नई दिल्ली।नोटबंदी का सुझाव देने वाला शख्स हुआ PM मोदी से नाराज, कहा- फैसले में की है अपनी मनमानी
8 नवंबर को जब पीएम मोदी ने देश में 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट पर बैन लगाने की घोषणा की थी तो सभी ने उसकी तारीफ की। पर थोड़े दिन बाद ही सामने आ गया था कि ये विचार पीएम का नहीं बल्कि अनिल बोकिल नाम के शख्स का है।
लोगों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए बोकिल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी को ठीक तरीके से लागू नहीं किया। अगर सही से लागू किया जाता तो लोग इस तरह से परेशान नहीं होते।
मुंबई मिरर की एक खबर के अनुसार, अनिल ने कहा कि सरकार ने उनका सुझाव माना तो सही लेकिन पूरे तरीके से नहीं। अनिक के मुताबिक, उन्होंने जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मीटिंग की थी और नोटबंदी का सुझाव दिया था।
कौन हैं बोकिल
अनिक बोकिल ‘अर्थक्रांति’ नाम के संगठन के संस्थापक हैं। उन्होंने ही दावा किया था कि उन्होंने ही सरकार को नोटबंदी का सुझाव दिया था। अनिल ने बताया कि साल 2000 में उन्होंने संगठन की शुरुआत ही कालेधन के मुद्दे के साथ की थी। उनकी टीम में 16 कमेटी सदस्य हैं।
बताए थे पांच प्वाइंट
अनिल का दावा है कि उन्होंने सरकार को कुल पांच प्वाइंट बताए थे लेकिन सरकार ने उनमें से सिर्फ दो को ही लागू किया। उन्होंने कहा था कि सरकार को नोटबंदी के साथ-साथ केंद्र और राज्य द्वारा लगाए गए टैक्स को भी हटा देना चाहिए था। अनिल ने कहा कि उन्होंने बैंक द्वारा लिए जाने वाले ट्रांसेक्शन टैक्स, लीगल लिमिट को भी हटाने की मांग की थी।
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