सोमवार, 27 जून 2011

रैंप पर मॉडल्स के जलवों ने मचाई धूम




श्रीनगर। श्रीनगर में कई सालों बाद ऐसा नजारा दिखा। रविवार को यहां कश्मीरी मॉडलों को रैंप पर देखना सचमुच एक अलग ही तरह के सुकून देने वाला था।

शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के मैदान में रविवार देर सायं साढ़े 8 बजे दिल्ली, मुंबई और बैंगलूर के फैशन शो में मॉडलिंग कर चुके कश्मीर के युवा मॉडल ने रैंप पर बता दिया कि वादी भी इस मामले किसी से कम नहीं है। इन मॉडल्स के साथ उन नए चेहरों को भी रैंप पर उतरने का मौका मिला जो अभी इस मैदान में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। एजेंसी इंडिया प्रेस और विल्सन एंड रॉयल फैशन कंपनी ने इस शो को आयोजित किया। जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग भी इस शो को करवाने में आगे आया। इस मौके पर राज्य के पर्यटन मंत्री रिग जिन जोरा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे।इस शो की कामयाबी में श्रीनगर के कुछ कारोबारियों ने भी सहयोग दिया।

गौरतलब है कि वादी में ऐसे शो हमेशा से ही अलगाववादियों के निशाने पर रहे हैं। यही नहीं अली शाह गिलानी ने तो यहां तक कह दिया था कि यहां की पुलिस ऐसी फूहड़ता को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में इस तरह के शो यहां होना बड़ी बात है।

परिधानों की अजब झलक
शो में लगभग 30 माडल ने हिस्सा लिया। शेरबानी, कैजुअल, इंडो वेस्टर्न और कश्मीरी परिधान की अनोखी झलक रैंप पर देखने को मिली। इस मौके पर भारी मात्रा में लोग मौजूद रहे। उन्होंने नौजवानों की इस प्रतिभा को खूब सराहा।
आधुनिक फैशन कश्मीर में लाना मकसद शो के प्रायोजक शेख इमरान बशीर ने कहा कि फैशन शो को कश्मीर में करवाने का मकसद आधुनिक फैशन को कश्मीर में लाना है। फैशन के लिए कश्मीर से बेहतर जगह पूरे मुल्क में नहीं है। यहां से फैशन का आगाज करना किसी ख्वाब के पूरा होने से कम नहीं है।

हर राज्य में बर्दाश्त नहीं नंदीग्राम-सुप्रीम कोर्ट


























हर राज्य में बर्दाश्त नहीं नंदीग्राम-सुप्रीम कोर्ट 
 

नई दिल्ली। भूमि अधिग्रहण के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रूख अख्तियार करते हुए यूपी सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने महंगे फ्लैट बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा में भूमि अधिग्रहण पर सवाल उठाया और कहा कि और नंदीग्राम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश पी साथशिवम और ए के पटनायक की बैंच ने कहा कि यहां पश्चिमी बंगाल के नंदीग्राम जैसे हालात नहीं होने चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इन फ्लैट्स को इस्तेमाल किसके लिए होगा। इन्हें कौन बनवा रहा है। इनकी कीमत क्या होगी। अदालत इस मामले की गहराई में जाना चाहती है। हम सब राज्यों में नंदीग्राम दोहराते हुए नहीं देखना चाहते हैं। हम अपनी आंखे बंद नहीं रखेंगे।

कोर्ट ने कहा कि यदि राज्य सरकार खुद इस पर विचार करती है तो ठीक है अन्यथा कोर्ट इसमें हस्तक्षेप करेगी। इस तरह की योजनाए समाज एक हिस्से का भला करती है दूसरे नुकसान झेलते हैं। उधर, ग्रेटर नोएडा डवलपमेंट ऑथोरिटी का कहना है कि यह अधिग्रहण उनके 2021 के प्लान का हिस्सा है। सर्वोच्च न्यायालय ने जीएडी को निर्देश दिए अब इस योजना के तहत किसी और की कृषि भूमि अधिग्रहित न हो।

बेंच ने कहा कि सरकार की नजर में कोई बंजर जमीन है तो उसे प्राथमिकता दी जाए और जिन किसानों की भूमि ली जा रही है क्या सरकार उन्हें एक अपार्टमेंट मिल रहा है इसे सुनिश्चित किया जाए। अदालत ने कहा कि सरकार कृषि भूमि का अधिग्रहण क्यों कर रही है। 

