बाड़मेर विकास कार्याें मंे गुणवत्ता के साथ पारदर्शिता जरूरीःठाकुर
-प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर ने विकास योजनाआंे एवं कार्यक्रमांे की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियांे को नियमित रूप से मोनेटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्हांेने आमजन की समस्याआंे का प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिए।
बाड़मेर, 22 फरवरी। विकास कार्याें मंे गुणवत्ता के साथ पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत संबंधित इलाकांे मंे पानी, बिजली एवं अन्य आधारभूत सुविधाआंे के कार्याें को शामिल किया जाए। बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे विकास योजनाआंे, कार्यक्रमांे एवं विभागीय गतिविधियांे की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर ने कहा कि रात्रि चौपाल, जन सुनवाई एवं जनसंपर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली परिवेदनाआंे का प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए आमजन को राहत प्रदान की जाए। उन्हांेने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अधिकाधिक ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए समन्वित प्रयास किए जाए। बैठक के दौरान प्रभारी सचिव ठाकुर ने शिक्षा, चिकित्सा, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिकांे को स्वच्छ भारत मिशन मंे सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत प्रगतिरत कार्याें को निर्धारित समयावधि मंे पूरा करवाएं। उन्हांेने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रांे मंे चिकित्साकर्मियांे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करें। प्रभारी सचिव ने पेयजल परियोजनाआंे की समीक्षा करते हुए आगामी गर्मी के मौसम के मददेनजर जलदाय विभाग के अधिकारियांे को समुचित कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्हांेने बाड़मेर जिले मंे सौर ऊर्जा के विकल्प तलाशने की जरूरत जताते हुए संबंधित अधिकारियांे के साथ विचार-विमर्श करने को कहा।
बैठक के दौरान प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर ने मनरेगा मंे वे पाइंट लागू करवाने, पुराने कार्याें की जीयो टेगिंग करवाने, विवेकानंद माडल स्कूलांे मंे आधारभूत सुविधाआंे की उपलब्धता सुनिश्चित करने, रामदेवरा पैदल जातरूआंे के लिए पैदल मार्ग कार्य पूर्ण करवाने के साथ प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना मंे मनरेगा के तहत मस्टररोल जारी करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर आवश्यक रूप से मस्टररोल जारी करने की प्रक्रिया प्रारंभ करवाएं। बैठक के दौरान मिड डे मिल, आरोग्य राजस्थान की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियांे को निर्देश दिए गए। इस दौरान चिकित्सा विभाग के अधिकारियांे को विद्यालयांे मंे स्थित टांकांे एवं अन्य सार्वजनिक जल स्त्रोतांे मंे पानी की शुद्वता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दवाई डालने के निर्देश दिए। बैठक मंे विभिन्न विकास योजनाआंे के कार्य पूर्णता एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र 28 फरवरी तक भिजवाने के लिए निर्देशित किया गया। समीक्षा बैठक के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हेमराज सोनी, अधीक्षण अभियंता आईडब्ल्यूएमपी बलवीरसिंह, नेमाराम परिहार, जी.आर. जीनगर, अधिशाषी अभियंता मनरेगा कबीर अख्तर, भैराराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
महात्मा गांधी नरेगा में बनेगें व्यक्तिगत शौचालय
बाड़मेर, 22 फरवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत सभी पात्र ग्रामीण आवासों में बेस लाईन सर्वे से वंचित पात्र परिवारों नवीन व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराया जाएगा।
महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त देबाशिष पृष्टि ने बताया कि वेस लाईन सर्वे से वंचित परिवारों या ऐसे परिवार जिनको किन्ही कारणों से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाना संभव नही है, ऐसे आवासो में भी नवीन व्यक्तिगत शौचालय निर्माण कराया जा सकेगा। उन्हांेने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के ब्लॉक समन्वयक की सहायता से घर-घर सर्वे किया जाकर जिन परिवारों के घरों में शौचालय नही है, ऐसे परिवारों के घरों में व्यक्तिगत शौचालय निर्धारित डिजाइन मुताबिक बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक शौचालय निर्माण पर 12 हजार का व्यय किया जाएगा तथा इससे अधिक लागत लगती है तो लाभार्थी को स्वयं वहन करनी होगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सामग्री मद में व्यय जिला स्तर पर महात्मा गांधी योजनान्तर्गत की गई कुल व्यय राशि के 40 प्रतिशत अधिक नहीं होगी। मनरेगा आयुक्त ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए महात्मा गांधी नरेगा के दिशा निर्देश की पालना करने के साथ जॉब कार्डधारी परिवार द्वारा कार्य किया जाना अनिवार्य होगा।
हज प्रशिक्षक के लिए आवेदन आमंत्रित
बाड़मेर, 22 फरवरी। हज यात्रा-2017 के चयनित हज यात्रियों को हज यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई असुविधा या कठिनाई का सामना न करना पड़े। उसके लिए हज प्रशिक्षकों द्वारा हज सम्बन्धी कार्यक्रमों की पूर्ण जानकारी देने हेतु जिला स्तर पर राजस्थान हज कमेटी के निर्देशन में प्रशिक्षक कैम्प चलाये जाते हैं।
राजस्थान स्टेट हजकमेटी के अधिशाषी अधिकारी अमान उल्लाह खान ने बताया कि हज प्रशिक्षण के इच्छुक (स्वयंसेवक) जो हज कर चुके हों, जिनको हिन्दी, उर्दू अंगे्रजी व क्षेत्रीय भाषा का ज्ञान हो, शारीरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ हो, कम्प्यूटर का ज्ञान एवं समूह को सम्बोधन की क्षमता वाले 50 वर्ष की आयु तक के पुरूष/स्ति्रयों से आवेदन पत्र 6 मार्च,2017 तक आमंत्रित किये गये हैं। आवेदक आयु व अन्य योग्यता प्रमाण पत्र की प्रति आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें तथा साक्षात्कार के दौरान मूल प्रमाण पत्र साथ लाएं।
खान ने बताया कि ए.एच.ओ/हज सहायक/चिकित्सा अधिकारी/खादिम उल हुज्जाज रह चुके तथा हज यात्रा का पूर्ण अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जायेगी।
आवेदन पत्र एवं सम्बन्धित दिशा-निर्देश हज कमेटी ऑफ इण्डिया, मुम्बई की वेबसाईट www.hajcommittee.gov.in से डाउन लोड कर प्राप्त किये जा सकते हैं अथवा राजस्थान स्टेट हज कमेटी के कार्यालय कमरा नम्बर-1106, मुख्य भवन, प्रथम मंजिल, शासन सचिवालय, जयपुर से कार्यालय समय में व्यक्तिशः प्राप्त किये जा सकते हैं।
निर्धारित योग्यता रखने वाले इच्छुक आवेदक पूर्ण विवरण मय फोटो के साथ निर्धारित प्रारूप में 6 मार्च,2017 तक अधिशाषी अधिकारी, राजस्थान स्टेट कमेटी ऑफ इण्डिया, मुम्बई के निर्देशानुसार साक्षात्कार द्वारा अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। 9 मार्च,2017 को प्रातः 11 बजे, कमरा नम्बर 1041, ग्राउण्ड फ्लोर मुख्य भवन, शासन सचिवालय जयपुर में योग्य अभ्यर्थियों के चयन हेतु साक्षात्कार का आयोजन किया जायेगा।