राजस्थान की पोखरण रेंज में IAF का ट्रेनर एयरक्राफ्ट क्रैश, दोनों पायलट सेफ
जैसलमेर के पोखरण रेंज में सोमवार को इंडियन एयरफोर्स का जगुआर ट्रेनर एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। प्लेन ने जैसलमेर से रूटीन उड़ान भरी थी। एयरक्राफ्ट में हवा में ही आग लग गई। दोनों पायलट प्लेन को आबादी से दूर ले गए और इसके बाद दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए। ऐसे हुआ हादसा...
- जैसलमेर से जगुआर का ट्रेनी एयरक्राफ्ट अपनी रूटीन फ्लाइट पर रवाना हुआ। इसमें दो पायलट सवार थे।
- उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद पोखरण के ऊपर एयरक्राफ्ट में आग लग गई। दोनों पायलटों फाइटर को आबादी वाले इलाके से दूर ले गए।
- प्लेन के नीचे गिरने से पहले दोनों पायलट ने खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जगुआर एक जोरदार धमाके के साथ एक सूने स्थान पर जाकर मलबे में बदल गया।
- जानकारी मिलते ही आर्मी और एयरफोर्स की टीम मौके पर पहुंच गईं। पायलट्स को जैसलमेर ले जाया गया।
- एयरफोर्स ने मामले की जांच के ऑर्डर दे दिए हैं।
ऐसा है जगुआर
- जगुआर फाइटर जेट को ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर डेवलप किया था। इस फाइटर को भारत ने 1979 में खरीदा था।
- ब्रिटिश और फ्रांसीसी एयरफोर्स ने 2006 में इस रिटायर्ड कर दिया, लेकिन भारत में ये अभी तक एक्टिव है।
- भारत ने ब्रिटेन से 40 प्लेन खरीदे थे। इसके अलावा 120 एयरक्राफ्ट्स का हमारे देश में ही बनाए गए।
- इंडियन एयरफोर्स में इस समय करीब 145 जगुआर फाइटर एक्टिव हैं।
- एक बार तेल भरने के बाद यह फाइटर 1699 kmph की रफ्तार से 850 किमी दूर तक जाकर हमला कर वापस आ सकता है।
- दो इंजन वाला यह फाइटर प्लेन पंद्रह टन वजनी हथियार लेकर जा सकता है। हवा से हवा में वॉर करने में इसे बेहतरीन माना जाता है।
जैसलमेर के पोखरण रेंज में सोमवार को इंडियन एयरफोर्स का जगुआर ट्रेनर एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। प्लेन ने जैसलमेर से रूटीन उड़ान भरी थी। एयरक्राफ्ट में हवा में ही आग लग गई। दोनों पायलट प्लेन को आबादी से दूर ले गए और इसके बाद दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए। ऐसे हुआ हादसा...
- जैसलमेर से जगुआर का ट्रेनी एयरक्राफ्ट अपनी रूटीन फ्लाइट पर रवाना हुआ। इसमें दो पायलट सवार थे।
- उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद पोखरण के ऊपर एयरक्राफ्ट में आग लग गई। दोनों पायलटों फाइटर को आबादी वाले इलाके से दूर ले गए।
- प्लेन के नीचे गिरने से पहले दोनों पायलट ने खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जगुआर एक जोरदार धमाके के साथ एक सूने स्थान पर जाकर मलबे में बदल गया।
- जानकारी मिलते ही आर्मी और एयरफोर्स की टीम मौके पर पहुंच गईं। पायलट्स को जैसलमेर ले जाया गया।
- एयरफोर्स ने मामले की जांच के ऑर्डर दे दिए हैं।
ऐसा है जगुआर
- जगुआर फाइटर जेट को ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर डेवलप किया था। इस फाइटर को भारत ने 1979 में खरीदा था।
- ब्रिटिश और फ्रांसीसी एयरफोर्स ने 2006 में इस रिटायर्ड कर दिया, लेकिन भारत में ये अभी तक एक्टिव है।
- भारत ने ब्रिटेन से 40 प्लेन खरीदे थे। इसके अलावा 120 एयरक्राफ्ट्स का हमारे देश में ही बनाए गए।
- इंडियन एयरफोर्स में इस समय करीब 145 जगुआर फाइटर एक्टिव हैं।
- एक बार तेल भरने के बाद यह फाइटर 1699 kmph की रफ्तार से 850 किमी दूर तक जाकर हमला कर वापस आ सकता है।
- दो इंजन वाला यह फाइटर प्लेन पंद्रह टन वजनी हथियार लेकर जा सकता है। हवा से हवा में वॉर करने में इसे बेहतरीन माना जाता है।
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