सोमवार, 27 जून 2011

प्रेम प्रसंग को लेकर युवक-युवती ने आत्महत्या की


जयपुर। राजस्थान के झुंझुनू जिले के बग्गउू थाना इलाके में रविवार को एक युवक और युवती ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
राजकीय रेलवे पुलिस सूत्रों के अनुसार रेलवे ट्रैक पर युवक, युवती के क्षत विक्षत शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
सूत्रों के अनुसार मृतक युवक युवती की आयु 20 से 23 वर्ष है।
उन्होंने बताया कि संभवत: प्रेम प्रसंग को लेकर दोनों ने आत्महत्या की है। शवों की पहचान नहीं हुई है।

महंगाई को दूसरा नाम कांग्रेस : वसुंधरा


महंगाई को दूसरा नाम कांग्रेस : वसुंधरा



प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे ने डीजल, केरोसिन और रसोई गैस के दामों की बढ़ोतरी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि महंगाई की मार से जनता के घावों पर सरकार ने एक बार फिर नमक छिड़कने का काम किया है।
खासकर बुआई के समय डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी ने आम आदमी के साथ-साथ किसानों की आंखों में भी आंसू ला दिए है। सच तो यह है कि कांग्रेस शासन में पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से साबित हो गया है कि महंगाई का दूसरा नाम ही कांग्रेस है। राजे ने जारी एक बयान में कहा है कि इस बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्ट महंगा होगा जिससे खाने-पीने और आम जरूरत की चीजों की कीमतों में असहनीय वृद्धि होगी।
एलपीजी सिलेंडर महंगा होने से आम आदमी के रसोई का खर्च निश्चित रूप से बढ़ेगा। इसके साथ ही केरोसिन के दाम बढ़ने से निम्न तबके का रसोई बजट भी हर हाल में लड़खड़ा जाएगा।

thari lok geet...halariyo

अंजलि जोसेफ की किताब को दो पुरस्कार

अंजलि जोसेफ की किताब को दो पुरस्कार 
 




लंदन। मुंबई में जन्मी लेखिका अंजलि जोसेफ को उनके पहले उपन्यास "सरस्वती पार्क" के लिए साहित्य के क्षेत्र के दो शीर्ष पुरस्कारों बेट्टी ट्रैस्क अवार्ड और डेसमंड एलियट प्राइज से नवाजा गया है। दोनों पुरस्कार के तहत 10,000 पाउंड की नगद राशि दी जाती है।

बेट्टी ट्रैस्क अवार्ड उपन्यास लेखन की शुरूआत करने वाले उस शख्स को दिया जाता है जिसकी उम्र 35 वर्ष से कम हो।

डेसमंड इलियट प्राइज भी बेहतरीन उपन्यास को दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है। डेसमंड इलियट प्राइज के निर्णायक मंडल के अध्यक्ष एडवर्ड स्टोयूर्टन ने अंजलि की तारीफ की है। 

राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) अब रसोई गैस क्षेत्र में भी कार्य करेगी

नई गैस कंपनी की तैयारी 
 




उदयपुर। राजस्थान सरकार के उपक्रम राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) अब रसोई गैस क्षेत्र में भी कार्य करेगी। इसके लिए एचपीसीएल और गेल की साझेदारी में एक नई कम्पनी बनाने की कवायद चल रही है, उसके बाद राज्य में पाइप लाइन से गैस सप्लाई की जाएगी।

प्रक्रिया शुरू : आरएसएमएमएल ने ऑयल, गैस क्षेत्र में काम करने के लिए चार वर्ष पूर्व अपनी ही कम्पनी राजस्थान स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (आरएसपीसीएल) का गठन किया था। लेकिन कम्पनी अभी तक शुरू नहीं हो पाई। इसलिए अब आरएसपीसीएल के बोर्ड निदेशकों ने एचपीसीएल और गेल के साथ साझेदारी में कम्पनी बनाने का निर्णय किया है।

