बुधवार, 24 जनवरी 2018

बाड़मेर राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विशेष:- बालिका दिवस की सार्थकता तभी होगी जब बेटियों को जन्म लेने देगें।

बाड़मेर राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विशेष:-

बालिका दिवस की सार्थकता तभी होगी जब बेटियों को जन्म लेने देगें।

बाड़मेर :- राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले में 110 शिक्षण संस्थानों में
बेटी बचाओ कार्यक्रम को लेकर डेप रक्षको द्वारा बेटियों से सीधा संवाद
किया | कार्यक्रम के दोरान आम जन में यह संदेश पहुंचाने का प्रयास किया
जाता है कि बालिकाओं के प्रति भेदभाव समाप्त किया जा रहा है। राजस्थान
में प्रतिवर्ष 17 लाख 50 हजार बच्चे जन्म लेते है जिनमें से करीब 70 हजार
बालिकाऐं कम जन्म लेती है। इन तथ्यों से स्पष्ट दिखाई देता है कि राज्य
में बालिकाओं की गर्भ में ही हत्या हो जाती है। राजस्थान में स्वास्थ्य
विभाग द्वारा जारी पीसीटीएस के आंकड़ो के अनुसार प्रतिदिन लडकों से 106
लड़किया कम पैदा हो रही है जबकि वर्ष 2010-11 में प्रतिदिन 218 लड़किया
कम पैदा हो रही थी, अर्थात वर्तमान में  पीसीटीएस के आंकड़ो के अनुसार
प्रतिदिन 112 लड़किया अधिक पैदा होने लगी है। यह एक सकारात्मक सुधार हुआ
है। स्वास्थ्य विभाग के मिशन निदेशक नवीन जैन द्वारा बेटियां अनमोल है
अभियान भी करीब 18 महिनो से चलाकर प्रदेश भर के 10 लाख युवाओं को जागरूक
करने का कार्य किया जा रहा है। इन अभियानों की सार्थकता तब शीध होगी जब
लडक़ो के बराबर लड़कियों को जन्म लेने दिया जाऐगा। जिला आशा अधिकारी राकेश
भाटी ने बताया की जिले में 110 डेपरक्षको द्वारा 110 शिक्षण संस्थानों
में राष्ट्रीय बालिका दिवस को बेटी बचाओ को लगभग 12000 हजार
युवक-युवतियों को सन्देश देकर जागरूक किया गया | इस कार्यक्रम के दोरान
विधालय के छात्र- छात्राओ ने बड़ी उत्सकता से भाग लिया, एवं इस कुरूतियो
को रोकने में शामिल होंगे | राकेश भाटी ने बताया की कार्यक्रम के दोरान
110 शिक्षण संस्थानों में लगभग 12 हजार छात्र- छात्राओ ने प्रात: 11:30
बजे एक साथ राष्ट्रगान गाया गया | विक्रम सिंह पीसीपीएनडीटी समन्वयक ने
बताया की प्रत्येक शिक्षण संस्थान पर शपथ दिलाकर 12 हजार शपथ पत्र भरवाए
गये | बेटी बचाओ कार्यक्रम में जिला स्तर से सचिन भार्गव जिला कार्यक्रम
प्रबंधक, विक्रम सिंह पीसीपीएनडीटी समन्वयक एवं राकेश भाटी जिला आशा
अधिकारी एवं आईईसी अधिकारी की अहम भागीदारी रही | कार्यक्रम के दोरान
जिला स्तर से उम्मेदाराम जाखड़, अनिल व्यास, मुकेश गर्ग, मूलाराम धनदे एवं
एनएचएम् स्टाफ और खण्ड स्तर समस्त बीपीएम, बीएचएस, आयुष डॉ. आशा
सुपरवाईजर, बिएनओ एवं ओपरेटर आदि शामिल रहे |

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