रविवार, 23 अक्टूबर 2016

बाड़मेर विशेष स्वच्छ नगर अभियान पहला सुख निरोगी काया ,इसके लिए स्वच्छता को आदत बनाना होगा। उज्जवल

विशेष स्वच्छ नगर अभियान

पहला सुख निरोगी काया ,इसके लिए स्वच्छता को आदत बनाना होगा। उज्जवल




बाड़मेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतिक ग्रुप फॉर पीपल बाड़मेर द्वारा नगर परिषद बाड़मेर के तत्वाधान में धारा संसथान ,महिला मण्डल आगोर ,कृष्ना संस्थान ,किरण सेवा संसथान ,बेरियो का बॉस मोहल्ला विकास समिति के सहयोग से विशेष स्वच्छ नगर अभियान के तहत बेरियो का बॉस में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ,पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश उज्जवल,आयुक्त श्रवण विश्नोई ,पार्षद रोचामल सिंधी,वार्ड के सर्वाधिक बुजुर्ग व्यक्ति मोब्बतराम   माली ,यातायात प्रभारी आनंद कुमार ,मेजर पर्वत सिंह ,वीणा पनपालिया ,महेश पनपालिया ,आदिल भाई ,रमेश सिंह इंदा की ख़ास आतिथ्य में आयोजित किया गया ,बड़ी तादाद में उपस्थित मोहल्लेवासियो ने अतिथियों का माला और साफा पहनाकर स्वागत किया ,लोककलाकार जमाल खान ने गणेश वंदना और केसरिया बालम गाकर सबको भावविभोर कर दिया ,
 कार्यक्रम को ठेठ राजस्थानी भाषा में संबोधित करते हुए पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश उज्जवल ने कहा की “मनुष्य जाति के लिए साधारणतः स्वास्थ्य का पहला नियम यह है कि पहला सुख निरोगी काया निरोगी काया  है। निरोग शरीर में निर्विकार मन का वास होता है, यह एक स्वयं सिद्ध सत्य है। मन और शरीर के बीच अटूट सम्बन्ध है। अगर हमारे मन निर्विकार यानी निरोग हों, तो वे हर तरह से हिंसा से मुक्त हो जाए, फिर हमारे हाथों तंदुरूस्ती के नियमों का सहज भाव से पालन होने लगे और किसी तरह की खास कोशिश के बिना ही हमारे शरीर तन्दुरुस्त रहने लगे।”उन्होंने कहा की 2 अक्टूबर, 2014 को देश के प्रधानमंत्री ने जिस स्वच्छ भारत की परिकल्पना को देश के सामने रखा है, यह परिकल्पना वैसे नयी नहीं है लेकिन जिस अंदाज व मुस्तैदी के साथ इस बार भारत सरकार ने स्वच्छता के मसले को उठाया है, उसके परिणाम बहुत ही सार्थक दिख रहे हैं। उन्होंने कहा की हम अपनी मान्यताओ संस्कृति परम्पराओ को  आगे बढ़ जरूर रहे हैं मगर हमने नैतिकता खो दी ,हमारे संस्कार खो गए ,स्वच्छता हमारे संस्कारो में शामिल थी ,

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा की  साफ-सफाई मानव स्वास्थ्य पर सीध असर डालती है। जिन बीमारियों के मामले ज्यादातर सामने आते हैं और जिनसे ज्यादा मौतें होती हैं, अगर उनके आंकड़ों पर गौर करें तो कहा जा सकता है कि शरीर की तथा परिवेश की वह अचूक मांग है जिसके माध्यम से न सिर्फ स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है बल्कि बीमारियों से लड़ने पर देश भर में हो रहा अरबों का सालाना खर्च बचाया जा सकता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आनंद कुमार ने कहा की दुर्भाग्य पूर्ण हैं की हमे साफ़ सफाई के लिए अभियान चलने पद रहे हैं ,उन्होंने कहा की स्वच्छता हमारा नैतिक और सामाजिक दायित्व हैं ,जिसे हमे निभाकर देश के विकास में योगदान देना होगा ,पार्षद रोचामल ने वार्ड की समस्याओ और विकास कार्यो पर अपनी बात कही ,तो कार्यक्रम संयोजक चन्दन सिंह भाटी ,महेश पनपालिया। वीणा पनपालिया ,आदिल भाई ,ने भी स्वच्छता पर अपनी बात राखी ,इस अवसर पर टीकमचंद राठी ,मुरलीधर वासु ,अमरचन्द सिंघल ,राजाराम ,छगन सिंह चौहान ,हितेश मूंदड़ा ,डॉ हरपाल सिंह राव ,जय परमार ,हितेश दवे ,धन्वंतरि दवे ,कालू माली ,जसपाल सिंह डाभी ,स्वरुप वासु ,रजनीश छंगाणी ,सहित मोजिज लोग उपस्थित थे ,बड़ी तादाद में महिलाए भी कार्यक्रम में मौजूद थी ,इस दौरान नन्ही बालिकाओ द्वारा समूह गान और बालको की तरफ से आकर्षक स्वच्छता नृत्य आयोजित कर वाह वाही लूटी। कार्यक्रम के अंत में रमेश सिंह इन्दा ने आभार व्यक्त किया ,कार्यक्रम का संचालन चन्दन सिंह भाटी ने किया 

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