मंगलवार, 3 अक्तूबर 2017

जैसलमेर परचे की धुन नहीं बजा पाया लोक कलाकार तो भोपे ने पीट-पीटकर मार डाला, हत्या का मामला दर्ज



जैसलमेर परचे की धुन नहीं बजा पाया लोक कलाकार तो भोपे ने पीट-पीटकर मार डाला, हत्या का मामला दर्ज
पोकरण देशमें इन दिनों भोपों द्वारा कभी किसी को डायन बताकर तो किसी पर माता का प्रकोप बताकर घटना को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा ही एक प्रकरण पोकरण क्षेत्र के दांतल गांव में भी घटित हुआ। जहां भोपे ने जागरण करने आए लोककलाकार आमद खां को महज इस कारण मौत के घाट उतार दिया क्योंकि वह भोपे में देवी के प्रवेश करने वाली धुन को नहीं बजा सका था। परचा मिलने वाली धुन को नहीं बजाने के कारण भोपे ने सिर्फ उस व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया बल्कि उसके परिवार के सदस्यों को भी इस संबंध में किसी से बात करने पर जान से मारने की धमकी दी। ऐसे में परिवार के सदस्य चार दिनों तक बात को लेकर बैठे रहे। लेकिन जब कहीं से भी न्याय के मिलने के आसार नहीं दिखाई दिए तो वे सोमवार को पुलिस थाना फलसूंड पहुंचे और भोपे रमेशराम सुथार तथा उसके दोनों भाई श्यामलाल सुथार तथा ताराराम सुथार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए फलसूंड पुलिस थाना पहुंचे। जहां उन्होंने भोपे तथा उसके दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।




सामाजिक दबाव के कारण चार दिनों तक नहीं बोले : दांतलक्षेत्र में स्थित देवी के मंदिर में सप्तमी के अवसर पर भोपे रमेशराम सुथार तथा उसके अन्य दोनों भाइयों ने आमद खां को जागरण में भजन गाने के लिए बुलाया था। वहीं भोपे रमेश कुमार ने उसे देवी के गुणगान करने वाले भजन तथा राग गाने की फरमाइश रखी। जिसे वह पूरा नहीं कर पाया। जिस पर रमेश कुमार सुथार ने उसके साथ लड़ाई झगड़ा किया। तीनों भाइयों ने एक राय होकर उसके साथ मारपीट की। जिस पर वह जागरण को छोड़कर घर की ओर चल दिया। लेकिन रमेश सुथार ने अपने दो भाइयों के साथ उसे रास्ते में रोककर मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतकके चाचेरे भाई के घर पर छोड़ा शव : मृतकके चचेरे भाई बरियम खां ने बताया कि रात्रि के समय भोपा रमेश तथा उसके दोनों भाई श्यामलाल तथा ताराराम अपनी स्कोर्पियो गाड़ी में सवार होकर उसके घर आए और उसके भाई अहमद खां के शव को गाड़ी से उतारने के लिए कहा। उसके द्वारा मना करने पर उन्होंने बरियम खां को जान से मारने की धमकी भी दी। जिस पर उसने अपने भाई अहमद खां के शव को उतारा तथा शव उसके परिजनों को सौंप दिया।

फलसूंड थाने में चार दिन बाद दर्ज हुआ हत्या का मामला
27सितंबर की रात्रि को हुई इस घटना के बाद 28 सितंबर को परिवारजनों ने अहमद खां के शव को दफना दिया। वहीं चार दिनों तक समाज के मौजीज लोगों द्वारा परिवार के सदस्यों को लगातार न्याय का आश्वासन दिया गया। लेकिन जब इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो परिवार के सदस्यों ने सोमवार को फलसूंड पुलिस थाना पहुंचकर मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस थानाधिकारी गिरधरसिंह ने बताया कि सूबे खां पुत्र सादी खां मंगणियार निवासी दांतल ने मुकदमा दर्ज करवाया कि उसका भाई अहमद खां देवी माता के मंदिर में जागरण करने गया था। वहां पर भोपा रमेश, श्यामलाल तथा ताराराम तीनों पुत्र जोगाराम सुथार निवासी दांतल से उनकी कहासुनी हो गई। जिसके कारण वह वहां से रवाना हो गया। आधे रास्ते पहुंचने पर तीनों भाई स्कोर्पियो गाड़ी में सवार होकर आए और उसे आधे रास्ते से ही उठा लिया। वहीं अहमद खां की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
सप्तमी के अवसर पर देवी के स्थान पर जागरण देने के लिए बुलाया था और वापस आया शव, भोपे के भाइयों ने लोककलाकार के परिवारजन को दी थी जान से मारने की धमकी, चार दिनों तक कोई गतिविधि नहीं होते देख पुलिस की शरण में पहुंचे लोक कलाकार के परिवार के सदस्य

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