जोधपुर शर्मनाक: बेटे ने दी इतनी यात्नाएं कि मां-बाप ने लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार
जीवन भर मेहनत मजदूरी कर संतान को काबिल बनाने वाले वृद्ध दंपती नारायण व सुगना ने संभागीय आयुक्त रतन लाहोटी के समक्ष उपस्थित होकर लिखित में सपत्नीक इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। चार बेटों के पिता, अस्थमा से पीडि़त नारायण अपने दो 'पुत्रों' की प्रताडऩा व मारपीट से परेशान है।
जोधपुर जिले की बावड़ी के गांव बिराई निवासी नारायण (76) और उनकी पत्नी सुगना (71) ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि उनके चार पुत्र मदन, संतोष, सोहन व रामेश्वर, पुत्री पैनी, चार पौत्र, दस पौत्रियां व तीन नातिन सहित भरा पूरा परिवार है। गांव में 30 बीघा पैतृक जमीन भी है। जीवन में सभी सामाजिक उत्तरदायित्वों का बखूबी निर्वहन करने के बाद जब बड़े पुत्र मदन की सरकारी नौकरी लगी तो लगा कि तपस्या सफल होने लगी है। लेकिन नौकरी लगते ही पुत्र मदन ने मां बाप से बातचीत बंद कर पूरी तरह से किनारा कर लिया।
समाज व गांव के लोगों से इस बात पर पुत्र को उलाहना मिलने लगा तो उसने इसके लिए मां-बाप के व्यवहार को जिम्मेदार बता दिया। पहले तो सभी भाइयों को मां-बाप के खिलाफ उकसाना व धमकाना आरंभ किया। इनमें दो पुत्र रामेश्वर व सोहन ने मां बाप की सेवा करने का बीड़ा उठाया तो उन्हें भी जान से मारने की धमकियां देकर परेशान करने लगा। वृद्ध दंपती ने आरोप लगाया कि उनके दूसरे नम्बर के पुत्र संतोष ने भी बड़े पुत्र मदन के बहकावे में आकर 3 जुलाई को उनसे मारपीट की।
खेड़ापा पुलिस थाने में उसके खिलाफ मामला भी दर्ज कराई। लेकिन पुत्र मदन ने खुद को कथित तौर पर जोधपुर संभागीय आयुक्त का पीए बताकर थाने में मामले में कार्रवाई नहीं होने दी। दो पुत्रों ने दो साल से खेती में बुवाई तक बंद करवा रखी है। एेसे में प्रतिमाह उनकी चिकित्सा पर होने वाला हजारों का खर्च भी आर्थिक रूप से कमजोर दो पुत्रों पर भारी पड़ रहा है।
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जांच के आदेश
दरअसल यह पारिवारिक विवाद है जिसकी पुलिस में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। एसडीएम भोपालगढ़ व खेड़ापा पुलिस अधिकारियों को जांच के आदेश दिए है। -रतन लाहोटी, संभागीय आयुक्त जोधपुर।
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