पानी पर चल इस शख्स ने कर दिखाया अविश्वसनीय कारनामा



लंदन। आमतौर पर कई जादूगर हैरतअंगेज कारनामें दिखाकर लोगों को दांतों तले उंगलिया दबाने पर मजबूर करते रहते हैं, लेकिन इनमें से कुछ जादूगर तो ऐसे होते है, जो आश्चर्यचकित नहीं, बल्कि अविश्वसनीय कारनामों को भी बड़ी सफाई से अंजाम दे जाते हैं और लोग सोचते रह जाते हैं कि आखिर यह हुआ कैसे?
इन्हीं में से हम बात कर रहे हैं स्टीव फ्रायन (डायनमो) की, जिन्होंने हाल ही में पानी पर चलकर लोगों को अचंभित कर दिया। यह कारनामा उन्होंने लंदन पार्लियामेंट के सामने बहने वाली थेम्स नामक नदी में किया। यह अविश्वनीय नजारा लोगों ने इस नदी पर बने वेस्टमिंस्टर ब्रिज पर से देखा।
बताया जाता है कि स्टीव ने यह स्टंट आगामी 7 जुलाई से प्रारंभ हो रहे अपने टीवी शो ‘डायनमो: मैजिशियन इम्पॉसिबल’ के लिए रिकार्ड किया है। आपको बताते चलें कि डायनमो सिर्फ जादूगरी की दुनिया में ही प्रसिद्ध नहीं, बल्कि आज उनकी गिनती हॉलीवुड की नामी-गिरामी हस्तियों में भी होती है।
डायनमो को जादूगरी का हुनर अपने दादा से विरासत में मिला और उनके कॅरियर की शुरुआत ताश के पत्तों की नई-नई ट्रिक दिखाते हुए शुरू हुई। इसके बाद डायनमो ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और अब वे अपने हैरतअंगेज स्टंट्स से पूरी दुनिया को अचंभित करते रहते हैं।

जीप व ट्रक की टक्कर में पांच जनों की मौत


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आबूरोड (सिरोही)। सुरपगला गांव के समीप रविवार रात जीप व ट्रक की टक्कर में पांच जनों की मौत हो गई। आठ अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार माउण्ट आबू घूमने के बाद बिलोडा (साबरकांठा-गुजरात) लौट रही जीप की सुरपगला के समीप ट्रक से भिडंत हो गई। जीप पुल को तोडते हुए नीचे जा गिरी। इस दौरान पीछे से आ रही एक मोटरसाइकिल भी ट्रक में घुस गई। दुर्घटना में बिलोडा निवासी नारायणभाई पटेल, जीतूभाई, बाबूभाई, बादरभाई व एक अन्य की मौत हो गई।

पति ने की नवविवाहिता की गला रेत कर हत्या


जयपुर। डेढ़ महीने पहले जिसे गाजे बाजे के साथ घर लाया था, उसी पत्नी को पति ने रविवार देर रात बेदर्दी से गला रेत कर मार डाला। मालवीय नगर थानांतर्गत इंदिरागांधी नगर निवासी अशोक कुमार और उसकी पत्नी ऊषा में रविवार देर रात किसी बात पर झगड़ा हुआ और अशोक ने किसी तेजधार हथियार से ऊषा का गला रेत कर उसे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया।

ऊषा आठ दिन पहले ही अपने मायके से ससुराल आई थी, रविवार सुबह तक सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। दिन में वे जलमहल वगैरहा घूमने गए थे, शाम को वहां से लौटने के बाद दोनों की बीच कहासुनी हुई , जिसने बाद में बड़े झगड़े का रूप ले लिया।

सूत्रों के अनुसार यह हत्या दहेज को लेकर या विवाह पूर्व संबंधों को लेकर की गई है। ऐसे ही किसी मामले को लेकर दोनों में देर रात विवाद हुआ था। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि जब से इन दोनों की शादी हुई थी, ऊषा से लगातार दहेज की मांग की जा रही थी। उसने यह बात अपने परिजनों को भी बताई थी। लेकिन आठ दिन पहले उसे ससुराल भेज दिया गया। यहां पर रविवार रात दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद अशोक ने गुस्से में एक वार उसके गाल पर एक गले पर और तीसरा उसके पेट में किया।

ऊषा की चीखें सुनकर पड़ोसी घटनास्थल पर पहुंचे और ऊषा को मालवीय नगर स्थित अपेक्स अस्पताल में पहुंचाया, जहां उसकी हालत बिगड़ती देख एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी पति अशोक को हिरासत में ले लिया है।

