बुधवार, 7 सितंबर 2016

अजमेर।जेलर को गैंगस्टर आनंदपाल के गुर्गे से डर, बच रहे गवाही देने से



अजमेर।जेलर को गैंगस्टर आनंदपाल के गुर्गे से डर, बच रहे गवाही देने से
जेलर को गैंगस्टर आनंदपाल के गुर्गे से डर, बच रहे गवाही देने से

कुख्यात फरार अपराधी आनंदपाल के साथी अनिल उर्फ पाड्या के मामले में पिछले चार माह से गवाही देने नहीं आ रहे हाईसिक्योरिटी जेल के उपअधीक्षक प्रदीप लखावत सहित दो अन्य जेल कर्मियों को अदालत ने जमानती वारंट से तलब करने के आदेश दिए हैं। उपअधीक्षक लखावत मामले में परिवादी भी हैं। लखावत ने पाड्या पर हाईसिक्योरिटी जेल में परेड के दौरान ब्लेड से जानलेवा हमला करने व खुद को घायल करने का आरोप लगाया था।

अपर जिला जज संख्या तीन की अदालत में कड़ी सुरक्षा में पाड्या को पेश किया गया। न्यायाधीश के अवकाश पर होने के कारण प्रकरण में सुनवाई 3 अक्टूबर तक टल गई। मामले के परिवादी व हाईसिक्योरिटी जेल के उपअधीक्षक प्रदीप लखावत, जेलकर्मी रमेश विश्नोई व गोविंदराम को गवाही देने के लिए जमानती वारंट से तलब किया है। अदालत में गवाहों को गत 30 मई से तलब किया जा रहा है।

परेड के दौरान किया था हमला

परिवादी जेल उपअधीक्षक लखावत ने सिविल लाइंस थाने में 6 अप्रेल 2015 को शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें बताया कि वह जेल में परेड लेकर बंदियों की समस्याओं को लेकर बातचीत कर रहे थे। लखावत का आरोप है कि इस दौरान पाड्या ने उन पर ब्लेड से हमला किया और जान से मारने की धमकी दी। पाड्या ने खुद को भी ब्लेड से जख्मी कर लिया। इस पर पुलिस ने आरोपित पर जानलेवा हमला करने व राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया।

वीसी के जरिए सुनवाई की मांग

इसी मामले में सरकारी वकील महेन्द्र चौधरी ने पाड्या के हार्डकोर अपराधी होने के कारण अदालत परिसर में इसे लाने ले जाने के दौरान हमले व गैंगवार की आशंका जताई थी। चौधरी ने सुरक्षा के दृष्टिगत आरोपित की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) से कराए जाने की मांग भी की थी।

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