बीकानेर अवैध वसूली करते पकड़ा फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर
नयाशहर थाना क्षेत्र के बंगलानगर में फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बनकर 20 हजार रुपए की वसूली करने पहुंचे एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने दबोच लिया।
लोगों ने पहले उसकी जमकर धुनाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। सीआई महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि मुरलीधर व्यास कॉलोनी निवासी जुगलकिशोर (40) पुत्र तोलाराम उपाध्याय शनिवार की शाम को बंगलागनर स्थित सत्यम मेडिकल स्टोर पहुंचा।
आरोपित ने स्वयं को ड्रग्स इंस्पेक्टर बताते हुए मेडिकल स्टोर संचालक अरशद बैग से प्रतिबंधित दवाएं बेचने की शिकायत पर कार्रवाई करने की बात कही।
बैग से कार्रवाई से बचने के लिए 20 हजार रुपए देने की मांग की।
इस पर मेडिकल स्टोर संचालक बैग को आरोपित पर शक हो गया। उसने अपने साथी मेडिकल संचालकों को बुला लिया।
मेडिकल संचालकों के एकत्रित होने पर आरोपित ने अपनी पोल खुलते ही भागने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया।
कभी प्रेस रिपोर्टर तो कभी ड्रग इंस्पेक्टर
जुगलकिशोर पिछले एक महीने से लोगों से ठगी कर रहा था। जांच अधिकारी एएसआई विजेन्द्रसिंह ने बताया कि पड़ताल करने पर पता चला है कि
आरोपित जुगलकिशोर पिछले एक महीने से जिले में ठगी कर रहा था। वह अब तक पांच लोगों को ठग चुका है। इतना ही नहीं आरोपित कभी प्रेस रिपोर्टर तो कभी ड्रग इंस्पेक्टर बन जाता था।
पहले की धुनाई, फिर पुलिस को सौंपा
मेडिकल संचालकों व अन्य लोगों ने पहले तो आरोपित की जमकर धुनाई की। उसके बाद नयाशहर पुलिस को सूचना दी और आरोपित को पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने मेडिकल संचालक अरशद बैग की रिपोर्ट पर आरोपित जुगल किशोर के खिलाफ धोखाधड़ी, डरा-धमका कर वसूली करने का मामला दर्ज किया है।
बाद में आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
नयाशहर थाना क्षेत्र के बंगलानगर में फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बनकर 20 हजार रुपए की वसूली करने पहुंचे एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने दबोच लिया।
लोगों ने पहले उसकी जमकर धुनाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। सीआई महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि मुरलीधर व्यास कॉलोनी निवासी जुगलकिशोर (40) पुत्र तोलाराम उपाध्याय शनिवार की शाम को बंगलागनर स्थित सत्यम मेडिकल स्टोर पहुंचा।
आरोपित ने स्वयं को ड्रग्स इंस्पेक्टर बताते हुए मेडिकल स्टोर संचालक अरशद बैग से प्रतिबंधित दवाएं बेचने की शिकायत पर कार्रवाई करने की बात कही।
बैग से कार्रवाई से बचने के लिए 20 हजार रुपए देने की मांग की।
इस पर मेडिकल स्टोर संचालक बैग को आरोपित पर शक हो गया। उसने अपने साथी मेडिकल संचालकों को बुला लिया।
मेडिकल संचालकों के एकत्रित होने पर आरोपित ने अपनी पोल खुलते ही भागने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया।
कभी प्रेस रिपोर्टर तो कभी ड्रग इंस्पेक्टर
जुगलकिशोर पिछले एक महीने से लोगों से ठगी कर रहा था। जांच अधिकारी एएसआई विजेन्द्रसिंह ने बताया कि पड़ताल करने पर पता चला है कि
आरोपित जुगलकिशोर पिछले एक महीने से जिले में ठगी कर रहा था। वह अब तक पांच लोगों को ठग चुका है। इतना ही नहीं आरोपित कभी प्रेस रिपोर्टर तो कभी ड्रग इंस्पेक्टर बन जाता था।
पहले की धुनाई, फिर पुलिस को सौंपा
मेडिकल संचालकों व अन्य लोगों ने पहले तो आरोपित की जमकर धुनाई की। उसके बाद नयाशहर पुलिस को सूचना दी और आरोपित को पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने मेडिकल संचालक अरशद बैग की रिपोर्ट पर आरोपित जुगल किशोर के खिलाफ धोखाधड़ी, डरा-धमका कर वसूली करने का मामला दर्ज किया है।
बाद में आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
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