रेप करने के बाद हिरोइन की हत्या

चेन्नई: फिल्मों में थोड़े समय के लिए काम करने वाली हिरोइन सैदपेट रेलवे स्टेशन के पास अपने घर में मृत पायी गई। पुलिस के मुताबिक उसके साथ मारने से पहले रेप किया गया था। प्रमुख संदिग्ध सुरेश को बताया जा रहा है। हिरोइन अश्विनी की मौत की खबर उसके पति सिवानंदम ने पुलिस को बताया। उसके शरीर को रोयापेट के सरकारी अस्पताल में भेजा गया है।

लेकिन डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद जांच कर रहे अधिकारियों को बताया कि मरने से पहले उसके साथ रेप किया गया था। एक बड़े पुलिस अधिकारी के मुताबिक हत्या वाली जगह से मिले सामान के आधार पर हम लोग फोरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की आशा कर रहे हैं। पड़ोसियों के मुताबिक हिरोइन अश्विनी के घर के नजदीक देखा गया। इसलिए हम सुरेश को प्रमुख संदिग्ध मान रहे हैं। मृतक हिरोइन के एक पड़ोसी के मुताबिक हत्या वाले दिन 12.30 बजे सुरेश को मोटरसाइकिल पर उसके घर के नजदीक देखा गया। हत्या के बाद से सुरेश ने मोबाइल बंद कर रखा है। पुलिस की स्पेशल टीम सुरेश के मूल गांव वंदावसी के नजदीक पोनूर पहुंच गई है।

पड़ोसियों के मुताबिक जब सिवानंदम नहीं रहता था तो सुरेश अक्सर मृतक हिरोइन के घर आता था।

मध्य प्रदेश में अफसरों पर 284 मामले

 मध्य प्रदेश में अफसरों पर 284 मामले 
 




जबलपुर। भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त प्रदेश के सैकड़ों नौकरशाह घर बैठे मौज कर रहे हैं। अदालती प्रक्रिया में देरी के चलते इन अधिकारियों के खिलाफ वर्षो से मामले लंबित है। अधिकारी घर बैठे तनख्वाह का बड़ा हिस्सा पाने के साथ सरकारी खर्चे पर सुविधाएं भोग रहे हैं। इस समय प्रदेश के 48 जिलों के विशेष न्यायालयों में भ्रष्टाचार के 284 मामले लंबित हैं।

अफसरों के खिलाफ रिश्वत मांगने, वित्तीय अनियमितताओं से लेकर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं। भ्रष्टाचार में मोटी कमाई कर चुके अफसरों पर मामले लंबित होने से विभागीय स्तर पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। केन्द्रीय और राज्य सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम के तहत चालान पेश होने के बाद अधिकारी-कर्मचारी को तत्काल निलंबित करने का प्रावधान है।

कानून के जानकारों के अनुसार 90 प्रतिशत से अधिक मामलों में चालान पेश होते ही निलंबन कर दिया जाता है। ऎसे प्रकरणों में बहाली भी नहीं होती, लेकिन निलंबन के दौरान वेतन और सुविधाएं जारी रहती हैं। कई बार मामला विचाराधीन रहने के दौरान अफसर बहाल भी हो जाते हैं या उनका निलंबन भी नहीं होता।

विशेष न्यायालयों में लंबित 284 प्रकरणों में लोकायुक्त (विशेष पुलिस स्थापना) की ओर से चालान पेश किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 39 मामले इंदौर में लंबित हैं। जबलपुर में 35, भोपाल में 34 तथा उज्जैन में 14 मामले लम्बित हैं।

प्रदेश पुलिस सबसे "अव्वल
मध्य प्रदेश पुलिस भले ही लोगों को सुरक्षा और शांति देने के लाख दावे करती हो, लेकिन एक ताजा रिपोर्ट में प्रदेश पुलिस को देश की सबसे भ्रष्ट बताया गया है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार वर्ष 2006 से 2010 तक मध्य प्रदेश के पुलिसकर्मियों पर 93,710 मामले दर्ज हुए है, जो उत्तर प्रदेश (34,364), दिल्ली (29,165), पंजाब (23,090) और महाराष्ट्र (21,000) में पुलिसकर्मियों पर दर्ज मामलों से भी ज्यादा है।

