अजमेर, जनहित से जुड़े कामों को प्राथमिकता दें अधिकारी- राजस्व मंत्राी
प्रशिक्षु नायब तहसीलदारों के प्रशिक्षण शिविर को किया सम्बोधित
अजमेर, 31 अगस्त। राजस्व मंत्राी श्री अमरा राम चैधरी ने कहा कि प्रशिक्षु नायब तहसीलदार जनहित से जुड़े कामों को प्राथमिकता दें। तहसीलदार का काम सीधे आम जनता से जुड़ा होता है। जनता को ज्यादा से ज्यादा राहत मिले तभी एक तहसीलदार को सफल माना जा सकता है। काम के प्रति ईमानदारी व लगन ही हमें आगे बढ़ाती है।
राजस्व मंत्राी श्री अमराराम चैधरी ने आज जयपुर रोड स्थित राजस्व अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षु नायब तहसीलदारों के शिविर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार व तहसीलदार राजस्व प्रशासन की सबसे अहम कड़ी है। यह आम जनता से सीधा जुड़ा हुआ कैडर है जिस पर जनता को राहत देने की अहम जिम्मेदारी है। आप सभी लोग इस अहम सेवा से जुडने जा रहे हो तो एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि ईमानदारी एवं लगन से अपने काम को अंजाम दें ।
उन्होंने कहा कि आप अपनी ऊर्जा व सोच को समाजहित में लगाएं। कर्म में विश्वास रखें तो सफलता आपके कदमों में होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में राजस्व सुधारों से जुड़े अहम फैसले करने जा रही है। राजस्व अधिकारियों को समय सीमा दी जा रही है जिसके तहत उन्हें आम रास्तों एवं अन्य प्रकरणों में जनता को राहत देनी है। राजस्व विभाग एवं रिकाॅर्ड का आधुनिकीकरण भी किया जाएगा।
प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए राजस्व मंडल अध्यक्ष श्री अशोक शेखर ने कहा कि जिला प्रशासन में तहसीलदार पद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रशिक्षणार्थी नायब तहसीलदार राजस्व से जुड़े विभिन्न कार्यों को गंभीरता से सीखें ताकि भविष्य में वे अपने कार्य को अच्छी तरह से अंजाम दे सकें। कार्यक्रम को प्रशिक्षण केंद्र की निदेशक रेणु जयपाल ने भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व राजस्व मंत्राी का अजमेर आगमन पर राजस्व मंडल सदस्यों एवं वकीलों ने स्वागत किया।
लड़कियों के पास है धारा 354 की ताकत- श्रीमती शर्मा
अजमेर, 31 अगस्त। राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा ने कहा कि लड़कियां अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों, हमलों, छेडखानी और अन्य बदतमीजियों से घबराने के बजाए अनसे लड़ना सीखें। आज भारतीय दण्ड संहिता की धारा 354 सहित कई कानूनी प्रावधान है, जिनसे मनचलों और महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों को सबक सिखाया जा सकता हैं। महिला आयोग भी पूरी शक्ति के साथ महिलाओं के साथ खड़ा है। अब वक्त आ गया हैं कि हम अपनी ताकत को पहचाने।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा ने आज राजकीय सावित्राी कन्या महाविद्यालय में आयोजित विधिक जागरूकता शिविर को सम्बोधित कर रही थी। श्रीमती शर्मा ने कहा कि राजस्थान महिला आयोग प्रदेश की महिलाओं के हितों की बात करता है। यह आयोग की अभिनव पहल है कि हम खुद आपसे मिलने आ रहे हैं। आज देश की महिलाओं को कानूनों की जो ताकत प्राप्त है, वह अभूतपूर्व है। महिलाएं और बालिकाएं स्थितियों से घबराने और परेशान होने के बजाए उनसे लड़ना सीखें।
उन्होंने कहा कि अगर कोई मनचला महिलाओं को घूरता है, पीछा करता है, फोन या अन्य किसी तरह से परेशान करता है तो आपके पास भारतीय दण्ड संहिता की धारा 354 की ताकत है। ऐसे ही कई अन्य कानून है जो महिलाओं और बालिकाओं को अपराधियों के विरूद्ध सशक्त करते हैं। महिलाओं के लिए कानून बने हुए है, जरूरत है उनका इस्तेमाल करने की। आज बिना घबराए इन कानूनों का अपने हक में उपयोग करें।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि आप अपने ऊपर अत्याचार होने पर बेहिचक थाने जाएं और अपराधी के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कराएं। अगर कोई पुलिस अधिकारी एफ.आई.आर. दर्ज करने से इनकार करता है तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जा सकती है। फिर भी आपको लगता है कि सुनवाई नहीं हो रही है तो आप महिला आयोग से सम्पर्क करें।
महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि आज परिवार में मां बेटियों को सीख देती है। जबकि सीख देने की आवश्यकता बेटों को भी है। बेटों को भी संस्कारवान बनाया जाएं ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सकें। हम सभी एक स्वस्थ समाज की रचना के लिए मिलकर काम करें।
कार्यक्रम को महिला आयोग की सदस्य रीता भार्गव, काॅलेज की प्राचार्य श्रीमती रेणु शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर काॅलेज की छात्राओं को महिलाओं से संबंधित विभिन्न कानूनों एवं विधिक प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। महिला आयोग अध्यक्ष ने स्वयं छात्राओं द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब दिया। इस अवसर पर वनिता जैमन, तृप्ति श्रीवास्तव, छात्रा संघ अध्यक्ष कल्पना रावत सहित अन्य अतिथि उपस्थित थे।
अधिकारी प्रकरणों की वास्तविक रिपोर्ट तत्काल भेजें - लोकायुक्त
अजमेर, 31 अगस्त। लोकायुक्त श्री एस.एस. कोठारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपने अपने विभाग से संबंधित प्रकरणों की वास्तविक रिपोर्ट तत्काल भिजवाया जाना सुनिश्चित करें। ताकि आम जन को राहत मिल सकें।
लोकायुक्त बुधवार को अजमेर के सर्किट हाऊस में लोकायुक्त सचिवालय में विचाराधीन पत्रावलियों के संबंध में जिला स्तरीय प्रमुख अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि सचिवालय लोकायुक्त से जब भी किसी प्रकरण में जवाब मांगा जाय उसकी वास्तविक रिपोर्ट समय पर भिजवायी जानी चाहिए। रिपोर्ट समय पर नहीं आने के कारण संबंधित के विरूद्ध सम्मन भी जारी किए जाते है। लेकिन ऐसी स्थिति नहीं आए। इसका सभी ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि आज समय के साथ आम जनता की अपेक्षाएं भी बढ़ी है, ऐसे में प्रकरणों का समयबद्धता के साथ निस्तारण जरूरी है। उन्होंने कहा कि अजमेर जिले में इस मामले में स्थिति अच्छी है तथा संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जा रहा हैं।
इस मौके पर जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि वर्तमान में लोकायुक्त सचिवालय से संबंधित 52 प्रकरण बकाया है जिनको समयबद्धता के साथ निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। आगामी 15 दिवस में अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त होते ही सूचना भिजवा दी जाएगी।
इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त श्री प्रियवृत पण्डया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री कमलराम मीणा, अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती विनिता श्रीवास्तव, सचिव श्री उज्ज्वल राठौड़, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री अबू सुफियान चैहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अवनीश शर्मा़ लोकायुक्त सचिवालय के अधिकारीगण एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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