अलवर। सेवानिवृत्त प्रोफेसर के साथ फेसबुक पर दोस्ती कर की गई ₹71 लाख रुपये की ठगी की वारदात का पर्दाफाश
अलवर। अलवर पुलिस ने अलवर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर के साथ फेसबुक पर दोस्ती कर की गई ₹71 लाख रुपये की ठगी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए 2 नाइजीरियन व्यक्तियों सहित आठ जनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ₹44 लाख रुपये की नकदी बरामद की है । पुलिस ने इनके कब्जे से 49 चेक बुक और पासबुक भी बरामद की हैं।
अलवर के अरावली विहार थाना पुलिस ने बताया कि 9 अगस्त को अलवर निवासी सेवानिवृत्त प्रोफेसर सत्यव्रत शर्मा द्वारा थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि फेसबुक के जरिए एक विदेशी महिला लुविस टरायो से उसकी जान पहचान हुई थी और इस तरह उसने एक घटना का हवाला देते हुए करीब 16 बैंक खातों में उसे ₹71 लाख की ठगी कर ली। अलवर के पुलिस अधीक्षक परिस देखमुख ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय पुष्पेंद्र सिंह के निर्देशन में एक टीम गठित की और इस वारदात को खुलासा करने में अलवर की साइक्लोन सेल व सीआईयू टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।उन्होंने बताया कि परिवादी को किए गए ईमेल, व्हाट्सएप चैटिंग वे कॉलिंग व मोबाइल नंबरों का साइक्लोन सेल में विस्तृत अनुसंधान किया गया। परिवादी ने आरोपियों के बताए अनुसार कुल 16 बैंकों के विभिन्न खातों में ₹7100000 जमा कराए उन खातों का रिकॉर्ड प्राप्त कर बारीकी से विश्लेषण किया गया। तकनीकी अनुसंधान एवं बैंक खातों के बारीकी से अध्ययन से यह वारदात नाइजीरियन गैंग द्वारा करना सामने आया गया और आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इसी दौरान परिवादी को कॉल करने वाले मोबाइल नंबर फर्जी आईडी से जारी करने वाले वोडाफोन कंपनी के कर्मचारी मोहित, अनूप पांडेय व योगेंद्र को हिरासत में लेकर अनुसंधान किया गया तो सिम जेम्स व लौकी नाइजीरियन को देना बताया। जिन्हें भी दस्तयाव कर पूछताछ की गई। आरोपियों से पूछताछ कर सामने आया कि उक्त लोग फर्जी आईडी से सिम जारी कर नाइजीरियन गैंग को देते हैं जिन सिम कार्डों को यह लोग ठगी करने के लिए काम में लेते हैं इस पर उक्त सभी को गिरफ्तार किया गया ।परिवादी ने इंडसइंड बैंक के करण राणा खाताधारक के खाते में आरोपियों के बताए अनुसार ₹4 लाख 50 हजार रुपये जमा कराए ।जिस पर करण राणा की तलाश की गई यह बात सामने आई कि उसका असली नाम मोहित पुत्र धर्म सिंह जाट निवासी मुनिरका नई दिल्ली हाल फरीदाबाद का होने का पता चला। इस टीम द्वारा मोहित उर्फ करण राणा की तलाश कर उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने जॉन्स नामक नाइजीरियन के साथ मिलकर फेसबुक के जरिए दोस्ती कर धोखाधड़ी से रुपए अपने बैंकों के खाते में डलवाना बताया। आरोपी मोहित उर्फ करण राणा बैंक खातों की व्यवस्था करता तथा रुपए निकालकर अपने पास रखता। बाद में नाइजीरियन को उसका हिस्सा देता है । नाइजीरियन जरिए ईमेल फेसबुक व्हाट्सएप चेटिंग और कॉलिंग कर लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाते। गिरफ्तार मोहित ने अपनी सास राधामोनी उर्फ वसुंधरा तथा एलेस्को भसीन उर्फ नंदनी के नाम से भी काफी बैंकों में खाता खुलवा रखे हैं जिनको भी उक्त रुपयों से प्राप्त करने में प्रयोग किया गया । मुलजिम की संलिप्तता पाए जाने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया ।आरोपी मोहित ने बैंक में अनुज राणा, विशाल टॉक्स ,करण राणा व मोहन कुमार के नाम से करीब-करीब सभी बैंकों में दिल्ली की शाखाओं में खाता खुलवा रखे हैं। जिनमें वह पैन कार्ड मतदाता पहचान पत्र फर्जी तैयार कर अपनी फोटो लगाकर पेश करता है । आरोपी से उक्त प्रकरण में परिवादी से धोखाधड़ी कर ₹44 लाख रुपये उसके मकान से बरामद किए गए हैं ।