प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर रिश्वत मांगने, धमकाने, जबरन गिरफ्तारी, गिरफ्तारी में मौत के मामले ज्यादा है। उधर रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में दस हजार लोगों पर पुलिस का रेशो 12.16 है। 

लव, सेक्स और धोखा

लव, सेक्स और धोखा 
 

जबलपुर। "लव, सेक्स और धोखा" का एक मामला शनिवार रात प्रकाश में आया। इसमें एक विवाहित युवक ने पहले एक एमबीए छात्रा को प्रेम जाल में फंसाया। फिर उसके साथ "गंधर्व विवाह" किया और उसका शारीरिक शोषण करता रहा। युवक ने छात्रा को कई माह अपने साथ रखा और उसका गर्भपात भी कराया। काफी दिनों बाद छात्रा को जब युवक की हकीकत का पता चला, तो उसने गोरखपुर थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।

गोरखपुर पुलिस ने बताया कि उदय नगर निवासी 26 वर्षीय युवती वर्ष 2010 में एमबीए की पढ़ाई करने भोपाल गई थी। वहां उसका परिचय इतवारा बजरिया निवासी राहुल जैन से हुआ।

राहुल ने उसे बताया कि वह एक इंश्योरेंस कंपनी में सेल्स मैनेजर है और उसकी पोस्टिंग रायपुर में है। राहुल ने छात्रा को अपनी बातों में फंसाया और शादी का प्रलोभन दिया। छात्रा राहुल के जाल में फंस गई और उससे प्यार करने लगी। कुछ माह पूर्व राहुल ने छात्रा से जबलपुर में पोस्टिंग होने की बात कही और उसे जबलपुर ले आया।

ग्वारीघाट में उसने छात्रा से गंधर्व विवाह किया और कटंगा स्थित किराए के मकान में पति-पत्नी के रूप में रहने लगा। तीन माह बाद छात्रा ने राहुल को गर्भवती होने की बात बताई। राहुल ने बड़ी चालाकी से उसका गर्भपात करा दिया। तब छात्रा को पता चला कि राहुल पहले से विवाहित है तथा उसकी एक बेटी भी है। छात्रा ने राहुल के माता-पिता और पत्नी को बुलाकर पूरी बात बताई, तो राहुल ने छात्रा से मारपीट की। पुलिस ने राहुल पर दुराचार व मारपीट का प्रकरण दर्ज कर लिया है। 

एक ‘गुजरात’ पाकिस्तान में भी




अहमदाबाद। यह गुजरात, महात्मा गांधी का जन्मभूमि और कर्मभूमि नहीं। यहां के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं, यहां साबरमती नहीं, यहां रंगीला राजकोट नहीं, यहां सूरत और जामनगर भी नहीं, लेकिन फिर भी यह गुजरात ही है।

पूरे विश्व में विकास का परचम लहरा देने वाले गांधीजी के ‘गुजरात’ पर आज सबकी नजर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के इस ‘गुजरात’ के अलावा एक ‘गुजरात’ पाकिस्तान में भी है। जी हां, यह ‘गुजरात’ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। हां इतना जरूर है कि भारत के ‘गुजरात’ और पाकिस्तान के ‘गुजरात’ में जमीन-आसमान का अंतर है, लेकिन इस क्षेत्र का नाम भी ‘गुजरात’ ही है। बस इन दोनों के नामो में अंग्रेजी के अक्षर ‘ए’ का ही फर्क है। भारत के गुजरात की अंग्रेजी स्पेलिंग में Gujarat है जबकि पाकिस्तान के गुजरात को Gujrat लिखा जाता है। यहां के लोगों की आय का मुख्य स्रोत खेती-किसानी और गृह उद्योग है।

पाकिस्तान का यह गुजरात चीनाब और झेलम नदियों के किनारे स्थित है और प्रेम करने वालों के ह्रदय में अटूट स्थान रखने वाले सोहनी-महिवाल का इस क्षेत्र से करीबी रिश्ता है, क्योंकि सोहनी इसी गुजरात की थी।

ब्रिटिश इतिहासकारों के अनुसार इस गुजरात की स्थापना 460 बीसी में राज बच्चन पाल गुर्जर द्वारा की गई थी। मोघलयुद्ध के दरमियान पाकिस्तान से कश्मीर जाने वालों को इसी गुजरात से होकर गुजरना पड़ता था। इतिहासकारों के अनुसार कश्मीर से लौटते समय राजा जहांगीर की मृत्यु भी यहीं पर हुई थी और उन्हें यहीं पर दफनाया गया था।

