिये यह कार्यक्रम यादगार बन गया। मेडी ने दस दिन तक रुखमों के सानिध्य में रामसर के टूटे फूटे झोंपड़े में रहकर माण्ड गायिकी सीखी। मेडी ने पहली बार थार महोत्सव में रुखमों के साथ माण्ड गायन कर ख्याति अर्जित की।

विख्यात रंगमंच कर्मी मल्लिका साराभाई ने रुखमो के जीवन पर डिस्कवरी चैनल पर एक घंटे का वृत चित्र प्रसारित कर उनकी ख्याति में चार चान्द लगा दिए। जीवन के इस पड़ाव में रुकमा को दर्द है कि उनकी माण्ड गायिकी की विरासत उसके साथ खत्म हो जाएगी। इस कला को वह जिन्दा रखना चाहती हैं | मगर कोई आगे नहीं आ रहा हैं। रुकमा की इस विरासत को उसकी छोटी बहु हनीफा अपनाने का प्रयास कर रही हैं। ताकि रुकमा की विरासत जिन्दा रहे।

सप्तशक्ति कमान स्थापना दिवस : विशाल प्रदर्शनी


सप्तशक्ति कमान स्थापना दिवस : विशाल प्रदर्शनी 

 

सप्तशक्ति कमान के 8वाँ स्थापना दिवस का शुभारम्भ जयपुर सैनिक छावनी में जवानों एवं जानवरों के हवा व जमीन पर प्रदर्शित किए गए कौशल के साथ हुआ। इस दौरान सेना के तत्वाधान में अनेक मनभावन गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्रमुख रूप से डेयर डेविल मोटर साइकिल सवारों का प्रदर्शन, पैरा सेलिंग, स्काई डायविंग, पैरा मोटर एवं हेलीकॉप्टर से ऑपरेशन के दौरान फूर्ति से उतरना, प्रदर्शन में शामिल था। हैलीकॉप्टर के हवाई प्रदर्शन एवं फ्लाई पास्ट को देशकर दर्शक स्तब्ध रह गये। सेना के प्रशिक्षित कुत्तों के प्रदर्शन से दर्शक अभिभूत और बच्चे रोमांचित हुए। समारोह के अंत में सेना बैण्ड की रंगबिरंगी पोशाक में भव्य बैण्ड डिस्प्ले का आयोजन किया गया। वास्तव के सेना की सबसे युवा कमान द्वारा पुराने क्षणों को तरोताजा करने का यह एक बेहतरीन प्रयास था। इस अवसर पर राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा लेफि्टनेन्ट जनरल ज्ञानभूषण, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक जनरल ऑफिसर कमाण्डिंगइन- चीफ, मुख्यालय दक्षिण पश्चिमी कमान भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में जयपुर स्थित स्कूलों के 200 बच्चों, अन्य सिविल गणमान्य व्यक्तियों तथा जयपुर मिलिट्री स्टेशन के सभी जवानों ने हिस्सा लिया। इसमें जयपुर के विभिन्न स्कूलों के विकलांग बच्चों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई थी। 

जैसलमेर पुलिस ताज़ा खबरें | आज की ताज़ा खबरें, ताज़ा खबर


वर्ष 2008 से फरार स्थाई वारंटी पुलिस की गिरफ्त में 
न्यायिक हिरासत में भेजा 


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर, ममता बिश्नोई, के निर्देशानुसार एक्शन प्लान के तहत जिले के समस्त वृताधिकारियों/थानाधिकारियो को जिले में दर्ज मुकदमो में काफी समय से फरार स्थाई वारंटियो/भगौडो/उदघोषित अपराधियों को पकडने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस थाना रामग में थानाधिकारी सत्यदेव आडा, निपु के नेतृत्व में पुलिस थाना रामग की एक टीम हैड कानि0 हुकमसिंह मय कानि0 रामस्वरूप एवं महेन्द्र कुमार द्वारा वर्ष 2008 से फरार स्थाई वारंटी सिंदासिंह पुत्र सुखदेवसिंह उम्र 32 साल जाति हरिजन निवासी नई मण्डी, घडसाना जिला गंगानगर को बडे प्रयासो के बाद कल दिनांक 13.04.2012 को घडसाना से गिरफतार कर आज दिनांक 14.04.2012 को श्रीमान एमजेएम जैसलमेर के समक्ष पेश किया गया। जहॉ से सिंदासिंह को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। यह स्थाई वारंटी पिछले 02 साल से फरार था। 


