पंजाब के पूर्व मंत्री लंगाह का महिला के साथ घिनौनी करतूत का Video Viral
चंडीगढ़। गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव से ठीक पहले अकाली दल के कद्दावर नेता, पूर्व मंत्री और एसजीपीसी मेंबर सुच्चा सिंह लंगाह (65) रेप केस में फंस गए हैं। खुद को लंगाह की बेटी की क्लासमेट बताने वाली महिला का आरोप है कि 2009 से अब तक वह उससे कई बार रेप कर चुका है। इसी बीच सूचा सिंह लंगाह का एक वीडियों भी वॉयरल हो गया है। वॉयरल हुए इस इस वीडियो की पुष्टी dainikbhaskar.com नहीं करता है। हमें नहीं पता कि इस वीडियो में कितनी सच्चाई है। हमारा मकसद आपको बस सोशल मीडियो पर वॉयरल हो रहे इस वीडियो से अवगत कराना है।
-विजिलेंस में क्लर्क के तौर पर काम कर रही महिला ने 28 सितंबर को गुरदासपुर के एसएसपी को वीडियो क्लिपिंग और पेनड्राइव के साथ एफिडेविट भी सौंपा है।
-पुलिस ने महिला की शिकायत पर 29 सितंबर तड़के पांच बजे पुलिस ने लंगाह पर रेप, धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
-एफआईआर की सूचना मिलते ही लंगाह धारीवाल स्थित आवास से कहीं चले गए थे।
-एसएसपी हरचरण सिंह भुल्लर का कहना है कि 28 सितंबर को शिकायत मिलते ही उन्होंने टीम बनाकर जांच कराई।
-29 सितंबर को केस दर्ज कर लिया गया था। जिसके बाद सूचा सिंह फरार हो गए हैं।
-मेडिकल कराने के साथ ही पीड़िता के कोर्ट में बयान करा दिए गए हैं।
-लंगाह डेरा बाबा नानक विधानसभा हलके से उपचुनाव में शिअद के इलेक्शन इंचार्ज हैं।
पीड़िता ने लंगाह को भी दिखाया था वीडियो...
-पीड़ित महिला ने एफआईआर कराने से 12 दिन पहले सुच्चा सिंह लंगाह से मिलकर चेतावनी दी थी कि अगर उसकी ज्यादतियां नहीं रुकी तो वह पुलिस के पास जाएगी।
-लंगाह ने इसे हल्के में लेते हुए कहा था कि उसकी पहुंच ऊपर तक है और वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।
-इसके बाद पीड़िता पुलिस के पास गई। यह बात महिला ने खुद पुलिस को बताई।
-गुरदासपुर के एसएसपी हरचरण सिंह भुल्लर के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि एफआईआर कराने से पहले उसने वीडियो लंगाह को दिखाया भी था, लेकिन उसने परवाह नहीं की।
-पीड़िता ने 164 के बयान करवा दिए हैं। इस मामले में वीडियो सबसे बड़ा सबूत है, जिसमें रेप की घटना कैद है।
100 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी, 2002 में मंत्री बनने से पहले सिर्फ 16 कनाल जमीन...