पुलिस के विरोध में उतरे दो साल के बच्चे

पुलिस के विरोध में उतरे दो साल के बच्चे 
 

दौसा। दौसा के पास भांडारेज मोड़ पर सोमवार सुबह करीब दौ सौ से भी ज्यादा ग्रामीणों ने जयपुर- आगरा राजमार्ग पूरी तरह से जाम कर दिया। करीब सात बजे बस स्टैंड के पास मुख्य सडक पर बैठे ग्रामीणों से दो बार पुलिस भी उलझी लेकिन दोनो बार पुलिस को ही बैक फुट पर आना पड़ा। पुलिस के विरोध में ही ग्रामीण सड़क पर जमा हुए थे। ग्रामीणों के साथ उनके दो तीन साल के कुछ बच्चे भी पुलिस विरोध में शामिल थे।

ये था मामला : सदर थाना इलाके में रहने वाले कैलाश सैनी के घर करीब पांच हफ्ते पहले बीस लाख रूपए की चोरी हो गई थी। चोरी के इस मामले में गांव वालों ने ही कुछ लोगो दबोचा था और थाना पुलिस के हवाले किया था। उसके बाद भी पुलिस मामला खोल पाने में पूरी तरह से नाकाम रही। इस बारे में कैलाश सैनी और उसके परिवार वालों ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।

रविवार देर रात भी घर से करीब दस हजार रूपए चोरी हो गए। रूपए शनिवार को ही बैंक से निकाले गए थे जो कि परिवार में ही रहने वाले एक छोटे बच्चे की बीमारी के लिए थे। सोमवार सुबह कैलाश सैनी और गांव के करीब दौ सौ से भी ज्यादा लोगो ंने जयपुर आगरा राजमार्ग जाम कर दिया। गांव वालों की मांग थी कि गांव में दो पुलिस वाले लगाए जाएं साथ ही जल्द ही चोरी का खुलासा किया जाए। बताया जा रहा है गांव के करीब एक दर्जन से भी ज्यादा छोटे बच्चे भी पुलिस के विरोध में अपनी-अपनी माताओं की गोद में बैठे थे।

बच्चों की उम्र दो से तीन साल थी। सवेरे सात बजे से जाम लगाए बैठे इन गांव वालों के कारण राजमार्ग पर दोनो ओर करीब चार-चार किलोमीटर लंबा जाम लग चुका था। सदर पुलिस इंचार्ज लक्ष्मीकांत शर्मा ने सवेरे दस बजे तक दो बार गांव वालों से उठने के लिए कहा लेकिन दोनो बार ही पुलिस को खदेड दिया गया। खबर लिखे जाने तक पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। 

सऊदी अरब में सरेआम महिला का सिर काटा

सऊदी अरब में सरेआम महिला का सिर काटा 
 

रियाद। सऊदी अरब में श्रीलंकाई मूल की एक महिला को सरेआम मौत के घाट उतार दिया गया। रिजाना नफीक नामक इस महिला की देख-रेख में एक बच्चे की मौत हो जाने पर बतौर सजा बीच बाजार उसका सिर धड़ से अलग कर दिया गया। 

सूत्रों के मुताबिक नफीक को 2005 में चार महीने के बच्चे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि नफीक ने इन आरोपों से इनकार किया था। उसका कहना था कि उसने बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश की थी। 

डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रशासन द्वारा नफीक की उम्र 1982 दर्शायी गई है जबकि जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर वह 1988 में जन्मी थी। नफीक की मां रफीना ने बताया कि उसकी बेटी काम की तलाश में सऊदी अरब गई थी। वहां उसे छोटे बच्चे को संभालने का काम दिया गया। उस समय वह खुद एक बच्ची थी जो इस काम को करने में सक्षम नहीं थी। 

वहीं मानवाधिकर समूह ने मामला दायर करने के समय नफीक की गलत उम्र दर्ज कराने के लिए सऊदी प्रशासन की आलोचना की है। 

शॉटगन के करीब 150 स्टील के छर्रों से छलनी हुआ शरीर



ब्रिटेन के 33 वर्षीय जोए क्लार्क का ये एक्स-रे है। दिसंबर 2007 की इस घटना में घंटी बजने पर उन्होंने जैसे ही दरवाजा खोला दो लोगों ने उन पर शॉटगन से हमला कर दिया।