पुलिस थाना मोहग में 02 ओर पुलिस थाना रामग में 01 शांति भंग के आरोप में गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस थाना सम के हल्खा क्षैत्र में लडाई झगडे पर उतारु 02 व्यक्ति हरपालराम पुत्र गुमानाराम जाति भील नि0 भीलो की बस्ती पुथा सम एवं गोविन्दाराम पुत्र बाबूराम भील नि0 भीलो की बस्ती को भगवानसिंह, थानाधिकारी पुलिस थाना सम मय जाब्ता द्वारा गॉव कनोई से शांति भंग के आरोप में 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया । 
पुलिस थाना रामग के हल्खा क्षैत्र में लडाई झगडे पर उतारु 01 व्यक्ति नेनाराम पुत्र माधुराम भील निवासी जेठवाई को श्री सत्यदेव आडा निरीक्षक पुलिस, थानाधिकारी पुलिस थाना रामग मय जाब्ता द्वारा गॉव रामग से शांति भंग के आरोप में 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया । 

बाड़मेर जिले के सरकारी दफ्तरों में जमे भ्रष्ट कारिंदे

बाड़मेर बाड़मेर जिले के सरकारी दफ्तरों में जमे भ्रष्ट कारिंदे सरकारी अधिकारियो को कई सालो से एक ही सीट पर रहते हुए लाखो रुपये कमाकर काली कमाए देते है ऐसे कारिंदों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी सत्यापित हुए मगर इन कमाऊ पूतो के खिलाफ कार्यवाही कौन करे मसलन मनरेगा में लम्बे समय जमे कारिंदे , ,कलेक्ट्रेट में लेखा शाखा में जमे एक कारिन्दा तो लाखो की हेरा फेरी सरकारी पैसे की करता हें मगर कार्यवाही कोई नहीं मुख्यमंत्रीजी ऐसे भ्रष्ट कारिंदों को कभी दलित होने या कभी खास चमचे होने के कारन बचाए जाते रहे हें

अब नहीं राजस्थानी महफूज

चेन्नाई में हुई दिल दह्लादेने वाली दुर्घटना ,

 दिन दहाड़े एक ज्वेलर्स की दुकान में लुट हमारे श्री आईजी प्रतिनिधि श्री नरेन्द्र राठोड ने श्री आईजी को बताया की , पाली जिले के कुशाल पूरा के नोकडा बेरा निवासी व् ज्वेलर्स व्यापारी श्री थाना राम की दूकान में लुटेरो ने खुले आम लुट की , लुट के बाद थाना राम की भाई की हत्या करदी गई , बताया गया है यह घटना दिन 
12 .30 से 01 .00 बजे के बीच में हुई है , इस दुर्घटना से पुरे राजस्थानियों के बीच में दहसत का माहोल है , यह बताया गया की लुटेरो ने तीन महीने पहले लुट की कोशिश की थी , यानि साउथ में
, यह भी बताया गया की थाना राम जी के भाई की सर को धड से अलग करदिया गया , बाकि न्यूज़ पूरी सुचना के बाद , तो देखते रहिये श्री आईजी प्रकाश ,,,,,,,,,,,