आरोपी मोहित टॉक्स उर्फ़ करण राणा एलेस्को भसीन उर्फ नंदिनी व राधामोनी उर्फ वसुंधरा से विभिन्न बैंक खातों की कुल 49 चेकबुक और पासबुक बरामद की हैं। एलेस्को भसीन ने भी नंदिनी भसीन, प्रिया पिल्लई के नाम से खाता खुलवा रखे हैं । गिरफ्तार किए गए नाइजीरियन लोकी व जेम्स मोबाइल सिम प्राप्त कर मुख्य आरोपी जॉन्स को उपलब्ध कराते थे और संपर्क में रहकर फेसबुक और ईमेल के जरिए लोगों से संपर्क कर धोखाधड़ी का शिकार बनाते हैं फिर उनके बताए गए बैंक खातों में रुपए डलवा देते जिन्हें मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा के माध्यम से बैंक खातों से निकालकर आपस में बांट लेते हैं। आरोपी मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा एलेस्का भसीन उर्फ नंदिनी एवं राधामोनी और वसुंधरा के बैंक खातों के अध्ययन से इनके द्वारा वर्ष 2019 में ही करोड़ों रुपए की ठगी करना सामने आया है । प्रकरण में परिवादी से जिन खातों में रुपए डलवाए गए उन सभी खातों को फर्जी आईडी का उपयोग करवाना सामने आया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से उनके द्वारा फर्जी आईडी से खोले गए विभिन्न खातों एवं अन्य साथियों के बारे में जांच की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में नई दिल्ली निवासी मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा उर्फ अर्जुन राणा और विशाल टॉक्स पुत्र धर्मवीर जाति जाट, हरियाणा के सूरजकुंड निवासी श्रीमती राधामोनी उर्फ वसुंधरा पत्नी अशोक भसीन हरियाणा के ही सूरजकुंड निवासी सुश्री एलेस्को भसीन उर्फ नंदिनी पुत्री आदित्य भसीन, संगम विहार नई दिल्ली निवासी मोहित कुशवाहा पुत्र शिव प्रसाद कुशवाहा, अनूप कुमार पांडे पुत्र धनंजय कुमार पांडे ,योगेंद्र कुमार पुत्र अजीत सिंह प्रजापत नई दिल्ली तथा हाल नई दिल्ली मूल नाइजीरियन निवासी मिस्टर एको नाम जेम्स व मिस्टर लकी उर्फ लाइमा को गिरफ्तार किया गया है और इनके कब्जे से ₹44 लाख नगद लैपटॉप मोबाइल सिम बैंक की पासबुक में चेक बुक बरामद की गई है।
अलवर। अलवर पुलिस ने अलवर के सेवानिवृत्त प्रोफेसर के साथ फेसबुक पर दोस्ती कर की गई ₹71 लाख रुपये की ठगी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए 2 नाइजीरियन व्यक्तियों सहित आठ जनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ₹44 लाख रुपये की नकदी बरामद की है । पुलिस ने इनके कब्जे से 49 चेक बुक और पासबुक भी बरामद की हैं।
अलवर के अरावली विहार थाना पुलिस ने बताया कि 9 अगस्त को अलवर निवासी सेवानिवृत्त प्रोफेसर सत्यव्रत शर्मा द्वारा थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि फेसबुक के जरिए एक विदेशी महिला लुविस टरायो से उसकी जान पहचान हुई थी और इस तरह उसने एक घटना का हवाला देते हुए करीब 16 बैंक खातों में उसे ₹71 लाख की ठगी कर ली। अलवर के पुलिस अधीक्षक परिस देखमुख ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय पुष्पेंद्र सिंह के निर्देशन में एक टीम गठित की और इस वारदात को खुलासा करने में अलवर की साइक्लोन सेल व सीआईयू टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।उन्होंने बताया कि परिवादी को किए गए ईमेल, व्हाट्सएप चैटिंग वे कॉलिंग व मोबाइल नंबरों का साइक्लोन सेल में विस्तृत अनुसंधान किया गया। परिवादी ने आरोपियों के बताए अनुसार कुल 16 बैंकों के विभिन्न खातों में ₹7100000 जमा कराए उन खातों का रिकॉर्ड प्राप्त कर बारीकी से विश्लेषण किया गया। तकनीकी अनुसंधान एवं बैंक खातों के बारीकी से अध्ययन से यह वारदात नाइजीरियन गैंग द्वारा करना सामने आया गया और आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इसी दौरान परिवादी को कॉल करने वाले मोबाइल नंबर फर्जी आईडी से जारी करने वाले वोडाफोन कंपनी के कर्मचारी मोहित, अनूप पांडेय व योगेंद्र को हिरासत में लेकर अनुसंधान किया गया तो सिम जेम्स व लौकी नाइजीरियन को देना बताया। जिन्हें भी दस्तयाव कर पूछताछ की गई। आरोपियों से पूछताछ कर सामने आया कि उक्त लोग फर्जी आईडी से सिम जारी कर नाइजीरियन गैंग को देते हैं जिन सिम कार्डों को यह लोग ठगी करने के लिए काम में लेते हैं इस पर उक्त सभी को गिरफ्तार किया गया ।