उन्हें 150 से ज्यादा स्टील के छर्रे लगे थे, जिनमें से कई छर्रे नाजुक अंगों में गहराई तक उतर गए थे, इसलिए निकाले नहीं जा सके। डॉक्टर्स का कहना है शायद इस वजह से उनकी जिंदगी के 25 साल घट जाएंगे।
काउंटी डरहम के कॉनसेट के रहने वाले जोए हमला होते ही भागे। उनके सिर, पीठ और गर्दन में छर्रे लगे थे। किसी तरह उनके पड़ोसियों ने उन्हें अपने घर में खींचकर दरवाजा लगा लिया, जिससे वे बच गए।
घटना के आठ महीने बाद कुछ लोगों को पकड़ा गया था। फिर भी वे कोर्ट से बरी हो गए थे और मामले की जांच जारी है।
 

छोटा राजन ने मरवाया पत्रकार जे. डे कोः मुंबई पुलिस

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मुंबई।। मुंबई पुलिस ने सीनियर पत्रकार जे. डे के मर्डर की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पकड़े गए सातो लोगों को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 4 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। ये छोटा राजन गैंग के लिए काम करते थे। पुलिस के मुताबिक यह बात साफ हो गई है कि इस हत्या के पीछे छोटा राजन है।

मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने कहा कि जे. डे मर्डर केस में सात लोगों को तमिलनाडु और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से हिरासत में लिया गया है।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने कहा कि तीन लोग तमिलनाडु के रामेश्वरम, एक महाराष्ट्र के सोलापुर और तीन मुंबई से गिरफ्तार किए गए। उन्होंने कहा कि सातों महाराष्ट्र के ही रहने वाले हैं।

पाटिल ने दो आरोपियों की पहचान सतीश काल्या और अनिल वाघमोड़े के रूप में की है। पाटिल ने कहा, 'इस मामले में किए गए मुंबई क्राइम ब्रांच के बेहतरीन काम के लिए मैंने 10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है।'

गौरतलब है कि टैब्लॉइट मिड डे के खोजी पत्रकार जे. डे के हत्यारों का सुराग देने वाले को मुंबई पुलिस ने 50 लाख के भारी-भरकम इनाम का ऐलान किया था। मुंबई पुलिस के इतिहास में सुराग देने वालों के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि है।

56 वर्षीय जे डे की 11 जून को पवई इलाके में चार मोटरसाइकिल सवारों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में कहा गया था कि जे. डे को काफी नजदीक से पांच गोली मारी गई थी।

हत्या के पीछे छोटा राजन गैंग 
मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक और मुंबई पुलिस के सीनियर ऑफिसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की पूरी जानकारी मीडिया को दी। पुलिस के मुताबिक जे डे की हत्या छोटा राजन ने अपने खास शूटर सतीश काल्या के जरिए करवाई। उन्हें कहा गया था कि यह एक कॉरपोरेट प्रफेशनल है जिसे उन्हें टपकाना है।

जब पता चला मरने वाला पत्रकार है 
पुलिस के मुताबिक जे डे की हत्या करने से पहले तक सतीश काल्या और उसके लोगों को पता नहीं था कि उन्हें किसी पत्रकार को मारने के लिए कहा गया है। जे डे की हत्या को अंजाम देने के बाद शाम को टीवी देखने पर सतीश काल्या को पता चला कि उसका टारगेट पत्रकार था। यह जानकर वह घबरा गया। उसने छोटा राजन को फोन कर इस बात की शिकायत की कि उसके हाथों मीडिया वाले को क्यों मरवाया गया? उसने कहा कि यह बड़ा मामला हो गया है और अब वह नहीं बचेगा। इस पर छोटा राजन ने उसे कहा कि 'घबराओ मत, पैसे लो और तुम लोग मुंबई से निकल जाओ, बाकी मैं संभाल लूंगा।'
ये सब मुंबई से निकल भी गए, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ने से नहीं बच सके।

क्या रही वजह? 
इस खुलासे को अहम इसलिए माना जा रहा है कि एक तो अब तक छोटा राजन भी इस काम के पीछे अपना हाथ होने से इनकार करता रहा है और दूसरे पत्रकार जे डे को छोटा राजन गैंग का ही करीबी माना जाता था। उनकी कई रिपोर्टें दाऊद विरोधी मानी गई थीं। ऐसे में पूछा जा रहा है कि आखिर अपने ही करीबी पत्रकार की हत्या छोटा राजन क्यों करवाएगा?
पुलिस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। उसके मुताबिक अबी तक हत्या की वजह का पता नहीं चला है। हो सकता है, इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान इस बारे में जानकारी मिले।