आशाएं रोकेंगी बाल विवाह


आशाएं रोकेंगी बाल विवाह 


स्वास्थ्य विभाग में कार्याशाला का आयोजन, आा सहयोगिनी की भूमिका रहेगी खास 


बाडमेर। जिला स्वास्थ्य भवन में शनिवार को बाल विवाह को लेकर आशा सहयोगिनियों की कार्याशाला आयोजित की गई। आईईसी अनुभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्याला में उच्चाधिकारियों ने बाल विवाह को पूरी तरह से रोकने के लिए आाओं की भूमिका पर चर्चा की। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने आाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 24 अप्रेल को आखातीज पर बाल विवाह होने की प्रबल संभावना रहेगी। इस सामाजिक कुप्रथा रोकने के लिए जिला प्रासन सहित स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क रहेगा, जिसमें आा सहयोगिनियों की भूमिका अहम होगी। उन्होंने कहा कि बाल विवाह नहीं करने के लिए आमजन को प्रेरित करें और जनजागरूकता पैदा करें। इसके अलावा जहां कहीं भी बाल विवाह होने की जानकारी मिले, उसकी सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस स्टोन में दें। आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा प्रचारप्रसार से ही इस कुप्रथा से रोक संभव है, क्योंकि समाज में जितनी अधिक जागरूकता आएगी उतना ही उसका प्रभाव होगा। आाओं को भ्रमण के दौरान घरघर जाकर लोगों में बाल विवाह के बारे में बताने के लिए प्रेरित किया गया। आईसीडीएस के सुपरवाईजर दूर्गसिंह सो़ा ने कहा कि वे हर संभव प्रयास कर इस मुहीम को आगे ब़ाएंगे और जनमानस में बाल विवाह के प्रति जागृति पैदा करेंगे। कार्याला में आा समन्वयक राको भाटी, आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आईसीडीएस सुपरवाईजर दूर्गसिंह सो़ा, डॉ. मुको गर्ग, जयंत चटर्जी आदि मौजूद थे। 
पोलियो अभियान में निभाएं भागीदारी 
रविवार को जिलास्तर पर आयोजित होने वाले पोलियो अभियान को लेकर भानिवार को जिला स्वास्थ्य भवन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में अभियान को सफल बनाने को लेकर चर्चा की गई। इस अवसर पर आाओं को पल्स पोलियो अभियान में भागीदारी निभाने के लिए निर्दो दिए गए। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर आाओं की भागीदारी नजर आनी चाहिए ताकि राश्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि विव स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोशित कर दिया है और इसे निरंतर बनाए रखने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। उल्लेखनीय है कि रविवार को जिले के प्रत्येक बूथ पर पोलियो दवा पिलाई जाएगी। सोमवार को घरघर जाकर दवा पिलाई जाएगी। 

एक हसीना, जिसका काम करोड़पति लड़कों को फंसाना

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बहुचर्चित अरुण टिक्कू हत्याकांड में पुलिस के फंदे में मॉडल सिमरन सूद फंस गई है। पुलिस का कहना है कि सिमरन उसी विजय पलांडे गैंग की सदस्य है, जिसने पिछले हफ्ते ऐक्टर अनुज टिक्कू के पिता अरुण टिक्कू की हत्या की थी। पुलिस के मुताबिक सिमरन का असली पेशा मॉडलिंग नहीं, बल्कि फिल्मी दुनिया में नाम और शोहरत कमाने आए करोड़पति लड़कों को फंसाकर लूटना है।