इसे लेकर हाल ही दिल्ली में हुई बैठक में तय किया गया कि रसोई गैस क्षेत्र में कार्य करने के लिए हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) और गैस ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया लि. (गेल) के साथ साझेदारी में कम्पनी गठित होगी। इसके बाद दोनों कम्पनियों के उच्चाधिकारियों ने आवश्यक प्रक्रियाएं शुरू कर दी हैं। मसौदा तैयार होने पर नई कम्पनी गठन कर उसका नामकरण किया जाएगा।

कोटा में शुरू, भिवाड़ी- नीमराना में तैयारी
अभी कोटा शहर में गेल आवासीय व औद्योगिक गैस आपूर्ति कर रहा है। प्रथम चरण में 60 आवासीय व एक दर्जन व्यावसायिक गैस कनेक्शन दिए हैं। कोटा में मप्र से गैस आ रही है। अलवर के भिवाड़ी और नीमराना में गेल ने औद्योगिक इकाइयों को गैस आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाई है। आपूर्ति बाकी है।


बोर्ड में होंगे दो-दो अधिकारी : नई कम्पनी के बोर्ड में आरएसएमएमएल, आरएस-पीसीएल, एचपीसीएल और गेल प्रत्येक कम्पनी से क्रमश: दो-दो अधिकारी सदस्य होंगे। बोर्ड बनने के बाद तय किया जाएगा कि कम्पनी का चेयरमैन कौन होगा? इसके बाद राजस्थान में गैस वितरण का काम शुरू करने के लिए सिटी का चयन किया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि वितरण के लिए रसोई गैस कहां से मिलेगी? इसके बाद पीएनजीआरबी को आवेदन किया जाएगा, जहां से सहमति होने पर टेण्डर निकलेगा। टेण्डर स्वीकृत होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

आरएसपीसीएल रसोई गैस वितरण क्षेत्र में कार्य करेगी। इसके लिए एचपीसीएल और गेल के साथ साझेदारी में कम्पनी बनाने की तैयारी चल रही है।
-अखिल अरोड़ा, प्रबंधक निदेशक, आरएसएमएमएल उदयपुर

यूपी में पुलिस ने किया पत्रकार पर हमला

यूपी में पुलिस ने किया पत्रकार पर हमला 
 

लखनऊ। यूपी पुलिस ने रविवार को एक निजी टीवी चैनल के पत्रकार की पिटाई कर दी। बाद में पुलिस उसे हजरतगंज थाने ले गई। पुलिस इसी टीवी चैनल के एक अन्य पत्रकार को भी अपने साथ ले जाना चाहती थी लेकिन वह पुलिस के चंगुल से भाग गया।

उसने अपने साथियों को घटना की जानकारी दी। पत्रकार को हिरासत में लिए जाने की घटना के विरोध में लखनऊ के अन्य पत्रकार विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए।
बढ़ते दबाव के कारण पुलिस ने एक घंटे बाद हिरासत में लिए गए पत्रकार को रिहा कर दिया। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

हिरासत में लिए गए पत्रकार का कहना है कि पुलिस वाले उस आधी रात को एक फूड सेंटर से हजरतगंज थाने ले गए। घटना के विरोध में आधी रात को लखनऊ के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री निवास तक मार्च किया।

पुलिस का कहना है कि त्रिपाठी का ड्राइवर पुलिस कान्सटेबल की पत्नी से बदतमीजी कर रहा था, जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो त्रिपाठी बीच में कूद पड़े और पुलिस
का विरोध करने लगे। इस घटना के चलते उनको हिरासत में लिया गया था।


एएसपी और सीओ निलंबित

इधर, पत्रकार से पिटाई के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एसपी और सीओ को निलंबित कर दिया है। 

मुंबई में रेव पार्टी करते 150 गिरफ्तार

मुंबई में रेव पार्टी करते 150 गिरफ्तार 
 

मुंबई। मुंबई के कर्जत इलो में रेव पार्टी करते हुए पुलिस ने 150 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुआ है।