मगर, सूत्रों के मुताबिक जे डे ने मुंबई में दाऊद के भाई पर हाल में हुए हमले के बाद जिस तरह की आक्रामक रिपोर्टिंग की थी, उससे वह दाऊद गैंग के निशाने पर आ ही गए थे। ऐसे में छोटा राजन की यह चाल हो सकती है कि ऐसे मौके पर डे की हत्या से दोष दाऊद गैंग पर जाएगा और इसका खामियाजा भी डी गैंग को ही भुगतना पड़ेगा। हालांकि इसके अलावा क्या और भी वजहें थी छोटा राजन की जे डे से चिढ़ने की? क्या छोटा राजन के खिलाफ भी कोई अहम जानकारी जे डे के हाथ लग गई थी? उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मुंबई पुलिस इन सवालों के भी जवाब ढूंढ़ लेगी।

कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान पुलिस ने लाठी-चार्ज


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लखनऊ।। कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान पुलिस ने लाठी-चार्ज किया। कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी समेत कई कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। शासन-प्रशासन ने लाठी-चार्ज का कारण धारा 144 का उल्लंघन बताया। 

पुलिस ने पहले न्याय यात्रा को रोकने की कोशिश की लेकिन जब कांग्रेसी कार्यकर्ता नहीं रुके तो पुलिस ने लाठियां बरसाईं। कांग्रेस के प्रवक्ता सलमान खुर्शीद ने कहा कि मायावती लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं करने दे रही हैं, इससे पता चलता है कि वह कितनी डरी हुई हैं।

मायावती सरकार ने कांग्रेस को लखनऊ में न्याय मार्च की इजाजत नहीं दी थी। लखनऊ में रविवार शाम से ही धारा 144 लागू कर दी गई थी। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपराध के मामले बढ़ने का आरोप लगाते हुए लखनऊ में न्याय यात्रा निकालना चाहती थी।

प्रस्तावित रैली के एक दिन पहले शनिवार को स्थानीय प्रशासन ने शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी। डीएम अनिल कुमार सागर ने कहा कि रैली से शहर की शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा था। अनिल कुमार सागर ने कहा है कि प्रस्तावित मार्च से यातायात में बाधा पैदा होगी, जिससे नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।

कांग्रेस ने धारा 144 लागू करने की निंदा करते हुए इसे मायावती सरकार का 'फासीवादी' रवैया बताया था।

आईएएस चयनित सोलंकी का स्वागत





आईएएस चयनित सोलंकी का स्वागत

प्रतिभाओं व खिलाडिय़ों का सम्मान किया

रावणा राजपूत समाज : करणसिंह गोहिल स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन

बाड़मेर रावणा राजपूत समाज की ओर से रविवार शाम करण सिंह गोहिल स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह तथा समाज की प्रथम नव चयनित आईएएस नीतूसिंह का सम्मान समारोह का आयोजन विधायक मेवाराम जैन के मुख्य आतिथ्य में किया गया।

विधायक जैन ने कहा कि निरंतर प्रयास तथा कड़ी मेहनत से सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने समाज से बच्चों को पढ़ाने तथा कुरीतियों को मिटाने का आह्वान किया। नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन ने खिलाडिय़ों तथा आईएएस चयनित नीतुसिंह के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समाज के जिलाध्यक्ष गोरधन सिंह राठौड़ ने कहा कि नीतू सिंह ने समाज का मान बढ़ाया है। उन्होंने नशामुक्ति का आह्वान करते हुए समाज को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का आह्वान किया। नगरपालिका उपाध्यक्ष चैनसिंह भाटी व उम्मेदसिंह तंवर ने भी विचार व्यक्त किए। अंत में नगर युवा अध्यक्ष हरी सिंह राठौड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन युवा महामंत्री पृथ्वी सिंह पंवार ने किया।