पुलिस ने टिक्कू मर्डर केस में गिरफ्तार विजय पलांडे ,धनंजय शिंदे और मनोज शेट्टी से पूछताछ की तो बार-बार सिमरन सूद का नाम आया। जब सिमरन से पूछताछ की गई तो सनसनीखेज जानकारियां मिलीं। पता चला कि सिमरन के तार करन कक्कड़ के अपहरण से भी जुड़े हैं। आरोप है कि सिमरन ने मुंबई में प्रड्यूसर बनने की कोशिश में जुटे दिल्ली के करन कुमार कक्कड़ (28 साल) का अपने तीन गैंगस्टर साथियों की मदद से पहरण किया। ये तीनों गैंगस्टर पहले से ही अरुण कुमार टिक्कू की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस के मुताबिक , सिमरन सूद ने विजय पलांडे , धनंजय शिंदे और मनोज शेट्टी की मदद से 5 मार्च को करन को अगवा कर लिया। करन कक्कड़ अपनी बीएमडब्ल्यू कार के साथ गायब हो गए। इसके अलावा करन के पास सोने की जूलरी , आईपॉड , मोबाइल और लैपटॉप भी था , जिनकी कीमत करीब 45 लाख रुपये आंकी गई है। बॉलिवुड में जमने की कोशिश कर रहे करन कक्कड़ ने अपने भाई अनीस से पांच मार्च को कहा था कि वह जल्द ही एक बहुत बढ़िया फिल्म प्रड्यूस करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वह मॉडल सिमरन सूद से मिलने जा रहे हैं। करन के भाई ने 10 मार्च को पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। ऐक्ट्रेस की हिस्ट्री सिमरन के बारे में कहा जाता है कि उसी ने पलांडे का परिचय अरुण टिक्कू के बेटे अनुज से कराया था। पुलिस का दावा है कि यह सिमरन कोई और नहीं , सन 1999 की सिमी है। 1998 में अनूप दास और उनके पिता स्वराज का मर्डर हुआ था। यह केस अब के डीसीपी अंबादास पोटे और एसीपी सुनील देशमुख ने करीब एक साल बाद एक चेकबुक के आधार पर डिटेक्ट किया था। सिमी और पलांडे ने अनूप दास के पिता स्वराज के वर्सोवा स्थित बैंक अकाउंट से 5 लाख 10 हजार रुपए निकाले थे और फिर सिमी ने संगीता नामक दूसरी महिला के साथ मिलकर बोरिवली की ऑरियंटल बैंक ऑफ कामर्स में जॉइंट अकाउंट खोलकर उसमें 5 लाख 10 हजार रुपये जमा कराए थे। वर्सोवा के बैंक से 5 लाख रुपये निकालने से पहले स्वराज के फर्जी दस्तखत कर एक नई चेकबुक इशू कराई गई थी। एसीपी सुनील देशमुख ने एनबीटी से कहा कि अनूपदास के मर्डर के वक्त सिमी बहुत कम उम्र की थी। देशमुख के अनुसार , उन्हें लगता है कि आज की सिमरन सूद कोई और नहीं , तब की सिमी है।

विजय पलांडे की क्राइम हिस्ट्री
अनूप और स्वराज दास के मर्डर में सन् 1999 में गिरफ्तारी के चार साल बाद यानी सन 2003 में जब विजय पलांडे एक महीने के परोल पर बाहर आया था , उस वक्त उसने अपना नाम बदलकर किरण राणा कर लिया था। विजय पलांडे परोल पर आने के अंधेरी के चार बंगला इलाके में नाम बदलकर किरण राणा के रूप में रहा। इंस्पेक्टर प्रदीप सूर्यवंशी ने उस घर पर छापा डाला , जहां विजय पलांडे रह रहा था , पर पलांडे सूर्यवंशी से इस बात के लिए लगातार झूठ बोलता रहा कि वह विजय पलांडे नहीं , बल्कि किरण राणा है , लेकिन सूर्यवंशी के आगे उसकी नहीं चली और उसे वापस जेल भेज दिया गया। अनूप और स्वराज मर्डर में सजा काटने के बाद सन 2009 में विजय पलांडे जब जेल से बाहर आया , तो उसने अपना नाम फिर बदल लिया। इस बार उसने किरण से नाम बदलकर करन कर दिया और सरनेम राणा से सूद। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सन 2003 में परोल पर छूटने के बाद विजय पलांडे चार बंगले में किसी और के नहीं , बल्कि आज की सिमरन के घर में ही रुका था। सन् 2009 में भी जब वह जेल से बाहर आया , तो कहा जाता है कि वह सिमरन के साथ ही रहा।