परिवादी ने इंडसइंड बैंक के करण राणा खाताधारक के खाते में आरोपियों के बताए अनुसार ₹4 लाख 50 हजार रुपये जमा कराए ।जिस पर करण राणा की तलाश की गई यह बात सामने आई कि उसका असली नाम मोहित पुत्र धर्म सिंह जाट निवासी मुनिरका नई दिल्ली हाल फरीदाबाद का होने का पता चला। इस टीम द्वारा मोहित उर्फ करण राणा की तलाश कर उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने जॉन्स नामक नाइजीरियन के साथ मिलकर फेसबुक के जरिए दोस्ती कर धोखाधड़ी से रुपए अपने बैंकों के खाते में डलवाना बताया। आरोपी मोहित उर्फ करण राणा बैंक खातों की व्यवस्था करता तथा रुपए निकालकर अपने पास रखता। बाद में नाइजीरियन को उसका हिस्सा देता है । नाइजीरियन जरिए ईमेल फेसबुक व्हाट्सएप चेटिंग और कॉलिंग कर लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाते। गिरफ्तार मोहित ने अपनी सास राधामोनी उर्फ वसुंधरा तथा एलेस्को भसीन उर्फ नंदनी के नाम से भी काफी बैंकों में खाता खुलवा रखे हैं जिनको भी उक्त रुपयों से प्राप्त करने में प्रयोग किया गया । मुलजिम की संलिप्तता पाए जाने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया ।आरोपी मोहित ने बैंक में अनुज राणा, विशाल टॉक्स ,करण राणा व मोहन कुमार के नाम से करीब-करीब सभी बैंकों में दिल्ली की शाखाओं में खाता खुलवा रखे हैं। जिनमें वह पैन कार्ड मतदाता पहचान पत्र फर्जी तैयार कर अपनी फोटो लगाकर पेश करता है । आरोपी से उक्त प्रकरण में परिवादी से धोखाधड़ी कर ₹44 लाख रुपये उसके मकान से बरामद किए गए हैं ।आरोपी मोहित टॉक्स उर्फ़ करण राणा एलेस्को भसीन उर्फ नंदिनी व राधामोनी उर्फ वसुंधरा से विभिन्न बैंक खातों की कुल 49 चेकबुक और पासबुक बरामद की हैं। एलेस्को भसीन ने भी नंदिनी भसीन, प्रिया पिल्लई के नाम से खाता खुलवा रखे हैं । गिरफ्तार किए गए नाइजीरियन लोकी व जेम्स मोबाइल सिम प्राप्त कर मुख्य आरोपी जॉन्स को उपलब्ध कराते थे और संपर्क में रहकर फेसबुक और ईमेल के जरिए लोगों से संपर्क कर धोखाधड़ी का शिकार बनाते हैं फिर उनके बताए गए बैंक खातों में रुपए डलवा देते जिन्हें मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा के माध्यम से बैंक खातों से निकालकर आपस में बांट लेते हैं। आरोपी मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा एलेस्का भसीन उर्फ नंदिनी एवं राधामोनी और वसुंधरा के बैंक खातों के अध्ययन से इनके द्वारा वर्ष 2019 में ही करोड़ों रुपए की ठगी करना सामने आया है । प्रकरण में परिवादी से जिन खातों में रुपए डलवाए गए उन सभी खातों को फर्जी आईडी का उपयोग करवाना सामने आया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से उनके द्वारा फर्जी आईडी से खोले गए विभिन्न खातों एवं अन्य साथियों के बारे में जांच की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में नई दिल्ली निवासी मोहित टॉक्स उर्फ करण राणा उर्फ अर्जुन राणा और विशाल टॉक्स पुत्र धर्मवीर जाति जाट, हरियाणा के सूरजकुंड निवासी श्रीमती राधामोनी उर्फ वसुंधरा पत्नी अशोक भसीन हरियाणा के ही सूरजकुंड निवासी सुश्री एलेस्को भसीन उर्फ नंदिनी पुत्री आदित्य भसीन, संगम विहार नई दिल्ली निवासी मोहित कुशवाहा पुत्र शिव प्रसाद कुशवाहा, अनूप कुमार पांडे पुत्र धनंजय कुमार पांडे ,योगेंद्र कुमार पुत्र अजीत सिंह प्रजापत नई दिल्ली तथा हाल नई दिल्ली मूल नाइजीरियन निवासी मिस्टर एको नाम जेम्स व मिस्टर लकी उर्फ लाइमा को गिरफ्तार किया गया है और इनके कब्जे से ₹44 लाख नगद लैपटॉप मोबाइल सिम बैंक की पासबुक में चेक बुक बरामद की गई है।
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