इस मौके रेवंतसिंह राठौड़, दाऊ सिंह राजावत, विशाला सरपंच बलवंत सिंह भाटी, तिलवाड़ा सरपंच अन्नपूर्णा कंवर, आयोजक ओमसिंह गोयल, करण सिंह सोलंकी, इंद्रसिंह राठौड़, भीम सिंह मेपावत, सुरेंद्रसिंह दइया, देवीसिंह राठौड़, मूलसिंह गोयल, बाबूसिंह चौहान, गोपालसिंह गोयल, शैतानसिंह राणा, कैप्टन मोहन सिंह, खेतसिंह सरणू, सवाईसिंह शिव, नारायणसिंह चौहटन, संतोषसिंह जसोल, प्रेमसिंह गिड़ा, मोहन सिंह भाटी, पार्षद दरियादेवी, मीरा कंवर व मधु राठौड़ सहित समाज बंधु उपस्थित थे।

कुछ भी असंभव नहीं

समारोह के दौरान नव चयनित आईएएस अधिकारी नीतू सिंह ने अनुभव बताते हुए कहा कि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं हैं। बस जरूरत है कड़ी मेहनत और सच्ची लगन की। उन्होंने युवाओं को मेहनत कर उच्च पद हासिल करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दें। ताकि वे समाज तथा देश का नाम रोशन कर सकें।

इनका किया सम्मान : समारोह में आईएएस चयनित नीतू सिंह का सम्मान किया गया। इसके अलावा भामाशाह गोरधन सिंह सोढ़ा, भाखर सिंह सोनड़ी, पुरखसिंह चौहान, धनसिंह परमार, मुकनसिंह परमार, दुर्जनसिंह गुडीसर, उदयसिंह दोहट व अशोक सिंह राजावत का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। वहीं क्रिकेट प्रतियोगिता में विजेता, उपविजेता तथा मैन ऑफ न मैच चुने गए खिलाडिय़ों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।
कल्याणपुर स्थित रावणा राजपूत समाज भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित नीतूसिंह सोलंकी का समाज के लोगों की ओर से सम्मान किया गया।

रविवार सुबह 9 बजे जोधपुर से कल्याणपुर पहुंचने पर समाज के लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ सोलंकी का स्वागत किया। इस अवसर पर नीतूसिंह ने कहा कि कड़ी मेहनत करने पर सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि समाज स्तर पर ऐसे प्रयास होने चाहिए कि जिससे कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने समाज के युवाओं को नशे की प्रवृति त्याग कर समाज के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास करने की बात कही। इस अवसर पर गणेशसिंह, मांगूसिंह, रूपसिंह, पुखराजसिंह, भीखसिंह, नरपतसिंह, सुमेरसिंह, गुमानसिंह, देवीसिंह, कालूसिंह, ओमसिंह, डाऊसिंह, अखेसिंह, जबरसिंह व भरतसिंह पंवार सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

जसोल. प्रशासनिक सेवा कार्यो में मातृभूमि को नहीं भुलूंगी। सामाजिक व समाजसेवा के कार्यो मे सदैव तत्पर रहूंगी। यह बात नव नियुक्त आईएएस नीतूसिंह सोलंकी ने स्थानीय रावणा राजपूत सभा भवन मे स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए कही। केवल कक्षा 6 उत्तीर्ण कर सीधे दसवीं की परीक्षा मे 88 प्रतिशत अंक प्राप्त कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन की उपलब्धि हासिल करने वाली नीतूसिंह सोलंकी का रावणा राजपूत सभा भवन में समाज के गणमान्य लोगों ने स्वागत किया। पं राजू महाराज के सान्निध्य मे समाज की बालिकाओं द्वारा तिलक लगाकर सोलंकी का स्वागत किया गया। इस अवसर पर आंजणा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमराराम चौधरी का भी स्वागत किया गया। चौधरी ने कहा कि बेटियां समाज की रीढ़ है, बालिकाओं के आगे बढ़ाने के प्रयास समाज को करने चाहिए। जिला महामंत्री ईश्वरसिंह चौहान ने कहा कि समाज की प्रतिभाओं को तलाश कर उन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास समाज को करना होगा। इस अवसर पर दाऊसिंह राजावत व तिलवाड़ा सरपंच अन्नपूर्णा कंवर का भी स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे चैनसिंह भाटी तिलवाड़ा, प्रेमसिंह विदा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष पिन्ना कंवर, मंत्री देवीसिंह जुडिय़ा, बाबुसिंह भाटी, दुर्गसिंह परिहार, राणसिंह परिहार, संतोषसिंह, बाबुसिंह चौहान, छगनसिंह परिहार, युवा अध्यक्ष दलपतसिंह, मगसिंह दहिया, माणक गहलोत सहित समाज के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विक्रमसिंह राठौड़ ने किया।