बाद में सिमरन ने उसकी मुलाकात पिछले शनिवार को मारे गए अरुण टिक्कू के अभिनेता बेटे अनुज से कराई थी। अनुज और सिमरन का परिचय बॉलिवुड के एक सिंगर द्वारा दी गई पार्टी में हुआ था। अरुण टिक्कू मर्डर में सिमरन की क्या कोई भूमिका थी , या वह साजिश में शामिल थी भी कि नहीं , पुलिस ने इस बात का कोई खुलासा नहीं किया है , पर पुलिस सूत्रों का यह दावा जरूर है कि विजय पलांडे उसी तर्ज पर पहले अनुज का कत्ल करनेवाला था , जिस तरह से उसने सन् 1998 में अनूप दास का कत्ल किया था। उसकी प्लानिंग थी कि अनुज को इस तरह मारा जाए कि ऐसा लगे कि उसने खुदकुशी की है या ऐसा आभास हो कि उसकी मौत ऐक्सिडेंट में हुई है।

मर्डर का तरीका
पिछले सप्ताह अनुज टिक्कू को विजय पलांडे एक गाड़ी में बैठाकर उसी चिपलून इलाके में ले गया था , जहां सन 1998 में वह गाड़ी में बैठाकर अनूप दास को ले गया था। अनूप दास को गाड़ी में बिठाने के बाद उसने उसकी दोनों हाथों की नसें काट दी थीं और फिर उसके कत्ल के बाद गाड़ी को एक झाड़ी के नीचे इस तरह गिरा दिया था कि लगे गाड़ी ऐक्सिडेंट की वजह से नीचे गिरी है। बाद में उसने गाड़ी को डीजल से जला भी दिया , ताकि ऐसा आभास हो कि ऐक्सिडेंट के बाद गाड़ी के फ्यूल टैंक में लगी आग से गाड़ी जली हो। शुरू में जांच अधिकारियों को ऐसा लगा भी , लेकिन एक चेक-बुक से पकड़ी गई सिमी के जरिए जब एमबीए पास और कभी आईएएस की परीक्षा में बैठ चुका विजय पलांडे पकड़ा गया , तो अनूप दास के ऐक्सिडेंट के जरिए किए गए मर्डर का असली सच सामने आ गया।

सत्यमेव जयते स्टार प्लस और डीडी 1 पर

मुम्बई। आमिर खान का पहला टीवी शो सत्यमेव जयते न सिर्फ निजी चैनल पर टेलिकास्ट होगा बिल्क इसे दूरदर्शन पर भी प्रसारित किया जाएगा। परफैक्शनिस्ट आमिर खान का यह अनोखा टीवी शो एक नया ट्रेंड सैट करने जा रहा है। आज तक कोई भी शो एक साथ दो चैनल्स पर प्रसारित नहीं हुआ है। 
आमिर का पहला टीवी शो 6 मई रविवार सुबह 11 बजे स्टार प्लस और डीडी 1 पर प्रसारित किया जाएगा। इस शो के पीछे स्टार प्लस का हाथ है। यही नहीं इस शो को स्टार के प्रादेशिक भाषा चैनल जैसे माराठी, बंगाली में भी दिखाया जाएगा। शो का इब्ड वर्जन चार साउथ इंडियन लैंग्वेज चैनल तमिल, तेलगू,मलयालम और कन्नड़ में भी प्रसारित होगा।

आमिर खान के अनुसार ऎसा करने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण यह है कि आज भी हमारे देश में कई ऎसे गांव है जहां लोगों के पास केबल कनैक्शन नहीं है। यह शो साधारएा आदमी और उसकी समस्याओं से जुड़ा हुआ है तो उस तक यह र्काक्रम पहुंचना चाहिए। आमिर स्टार प्लस का धन्यवाद करना चाहते हैं जिन्होंने उन्हें ऎसा अनोखा कदम उठाने दिया।

खूबसूरती पर मत जाइए, मैडम सुल्तानपुर की कड़क एसपी हैं....