रविवार रात कुछ लोगों द्वारा सूचना मिलने पर पुलिस की टीम कर्जत इलाके में छापा मारा। जहां पर रात 11 बजे के बाद जोर शोर से रेव पार्टी चल रही थी। पार्टी में कई युवक युवतिश्यां नशे की हालत में बेसुध पड़े थे। पुलिस ने करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे भारी मात्रा में ड्रग्स भी बरामद किया गया है। पकड़े गए लोगों में ज्यादा रईस घरों के बच्चे हैं। 

ho ji re diwana,thara dera ladiya jave....orignal rajasthani folk song for u

पत्रकार जे.डे.की हत्या की गुत्थी सुलझी




पत्रकार जे.डे.की हत्या की गुत्थी सुलझी 
 

मुंबई। मुंबई पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार जे.डे. की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने जेडे की हत्या के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों को महाराष्ट्र और कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इन लोगों की पहचान फिलहाल उजागर नहीं की गई है। गौरतलब है कि 11 जून को मुंबई के पवई इलाके में जेडे की हत्या कर दी गई थी।

इससे पहले जेडे के ईमले का पासवर्ड भी क्रेक कर दिया गया है। पुलिस ने आईटी विशेषज्ञों की मदद से पासवर्ड को क्रेक किया। पुलिस का कहना है कि जेडे के मेल से कई अहम जानकारियां मिली है। पुलिस के मुताबिक अब इस बात का पता चल सकेगा कि जेडे किन लोगों के खिलाफ स्टोरी कर रहे थे और उनकी स्टोरी से किन किन लोगों को नुकसान हो सकता था। ये जानकारियां मिलने से हत्या के पीछे की वजह का पता चलने में मदद मिलेगी। 

राजस्थान दर्शन भाग 2......चित्तोड़ गढ़


रणनीति के दृष्टिकोण से चित्तौड़गढ़ का राजधानी के रुप में महत्व
चित्तौड़गढ़ का किला राजपूताने में हमेशा एक विशेष महत्व रखता है। इसे मेवाड़ के गुहिलवंशियों की पहली राजधानी के रुप में सम्मान प्राप्त है, जिसे उन्होंने मौर्यवंश के अंतिम शासक मानमोनी को हराकर अपने अधिकार में कर लिया था। यह दुर्ग अरावली की पहाड़ी पर उत्तर से दक्षिण की ओर लंबाई में बना है, जिसमें बीच में समतल भूमि आ जाने के कारण एक कुंड, तालाब, मंदिर, महल आदि सभी एक निश्चित निर्माण-योजना के तहत समय-समय पर बनते रहे हैं। कुछ जलाशय तो ऐसे हैं जो निरन्तर जलापूर्ति के साधन के रुप में काम आते रहे हैं। इस गढ़ के सम्बन्ध में प्रचलित एक कहावत है जो इस दुर्ग के महत्व को बताता है।

गढ़ तो चित्तौड़गढ़ और सब गढ़ैया
वास्तव में इस दुर्ग का निर्माण अभी भी हमें विस्मय व रोमांच से भर देता है। लेकिन रणनीतिक दृष्टिकोण से देखने पर पता चलता है कि अपने भौगोलिक कारणों से यह दुर्ग युद्ध के लिए रणथंभौर और कुभलगढ़ जैसे दुर्गों की तरह उपयुक्त नहीं था। नि:संदेह किला सुदृढ़ था। पहाड़ी के किनारे-किनारे उदग्र खड़े चट्टानों की पंक्ति थी जिसके ऊपर एक ऊँचा और सुदृढ़ प्रकार बना हुआ था। साथ ही साथ दुर्ग में प्रवेश करने के लिए लगातार सात दरवाजे कुछ अन्तराल पर बनाए गये थे। इन सब कारणों से किले में प्रवेश कर पाना तो शत्रुओं के लिए बहुत ही मुश्किल था। परन्तु यह विस्तृत मैदान के बीच एक लम्बी पहाड़ी पर बना है जो अन्य पर्वत श्रेणियों से पृथक हो गया है। अतएव शत्रुओं द्वारा उसका घेरा डालकर किले में इस्तेमाल होने वाला रसद पहुँचाना सुगमता से रोक दिया जाता था। इस दुर्ग का जब-जब घेरा डाला गया तब-तब गढ़ में भोजन-सामग्री विद्यमान रहने तक ही गढ़ सुरक्षित रहा। भोजनादि सामग्री खत्म होते ही राजपूतों को विवश होकर युद्ध के लिए किले का द्वार खोल देना पड़ता था। लेकिन प्रायः शत्रुओं की बड़ी सेना होने की स्थिति में उन्हें हार का सामना करना पड़ता था। इस प्रकार हम देखते हैं कि चित्तौड़गढ़ का राजधानी के रुप में चयन रणनीति की दृष्टि से उचित नहीं था और यही कारण था कि महाराणा उदय सिंह ने उदयपुर को अपनी राजधानी बनाई, जो चारों तरफ पर्वतों से घिरे होने के कारण ज्यादा सुरक्षित था।