-100करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी के मालिक लंगाह के पास 2002 में पीडब्यलूडी मंत्री बनने से पहले सिर्फ 16 कनाल जमीन थी।
-यह जमीन उसके पैतृक गांव लंगाह में थी।
-आय से अधिक संपति के मामले में कैप्टन सरकार के वक्त 16 मई 2002 को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने लंगाह पर मामला दर्ज किया था।
-उस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए 12.10 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप था।
-इस मामले में एक फरवरी 2015 को मोहाली कोर्ट ने लंगाह को 3 साल की जेल और 1.10 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया था।
-जनवरी 2017 में लंगाह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से बरी हुआ।
-विजिलेंस केस में लंगाह ने कबूल किया था कि पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते उसने अपनी पहली पत्नी हरभजन कौर के नाम पर खोली गई कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से बनाए गए पंजाब वेयरहाउस कारपोरेशन के गोदामों से 3 करोड़ की कमाई की।
-अफसरों की ट्रांसफर, पोस्टिंग प्रमोशन के लिए भी रिश्वत ली।
-कंस्ट्रक्शन का ठेका देने के लिए ठेकेदारों से मोटी रकम ली।
-विजिलेंस जांच में 2002 में लंगाह की 32 करोड़ रुपए की प्रापर्टीज़ पाई गई जबकि 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र में लंगाह ने अपने नाम सिर्फ 1.05 करोड़ रुपए की प्रॉपटीज़ दिखाई।
-आज के दिन धारीवाल में उसकी लंगाह मार्केट में 73 दुकानें, दियोल ट्रांसपोर्ट कंपनी, मुम्बई की एक शिपिंग कंपनी में हिस्सेदारी, धारकलां तहसील के गांव सुकरेत में 80 एकड़ जमीन, चंडीगढ़ में 3 कोठियां, पेट्रोल पंप के अलावा दिल्ली के मेहरोली यूपी के पीलीभीत में जमीन हैं।
-लंगाह बेशक ज्यूडिशयरी से बरी हो जाएं लेकिन उन्हें सिख रिवायतों के अनुसार ही भुगतनी पड़ेगी बज्र कुरैहत।
एसजीपीसी में भुगतना पड़ सकता है धार्मिक बज्र कुरैहत...
एसजीपीसी उपाध्यक्ष बलदेव सिंह कायमपुर ने माना कि लंगाह की हरकत एक धार्मिक बज्र कुरैहत है और कोई भी अमृतधारी ऐसी कुरैहत नहीं कर सकता। कायमपुर ने लंगाह की हरकतों की निंदा करते हुए कहा कि लंगाह बेशक ज्यूडिशयरी से बरी हो जाएं लेकिन उन्हें अपनी इस बज्र कुरैहत को सिख रिवायतों के अनुसार ही भुगतना पड़ेगा।
चंडीगढ़। गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव से ठीक पहले अकाली दल के कद्दावर नेता, पूर्व मंत्री और एसजीपीसी मेंबर सुच्चा सिंह लंगाह (65) रेप केस में फंस गए हैं। खुद को लंगाह की बेटी की क्लासमेट बताने वाली महिला का आरोप है कि 2009 से अब तक वह उससे कई बार रेप कर चुका है। इसी बीच सूचा सिंह लंगाह का एक वीडियों भी वॉयरल हो गया है। वॉयरल हुए इस इस वीडियो की पुष्टी dainikbhaskar.com नहीं करता है। हमें नहीं पता कि इस वीडियो में कितनी सच्चाई है। हमारा मकसद आपको बस सोशल मीडियो पर वॉयरल हो रहे इस वीडियो से अवगत कराना है।
-विजिलेंस में क्लर्क के तौर पर काम कर रही महिला ने 28 सितंबर को गुरदासपुर के एसएसपी को वीडियो क्लिपिंग और पेनड्राइव के साथ एफिडेविट भी सौंपा है।
-पुलिस ने महिला की शिकायत पर 29 सितंबर तड़के पांच बजे पुलिस ने लंगाह पर रेप, धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
-एफआईआर की सूचना मिलते ही लंगाह धारीवाल स्थित आवास से कहीं चले गए थे।
-एसएसपी हरचरण सिंह भुल्लर का कहना है कि 28 सितंबर को शिकायत मिलते ही उन्होंने टीम बनाकर जांच कराई।
-29 सितंबर को केस दर्ज कर लिया गया था। जिसके बाद सूचा सिंह फरार हो गए हैं।
-मेडिकल कराने के साथ ही पीड़िता के कोर्ट में बयान करा दिए गए हैं।
-लंगाह डेरा बाबा नानक विधानसभा हलके से उपचुनाव में शिअद के इलेक्शन इंचार्ज हैं।
पीड़िता ने लंगाह को भी दिखाया था वीडियो...