 

सहारनपुर। 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह के तेवर उनकी खाकी वर्दी की तरह ही कड़क है। फरियादियों के लिए तो उनका रुख काफी नर्म है मगर अपराधियों के साथ वो बिल्कुल भी नर्मी नहीं बरततीं।
 

हाल ही में सुल्तानपुर की बागडोर संभालने वाली अलंकृता सिंह कि किसी जिले के पुलिस अधीक्षक के रुप में यह पहली पोस्टिंग है। इससे पहले वो गौतमबुद्ध नगर में अपर पुलिस अधीक्षक के तौर पर पोस्टेड थीं।
 

अलंकृता सिंह ने कहा कि सुल्तानपुर में तैनाती के दौरान उनका फोकस यहां की पुलिस व्यवस्था को टेकनिकली एडवांस करने का होगा। कार्यभार संभालते ही अलंकृता ने जिले की पुलिस के लिए विशेष वेबसाइट डिजाइन कराने के आदेश दे दिए हैं जो एक हफ्ते के भीतर लांच कर दी जाएगी। अलंकृता ने कहा कि सुल्तानपुर पुलिस अब ईमेल से मिली शिकायतों पर भी कार्रवाई करेगी।
 

महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध के बारे में अलंकृता ने कहा कि यह कहना गलत है कि प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ा है बल्कि महिलाएं अब खुलकर अपने खिलाफ हो रहे जुर्म का विरोध कर रही हैं और रिपोर्ट दर्ज करा रही हैं। इससे जाहिर है कि अब जागरुकता बढ़ी है। मैं खुद महिला हूं इसलिए मेरा फोकस भी यही होगा कि जिले में महिलाओं के प्रति अपराध बिलकुल समाप्त हो जाए।
       


अलंकृता सिंह की स्कूली शिक्षा उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के एक इंटर कॉलेज से हुई। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मैथमेटिक्स में एमएससी भी किया है। उनको सिविल सर्विस में जाने की प्रेरणा उनके पिता और उनकी एक दोस्त से मिली।

मंदबुद्धि किशोरी से दुष्कर्म का मामला दर्ज

मंदबुद्धि किशोरी से दुष्कर्म का मामला दर्ज

जयपुर। झांड़-फूंक के नाम पर एक तांत्रिक द्वारा मंदबुद्धि किशोरी के साथ दुष्कर्म करने तथा उसके गर्भवती हो जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में आमेर थाने में मामला दर्ज कराया गया है।

किशोरी के परिजनों ने तांत्रिक पर इलाज के नाम पर डेढ़ महीने तक उससे दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पीडिता के परिजन ने आरोप लगाया है कि उसकी पुत्री मानसिक रोगी थी। उसके इलाज के लिए किसी ने खाटूश्यामजी के समीप रहने वाले तांत्रिक रेनवाल निवासी महेश जोशी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने तांत्रिक से फोन पर संपर्क किया तो उसने घर पर आकर ही इलाज करने की बात कही। एक दिन वह उनके घर आ गया और रात को पूजा की बात कहते हुए सभी परिजनों के घर से बाहर जाने को बोला।

पीडिता के परिजन इससे सहमत हो गए और पूजा की अनुमति दे दी। रात को तांत्रिक ने पीडिता को नशीला पेय पदार्थ पिला बेहोश कर दिया और फिर दुष्कर्म किया। सुबह तक पीडिता अचेत रही। इसके बाद भी आए दिन तांत्रिक उससे दुष्कर्म करता रहता था। इस दौरान पीडिता का रोग और बढ़ता गया, परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए तो उसके गर्भवती होने की जानकारी मिली। तब पीडिता के परिजनों ने तांत्रिक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।