वर्तमान में चित्तौड़गढ़ जंक्शन से किले के ऊपर तक पक्की सड़क बनी हुई है। करीब सवा मील जाने पर गम्भीरी नदी आती है, जिसपर अलाउद्दीन खिलजी के शाहजादे खिज्र खाँ का सन् १३०३ (वि. सं. १३६०) में बनवाया हुआ पत्थर का एक सुदृढ़ पुल है। कुछ लोगों का मानना है कि यह पुल राणा लक्ष्मण सिंह के पुत्र अरिसिंह ने, जो अलाउद्दीन के साथ लड़ाई में मारा गया था, ने बनवाया था, लेकिन ज्यादातर विद्वान इससे सहमत नहीं हैं, क्योंकि इस पुल के निर्माण में कई हिन्दु और जैन मंदिरों को गिराकर उसके पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही इसकी निर्माण शैली भी मुसलमान (सारसेनिक) है। नदी के जल प्रवाह के लिए दस मेहरावें बनी हैं, जिसमें नौ के ऊपर के सिरे नुकीले हैं। नदी के पश्चिमी तट से छठे का अग्रभाग अर्धवृत्ताकार है।
पुल से थोड़ी दूर जाने पर कोट से घिरा हुआ चित्तौड़ का कस्बा आता है जिसको तलहटी (तलहट्टिका) कहते हैं। कस्बे में जिले की कचहरी है, जिस के पास से किले की चढ़ाई प्रारम्भ हो जाती है। दुर्ग के अंतिम प्रवेश तक कुल सात दरवाजे बनाये गये हैं। इसमें प्रवेश के रास्ते से लेकर अन्दर के परिसर तक कई एक इमारतें हैं, जिनका संक्षिप्त उल्लेख इस प्रकार है-

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन


 प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग 


भगवान शंकर के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजन से जीवन में आने वाली सारी बाधाएं दूर हो जाती है।

शास्त्रों के अनुसार कोई भी तीर्थयात्री देश के भले ही सारे तीर्थ कर ले किन्तु जब तक वह ओंकारेश्वर में किए गए तीर्थों का जल लाकर नहीं चढ़ाता तब तक उसके सारे तीर्थ अधूरे माने जाते हैं।

ज्योर्तिलिंग की विशेषता

ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग की विशेषता है कि यह दो स्वरुपों में है। पहला अमरेश्वर या ममलेश्वर और दूसरा ओंकारेश्वर। इस ज्योर्तिंलिंग का महत्व है कि इनकी पूजा व उपासना से सभी मनोरथ पूरे होते हैं। दोनों शिवलिंग मंदिर अलग होते हुए भी दोनों की शक्ति और स्वरुप एक ही माने जाते हैं।

जो मनुष्य इस तीर्थ में पहुंच कर अन्नदान, तप, पूजा आदि करता है अथवा अपना प्राणोत्सर्ग यानि मृत्यु को प्राप्त होता है उसे भगवान शिव के लोक में स्थान प्राप्त होता है।

कहां है स्थित

मध्यप्रदेश में देश के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं। एक उज्जैन में महाकाल के रूप में और दूसरा ओंकारेश्वर में ममलेश्वर (अमलेश्वर) के रूप में विराजमान हैं। ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मध्यप्रदेश के इंदौर में नर्मदा नदी के किनारे स्थित है।

कथा (ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग)

एक बार नारदजी ने गोकर्ण तीर्थ में जाकर गोकर्ण नामक शिव की पूजा और पुन: विंध्याचल पर्वत पर जाकर वहां भी श्रद्धापूर्वक शिवजी का पूजन किया। इस पर गर्वोन्मत विंध्य नारदजी के समझ उपस्थित होकर अपने को सर्वश्रेष्ठ बतलाने लगा। नारदजी ने उसके दर्पदलन के लिए उससे कहा कि सुमेरू के समक्ष तुम्हारी कोई गणना नहीं क्योंकि उसकी तो देवताओं में गणना होती है।

