रविवार, 12 जून 2016

अजमेर इस खुफिया पुलिस से बचकर रहना, अबतक कईयों को बना चुके हैं शिकार



अजमेर इस खुफिया पुलिस से बचकर रहना, अबतक कईयों को बना चुके हैं शिकार
इस खुफिया पुलिस से बचकर रहना, अबतक कईयों को बना चुके हैं शिकार

स्वास्थ्य विभाग की कथित एलडीसी परीक्षा का पर्चा आउट करने व परीक्षा में पास कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो युवकों को शनिवार देर रात स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने अजमेर की एक होटल से पकड़ा। दोनों युवकों से पूछताछ जारी है।

एसओजी की टीम ने उपाधीक्षक इस्माइल खां की अगुवाई में आगरा गेट नसियां के पीछे स्थित एक होटल में दबिश देकर बहरोड़ निवासी नित्यानंद यादव व बूंदी निवासी मोनू यादव को पकड़ा। दोनों के कब्जे से एसओजी ने कुछ दस्तावेज व प्रश्न-पत्र के नाम से कुछ सामग्री भी जब्त की गई है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार ने बताया कि एसओजी की टीम ने उनसे इमदाद मांगी थी। उसके बाद दबिश की कार्रवाई अंजाम दी गई।

खुद को बताया सीआरपीएफ का अधिकारी

दोनों आरोपित खुद को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का अधिकारी बताकर होटल में ठहरे थे। जिन युवकों को वे नौकरी का झांसा देकर साथ में अजमेर लेकर आए थे उन्हें कॉल लैटर व प्रश्न पत्र दे चुके थे। कॉल लैटर दिखाकर ही वे उन्हें अजमेर लाए थे। उनमें से एक युवक को नित्यानंद व मोनू पर संदेह हो गया और उसने एसओजी को सूचित कर दिया। तब से ही एसओजी लगातार नित्यानंद व मोनू पर नजर जमाए हुए थी। जैसे ही दोनों आरोपित युवकों को लेकर शनिवार शाम होटल पहुंचे। एसओजी ने दबिश देकर दोनों को पकड़ लिया।

सात युवकों से 1.62 लाख रुपए एेंठे थे

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप जयपुर की ओर से की गई कार्रवाई के तहत आरोपितों ने देर रात कई राज उगले। आरोपित नित्यानंद उर्फ धीरज उर्फ अमित व मोनू सैनी खुद को एसीबी, सीबीआई व सीआरपी के ऑफिसर बताते हुए लोगों को झांसा देते थे। नौकरी के नाम पर इन्होंने सात युवकों से साढ़े 32 हजार रुपए के नाम पर करीब 1.62 लाख रुपए एेंठें थे। पूछताछ में आरोपितों ने रविवार को मेडिकल चिकित्सा विभाग में एलडीसी की परीक्षा अजमेर के मेडिकल कॉलेज में होना बताया।

यहां तक कि उन्होंने युवकों को प्रवेश पत्र देने की तैयारी भी कर रखी थी। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से प्रवेश पत्र, उत्तर कुंजी, प्रश्न पत्र आदि जब्त किए है। एसओजी के उपअधीक्षक इस्माइल खां को बहरोड़ निवासी परिवादी अशोक कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया कि आरोपितों ने परीक्षा में पास कराने के लिए रकम मांगी और रविवार को अजमेर में परीक्षा दिलाने का झांसा देकर यहां ले आए थे।

कहीं दूसरे गिरोह से तार तो नहीं जुड़े हैं कुछ समय पूर्व आरपीएससी की विभिन्न परीक्षाओं को लेकर भी पर्चा लीक प्रकरण का बड़ा भंडाफोड़ किया गया था। आरोपितों के नाम किसी अन्य गिरोह से तो नहीं जुड़े हैं पुलिस इस संबंध में भी आरोपितों से पूछताछ करेगी। आरोपितों के खिलाफ फिलहाल धोखाधड़ी के आरोप में कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

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