-पीड़ित महिला ने एफआईआर कराने से 12 दिन पहले सुच्चा सिंह लंगाह से मिलकर चेतावनी दी थी कि अगर उसकी ज्यादतियां नहीं रुकी तो वह पुलिस के पास जाएगी।
-लंगाह ने इसे हल्के में लेते हुए कहा था कि उसकी पहुंच ऊपर तक है और वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।
-इसके बाद पीड़िता पुलिस के पास गई। यह बात महिला ने खुद पुलिस को बताई।
-गुरदासपुर के एसएसपी हरचरण सिंह भुल्लर के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि एफआईआर कराने से पहले उसने वीडियो लंगाह को दिखाया भी था, लेकिन उसने परवाह नहीं की।
-पीड़िता ने 164 के बयान करवा दिए हैं। इस मामले में वीडियो सबसे बड़ा सबूत है, जिसमें रेप की घटना कैद है।
100 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी, 2002 में मंत्री बनने से पहले सिर्फ 16 कनाल जमीन...
-100करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी के मालिक लंगाह के पास 2002 में पीडब्यलूडी मंत्री बनने से पहले सिर्फ 16 कनाल जमीन थी।
-यह जमीन उसके पैतृक गांव लंगाह में थी।
-आय से अधिक संपति के मामले में कैप्टन सरकार के वक्त 16 मई 2002 को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने लंगाह पर मामला दर्ज किया था।
-उस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए 12.10 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप था।
-इस मामले में एक फरवरी 2015 को मोहाली कोर्ट ने लंगाह को 3 साल की जेल और 1.10 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया था।
-जनवरी 2017 में लंगाह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से बरी हुआ।
-विजिलेंस केस में लंगाह ने कबूल किया था कि पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते उसने अपनी पहली पत्नी हरभजन कौर के नाम पर खोली गई कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से बनाए गए पंजाब वेयरहाउस कारपोरेशन के गोदामों से 3 करोड़ की कमाई की।
-अफसरों की ट्रांसफर, पोस्टिंग प्रमोशन के लिए भी रिश्वत ली।
-कंस्ट्रक्शन का ठेका देने के लिए ठेकेदारों से मोटी रकम ली।
-विजिलेंस जांच में 2002 में लंगाह की 32 करोड़ रुपए की प्रापर्टीज़ पाई गई जबकि 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र में लंगाह ने अपने नाम सिर्फ 1.05 करोड़ रुपए की प्रॉपटीज़ दिखाई।
-आज के दिन धारीवाल में उसकी लंगाह मार्केट में 73 दुकानें, दियोल ट्रांसपोर्ट कंपनी, मुम्बई की एक शिपिंग कंपनी में हिस्सेदारी, धारकलां तहसील के गांव सुकरेत में 80 एकड़ जमीन, चंडीगढ़ में 3 कोठियां, पेट्रोल पंप के अलावा दिल्ली के मेहरोली यूपी के पीलीभीत में जमीन हैं।
-लंगाह बेशक ज्यूडिशयरी से बरी हो जाएं लेकिन उन्हें सिख रिवायतों के अनुसार ही भुगतनी पड़ेगी बज्र कुरैहत।
एसजीपीसी में भुगतना पड़ सकता है धार्मिक बज्र कुरैहत...
एसजीपीसी उपाध्यक्ष बलदेव सिंह कायमपुर ने माना कि लंगाह की हरकत एक धार्मिक बज्र कुरैहत है और कोई भी अमृतधारी ऐसी कुरैहत नहीं कर सकता। कायमपुर ने लंगाह की हरकतों की निंदा करते हुए कहा कि लंगाह बेशक ज्यूडिशयरी से बरी हो जाएं लेकिन उन्हें अपनी इस बज्र कुरैहत को सिख रिवायतों के अनुसार ही भुगतना पड़ेगा।
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