यह सुनकर विंध्य सुमेरू से भी उच्च पद पाने के लिए शंकरजी के शरणागत होकर, ओंकार नामक शिव की पार्थिव मूर्ति बनाकर उनकी पूजा करने लगा। विंध्य के घोर तप से प्रसन्न होकर शिवजी ने उससे वरदान मांगने को कहा, विंध्य ने भगवान से मनोवांछित कार्यों को सिद्ध कर सकने का वर मांगा।

इस पर भगवान सोचने लगे कि इसने तो ऐसा वरदान मांगा है जो दूसरों के लिए दुखद है अब तो ऐसा कुछ करना होगा कि यह किसी को दुख न दे सके। तब शिवजी ने उसके द्वारा बनायी गयी ओंकार नामक पार्थिव मूर्ति के अन्दर ज्योति रूप में समा गये और तभी से यह ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग से प्रसिद्ध हुयी।

एक और मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के महान भक्त अम्बरीष और मुचुकंद के पिता सूर्यवंशी राजा मान्धाता ने इस पर्वत पर कठोर तपस्या करके प्रभु को प्रसन्न किया और शिवजी के प्रकट होने पर उनसे यहीं निवास करने का वरदान मांग लिया। तभी से इस स्थान को ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के नाम से जानते हैं।

रविवार, 26 जून 2011

पंजाब में अवैध लिंग जांच का पर्दाफाश करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन करने वालों को 50,000 रुपये का इनाम




चंडीगढ़।। पंजाब में अवैध लिंग जांच का पर्दाफाश करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन करने वालों को 50,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को यह घोषणा की।

गौरतलब है कि पंजाब में लिंगानुपात प्रति 1,000 पुरुषों पर 893 महिलाएं हैं। लिंगानुपात के मामले में इस राज्य की स्थिति देश के अन्य राज्यों से दयनीय है। लिंगानुपात की बुरी स्थिति के मद्देनजर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सतपाल गोसाईं ने कन्या भ्रूणहत्या के मामले को उजागर करने वाले किसी भी पत्रकार या गैर-पत्रकार को इनाम देने की घोषणा की।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब क्षेत्र में कन्या भ्रूणहत्या जैसी बुराई को खत्म करने और लिंगानुपात में सुधार के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। 

अमेरिका में दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा




अमेरिका में देशभक्ति का परिचय देते हुए एक भारतीय मूल के व्यक्ति ने दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा तैयार किया है, जिसका वजन 250 किलोग्राम है।

इस तिरंगे का आकार 153x102 फुट है। इसे बनाने वाले मोंटी सैयद स्थानीय कारोबारी हैं। इसी साल अप्रैल में उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्‍स में स्थान दिया गया।

उनकी इस कला का प्रदर्शन 16 और 17 जुलाई को ‘वाइब्रैंट
इंडिया’ नामक समारोह में किया जाएगा। इसमें हिंदी सिनेमा के कई कलाकार भी शिरकत करेंगे।

सैयद ने कहा कि तिरंगा शांति और एकता का संदेश देता है। सभी लोगों को एकजुट होकर तिरंगे के संदेश को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने इस तिरंगे को बनाने में कुल 15 दिनों का वक्त लगाया। 35 साल के सैयद ने कहा कि अगले साल भारत के विभिन्न राज्यों में इस ध्वज के जरिए शांति और एकता का संदेश फैलाया जाएगा। 

नंगे नहाने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया

लंदन के साउथ वेल्स की होसिली बीच पर 20 जून को चार सौ लोगों ने एक साथ नंगे होकर स्नान किया और नंगे नहाने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। ये लोग दुनिया के अलग-अलग भाग से यहां जमा हुए और नंगे होकर इस विश्व रिकॉर्ड में भागीदार बने।

इस स्नान के आयोजकों और इसमें भाग लेने वाले लोगों का मानना है कि इससे पहले कभी इतने लोगों ने नंगे होकर स्नान नहीं किया। उन्होंने बताया कि इससे पहले 250 लोगों ने एक साथ नंगे होकर स्नाना किया था, लेकिन इस बार इन्होंने 400 लोगों के साथ नया रिकॉर्ड बनाया है।

इस चर्चित स्नान में भाग लेने वाले लोग सोमवार सुबह से ही साउथ वेल्स की होसिली बीच पर पहुंच गए और सुबह ठीक आठ बजे इन्होंने अपने कपड़ों को लगभग फाड़ते हुए पानी में छलांग लगा दी।

इन लोगों की मस्ती जल्द ही आहों में बदल गई, क्योंकि बीच का पानी काफी ठंडा था, लेकिन फिर भी इन लोगों ने नंगे होकर स्नान करने का जमकर मजा लिया।

पैसे दीजिए, मनचाही लड़की के साथ डेट पर जाइए!

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पैसे से प्यार नहीं खरीदा जा सकता है', यह कहावत अब गलत साबित हो रही है। एक नई विवादित अमेरिकी डेटिंग वेबसाइट पर पैसे देकर डेट पर जाया जा सकता है।

WhatsYourPrice.com नाम की इस वेबसाइट के फाउंडर 40 साल के ब्रैंडन वे हैं। सिंगापुर में जन्मे और एमआईटी से पढ़े ब्रैंडन पिछले आधे दशक से ऑनलाइन डेटिंग के बिजनेस में लगे हुए हैं। डेटिंग के बादशाह माने जाने वाले इस आदमी ने SeekingArrangement.comऔर SeekingMillionaire.com जैसी फायदेमंद डेटिंग साइट्स बनाई हैं।

इनकी हालिया वेबसाइट लोगों को दो कैटिगरी में बांटती है, एक जो डेटिंग करना चाहते हैं और दूसरे वे जिनके साथ डेटिंग की जानी है। जब डेटिंग तय हो जाती हो तो डेटिंग के लिए दिए जाने वाले पैसे का 5 से 10 फीसदी हिस्सा वेबसाइट अपनी फीस के तौर पर लेती है।

वेबसाइट के मुताबिक इसके पास 2000 भारतीय ग्राहक हैं जो औसतन हर डेट के लिए 7 हजार रुपए से ज्यादा देते हैं। अगले साल ब्रैंडन वेबसाइट को हिंदी समेत जापानी, स्पैनिश और चाइनीज़ जैसी कई भाषाओं में पेश करने वाले हैं। दुनिया भर में इस वेबसाइट के 1 लाख से ज्यादा मेंबर हैं।

वेबसाइट के बारे में इसके मालिक कहते हैं कि पुरुष इसे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि यह उन्हें ऐसी महिलाओं के साथ डेट करने की सुविधा देता है, जिन्हें वे अपनी पहुंच से बाहर मानते हैं। महिलाएं इसलिए पसंद करती हैं क्योंकि अगर उन्हें लगता है कि वे बेहतर पुरुष की हकदार हैं तो उनके पास ऑप्शन रहते हैं।

इस वेबसाइट का आइडिया कहां से आया, इस बारे में ब्रैंडन कहते हैं, ‘ यह मेरे अपने डेटिंग एक्स्पीरियंस से आया। एक एशियन होने के नाते अमेरिका में डेटिंग करना बहुत मुश्किल है। मैंने एक डेटिंग एजेंसी और कुछ डेटिंग वेबसाइट जॉइन की लेकिन उसके नतीजों से फ्रस्ट्रेट हो गया। तो मुझे लगा कि अगर मैं किसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए उसके 2 घंटे नहीं मांग सकता तो यही दिक्कत और लड़कों के साथ होगी। ’

क्या कई लोग इसको वेश्यावृत्ति नहीं समझेंगे? इस सवाल पर ब्रैंडन कहते हैं, ‘ मुझे लगता है कि ऐसा सोचना बेवकूफी होगी क्योंकि पहली डेट में सेक्स नहीं होता। केवल यही डेटिंग वेबसाइट ऐसी है जो आपको किसी ऐसे के साथ प्यार के लिए मौका देती है, जिसे आप अपनी पहुंच से बाहर मानते हैं। ’